छ्पी-अनछपी: तेजस्वी बोले- हिसाब मांगा तो मोदी दे रहे जेल की धमकी, केकेआर आईपीएल किंग
बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी हिसाब मांगने पर उन्हें जेल भेजने की धमकी दे रहे हैं। कोलकाता नाइट राइडर्स आईपीएल की चैंपियन बनी है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि मोदी ने विपक्ष के मुजरा करने की बात का बिहार का अपमान किया है। दिल्ली के एक अस्पताल में आग लगने से सात नवजातों की मौत हो गई। यह हैं आज के अखबारों की कुछ अहम सुर्खियां।
प्रभात खबर के अनुसार तेजस्वी यादव ने रविवार को बक्सर लोकसभा क्षेत्र के ब्रह्मपुर, नालंदा के गिरियक और जहानाबाद के मधुबन व काराकाट के बिक्रमगंज में ‘इंडिया’ प्रत्याशियों के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से काम का हिसाब मांगने पर वह जेल भिजवाने की धमकी दे रहे हैं लेकिन बिहारी गुजराती से डरता नहीं है। “बिहारी किसी से डरता नहीं है। धमकी दे रहे हैं कि हमें चुनाव हराओगे तो हम तुम्हें जेल भेज देंगे।”
जागरण के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बिहार की एक चुनावी सभा में जेल भेजे जाने के काउंटडाउन वाले भाषण के बाद बिहार की सियासत में उबाल आ गया है। बिहार के नेता प्रतिपक्ष से लेकर राजद के कई वरिष्ठ नेताओं ने इस मामले पर प्रधानमंत्री पर जमकर हमला बोला। तेजस्वी यादव ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हार के डर से अब चुनावी सभा में मुझे जेल भेजने की तारीख़ बता रहे हैं। “यह उनकी सार्वजनिक स्वीकारोक्ति है कि वह जांच एजेंसियों को अपना खिलौना समझते हैं। विपक्ष को अपनी मर्जी से जब चाहे जेल भेज सकते हैं। उन्होंने कहा कि इसलिए प्रधानमंत्री संविधान खत्म करना चाहते हैं। उनकी सोच है जो मेरी बात नहीं मानेगा, उसे सीधे जेल में डाल देंगे।”
मुजरा वाला बयान बिहार का अपमान: खड़गे
जागरण के अनुसार कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनावी मंच से कुछ भी बोलते रहते हैं। मंच से बोल रहे हैं कि विपक्ष मुजरा कर रहा है, इससे बिहार वह बिहारियों का अपमान हुआ है। वह कांग्रेस के नेताओं की बेइज्जती कर रहे हैं। यह शोभा नहीं देता है। वह झूठों के सरदार हैं। झूठ बोलने में माहिर हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में बहुत वादे किए। जनता को सब याद है। प्रधानमंत्री बनने के बाद एक भी वादा पूरा नहीं कर पाए। खड़गे रविवार को मोहनिया (कैमूर) के जगजीवन मैदान में चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे। हिन्दुस्तान के अनुसार खड़गे ने दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी से जनता चुनाव लड़ रही है।
शाह बोले: माले आ जाएगा तो…
हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी खबर है कि गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने नक्सलवाद को समाप्त किया। झारखंड, बिहार, ओडिशा, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में नक्सलवाद समाप्त हो गया है। यदि आपने थोड़ी सी भी गलती की, वोट बिगाड़ा, इधर-उधर हुए तो (भाकपा) माले आ जायेगा, फिर से नक्सलवाद को बढ़ाएगा और पुराना दौर लौटेगा। अगर माले को रोकना है, तो आपके पास एक ही विकल्प है- नरेंद्र मोदी। शाह ने रविवार को दाउदनगर स्थित नीमा खेल मैदान में काराकाट से एनडीए प्रत्याशी उपेंद्र कुशवाहा व भभुआ के जगजीवन स्टेडियम में सासाराम से भाजपा प्रत्याशी शिवेश राम के पक्ष में सभा को संबोधित किया। अमित शाह ने कहा कि पांचवें चरण तक हमारी सरकार बननी तय हो गई है। हम 310 सीटें पार कर गए हैं। छठे व सातवें चरण के चुनाव में 400 पार कर जाएंगे।
केकेआर चैंपियन
प्रभात खबर की सबसे बड़ी खबर है: केकेआर तीसरी बार बना चैंपियन। सनराइजर्स हैदराबाद को हराकर कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) ने आईपीएल का खिताब जीत लिया है। रविवार को चेन्नई में खेले गए फाइनल में केकेआर ने सनराइजर्स हैदराबाद को 8 विकेट से हराया। कोलकाता की टीम तीसरी बार चैंपियन बनी है। टीम ने 10 साल बाद किताब जीता है। इससे पहले कोलकाता ने 2012 और 2014 में खिताब जीता था। इस जीत से चैंपियन केकेआर को ट्रॉफी के साथ 20 करोड़ रुपए की पुरस्कार राशि मिली जबकि उप विजेता को 13 करोड़ रुपए की राशि दी गई।
