छ्पी-अनछ्पी: पेपर लीक मामले में बीपीएससी ने ईओयू से सबूत मांगा, एनडीए में सीट बंटवारा जल्द
बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। बीपीएससी द्वारा आयोजित फेज़ 3 की शिक्षक बहाली परीक्षा का पेपर लीक होने का मामला आज की सबसे बड़ी खबर है। एक तरफ इकोनॉमिक ऑफेंस यूनिट (ईओयू) का कहना है कि पेपर लीक हुआ तो दूसरी तरफ बीपीएससी इसके लिए सबूत मांग रहा है। बिहार में एनडीए के उम्मीदवारों की एक-दो दिन में घोषणा हो सकती है। रूस में एक बार फिर व्लादिमीर पुतिन राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं। अहमदाबाद के गुजरात विश्वविद्यालय के छात्रावास में नमाज पढ़ने वाले विदेशी छात्रों से मारपीट की खबर भी अहम है।
भास्कर की सबसे बड़ी खबर है: ग्रामीण कार्य विभाग के अकाउंटेंट ने कराया पेपर लीक, कुछ दिन पहले जेल से छूटा था। बिहार लोक सेवा आयोग की तृतीय चरण की शिक्षक बहाली परीक्षा का पेपर लीक विशाल कुमार के गिरोह ने किया था। हाजीपुर निवासी विशाल ग्रामीण कार्य विभाग में डिविजनल अकाउंटेंट है। परीक्षा 15 मार्च को दो पालियों में ली गई थी। विशाल कुछ माह पहले ही ओडिशा की बालासोर जेल से छूटा था। ओडिशा पुलिस ने विशाल व उसके पार्टनर जितेंद्र गुप्ता समेत 17 को ओडिशा एसएससी परीक्षा से 1 दिन पहले पड़ा था। विशाल अभ्यर्थियों को दूसरे राज्य ले जाकर पेपर आंसर रटवाता था।
ईओयू-बीपीएससी आमने-सामने
हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी खबर है: पेपर लीक: बीपीएससी ने ईओयू से मांगा साक्ष्य। शिक्षक बहाली के तीसरे चरण की परीक्षा का प्रश्न पत्र आउट होने के मामले में जांच एजेंसी ईओयू और बीपीएससी आमने-सामने आ गए हैं। जहां ईओयू ने अपनी शुरुआती जांच के बाद दावा किया है कि तीसरे चरण की परीक्षा का प्रश्न-पत्र आउट हो गया। वहीं, बीपीएससी ने इसे सिरे से खारिज कर दिया है। दोनों की अपनी-अपनी दलीलें हैं। बीपीएससी ने इस मामले में आर्थिक अपराध इकाई से साक्ष्य मांगा है।
अभी रद्द नहीं होगी परीक्षा
प्रभात खबर की सुर्खी है: बीपीएससी ने कहा, प्रश्न पत्र लीक होने के सबूत नहीं, अभी रद्द नहीं होगी परीक्षा। बीपीएससी ने रविवार को ईओयू से 15 मार्च को हुई परीक्षा शुरू होने से पहले प्रश्न पत्र लीक होने का ठोस सबूत मांगा है। इसके बाद ही परीक्षा रद्द करने पर विचार होगा। बीपीएससी ने अपनी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि ईओयू द्वारा उपलब्ध कराए गए साक्ष्य मानक नहीं हैं।
जहां बीजेपी सरकार, वहां पेपर लीक: तेजस्वी
बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा है कि जहां-जहां भाजपा की राज्य सरकार है वहीं पेपर लीक होते हैं। “उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश के बाद अब बिहार में भी पेपर लीक हो गया है। अचंभे की बात है कि अब तो एडमिट कार्ड के पीछे आंसर भी लिख कर आ रहे हैं। इसके जवाब में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा है कि प्रश्न पत्र लीक मामले में एक-एक चीज की जांच हो रही है।”
बिहार एनडीए के कई सांसद का टिकट खतरे में
