छ्पी-अनछपी: 7 लाख करोड़ कहां से लाएगी सरकार? पटना की कई फ्लाइट डाइवर्ट और लेट
बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा ताबड़तोड़ मुफ्त की रेवड़ियों और विभिन्न योजनाओं की घोषणा पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पूछा है कि सरकार 7 लाख करोड़ रुपए कहां से लाएगी? उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन के जहाज की वजह से पटना आने वाली फ्लाइट्स वाराणसी डाइवर्ट और कई फ्लाइट्स लेट। बिहार विधानसभा चुनाव का ऐलान 6 या 7 अक्टूबर को हो सकता है।
और, जनिएगा कि भारत में एशिया कप फाइनल में पाकिस्तान को हरा दिया है लेकिन ट्रॉफी नहीं ली।
पहली ख़बर
भास्कर के अनुसार राजद नेता तेजस्वी यादव ने एनडीए सरकार से पूछा कि जिन घोषणाओं की बात की जा रही है, उन्हें पूरा करने के लिए अगले साल लगभग 7 लाख करोड़ रुपए कहां से आएंगे। अभी बिहार की तिजोरी से प्रतिदिन 65 करोड़ रुपए सूद भुगतान हो रहा है। उन्होंने कहा कि नई सरकार के लिए ये योजनाएं बोझ हो सकती हैं। तेजस्वी ने कहा कि जब उनकी सरकार आएगी, तो वे अपने तरीके से काम करेंगे। उनसे पूछा गया क्या सरकार बनने पर इन योजनाओं को लागू करना मुश्किल होगा। उन्होंने कहा कि उनकी अपनी योजनाएं होंगी और वे रेवेन्यू जेनरेट करने पर काम करेंगे। सरकार द्वारा विज्ञापन पर हजारों करोड़ रुपए लुटाए जा रहे है। बिहार भ्रष्टाचार और बेरोजगारी के टाईम बम पर बैठा हुआ है। तेजस्वी ने कहा कि बिहार में भ्रष्टाचारियों की सूची तैयार की जा रही है। जल्द ही यह सार्वजनिक की जाएगी। पीएम और सीएम ने भ्रष्टाचार पर समझौता कर लिया है। पूछा कि घोटालों पर अब पीएम चुप क्यों हैं। सीबीआई और ईडी कहां हैं।
उपराष्ट्रपति की वजह से पटना की फ्लाइट डाइवर्ट और लेट
जागरण के अनुसार पटना एयरपोर्ट पर रविवार को दिल्ली से आने वाली इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट (6ई-2769) एवं एयर इंडिया की फ्लाइट (एआइ-407) को अचानक वाराणसी डायवर्ट कर दिया गया। हैदराबाद और लखनऊ से पटना आने वाली इंडिगो की फ्लाइट को हवा में चार चक्कर लगाने के बाद लैंडिंग की अनुमति मिली। दिल्ली से पटना आने वाली एयर इंडिया की एक उड़ान भी ऐसी ही स्थिति से प्रभावित हुई। इन व्यवधानों से यात्रियों में भारी नाराजगी देखी गई। इस परेशानी की वजह उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन के लिए प्रोटोकॉल, उनका जहाज और हेलीकॉप्टर था। उपराष्ट्रपति के कार्यक्रम के कारण आई बाधा यात्रियों ने एयरपोर्ट प्रशासन के खिलाफ जताई। नाराजगी के कारण एयरपोर्ट पर सुरक्षा कड़ी की गई थी। एयरपोर्ट पर मात्र तीन विमानों की पार्किंग की व्यवस्था है। इनमें उपराष्ट्रपति का एक विशेष विमान और उन्हें उन्हें मुजफ्फरपुर ले जाने के लिए एक हेलीकाप्टर पार्क किया गया था। इसी कारण एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) को इंडिगो की फ्लाइट 6ई-2769 एवं एयर इंडिया की फ्लाइट संख्या एआई 407 को वाराणसी डाइवर्ट करने का फैसला लेना पड़ा।
विधानसभा चुनाव का ऐलान 6 या 7 अक्टूबर को
जागरण के अनुसार बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर उल्टी गिनती शुरू हो गई है। इसकी घोषणा पांच अक्टूबर के बाद छह या सात अक्टूबर को हो सकती है। हालांकि आयोग ने जम्मू-कश्मीर, पंजाब, झारखंड सहित सात राज्यों की खाली आठ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के भी संकेत दिए हैं। आयोग ने रविवार को बिहार के साथ ही सात राज्यों की विधानसभा की खाली सीटों पर होने वाले चुनाव को लेकर 470 पर्यवेक्षकों की एक भारी-भरकम टीम की तैनाती देने का फैसला लिया है।
आरएसएस की पहचान निस्वार्थ सेवा :मोदी
हिन्दुस्तान के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि निस्वार्थ सेवा भावना और अनुशासन ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की असली ताकत है और इसके स्वयंसेवकों के प्रत्येक कार्य में ‘राष्ट्र प्रथम’ को प्राथमिकता दी जाती है। आरएसएस की स्थापना के 100 वर्ष पूरे होने से कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री ने मन की बात के 126वें संस्करण में कहा कि केशव बलिराम हेडगेवार ने देश को बौद्धिक गुलामी से मुक्त कराने के लिए 1925 में विजयादशमी के दिन आरएसएस की स्थापना की थी और तब से इसकी यात्रा जितनी प्रेरणादायक है उतनी ही उल्लेखनीय और अभूतपूर्व भी रही है। खुद आरएसएस के प्रचारक रहे मोदी ने हेडगेवार के उत्तराधिकारी एमएस गोलवलकर की भी प्रशंसा की और कहा कि उनका यह कथन कि ‘यह मेरा नहीं है, यह राष्ट्र का है’ लोगों को स्वार्थ से ऊपर उठकर राष्ट्र के प्रति समर्पण के लिए प्रेरित करता है।
