छपी-अनछपी: तीन ट्रेनों की टक्कर में 200 से अधिक की मौत, राहुल के बयान से सेक्यूलरिज़्म पर बहस
बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। उड़ीसा के बालासोर जिले के पास भयानक ट्रेन हादसे में 200 से अधिक लोगों के मरने और 900 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है। यह जगह उड़ीसा की राजधानी भुवनेश्वर से 175 किलोमीटर दूर है। बताया गया है कि हावड़ा-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस की मालगाड़ी से टक्कर हुई जिसके बाद उसके डिब्बे पटरी से उतर गए और दूसरी ओर से आ रही यशवंतपुर- हावड़ा सुपरफास्ट रेलगाड़ी भी उससे टकरा गई। अलग-अलग अखबारों में मरने वालों की संख्या अलग-अलग है लेकिन आधिकारिक रूप से यह पता चला है कि मरने वालों की संख्या 233 है।
हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी खबर है: तीन ट्रेनों की टक्कर में 70 मरे। जागरण की मेन हेडलाइन है: ओडिशा में 3 ट्रेनों के बीच भीषण हादसा, 207 की मौत, 800 से अधिक यात्री घायल। भास्कर की सबसे बड़ी सुर्खी है: तीन ट्रेनें एक ही जगह भिड़ीं, 70 की मौत, 500 घायल। शाम सवा सात बजे हुए इस हादसे की जानकारी अलग-अलग अखबारों में अलग-अलग तरीके से दी गई है। जागरण ने लिखा है कि 128 किलोमीटर की रफ्तार से चल रही कोरोमंडल एक्सप्रेस की मालगाड़ी से टक्कर इतनी जोरदार थी कि कई बोगी मालगाड़ी के ऊपर चढ़ते हुए दूसरे ट्रैक पर जा गिरे। इस हादसे से दोनों ट्रेनों की 18 बोगियां पटरी से उतर गईं और कई बोगियां आपस में चिपक गई। घटना में सबसे ज्यादा जनरल डिब्बे में सफर करने वाले यात्री प्रभावित हुए हैं
जांच का विषय
रेलवे के प्रवक्ता अमिताभ शर्मा ने बताया कि यह जांच का विषय है कि यशवंतपुर- हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस व कोरोमंडल एक्सप्रेस में से कौन पहले बेपटरी होकर दुर्घटनाग्रस्त हुई। जानकारी यह भी मिल रही है कि सिग्नल खराब होने के कारण मालगाड़ी और कोरोमंडल एक्सप्रेस ट्रेनें एक ही पटरी पर आ गई थीं। इस कारण यह हादसा हुआ। टक्कर में कोरोमंडल एक्सप्रेस को भारी नुकसान हुआ। बे पटरी हुई बोगियों में काफी संख्या में यात्री फंसे हुए थे। अंधेरा होने के कारण बचाव दल को राहत कार्य में काफी परेशानी हो रही थी। स्थानीय लोग फोन के फ्लैश लाइट जलाकर बचाव अभियान में मदद कर रहे थे। गैस कटर से बोगियों को काटकर लोगों को निकालने की कोशिश की जा रही थी।
10 लाख का मुआवजा
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दुर्घटना में जान गंवाने वाले लोगों के घर वालों को 10-10 लाख रुपए गंभीर रूप से घायल लोगों को दो-दो लाख तथा अन्य घायलों को 50-50 हज़ार रुपये मुआवजा राशि देने की घोषणा की है। प्रधानमंत्री मोदी ने भी प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से मरने वालों के घर वालों को दो ₹200000 और घायलों को 50-50 हज़ार की मुआवजा राशि देने की घोषणा की है।
‘धर्मनिरपेक्ष’ बयान पर तकरार
हिन्दुस्तान की खबर है: राहुल गांधी के ‘धर्मनिरपेक्ष’ बयान पर भाजपा और कांग्रेस में तकरार। अमेरिका में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के धर्मनिरपेक्ष को लेकर दिए बयान को लेकर भाजपा और कांग्रेस में तकरार बढ़ गई है। कांग्रेस ने जहां धर्मनिरपेक्ष दल से गठबंधन में कुछ भी गलत नहीं कहा तो भाजपा ने कहा कि कांग्रेस को हिंदू आतंकवाद ही दिखता है। कांग्रेस नेता राहुल ने एक सवाल के जवाब में इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) को धर्मनिरपेक्ष पार्टी बताया। वाशिंगटन के नेशनल प्रेस क्लब में राहुल गांधी से केरल में पार्टी के साथ गठबंधन को लेकर सवाल किया गया था। कहा, मुस्लिम लीग धर्मनिरपेक्ष पार्टी है, इसके बारे में कुछ भी गैर-धर्मनिरपेक्ष नहीं है। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी के बयान की निंदा करते हुए कहा, कांग्रेस को हिंदू आतंकवाद ही दिखता है, जबकि उन्हें लगता है कि मुस्लिम लीग धर्मनिरपेक्ष है। कांग्रेस ने यह भी याद दिलाया है कि लालकृष्ण आडवाणी ने मोहम्मद अली जिन्ना की प्रशंसा की थी और उन्हें सेकुलर बताया था।
बृजभूषण पर यौन उत्पीड़न की 15 घटनाएं
भास्कर की दूसरी सबसे बड़ी खबर है बृजभूषण पर दर्ज एफआईआर में यौन उत्पीड़न की 15 घटनाएं, 6 महिला पहलवानों ने पूरा ब्यौरा दिया। अख़बार लिखता है कि भारतीय कुश्ती पर लगा दाग शुक्रवार को तब और गहरा हो गया जब एफआईआर में दर्ज बातें सामने आईं। इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक कुश्ती संघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर आरोप लगे हैं कि उन्होंने कम से कम 15 बार महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न किया। छह पीड़ित पहलवानों ने एफआईआर में अनुचित ढंग से छूने की 10 घटनाओं का जिक्र किया है। विरोध करने वाली महिला पहलवानों को कैरियर खत्म करने की धमकी देना पीछा करना जैसी घटनाएं भी हैं।
