छ्पी-अनछपी: क्षेत्रीय दलों को नड्डा ने फिर निशाना बनाया, बिहार यूनिवर्सिटी के वीसी पर एफआईआर
बिहार लोक संवाद डॉट कॉम, पटना। भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा गुरुवार को पटना में थे और उन्होंने एक समारोह में क्षेत्रीय दलों को निशाने पर रखा। इसकी खबर सभी जगह प्रमुखता से ली गई है। बिहार विश्वविद्यालय के वीसी और रजिस्ट्रार पर एफआईआर दर्ज होने की खबर की भी अच्छी कवरेज है।
हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी सुर्खी है: क्षेत्रीय पार्टियां भ्रष्टाचार और परिवारवाद की पोषक: नड्डा। जागरण की मेन हेडलाइन है: अब किसी को कंधे पर नहीं बिठाएगी भाजपा। प्रभात खबर की सुर्खी भी ऐसी ही है: भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने कहा है कि देश में पहले क्षेत्रीय पार्टियां बनती हैं। फिर यह धीरे-धीरे परिवार की पार्टी बन जाती है। क्षेत्रीय पार्टियां परिवारवादी व भ्रष्टाचार की पोषक होती है। प्रजातंत्र में ऐसी परिवारवादी पार्टियों का कोई मतलब नहीं है। इनका सफाया तय है। भाजपा अध्यक्ष ने बापू सभागार में बिहार भाजपा के भीष्म पितामह कहे जाने वाले कैलाशपति मिश्र की 100वीं जयंती पर आयोजित समारोह में गुरुवार को ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने बिहार के विकास के लिए हजारों करोड़ की राशि दी लेकिन बिहार सरकार और उस सरकार में शामिल पार्टियां ऊपर से नीचे तक भ्रष्टाचार में डूबी हुई हैं। ये लोग भाई से भाई को लड़ा रहे हैं, तुष्टीकरण की राजनीति कर रहे हैं।
बिहार विश्वविद्यालय के वीसी पर केस
प्रभात खबर की सबसे बड़ी खबर है: बिहार विवि के वीसी व कुलसचिव समेत चार पर एफआईआर दर्ज। शिक्षा विभाग में गुरुवार को बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर शैलेंद्र चतुर्वेदी के खिलाफ मुजफ्फरपुर के विश्वविद्यालय थाने में प्राथमिक की दर्ज कर दी है। शिक्षा विभाग की उच्च शिक्षा निदेशक डॉक्टर रेखा कुमारी के आदेश पर तिरहुत के डीआईजी देवेंद्र कुमार ने विश्वविद्यालय थाने में कुलपति के अलावा कुल सचिव प्रोफ़ेसर संजय कुमार, वित्त पदाधिकारी विनोद कुमार और वित्तीय सलाहकार जयप्रकाश शर्मा के खिलाफ प्राथमिक की दर्ज कराई है। इन पर भ्रष्टाचार और वित्तीय गड़बड़ी का आरोप है।
साहित्य का नोबेल
रॉयल स्वीडिश अकादमी ने गुरुवार को साहित्य के लिए नोबेल पुरस्कार की घोषणा की। नोबेल पुरस्कार की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार जॉन फोसे ने अपने नाटकों और कहानियों ने उन लोगों को आवाज दी है जो अपनी बातें कहने में सक्षम नहीं थे। इन अनकही भावनाओं को सामने लाने के लिए उन्हें इस सम्मान के लिए चुना गया है। जॉन 1959 में नॉर्वे में पैदा हुए। सात साल की उम्र में वह सड़क दुर्घटना का शिकार हुए थे। इसमें वो बाल-बाल बचे थे। उनकी लिखावट पर इस हादसे का गहरा असर दिखाई देता है। उनकी पहला उपन्यास रेड-ब्लैक 1983 में छपा था। उनकी किताबों को अब तक 40 से ज्यादा भाषाओं में अनुवाद किया जा चुका है।
सीरिया में ड्रोन हमला, 67 की मौत
