छ्पी-अनछ्पी: नीतीश ने अपने बयान के लिए माफी मांगी, अमेरिका ग़ज़ा पर क़ब्ज़े के खिलाफ

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने उस बयान के लिए माफी मांगी है जो उन्होंने बच्चे कम पैदा करने उपाय को बताते हुए दिया था जिसे अमर्यादित और अशोभनीय माना गया। इस खबर को सबसे अधिक प्रमुखता दी गयी है। हर मामले में इसराइल के साथ खड़े रहने वाले अमेरिका ने कहा है कि वह ग़ज़ा पर इसराइली क़ब्ज़े की योजना के खिलाफ है।

भास्कर की सबसे बड़ी खबर है: नीतीश ने माफी मांगी, विपक्ष ने इस्तीफा। जागरण की मेन हेडलाइन है: टिप्पणी पर माफी मांगी। हिन्दुस्तान की पहली खबर है: मुझे बयान पर खेद, मकसद महिला सशक्तिकरण: सीएम। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने इस आशय के बयान कि “पढ़ी-लिखी महिला गर्भधारण के अवसरों से बचती है, शिक्षा से प्रजनन दर घटती है” के लिए बुधवार को विधानसभा विधान परिषद में तथा मीडिया कर्मियों से बातचीत के दौरान माफी मांगी। उन्होंने कहा- मैं शिक्षा से प्रजनन दर में कमी को बता रहा था लेकिन अगर गलती से कोई बात या शब्द निकल गया जिसके लिए हर तरफ मेरी निंदा हो रही है तो मैं माफी मांगता हूं। “शर्म करता हूं। खेद व दुख प्रकट करता हूं।अपनी निंदा करता हूं। अपना बयान वापस लेता हूं। मैं निंदा करने वालों का अभिनंदन करता हूं।”

पीएम मोदी ने निशाना साधा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्यप्रदेश के गुना में रैली में सीएम नीतीश कुमार का नाम लिए बिन्या उनपर निशाना साधते हुए सवाल किया कि विपक्षी दलों के दूसरे नेता चुप क्यों हैं। मोदी ने कहा कि विधानसभा में जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल हुआ,उससे महिलाओं के सम्मान को ठेस पहुंची है। विपक्ष को महिलाओं के सम्मान की परवाह नहीं है। विस में महिलाओं के खिलाफ अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल हो रहा है। सदन में ऐसी भाषा के इस्तेमाल के बारे में कोई सोच भी नहीं सकता।

सीएम के इस्तीफे की मांग

जागरण की खबर है: भाजपा ने किया दोनों सदनों में हंगामा। बिहार विधान मंडल में मंगलवार को दिए गए मुख्यमंत्री के बयान पर बुधवार को भाजपा के तेवर आक्रामक दिखे। भाजपा नेताओं ने दोनों सदनों के बाहर हाथों में पोस्टर लेकर प्रदर्शन किया। भाजपा नेता मुख्यमंत्री से इस्तीफ़े की मांग कर रहे थे। इस बीच नेता विरोधी दल विजय सिन्हा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने सीता माता की धरती को लज्जित किया है।

नीतीश ने गलती से दिया बयान: राबड़ी

पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने जनसंख्या नियंत्रण पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बयान का बचाव किया है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने गलती से ऐसा बोल दिया था और अब खेद भी प्रकट कर दिया है। ऐसे में भाजपा को सदन चलने देना चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा विपक्ष में है उसके पास काम ही क्या है।

अमेरिका ग़ज़ा पर क़ब्ज़े के खिलाफ

भास्कर के अनुसार इजरायली सेवा के द्वारा ग़ज़ा में चलाई जा रही जमीनी कार्रवाई में हमास के ख़ात्मे के बाद ग़ज़ा का क्या होगा? पिछले कई दिनों से यह सवाल दुनिया भर के देश और लोग पूछ रहे थे लेकिन मंगलवार को इसराइल के प्रधानमंत्री बिन्याममिन नेतन्याहू ने एक इंटरव्यू में अपने उत्तर से सनसनी फैला दी। उन्होंने कहा कि जमीनी कार्रवाई में हमास के खात्मे और युद्ध समाप्त होने के बाद इसराइल भविष्य में हमलों को रोकने के लिए ग़ज़ा में अनिश्चितकाल के लिए सुरक्षा जिम्मेदारी संभाल सकता है। पीएम नितिन याहू के इस बयान पर सबसे तीव्र प्रतिक्रिया अमेरिका की तरफ से आई है। व्हाइट हाउस की तरफ से इसराइल को कहा गया है कि ग़ज़ा पर फिर से कब्जा करना सही कदम नहीं होगा।