जागरण की सबसे बड़ी सुर्खी है: तलवार की धार पर एनडीए के कई सांसद। बिहार में अभी तक किसी पक्ष ने साफ नहीं किया है कि किसका टिकट पक्का है और किसका नहीं। दोनों गठबंधन अभी सीट बंटवारे की प्रक्रिया से गुजर रहे हैं। जदयू में ज्यादा फेरबदल की गुंजाइश नहीं है लेकिन भाजपा के लगभग आधा दर्जन सांसदों की दावेदारी तलवार की धार से गुजर रही है। नेतृत्व की तरफ से उन्हें कोई निर्देश या संकेत नहीं दिया गया है। न बताया गया है और न उनके पास किसी माध्यम से कोई सूचना पहुंची है। ऐसे में उनका पटना-दिल्ली का दौरा बढ़ गया है।
बिहार में एनडीए का सीट बंटवारा
भास्कर की खबर है कि एनडीए के घटक दलों की बैठक सोमवार को दिल्ली में होगी। इसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी रहेंगे। वे सोमवार को दिल्ली जाएंगे। मंगलवार को एनडीए के उम्मीदवारों का ऐलान होगा। रविवार को जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह व जदयू सांसद संजय कुमार झा नीतीश कुमार से मिले।
महागठबंधन के उम्मीदवार की घोषणा फेज़वाइज़
भास्कर ने लिखा है कि एनडीए से नाराज नेताओं की आस में महागठबंधन नेतृत्व ने अब फेज़वाइज़ सीटों और उम्मीदवारों के नाम बताने का निर्णय लिया है। मगध की चार और सीमांचल की पांच यानी पहले दो फेज़ की 9 सीटों पर उम्मीदवार चयन के लिए सोमवार को दिल्ली में राजद और कांग्रेस के बड़े नेताओं की बैठक होगी।
400 पार करेंगे: मोदी
हिन्दुस्तान के अनुसार लोकसभा चुनावों के ऐलान के अगले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को आंध्र प्रदेश के पलनाडु पहुंचे। यहां चुनावी सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, यह संयोग है कि इस बार चुनाव के नतीजे चार जून को आने वाले हैं। पूरा देश कह रहा है, चार जून को हम (एनडीए) 400 पार होंगे।
400 की बात संविधान बदलने के लिए: खड़गे
मुंबई के शिवाजी पार्क में रविवार को इंडिया गठबंधन की बड़ी रैली हुई। इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, भाजपा कह रही है कि इस बार 400 सीटों के पार जाएंगे। इसके पीछे उनका मकसद गरीबों का भला करना नहीं, बल्कि गरीबों के लिए लड़ने वाले बाबा साहेब आंबेडकर के संविधान को बदलना है।
जान बूझकर फैलाई जा रही नफरत: राहुल
जागरण की खबर है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मुंबई के शिवाजी पार्क में विपक्षी गठबंधन इंडिया की रैली को संबोधित करते हुए कहा कि देश में जानबूझकर नफरत फैलाई जा रही है। उनकी भारत जोड़ो यात्रा से यही संदेश निकलकर सामने आया है कि नफरत मत फैलने दो, बल्कि नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलो। राहुल की भारत जोड़ो नया यात्रा के समापन रैली रविवार को मुंबई के ऐतिहासिक शिवाजी पार्क में इंडिया के शक्ति प्रदर्शन का माध्यम बन गई।
पुतिन फिर राष्ट्रपति
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का पांचवीं बार देश की कमान संभालना तय है। मुकाबला एकतरफा बताया जा रहा है। राष्ट्रपति चुनाव के लिए तीन दिन तक हुआ मतदान रविवार को संपन्न हो गया। रूस की सत्ता पर पुतिन का करीब 25 साल से कब्जा है।
गुजरात में नमाज़ विवाद में विदेशी छात्रों पर हमला
