छपी-अनछपी: बिहार दिवस की धूम, ब्रिटेन-भारत के रिश्ते में खालिस्तान का रोड़ा!

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। बिहार दिवस मनाए जाने की खबरों से अखबार भरे हुए हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर बिहार के लिए विशेष दर्जे की मांग की है। ब्रिटेन और भारत के रिश्ते में खालिस्तान का रोड़ा आने से तनाव दिख रहा है। इससे संबंधित खबरें भी प्रमुखता से हैं। संसद में अदानी और राहुल गांधी के मुद्दे पर कोई समझौता नहीं हो सका है, इसकी खबर भी बेहतर ढंग से छपी है।

जागरण की सबसे बड़ी खबर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बयान है: बिहार को मिले विशेष दर्जा। हिन्दुस्तान की लीड है: बिहार अपना गौरव हासिल करेगा। बिहार दिवस के अवसर पर प्रदेश भर में 3 दिनों तक चलने वाले सांस्कृतिक और शैक्षणिक कार्यक्रमों की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को पटना के गांधी मैदान में उद्घाटन किया। बिहार दिवस पर मुख्यमंत्री ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग केंद्र सरकार से दोहराई और कहा कि सीमित संसाधनों में जब तरक्की कर रहा है तो विशेष राज्य का दर्जा मिलने से बिहार और तेजी से बढ़ेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार का इतिहास गौरवशाली रहा है, इसे फिर से लौटाएंगे।

बिहार अपनी स्थापना की एक सौ ग्यारह वीं वर्षगांठ मना रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हमलोगों ने वर्ष 2010 से 22 मार्च को बिहार दिवस मनाना शुरू किया। इससे पहले कोई इसे नहीं मनाता था।

ब्रिटेन-भारत के रिश्ते

हिन्दुस्तान ने पहले पेज पर खबर दी है: भारत ने आंखें दिखाईं तो हरकत में आया ब्रिटेन। लंदन में भारतीय दूतावास के बाहर सुरक्षा के इंतजाम में कमी को लेकर भारत की कड़ी आपत्ति के बाद बुधवार को ब्रिटेन हरकत में आया। इधर, दिल्ली में ब्रिटिश उच्चायोग के सामने सुरक्षा की दृष्टि से लगे बैरिकेड को पुलिस द्वारा हटाए जाने के बाद लंदन में भारतीय उच्चायोग के पास सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और अवरोधक लगा दिए गए। पिछले दिनों लंदन में भारत के दूतावास के बाहर खालिस्तान समर्थकों द्वारा भारतीय झंडे को गिराने की घटना के बाद पुलिस ने दिल्ली स्थित ब्रिटिश दूतावास के बाहर बैरिकेड लगाए थे। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि राहगीरों के लिए आवाजाही में बाधक बन रहे बैरिकेड को हटा हटाया गया है। ब्रिटेन के दूतावास के बाहर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी है। लंदन में भारतीय दूतावास के बाहर बुधवार को कुछ ब्रिटिश सिख समूहों द्वारा प्रदर्शन का आह्वान किया गया। इसको देखते हुए ब्रिटेन ने लंदन में भारतीय उच्चायोग के पास सुरक्षा और कड़ी कर दी।

पंजाब की सियासत में अमृतपाल

हिन्दुस्तान ने खबर दी है: अमृतपाल के मामले पर पंजाब में सियासत गर्म। खालिस्तान समर्थक और ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह पर मंगलवार को पंजाब विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ। कानून व्यवस्था पर कांग्रेस के स्थगन प्रस्ताव को मंजूरी नहीं मिलने के बाद पार्टी विधायक आसन के समक्ष आ गए। वहीं, अमृतपाल के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) लगाए जाने को लेकर शिरोमणी अकाली दल (शिअद) ने जमकर आलोचना की। उधर, शिअद के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने ट्वीट कर कहा, पार्टी ने पंजाब में चल रही कार्रवाई में गिरफ्तार सभी सिख युवाओं को पूरी कानूनी सहायता देने का फैसला किया है।

बिल्कीस बानो के दोषी, सरकार व कोर्ट

बिल्कीस बानो के दोषियों को छोड़ने पर सुनवाई होगी। यह खबर सभी जगह है। सुप्रीम कोर्ट बिल्कीस बानो सामूहिक बलात्कार मामले के दोषियों की रिहाई के खिलाफ दायर याचिका की सुनवाई के लिए विशेष पीठ गठित करने को बुधवार को तैयार हो गया। प्रधान न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति पीएस नरसिम्हा व न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला की पीठ ने बिल्कीस बानो की याचिका पर सुनवाई करते हुए उनकी वकील शोभा गुप्ता के जरिए उन्हें आश्वासन दिया कि नई पीठ का गठन किया जाएगा। गुप्ता ने मामले पर तत्काल सुनवाई का अनुरोध करते हुए कहा था कि नई पीठ के गठन की जरूरत है। गुजरात सरकार द्वारा सामूहिक बलात्कार मामले में 11 दोषियों की सजा माफी को चुनौती देने के मामले में मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि नई पीठ का गठन पर विचार होगा।

कोरोना गया नहीं: मोदी

दूसरी सबसे बड़ी खबर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बयान है: कोरोना गया नहीं, सतर्कता जरूरी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले 2 हफ्ते में कोरोना के बढ़ते हुए मामले को देखते हुए उच्च स्तरीय बैठक में हालात की समीक्षा की और अधिकारियों को सुधार कर तैयार रहने का निर्देश दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस गया नहीं है और इस पर पैनी नजर बनाए रखना जरूरी है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने देश में इन्फ्लूएंजा के बढ़ते मामलों और उसके इलाज की जरूरत भी जायजा लिया। प्रधानमंत्री ने कोविड के नए प्रकार की निगरानी के लिए जीनोम सिक्वेंसिंग बढ़ाने का निर्देश दिया।