आरक्षण संशोधन बिल आज

हिन्दुस्तान के अनुसार विधानसभा में गुरुवार को आरक्षण विधेयक समेत पांच विधेयक पेश होंगे। इनमें बिहार में आरक्षण की सीमा बढ़ाकर 75 फीसदी करने से संबंधित बिहार पदों एवं सेवाओं की रिक्तियों में आरक्षण (अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों एवं अन्य पिछड़े वर्गों के लिए) (संशोधन) विधेयक, 2023 और बिहार (शैक्षणिक संस्थानों में) आरक्षण (संशोधन) विधेयक 2023 शामिल हैं। कैबिनेट ने मंगलवार को बिहार में आरक्षण की सीमा बढ़ाने को लेकर इस विधेयक के प्रस्ताव पर सहमति प्रदान की थी।

नए शिक्षकों की तैनाती 11 से

प्रभात खबर की सबसे बड़ी सुर्खी है: 11 से 21 नवंबर तक शिक्षकों की तैनाती। बिहार लोक सेवा आयोग से चयनित 1.2 लाख नए विद्यालय अध्यापकों को 11 नवंबर से 21 नवंबर के बीच स्कूलों में योगदान दिला दिया जाएगा। योगदान जिला स्तर पर दिलाए जाएंगे और इनको ग्रामीण स्कूलों में पदस्थापित किया जाएगा। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक ने बुधवार को सभी जिला पदाधिकारी को इस बारे में जरूरी निर्देश जारी किए।

कोयला कारोबारी के ठिकानों पर छापेमारी

हिन्दुस्तान की दूसरी सबसे बड़ी खबर है: कोयला कारोबारी के पटना समेत 9 ठिकानों पर छापे। झारखंड के हजारीबाग के कोयला कारोबारी अभय सिंह और उनसे जुड़े पटना समेत पांच शहरों के नौ ठिकानों पर दो दिन छापेमारी हुई। डीजीजीआई (डायरेक्टेरेट जेनरल ऑफ जीएसटी इंटेलिजेंस) की विशेष टीम के छापे में खुलासा हुआ कि वह सरकार से सब्सिडी पर कोयला अपना उद्योग चलाने या उद्योगों को सप्लाई के नाम पर लेते थे पर बाजार में अवैध रूप से अधिक मूल्य पर बेच देते थे।

दो आईएस संदिग्ध को पकड़ने का दावा

झारखंड एटीएस ने आतंकी संगठन आईएस के दो संदिग्ध आतंकियों मो. आरिज हसनैन (20) और मो. नसीम उर्फ मोहसिन (24) को गिरफ्तार किया है। आरिज गोड्डा के रहमतनगर महमूदनगर के असनबानी का रहने वाला है। आरिज की निशानदेही पर एटीएस ने मो. नसीम को हजारीबाग के कटकमसांडी इलाके के पेलावल महतो टोला से गिरफ्तार किया है। एटीएस ने खुलासा किया है कि दोनों संदिग्ध आतंकी पाकिस्तान और अफगानिस्तान के आतंकियों के संपर्क में थे। वहीं दोनों का लक्ष्य फिलिस्तीन की लड़ाई में शामिल होना था।

महुआ मोइत्रा पर हो सकती है कार्रवाई

लोकसभा की आचार समिति की गुरुवार को बैठक होगी। इसमें तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ लगे रिश्वत लेकर सवाल पूछने के आरोप के मामले में मसौदा रिपोर्ट स्वीकार की जा सकती है। ऐसे संकेत हैं कि समिति मोइत्रा के खिलाफ आरोपों पर गंभीर रुख अपनाते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को अपनी रिपोर्ट में सांसद के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश कर सकती है।