भारत ने पाकिस्तान को हराकर एशिया कप क्रिकेट जीता, नहीं ली ट्रॉफी
भारत में एशिया कप क्रिकेट के फाइनल में पाकिस्तान को 5 विकेट से हरा दिया लेकिन ट्रॉफी नहीं ली। भारत में टॉस जीतकर पहले पाकिस्तान को खेलने की दावत दी और पाकिस्तान की टीम अच्छी शुरुआत के बावजूद 19.1 ओवर में 146 रन पर ढेर हो गई। भारत की शुरुआत खराब रही लेकिन 19.4 ओवर में पांच विकेट पर मैच जीत लिया। एक समय पाकिस्तान का स्कोर एक विकेट पर 113 रन था। भारतीय स्पिनर कुलदीप ने चार और अक्षर व वरुण ने दो-दो विकेट लिए। भारत ने आखिरी 9 विकेट 33 रन के भीतर गिरा लिए। फाइनल मैच जीतने के बावजूद भारत ने ट्रॉफी नहीं ली क्योंकि इसे देने वाले एशिया क्रिकेट काउंसिल के अध्यक्ष पाकिस्तान के मोहसिन नक़वी थे। इधर भारत के प्रधानमंत्री ने एक्स पर लिखा, “पीएम मोदी ने एक्स पोस्ट में लिखा- खेल के मैदान पर ऑपरेशन सिंदूर। परिणाम वही, भारत जीता, हमारे क्रिकेटरों को बधाई।”
कुछ और सुर्खियां:
- अक्टूबर में दुर्गा पूजा, दिवाली व छठ की छुट्टी समेत कुल 11 दिन बैंक बंद रहेंगे
- नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली समेत पांच लोगों के काठमांडू छोड़ने पर रोक
- भारतीय जनता पार्टी के नेता राकेश तिवारी के बेटे हर्षवर्धन बन बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष, पहले खुद राकेश तिवारी अध्यक्ष थे
- नालंदा जिले के हरनौत में रेलवे ओवरब्रिज का गर्डर गिरने से 6 लोग मलबे में दबकर ज़ख़्मी
अनछपी: क्रिकेट के बहाने इससे पहले भी भारत और पाकिस्तान के बीच कूटनीतिक चालें चली गईं हैं लेकिन शायद पहला मौका होगा जब भारतीय टीम ने क्रिकेट ट्रॉफी जीत कर भी उसे लेने से इनकार कर दिया क्योंकि जिस व्यक्ति के हाथ यह कप मिलना था वह एशियन क्रिकेट काउंसिल के अध्यक्ष के पद पर होने के साथ-साथ पाकिस्तान के राजनेता भी थे। कभी ‘क्रिकेट फ़ॉर पीस’ का नारा भी लगता था लेकिन इस समय क्रिकेट के मैदान पर हम क्रिकेट और खेल भावना धज्जियां उड़ते देख सकते हैं। भारतीय खिलाड़ी जहां पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ मिलाने से इनकार कर रहे थे तो पाकिस्तानी खिलाड़ी भी गन सैल्यूट जैसी ओछी हरकत कर रहे थे। क्रिकेट खिलाड़ियों के अलावा यह मामला क्रिकेट प्रेजेंटेर तक पहुंच गया और कल पाकिस्तानी कप्तान ने भारतीय क्रिकेट कमेंटेटर और प्रेजेंटर रवि शास्त्री से बात नहीं की बल्कि उनसे बात उनके देश के वक़ार यूनुस ने उसने की। क्या रवि शास्त्री और वकार यूनिस भी आपस में क्रिकेट की कमेंट्री करते वक्त नहीं बतिया रहे होंगे? क्या सुनील गावस्कर और वसीम अकरम कमेंट्री बॉक्स में एक साथ नहीं बैठ रहे होंगे? अगर ऐसा होता है और जो इससे पहले हुआ है उसे ध्यान में रखा जाए तो यह कहा जा सकता है कि दरअसल खेल और क्रिकेट का अपमान हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस जीत को ऑपरेशन सिंदूर से जोड़ दिया जो काफी विवादास्पद हो सकता है। अगर दोनों देशों के बीच भरोसे की इतनी ही कमी है और दुश्मनी इस हद तक बढ़ गई है कि क्रिकेट और खेल की भावना का ध्यान नहीं रखा जा सकता तो मैच खेलने की जरूरत ही क्या है? एशिया कप क्रिकेट शुरू होने से पहले भारत में एक बहुत बड़े तबके ने यह मांग की थी कि भारत को पाकिस्तान के साथ नहीं खेलना चाहिए था लेकिन दोनों देशों के बारे में यह कहा जा रहा है कि इससे इतने पैसे आते हैं कि इस बात को नजरअंदाज करना पड़ा है। एक तरह से हम कह सकते हैं कि भारत का दक्षिणपंथी समुदाय इस मुद्दे पर पूरी तरह विभाजित हो चुका है। बहरहाल दुनिया भर के क्रिकेट खिलाड़ियों और क्रिकेट संघों को क्रिकेट के इस अपमान के बारे में सोचना चाहिए।
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