छ्पी-अनछ्पी: लोकसभा चुनाव का रिज़ल्ट 4 जून को, 10 लाख में बिका था शिक्षक भर्ती का लीक पेपर

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान की खबर सभी अखबारों में छाई हुई है। सात चरणों में होने वाले चुनाव की शुरुआत 19 अप्रैल को होगी और रिजल्ट 4 जून को आएगा। बीपीएससी द्वारा आयोजित फेज़ 3 की शिक्षक भर्ती परीक्षा का लीक पेपर 10 लख रुपए में बिका था। इससे जुड़ी खबर भी सभी अखबारों में है। बिहार सरकार के कैबिनेट विस्तार के बाद मंत्रियों को विभाग सौंप दिया गया है। सुनील कुमार नए शिक्षा मंत्री बनाए गए हैं।

लोकसभा चुनाव की घोषणा पर अखबारों ने विशेष कवर पेज दिया है। हिन्दुस्तान ने पहले दो पेज में चुनाव की खबरों को कवर करने की अपनी नीति बताई है जिसमें पेड न्यूज़ नहीं छापने का संकल्प है। जागरण की हेडलाइन है: बजा बिगुल, बिछी बिसात। प्रभात खबर ने लिखा है; बजा बिगुल, 4 जून को नतीजे। भास्कर की सुर्खी है: इतनी शक्ति हमें देना मतदाता। हिन्दुस्तान के अनुसार दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में शनिवार को चुनावी महासमर का आगाज हो गया। निर्वाचन आयोग ने आम चुनावों से जुड़ी तारीखों का ऐलान कर दिया। 19 अप्रैल को पहले चरण और एक जून को आखिरी यानी सातवें चरण का मतदान होगा। नतीजे चार जून को आएंगे। कुल 543 लोकसभा सीटों के लिए होने वाले चुनाव के दौरान देश में 81 दिनों के लिए आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है।

बिहार में सात चरण में मतदान

बिहार की सभी 40 लोकसभा सीटों पर चुनाव सभी 7 चरणों में होगा। पटना साहिब और पाटलिपुत्र लोकसभा सीट पर सातवें चरण में एक जून को मतदान होगा। पहले चरण का चुनाव 19 अप्रैल को, दूसरे चरण का 26 अप्रैल, तीसरे चरण का 7 मई, चौथे चरण का 13 मई, पांचवें चरण का 20 मई, छठे चरण का 25 मई और सातवें चरण का 1 जून को मतदान होगा।

चार राज्यों में विधानसभा चुनाव भी

निर्वाचन आयोग ने शनिवार को लोकसभा चुनाव के साथ ही चार राज्यों आंध्र प्रदेश, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम में विधानसभा चुनाव की तारीखों का भी ऐलान किया। निर्वाचन आयोग के अनुसार, चारों राज्यों में मतगणना लोकसभा सीटों के साथ चार जून को होगी।

जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव लोकसभा के बाद

मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) राजीव कुमार ने बताया कि सुरक्षा कारणों की वजह से जम्मू-कश्मीर में लोकसभा चुनाव के साथ विधानसभा चुनाव कराना मुमकिन नहीं था। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया पूरी होने के तुरंत बाद ही जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।