कुछ और सुर्खियां

  • त्योहारों में बिहार के लिए 75 विशेष ट्रेनें चलेंगी
  • गुरुग्राम से यूपी जा रही बस में आग लगी, दो यात्री जिंदा जले
  • बिहार के राज्य कर्मियों को छठ पर्व से पहले मिलेगा नवंबर का वेतन
  • भाजपा सांसद निशिकांत का दावा: महुआ मोइत्रा मामले की जांच सीबीआई करेगी
  • बिहार के 6 जिलों में ट्रांसपोर्टरों से 38.70 करोड़ की कर चोरी पकड़ी गई
  • 23 नवंबर को जूनियर कमीशंड ऑफिसर और 24 से अग्निवीरों की बहाली

अनछपी: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विधानसभा में दिए गए बयान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक ने टिप्पणी कर डाली। विपक्षी भारतीय जनता पार्टी ने नीतीश कुमार से इसी बयान के आधार पर उनके इस्तीफ़े की मांग की। मुख्यमंत्री ने माफी मांग कर यह बताने की कोशिश की है कि उनसे शब्दों के चयन में गलती हुई है। भारतीय जनता पार्टी की महिला विधायकों ने इसे स्त्री मर्यादा का प्रश्न बनाने की कोशिश की जबकि यह सामान्य मर्यादा की गलती थी। इसीलिए पूर्व उपमुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने भी कहा है कि मुख्यमंत्री ने अब माफी मांग ली है तो सदन को चलने देना चाहिए। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीतीश कुमार का नाम लिए बगैर उनके बयान की निंदा कर रहे हैं लेकिन खुद प्रधानमंत्री मोदी पर यह आरोप लगे हैं कि उन्होंने महिलाओं के लिए शालीन शब्द का प्रयोग नहीं किया। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी को जर्सी गाय बताने का आरोप भी उन पर लगता है। कहने का मतलब यह है कि राजनीतिक दलों को इस विषय पर नीतीश कुमार को घेरने का कोई नैतिक आधार नहीं है। मगर विपक्ष का काम है विरोधी की मामूली गलती को भी जोर शोर से पेश करना, यहां तो मुख्यमंत्री से बड़ी गलती हो गई। वास्तव में स्त्री-पुरुष संबंध के बारे में हमें शब्दों का चयन बेहद सावधानी से करना चाहिए। मुख्यमंत्री ने जनसंख्या नियंत्रण के उपाय की चर्चा के दौरान ऐसी भाषा का प्रयोग किया जो आम लोगों के बीच कतई स्वीकार्य नहीं है। लेकिन सोचने की बात यह है कि टीवी पर गर्भनिरोधकों का प्रचार जिस अंदाज में आता है क्या वह सभ्य समाज के लिए स्वीकार ही होना चाहिए? मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बयान के बाद इस बात पर बहस होनी चाहिए कि ऐसे संबंधों को बताने के लिए कैसी भाषा का प्रयोग हो। भाजपा की जिन महिलाओं ने नीतीश कुमार के बयान की निंदा की है क्या वह गर्भनिरोधकों के प्रचार के बारे में भी ऐसी निंदा करेंगी? खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऐसे विज्ञापनों के बारे में क्या सोचते हैं? ऐसा लगता है कि नीतीश कुमार को इसलिए भी घेरा जा रहा है कि उनसे दूसरे मामलों में खुन्नस निकालना है। नीतीश कुमार अगर इस समय भारतीय जनता पार्टी में होते तो क्या भाजपा उनके बयान पर वही रवैया अपनाती जो अभी अपना रही है? यह भी सही है कि जो सहयोगी उनका बचाव कर रहे हैं अगर वह इस समय नीतीश कुमार के विरुद्ध होते तो उनका बयान कुछ और होता। बहरहाल, नीतीश कुमार को भी चाहिए कि अपने बयान सोच समझ कर दें ताकि उन्हें माफी मांगने की नौबत नहीं आए।

 

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