सात नवजात ज़िंदा जले
जागरण की सबसे बड़ी खबर के अनुसार दिल्ली के शाहदरा जिले के विवेक विहार स्थित न्यू बॉर्न बेबी केयर अस्पताल में शनिवार देर रात भीषण आग लग गई। हादसे में सात नवजातों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि पांच बच्चों का इलाज दूसरे अस्पताल में चल रहा है। पुलिस ने अस्पताल के मालिक को गिरफ्तार कर लिया है, उसके खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। यह घटना शनिवार रात करीब 1130 बजे हुई। चाइल्ड केयर सेंटर इमारत की पहली मंजिल पर चल रहा था। शुरुआती जांच में सामने आया कि यहां भूतल पर अवैध तरीके से ऑक्सीजन के सिलेंडरों की रिफिलिंग का काम होता था। यहीं सिलेंडर में विस्फोट हुआ और आग फैल गई। एक के बाद एक करीब आठ सिलेंडर फटे। इससे आग आसपास की दो अन्य इमारतों में भी फैल गई।
पश्चिम बंगाल में भारी बारिश
चक्रवाती तूफान रेमल रविवार आधी रात के बाद बांग्लादेश व पश्चिम बंगाल के समुद्री तटों से टकरा गया। इसके साथ ही इन क्षेत्रों में तेज हवाओं में साथ भारी बारिश का दौर शुरू हो गया। मौसम विभाग ने इसे लेकर पश्चिम बंगाल, ओडिशा के अलावा पूर्वोत्तर के लगभग सभी राज्यों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इन राज्यों में तूफान का असर अगले दो दिनों तक रह सकता है।
कुछ और सुर्खियां
- बाढ़ के गांव में गंगा में गहरे पानी में जाने से डूब रहे भाई को बचाने में तीन और डूबे
- गोवा में घरों में घुसी बस, बिहार के चार मजदूरों की मौत
- राहुल गांधी आज आएंगे बिहार, पटना और आरा में चुनावी सभा करेंगे
- रेमल तूफान के कारण कोलकाता की दो और देवघर की एक फ्लाइट रद्द
- केरल में एक-दो दिन पहले दस्तक दे सकता है मानसून
- महाराष्ट्र के अकोला जिले में भीषण गर्मी और लू के कारण 31 मई तक धारा 144 लागू
- तेलंगाना में गुटखा, पान मसाले पर लगा प्रतिबंध
- भारत के थलसेना अध्यक्ष मनोज पांडे को एक महीने का सेवा विस्तार
अनछपी: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस समय अपनी लोकप्रियता में चाहे जितने नीचे चल रहे हों, शराबबंदी के उनके फैसले के बारे में एक ऐसी खबर आई है जिससे सभी को खुशी हो सकती है। हालांकि उनकी शराबबंदी नीति को एक खास वर्ग काफी आलोचना का शिकार बनाता है लेकिन नई दिल्ली से एक खबर आई है कि बिहार में शराबबंदी से 21 लाख घरेलू हिंसा के मामलों में कमी आई है। साथ ही शराब पीने के मामले में भी 24 लाख की कमी दर्ज की गई है। याद रहे कि बिहार में 2016 से शराबबंदी लागू की गई है। द लैंसेट रीजनल हेल्थ साउथ ईस्ट एशिया जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन में यह बातें बताई गई हैं। इस स्टडी को तैयार करने वाले अनुसंधानकर्ताओं के दल में अमेरिका के अंतरराष्ट्रीय खाद्य नीति अनुसंधान संस्थान के सदस्य भी शामिल रहे। इस अध्ययन के लेखकों के अनुसार शराबबंदी से पहले बिहार के पुरुषों में शराब का सेवन 9.7% बढ़कर 15% हो गया था। इस अध्ययन के आंकड़ों पर तो बहस हो सकती है लेकिन मोटे तौर पर लगभग सब लोग मानते हैं कि बिहार में शराबबंदी से महिलाओं के खिलाफ होने वाली घरेलू हिंसा में काफी कमी आई है। यह बात और है कि बिहार में शराबबंदी के बाद शराब तस्करी की घटनाएं बढ़ी हैं और नकली शराब पीने से मौत का सिलसिला भी जारी रहता है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराबबंदी पर सभी राजनीतिक दलों की सहमति प्राप्त की थी लेकिन दिक्कत यह है कि कुछ प्रभावशाली नेता और दूसरे लोग ऐसे हैं जो नहीं चाहते कि बिहार में शराबबंदी रहे और वह यह आरोप लगाते हैं कि इससे गरीब लोगों को दिक्कतें हो रही हैं। उनके अनुसार शराबबंदी के बाद शराब की तस्करी बढ़ी जिससे उसकी कीमत बढ़ गई। इस आरोप में एक हद तक सच्चाई हो सकती है लेकिन फिर वही बात दोहरानी पड़ेगी कि शराबबंदी से जो फायदे हुए हैं उसके मुकाबले में यह बहुत अधिक नहीं है। एक जमाने में नीतीश कुमार अपनी शराबबंदी नीति को चुनावी भाषणों में भी शामिल करते थे लेकिन शायद सहयोगी दलों का दबाव है या कोई और कारण कि अब वह इसकी चर्चा कम ही करते हैं। जो भी हो सामाजिक रूप से नीतीश कुमार की शराबबंदी की नीति प्रशंसनीय लगती है।
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