228 सीटों पर एनडीए बनाम इंडिया

भास्कर की सुर्खी है: 228 सीटों पर एनडीए vs इंडिया; तारीखें से आने से पहले मोदी 501, राहुल 358 सीटें कर कर चुके। चुनाव की घोषणा के साथ ही भाजपा की अगुवाई वाले एनडीए और कांग्रेसनीत ‘इंडिया’ के बीच लड़ाई का मैदान सज गया है। छह राज्यों की 228 सीटें ऐसी हैं जहां गठबंधन आमने-सामने हैं। ये राज्य हैं- उत्तर प्रदेश, बिहार, दिल्ली, झारखंड, तमिलनाडु और महाराष्ट्र। पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस वैसे तो ‘इंडिया’ में है लेकिन राज्य में अकेले लड़ रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 महीने में पांच-पांच बार यूपी, तमिलनाडु, चार बार केरल, तीन-तीन बार बंगाल, गुजरात, दो-दो बार बिहार, असम, ओडिशा, हरियाणा, राजस्थान और एक बार आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, गोवा, झारखंड, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, तेलंगाना और जम्मू कश्मीर गए जिसमें 501 सीटें कवर हुईं। राहुल गांधी ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा के साथ 66 दिन में 6713 किलोमीटर का सफर तय किया। उन्होंने मणिपुर, नगालैंड, असम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, बंगाल, बिहार, झारखंड, उड़ीसा, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र की यात्रा के दौरान लोकसभा की 358 सीटें कवर कीं।

10-10 लाख में बिका पेपर

प्रभात खबर की सुर्खी है: ₹10-10 लाख में बिके थे पेपर, 313 अभ्यर्थी धराए। बिहार पुलिस की आर्थिक अपराधी इकाई (ईओयू) की जांच में पता चला है कि बीपीएससी द्वारा आयोजित फेज 3 की शिक्षक नियुक्ति परीक्षा का प्रश्न पत्र परीक्षा से एक दिन पहले ही लीक हो गया था। जो प्रश्न पत्र गिरोह को मिले थे उसे ईओयू ने हूबहू सभी पाया है। ईओयू के अधिकारियों ने बताया कि झारखंड में हिरासत में लिए गए 313 अभ्यर्थियों को पूछताछ के लिए पटना लाया गया है। सूत्रों ने बताया कि परीक्षा में शामिल हो रहे अभ्यर्थियों को परीक्षा से पहले ही प्रश्न पत्र और उत्तर मुहैया करने के एवज में 10-10 लाख लिए जा रहे हैं। बीपीएससी के एक अधिकारी ने बताया कि तथ्यों की सत्यता पर विचार करने के बाद परीक्षा को रद्द करने या जारी रखने का निर्णय होगा।

सुनील नए शिक्षा मंत्री, ज़मां को अल्पसंख्यक विभाग

जागरण के अनुसार राज्य मंत्रिमंडल के सदस्यों के बीच विभागों का बंटवारा शनिवार को कर दिया गया। 30 सदस्यीय मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को छोड़कर जदयू कोटे से 12 मंत्री बनाए गए हैं। भाजपा कोटे से 15 मंत्री बनाए गए हैं। जदयू कोटे से मंत्री बने सुनील कुमार को शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। अशोक चौधरी अब ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री होंगे। जमा खान को दोबारा अल्पसंख्यक कल्याण विभाग दिया गया है। भाजपा कोटे से मंत्री बने मंगल पांडे को स्वास्थ्य विभाग का जिम्मा दिया गया है।

सरकार गिराने में लगा चुनावी बॉन्ड: राहुल

हिन्दुस्तान के अनुसार कांग्रेस नेता राहुल राहुल गांधी ने शनिवार को भाजपा सरकार पर हमला तेज कर दिया। राहुल राहुल गांधी ने कहा कि चुनावी बॉन्ड योजना को सरकारें गिराने व राजनीतिक दलों को विभाजित करने के लिए इस्तेमाल किया गया। राहुल ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के मुंबई के लिए रवाना होने से पहले महाराष्ट्र के ठाणे में लोगों को संबोधित किया। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनावी बॉन्ड योजना का जो लोग विरोध करते हैं, ईडी, सीबीआई और आयकर विभाग उनके पीछे पड़ जाते हैं। राहुल ने एकनाथ शिंद के नेतृत्व में शिवसेना में हुए विद्रोह और अजीत पवार की अगुवाई में राकांपा में हुई बगावत का जिक्र किया। उन्होंने आगे कहा कि क्या आपको लगता है कि शिवसेना और राकांपा के विधायक मुफ्त में भाग गए हैं?

