मुसलमानों में शिक्षा आम करने के लिए इमारत शरिया का पूरे बिहार में अभियान
बिहार लोक संवाद डॉट नेट
पटना, 2 फरवरी: फुलवारीशरीफ स्थित इमारत ए शरिया बिहार, झारखंड और उड़ीसा ने बिहार के मुसलमानों में बुनियादी शिक्षा आम करने के लिए सोमवार को एक हफ्ते के अभियान की शुरुआत की। इस अभियान में उर्दू भाषा के संरक्षण को भी शामिल किया गया है। इस बारे में इमारत ए शरिया के कार्यवाहक सचिव मौलाना मोहम्मद शिब्ली कासमी ने बताया कि यह अभियान अमीर ए शरीयत मौलाना मोहम्मद वली रहमानी के निर्देशन में चल रहा है। मौलाना शिब्ली ने अभियान के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि हर गांव और बस्ती में बुनियादी तालीम के मकतब खोलने के प्रयास किए जाएंगे।
मौलाना शिब्ली ने बताया कि इस अभियान का दूसरा हिस्सा यह है कि मानक शैक्षिक संस्थानों की स्थापना की जाए। स्कूल-कॉलेज तथा तकनीकी शैक्षणिक संस्थान खोले जाएं। उन्होंने कहा कि जो समर्थ लोग हैं उनको चाहिए कि अपने सामर्थ्य और संसाधन का प्रयोग कर स्कूल, कॉलेज और दूसरे शैक्षणिक संस्थान खोलें।
इमारत ए शरिया के इस अभियान का तीसरा हिस्सा यह है कि उर्दू भाषा को समाज और सरकार दोनों के स्तर पर उचित स्थान दिलाया जाए।
मौलाना शिब्ली ने कहा कि भारत की गंगा-जमुनी संस्कृति एवं इसके विचारों को पूरी दुनिया के सामने लाने में उर्दू भाषा का योगदान नाक़ाबिले फ़रामोश है। उन्होंने कहा कि सरकारी कार्यालयों और सरकारी कार्यों में उर्दू के इस्तेमाल के लिए वह हर सही प्लेटफार्म पर अपनी आवाज बुलंद करेंगे।
इस अवसर पर मौलाना शिब्ली ने आरोप लगाया कि इस समय देश में एक विशेष धर्म के विचारों को पूरे देश पर थोपने का प्रयास किया जा रहा है, ऐसे में हमारे लिए जरूरी हो गया है कि हम अपने बच्चों का दीन व ईमान, उनके विचार और उनकी आस्था को सही-सलामत रखें।
अभियान की घोषणा के लिए आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुफ्ती मोहम्मद सनाउल्लाह हुदा कासमी, मौलाना सोहेल अहमद नदवी, मुफ्ती सोहेल अहमद कासमी, मुफ्ती सईद उर रहमान कासमी, मौलाना अरशद रहमानी, जनाब निसार अहमद, मौलाना नसीरुद्दीन मजाहिरी वगैरह शामिल थे।
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