इधर जागरण की खबर है कि बृजभूषण को अयोध्या रैली इसलिए स्थगित करनी पड़ी क्योंकि उसकी अनुमति नहीं मिली।
मणिपुर में लूट के हथियार
भास्कर की सुर्खी है: मणिपुर: लूटे गए 5 हज़ार हथियारों में से अब तक सिर्फ 140 लौटाए। मणिपुर की हिंसा में अब तक 85 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और 300 से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं। गृह मंत्री अमित शाह की अपील के बाद शुक्रवार को राज्य के विभिन्न हिस्सों में 140 हथियार सरेंडर किए गए। सूत्रों के अनुसार मणिपुर के 6 पुलिस थानों ट्रेनिंग कॉलेजों और रिजर्व बटालियन कैंपों से लगभग 5000 हथियार और 500000 कारतूस लूटे गए थे।
देशद्रोह का क़ानून
केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि राजद्रोह पर विधि आयोग की रिपोर्ट तमाम परामर्शी प्रक्रिया के चरणों में से एक है। रिपोर्ट पर कोई भी अंतिम फैसला सभी हितधारकों से विचार-विमर्श के बाद ही लिया जाएगा। आयोग द्वारा रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद मेघवाल ने ट्वीट किया, इसमें की गई सिफारिशें प्रेरक हैं, लेकिन बाध्यकारी कतई नहीं हैं। रिपोर्ट मिलने के बाद हम अन्य सभी हितधारकों के साथ भी परामर्श करेंगे ताकि हम जनहित में एक तर्कपूर्ण निर्णय ले सकें। विधि आयोग ने दंडात्मक प्रावधान का समर्थन करते हुए कहा कि देशद्रोह क़ानून को निरस्त करने से देश की सुरक्षा और अखंडता पर गंभीर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।
कुछ और सुर्खियां
- हज यात्रियों को पटना से गया भेजने के समय में बदलाव करें, अभी के समय से रास्ते और तैयारी में कटेगी रात: नशूर अजमल
- बिहार में 29 जिलों में लू, 8 जून तक ऐसी ही स्थिति रहेगी
- सिमुलतला आवासीय विद्यालय की तर्ज पर राज्य की हर कमिश्नरी में खुलेंगे मॉडल स्कूल
- मांझी ने मांगी लोकसभा की 5 सीटें, कहा- जिधर रहेंगे, उधर ही जीत
- 28 जिलों में जल्द ही खुलेंगे ट्रैफिक थाने
- शिक्षा विभाग ने राज्य के 1235 निजी स्कूलों की मान्यता रद्द की
- 30,000 बुजुर्गों को मुफ्त में मिलेगी डिजिटल हियरिंग मशीन
- शाही लीची और जर्दालू की मिठास सियासी खटास में गुम, राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री को नहीं गई
- 28 ज़िलों में जल्द ही खुलेंगे ट्रैफिक थाने, मिलेंगे 4215 पुलिसकर्मी
अनछपी: ओडिशा में हुई भीषण ट्रेन दुर्घटना बेहद दुखदाई होने के साथ यह भी बताती है कि कहीं ना कहीं मानवीय भूल हुई है। 200 से अधिक लोगों की जान जाने से इस दुर्घटना के भयावहता का अंदाजा लगाया जा सकता है। राहत की बात यह रही कि देर शाम हुई इस दुर्घटना के बाद पश्चिम बंगाल और उड़ीसा के सरकार के साथ अन्य राहत एजेंसियों ने भी तत्परता दिखाई और कई लोगों की जान बचाने में कामयाबी हासिल की। स्थानीय लोगों ने भी डिब्बों में फंसे लोगों को बाहर निकालने में अपनी भूमिका निभाई है जो बहुत ही सराहनीय है। अब यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि जो लोग बच गए हैं और अस्पतालों में भर्ती हैं उन्हें बेहतर इलाज मुहैया कराया जाए। जाहिर है इस दुर्घटना की जांच का आदेश भी दिया जाएगा लेकिन इसमें कोई दो राय नहीं के यह दुर्घटना अन्य दुर्घटनाओं की तरह रेलवे सुरक्षा पर ध्यान कम होने के कारण हुई है। हाल के दिनों में रेलवे से ट्रैक की सुरक्षा के बारे में खबरें कम आई हैं और वंदे भारत जैसी ट्रेनों के परिचालन के बारे में प्रचार ज्यादा आया है। वंदे भारत ट्रेनों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हरी झंडी दिखाने को उनके प्रचार का माध्यम बनाया गया है। वंदे भारत ट्रेन भी दुर्घटना का शिकार हुई है हालांकि इसमें कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है। एक जमाना वह भी था जब नीतीश कुमार जैसे नेता ने ट्रेन दुर्घटना के बाद इस्तीफा दे दिया था लेकिन आजकल इसकी उम्मीद करना बेमानी है। रेल मंत्री के इस्तीफे से यात्रियों की जान तो नहीं लौटेगी लेकिन जिम्मेदारी लेने का एक एहसास जरूर पैदा होता है। वर्तमान रेल मंत्री चाहे तो अपनी नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे जो एक अच्छा उदाहरण माना जाएगा।
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