कुछ और सुर्खियां

  • भाकपा माले के मनोज मंजिल के अयोग्य घोषित होने से खाली भोजपुर की अगियांव विधानसभा सीट पर 1 जून को होगा उपचुनाव
  • लोकसभा चुनाव में बिहार के 7.67 करोड़ मतदाता, 18 19 साल के 10 लाख युवा वोटर
  • राजद के पांच और कांग्रेस के दो बागी विधायक 20 सूत्री कार्यक्रम कमेटी के सदस्य बनाए गए
  • होली पर दिल्ली से पटना का हवाई किराया 22 हज़ार तक पहुंचा
  • बालू कारोबारी पुंज कुमार सिंह के कोईलवर व धनबाद आवास पर ईडी के छापे
  • बिहार में गेहूं की सरकारी खरीदारी शुरू, 2275 रुपये एमएसपी पर होगी खरीद

अनछपी: बिहार में साइबर क्राइम के ठगों ने क्या-क्या तरीके अपनाए हैं इसका एक अंदाजा मुजफ्फरपुर से आने वाली उस खबर से भी लगता है जिसमें यह बताया गया है कि छात्रवृत्ति दिलाने के नाम पर एक ही स्कूल के 57 बच्चों के खाते खोलकर करोड़ों का फ्रॉड किया गया है। इस फ्रॉड में वहां चल रही एक कोचिंग संस्था के डायरेक्टर का हाथ बताया जाता है। अक्सर यह सवाल उठाया जाता है कि साइबर क्राइम के ठग जिन बैंक खातों पर पैसा मंगवाते हैं वह कैसे चलते हैं। ध्यान रहे कि साइबर क्राइम करने वाले लोगों को तरह-तरह के जाल में लाकर इन घोस्ट बैंक खातों में पैसे मंगाते हैं। आजकल कई गार्जियन को यह फोन जाता है कि उनका बेटा किसी मामले में पुलिस द्वारा पकड़ा गया है और उसे छुड़ाने के लिए फलां बैंक खाते में इतने पैसे डाल दें। मुजफ्फरपुर में घोस्ट खाता खुलवाने में स्कूल के हेडमास्टर की मिलीभगत भी बताई गई है। बैंक में खाता खुलवाने से पहले कई जांच पड़ताल की जाती है और स्कूल के नाबालिग़ बच्चों का बैंक खाता खोलना इतना आसान नहीं होता। क्योंकि इस मामले में हेडमास्टर की मिलीभगत थी इसलिए बैंक वालों ने भी आसानी से खाता खोल दिया होगा। इस मामले की एक रोचक बात यह है कि जिनका खाता खोला गया उनके आधार कार्ड के साथ-साथ मोबाइल फोन का सिम भी ले लिया गया था। उनमें से कुछ का आधार कार्ड और सिम तो वापस किया गया लेकिन बहुत से छात्र का आधार कार्ड और सिम रख लिया गया। यह घटना सभी के लिए आंख खोलने वाली है लेकिन अफसोस की बात यह है कि ग्रामीण क्षेत्रों में अब भी ऐसे गार्जियन मौजूद हैं जो छात्रवृत्ति के नाम पर खाता खुलवाने में कोई गड़बड़ी नहीं देखते। इस फ्रॉड को रोकना इतना आसान नहीं लेकिन बैंक नए खातों में हुए लेनदेन पर नजर रखकर उजागर कर सकते हैं। छात्रवृत्ति की कुछ रकम जमा होने के बदले लाखों के लेनदेन के बाद बैंक आसानी से सावधान हो सकते हैं। सवाल यह है कि जब स्कूल का हेडमास्टर ही ऐसे फ्रॉड में शामिल हो तो क्या किया जाए। इसका एक ही उपाय है कि आम लोगों को जागरूक किया जाए और फ्रॉड करने वालों पर कड़ी कार्रवाई हो। इसके साथ ही स्कूलों में भी ऐसे फ्रॉड को रोकने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाना जरूरी हो चुका है।

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