छपी-अनछपी: विपक्षी एकता के लिए ‘ऐतिहासिक बैठक’, कोलकाता में हुगली के नीचे चली मेट्रो
बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को दिल्ली में कांग्रेस के साथ बैठक की। इसे कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ऐतिहासिक बताया। इससे जुड़ी खबर ही सभी जगह लीड है। कोलकाता में हुगली नदी के नीचे मेट्रो चलने की खबर भी अहम है। बठिंडा, पंजाब में एक मिलिट्री स्टेशन में गोलीबारी में चार सैनिकों की मौत की खबर भी पहले पेज पर है।
हिन्दुस्तान की पहली सुर्खी है: देश में विपक्षी एका की मुहिम तेज। जागरण की सबसे बड़ी खबर है: विपक्षी एकता को कांग्रेस संग आए नीतीश। राहुल-नीतीश बैठक; कांग्रेस नीत मोर्चे में अहम भूमिका निभाएंगे बिहार के सीएम। वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए विपक्षी एकता की मुहिम तेज होगी। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और वरिष्ठ नेता राहुल गांधी से मुलाकात की। खड़गे के आवास 10 राजाजी मार्ग पर हुई इस मुलाकात को विपक्षी एकता की दिशा में काफी अहम माना जा रहा है। करीब डेढ़ घंटे तक चली मुलाकात में विपक्षी एकता के तमाम पहलुओं पर चर्चा हुई। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक, विपक्षी एकता की कवायद में नीतीश कुमार केंद्रीय भूमिका में रहेंगे। इस मौके पर राहुल गांधी ने कहा, “हमने यहां एक ऐतिहासिक बैठक की और कई मुद्दों पर चर्चा हुई। यहां तय किया गया कि हम सभी दलों को एकजुट करेंगे और आगामी चुनाव एकजुट होकर लड़ेंगे।”
हम भी नीतीश के साथ: केजरीवाल
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ बुधवार शाम मुलाकात के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि नीतीश कुमार सभी दलों को इकट्ठा करने की कोशिश कर रहे हैं, हम उनके साथ हैं। नीतीश कुमार की करीब एक घंटे तक केजरीवाल से मुलाकात चली। दोनों नेताओं के बीच विपक्षी एकजुटता को लेकर लंबी चर्चा हुई। मुलाकात के बाद दोनों नेताओं ने मीडिया से कहा कि हम विपक्षी एकता के लिए काम करेंगे, जिससे केंद्र की मौजूदा सरकार को बदला जा सके।
हुगली के नीचे मेट्रो
जागरण ने पहले पेज पर खबर दी है: देश में पहली बार कोलकाता में हुगली नदी के नीचे चली मेट्रो। अख़बार लिखता है कि कोलकाता मेट्रो ने बुधवार को हुगली (गंगा) नदी के नीचे से पहली मेट्रो का सफल परीक्षण इतिहास रच दिया। भारत में यह पहली बार है जब मेट्रो रेल पानी के नीचे सुरंग में दौड़ी है। इस परीक्षण में मेट्रो के रेक कोलकाता से हावड़ा के बीच सुरंग में चलाए गए। परीक्षण के समय मेट्रो हुगली नदी के नीचे 32 मीटर की गहराई में बनी सुरंग में दौड़ी। इस मेट्रो सेवा में भूमिगत ट्रैक की कुल लंबाई 4.8 किलोमीटर है। इसमें नदी के नीचे सुरंग की लंबाई 520 मीटर है जिसे पार करने में 45 सेकंड का समय लगेगा।
बठिंडा का हादसा
जागरण ने पहले पेज पर खबर दी है: तीन दिन पहले चोरी हुई राइफल से सो रहे सेना के जवानों पर फायरिंग, चार की मौत। पंजाब के बठिंडा सैन्य स्टेशन में बुधवार तड़के बैरक में सो रहे जवानों पर गोलीबारी में चार जांबाज शहीद हो गए। माना जा रहा है कि इसी मिलिट्री स्टेशन से चोरी हुई इंसास राइफल से यह हत्या की गई है जो 9 अप्रैल को चोरी हुई थी। पुलिस ने दो अज्ञात हमलावरों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनकी तलाश के लिए घेराबंदी की है। पुलिस ने इसे आपस में हुई गोलीबारी की घटना बताया। पंजाब सरकार ने पुलिस से विस्तृत रिपोर्ट तलब की है।