अहमदाबाद में गुजरात विश्वविद्यालय के छात्रावास में शनिवार रात नमाज पढ़ने को लेकर कुछ लोगों ने विदेशी छात्रों पर हमला किया। हमले में घायल दो छात्रों को इलाज के बाद रविवार को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। इनमें से एक श्रीलंका व दूसरा ताजिकिस्तान से है। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने एक्स पर कहा, राज्य सरकार आरोपियों पर सख्त कार्रवाई कर रही है। वहीं, पुलिस आयुक्त जीएस मलिक ने कहा कि घटना शनिवार रात 10.50 बजे हुई। करीब दो दर्जन लोग गुजरात विश्वविद्यालय के छात्रावास में घुस गए। उन्होंने अफगानिस्तान, उज्बेकिस्तान और अन्य देशों के छात्रों द्वारा वहां नमाज पढ़ने पर आपत्ति जताई। पुलिस ने 20-25 अज्ञात आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
कुछ और सुर्खियां
- केरल ने सुप्रीम कोर्ट से की सीएए पर रोक लगाने की मांग
- राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्य छपरा से लोकसभा चुनाव लड़ सकती हैं
- महादेव सट्टा ऐप के मामले में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत 19 के खिलाफ केस दर्ज
- दत्तात्रेय होसबाले एक बार फिर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर कार्यवाह चुने गए
- मौलाना मजहरुल हक अरबी और फारसी यूनिवर्सिटी का 30.76 करोड़ रुपए का बजट पास
- यूट्यूबर एल्विश यादव गिरफ्तार, भेजे गए जेल
अनछ्पी: शिक्षक भर्ती परीक्षा में पेपर लीक का मामला बिहार में सरकारी एजेंसियों के बीच तालमेल की कमी को उजागर करता है। परीक्षा को आयोजित करने वाली एजेंसी बीपीएससी बिहार पुलिस की इकोनॉमिक ऑफेंस यूनिट द्वारा उपलब्ध कराए गए सबूत को काफी नहीं मान रही। हालांकि इस मामले में यहां तक दावा किया गया कि सरकारी विभाग के एक अकाउंटेंट ने ही पेपर लीक करवाया है। इकोनॉमिक ऑफेंस यूनिट ने लगभग 300 उम्मीदवारों को हिरासत में भी लिया है। दिलचस्प बात यह है कि यह उम्मीदवार हजारीबाग में जुटे थे जहां उन्हें सवालों का जवाब रटवाया जा रहा था। सवाल यह है कि बीपीएससी की नजर में किसी सबूत को मानक होने के लिए क्या होना चाहिए जबकि लीक पेपर और असली पेपर हूबहू एक पाए गए हैं। यह मामला दरअसल सरकार की कमजोरी उजागर करता है। कमजोरी सिर्फ यह नहीं है कि पेपर लीक हुआ बल्कि सरकार के अंदर सामंजस्य की इतनी कमी है कि बीपीएससी और आर्थिक अपराध इकाई अलग-अलग दावे कर रहे हैं। बीपीएससी तमाम सबूतों के बावजूद परीक्षा को रद्द करने के लिए तैयार नहीं है। यह मामला लगभग उसी तरह का है जैसे शिक्षा विभाग और राजभवन में टकराव चल रहा है। शिक्षा विभाग विश्वविद्यालय के कुलपतियों की बैठक बुलाता है और राजभवन कुलपतियों को उस बैठक में जाने से मना करता है। मामला यहां तक पहुंचता है कि विश्वविद्यालय के बैंक खाते फ्रीज कर दिए जाते हैं और कुलपतियों पर एफआईआर के लिए आवेदन दिए जाते हैं। ऐसा तब हो रहा है जबकि बिहार में फिलहाल तथाकथित डबल इंजन की सरकार है। बीपीएससी की पहली नाकामी तो यह है कि पेपर लीक हुआ और दूसरी नाकामी यह है कि वह इस बात को मानने के लिए तैयार नहीं जबकि इसके सबूत सरकारी एजेंसी द्वारा ही दिए गए हैं। क्या बीपीएससी ने इसे प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया है? बीपीएससी के अध्यक्ष हाल ही में नियुक्त हुए हैं और उनसे यह उम्मीद की जानी चाहिए कि इस मामले को जल्द से जल्द सुलझा लेंगे। इस मामले पर सरकार के मुखिया को भी ध्यान देना चाहिए क्योंकि इससे छात्रों का भविष्य तो जुड़ा हुआ है ही, सरकार पर भी सवाल उठते हैं।
2,428 total views