647 चुने गए, 592 का मैट्रिक सर्टिफ़िकेट जाली

भास्कर की खबर है उत्तर बिहार के 8 जिलों में चयनित 647 ग्रामीण डाक सेवकों में 592 निकले फर्जी, डाक अधिकारियों की मिलीभगत। उत्तर बिहार के 9 डाक प्रमंडल में ग्रामीण डाक सेवकों की चार चरणों मे 95 प्रतिशत से अधिक उम्मीदवार फ़र्ज़ी पाए गए हैं। इन सभी के सर्टिफ़िकेट्स फ़र्ज़ी निकले। केवल तीसरे और चौथे चरण की बहाली में ही चयनित 647 उम्मीदवारों में से 592 के सर्टिफ़िकेट्स जाली मिले। डाक विभाग इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई में जुट गया है। यह बहाली मैट्रिक परीक्षा के अंकों के आधार पर होती है।

अदानी मुद्दे पर कांग्रेस अड़ी

जागरण का विश्लेषण है: सरकार झुक रही न  विपक्ष, बजट सत्र का धुलना तय। हिन्दुस्तान की खबर है: जेपीसी की मांग पर कोई समझौता नहीं: कांग्रेस। ससंद में बने गतिरोध के बीच कांग्रेस ने कहा कि अदानी मामले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित करने की मांग पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा। पार्टी का कहना है कि इस मामले में उच्चतम न्यायालय द्वारा गठित विशेषज्ञ समिति से विपक्ष के सवालों का जवाब नहीं मिल सकता। साथ ही संकेत दिए कि लोकसभा में अगर राहुल गांधी को अपनी बात रखने का मौका दिया जाता है तो उसके बाद सदन में गतिरोध खत्म करने पर बातचीत हो सकती है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने बुधवार को संवाददाताओं से बातचीत में दावा किया कि यह मामला सिर्फ स्टॉक मार्केट तक सीमित नहीं है, बल्कि केंद्र सरकार की नीयत और नीतियों से भी जुड़ा है।

कुछ और सुर्खियां

  • 2005 में मुंगेर के एसपी को बम से उड़ाने वाला नक्सली जमुई में छिपा था, 18 वर्ष बाद धराया
  • सूबे के सभी मेडिकल कॉलेजों में इनफ्लुएंजा वायरस की जांच होगी
  • चांद का दीदार नहीं, रोजा कल से
  • अब 30 दिनों में होगी जमीन की नापी 500 से 1000 रुपया लगेंगे
  • पप्पू यादव ने की मांग विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष की संपत्ति की जांच हो
  • सख्त सुरक्षा के बीच तख्त श्री हरिमंदिर जी प्रबंधक समिति का 36.80 करोड़ का बजट पास
  • कुमार मंगलम बिरला समेत 50 को पद्म पुरस्कार
  • सरकारी आवास के साथ नीतीश कुमार को बम से उड़ाने की धमकी देने वाला अंकित कुमार गुजरात से गिरफ्तार
  • उत्तराखंड के अल्मोड़ा में दलित छात्राओं को मंदिर में प्रवेश से रोका
  • उपलब्धि: देश में 6 जी के परीक्षण की शुरुआत हुई

अनछपी: डाक विभाग में मैट्रिक परीक्षा के नंबर के बुनियाद पर होने वाली बहाली में फर्जीवाड़े की खबर बहुत ही दुखदाई है। एक तो नौकरियों की संख्या कम है, उस पर से फर्जीवाड़े से योग्य उम्मीदवारों के बीच निराशा फैलती है। डाक विभाग में इस बहाली का खेल लंबे समय से चलता रहा है। आज के तकनीक के युग में इस तरह के फर्जीवाड़े की गुंजाइश कैसे रहती है, यह सोचना भी अजीब लगता है। जाहिर है इसके लिए डाक विभाग के कर्मचारियों व अधिकारियों की मिलीभगत जरूरी होती है। अंकों पर होने वाली बहाली में पहले भी फर्जीवाड़े की खबरें आती रही हैं। ऐसा नहीं है कि इसका इलाज सिर्फ एक है कि अंकों के आधार पर बहाली बंद कर दी जाए। बहाली अंकों के आधार पर हो या प्रतियोगी परीक्षा के आधार पर, धांधली दोनों में संभव है। इसलिए इस बहस से दूर पहले यह तय हो कि जो प्रमाण पत्र दिए जाएं उसकी सत्यता की जांच होने के बाद ही बहाली की जाएगी। बिहार सरकार के शिक्षा विभाग में भी बड़े पैमाने पर ऐसे फर्जी अंक पत्रों के आधार पर बहाली की शिकायतें मिलती रही हैं। थोड़ा समय लग सकता है लेकिन सबसे अच्छा तरीका यह है कि जो भी मार्कशीट बहाली के लिए आए उसकी जांच संबंधित बोर्ड से करा ली जाए। आखिर यह आसान तरीका क्यों नहीं अपनाया जाता? एक जवाब तो यह है कि ऐसा इसलिए नहीं होता कि अधिकारियों की मिलीभगत होती है। अच्छी बात यह है कि अब यह पकड़ में आया है और आगे ऐसा मामला ना आए इसके लिए और सख्ती की जरूरत है।

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