बैंक से 48 लाख की लूट
मोतिहारी के पास चकिया में बुधवार दोपहर बाद करीब तीन बजे पिस्टल से लैस पांच अपराधियों ने आईसीआईसीआई बैंक की शाखा से 48 लाख रुपये लूट लिए। इसकी खबर पहले पेज पर है। बदमाशों ने भागते समय एक महिला ग्राहक के कान की बाली, अंगूठी व रुपये भी लूट लिये। एसपी कांतेश कुमार मिश्र ने बताया कि जांच के लिए एसआईटी गठित की गई है। केसरिया रोड स्थित हाई स्कूल के समीप आईसीआईसीआई बैंक की इस शाखा में लूट के दौरान करीब दर्जनभर ग्राहकों के अलावा सात बैंककर्मी मौजूद थे। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बैंक में घुसते ही अपराधियों ने सीसीटीवी कैमरे के तार को हटा दिया।
कुछ और सुर्खियां
- लालू की बेटे रागिनी से नौकरी के बदले जमीन मामले में पूछताछ
- पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलेंगे
- सीमांचल व सिलीगुड़ी में सुबह 5:35 बजे लगे भूकंप के झटके
- मानहानि मामले में राहुल गांधी को 25 को कोर्ट में उपस्थित होने का आदेश
- पीएम का निशाना: नौकरी के बदले लोगों ने जमीन छीन ली
- नशे में धुत समस्तीपुर के युवक ने दी पटना और दरभंगा एयरपोर्ट उड़ाने की धमकी, गिरफ्तार
अनछपी: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने विपक्ष की एकता के लिए नीतीश कुमार की पहल को ऐतिहासिक बताया है लेकिन 2024 में भारतीय जनता पार्टी के सामने एक मजबूत विपक्ष खड़ा करने में अभी कई चुनौतियां हैं। नीतीश कुमार लगातार कहते आ रहे हैं कि विपक्ष को एक करने में कांग्रेस की भूमिका अहम है और बिना कांग्रेस के यह काम नहीं हो सकता है। यह बात भी अपनी जगह सही है कि ममता बनर्जी और के चंद्रशेखर राव जैसे नेता उस विपक्षी एकता में शामिल नहीं होना चाहते जिसका नेतृत्व कांग्रेस करे। यही बात दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ भी है। ऐसे में यह सवाल स्वाभाविक है कि क्या कम से कम इन तीनों नेताओं को नीतीश कुमार अपने प्रभाव से कांग्रेस के साथ कर पाने में सफल होंगे? श्री कुमार के लिए जो काम सबसे जरूरी है वह है बिहार में 2019 में जीती एनडीए की 39 सीटों में से अधिकतम महागठबंधन को दिलाएं। बिहार में महागठबंधन में 7 दल शामिल हैं और उनके लिए पहली चुनौती यह होगी कि बिहार की कुल 40 लोकसभा सीटों का ऐसा बंटवारा हो कि विपक्षी एकता का नमूना देखने को मिले। नीतीश कुमार अगर बिहार में ऐसा कर पाने में सफल होते हैं तो पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश में भी उनकी भूमिका अहम हो जाएगी है। उत्तर प्रदेश में विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव कांग्रेस के साथ जाने को तैयार नहीं हैं लेकिन क्या नीतीश कुमार उन्हें कांग्रेस के साथ जाने के लिए मना पाएंगे? क्या इस मामले में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद की भूमिका हो सकती है? विपक्षी एकता के लिए उत्तर प्रदेश में मजबूत विपक्ष का होना बेहद जरूरी है। इसके बिना भारतीय जनता पार्टी को हराने की सोच शायद ही कामयाब हो पाए। विपक्ष के लिए अच्छी बात यह है कि फिलहाल एक शुरुआत हुई है और कांग्रेस के नेता इसके बारे में सकारात्मक दिखते हैं।
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