सीरिया में एक सैन्य समारोह के दौरान हुए ड्रोन हमले में 67 लोग मारे गए और 180 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। मारे गए लोगों में नागरिक और सैन्यकर्मी दोनों शामिल हैं। यह हमला गुरुवार को होम्स में सैनिकों एक स्नातक समारोह में हुआ। शहर के स्वास्थ्य निदेशक डॉ. मुसलेम अल-अतासी का कहना है कि इन हमलों से होम्स में एक खचाखच भरे सैन्य समारोह में भारी नुकसान हुआ। घायलों में कई लोगों की हालत गंभीर है। घायलों को उपचार के लिए होम्स के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ड्रोन में भारी मात्रा में विस्फोटक लदे हुए थे और समारोह के ऊपर नजदीकी से इनमें विस्फोट किया गया। हालांकि अभी तक किसी भी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
महोनिया शहर में बाढ़ का पानी
कैमूर-रोहतास की सीमा पर स्थित दुर्गावती जलाशय का पानी दुर्गावती नदी में छोड़ने से कैमूर के मैदानी इलाकों में भारी तबाही मच गई है। नदी का पानी ओवरफ्लो कर सोन नहर के रास्ते मोहनियां शहर में घुस गया है। शहर का वार्ड 16 डूब गया है। 50 घरों में फंसे लोगों को एसडीआरएफ ने बाहर निकाला।
कुछ और सुर्खियां
- क्रिकेट विश्व कप की शुरुआत: पहले मैच में न्यूजीलैंड ने इंग्लैंड को 9 विकेट से हराया
- हाई कोर्ट का आदेश 34500 शिक्षकों को पुरानी पेंशन योजना का लाभ नहीं मिलेगा
- स्कूल भवन के लिए 50 लाख तक की स्वीकृति जिला स्तर पर
- मणिपुर में उग्रवादियों ने दो घरों में आग लगाई, गोलीबारी भी की
- पटना में आतंकवाद के मामलों की सुनवाई के लिए बना विशेष को
- कपिल शर्मा और हुमा कुरैशी को ईडी का समन
अनछपी: भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जय प्रकाश नड्डा गुरुवार को पटना पहुंचे तो थे पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष कैलाशपति मिश्र की सौवीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करने लेकिन उनके निशाने पर रहीं क्षेत्रीय पार्टियां। याद रहे कि श्री नड्डा इससे पहले बिहार में यह घोषणा कर चुके हैं कि क्षेत्रित पार्टियां समाप्त हो जाएंगी। ऐसा लगता है कि भारतीय जनता पार्टी क्षेत्रीय दलों से ज्यादा घबराई हुई है, इसीलिए वह उसे पर ज्यादा हमलावर है। भारतीय जनता पार्टी को शायद यह लगता है कि कांग्रेस का मुकाबला करना बिहार जैसे राज्य में उतना मुश्किल नहीं है, इसलिए क्षेत्रीय दलों को टारगेट किया जाए। ध्यान रहे कि 2019 में इन्हीं क्षेत्रीय दलों की मदद से भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले एनडीए ने 40 में से 39 सीटें हासिल की थीं। इन क्षेत्रीय दलों में नीतीश कुमार का जनता दल (यूनाइटेड) और स्वर्गीय रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी शामिल थी। अब जनता दल (यूनाइटेड) एनडीए में नहीं है और लोक जनशक्ति पार्टी भी दो हिस्सों में बट चुकी है। फिलहाल भारतीय जनता पार्टी क्षेत्रीय दलों के साथ ही चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। इनमें पशुपति कुमार पारस के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी, चिराग पासवान के नेतृत्व वाली लोके जनशक्ति पार्टी (रामविलास), उपेंद्र कुशवाहा का राष्ट्रीय लोक जनता दल और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी का हिंदुस्तानी एवं मोर्चा शामिल हैं। श्री नड्डा ने जो बातें क्षेत्रीय दलों के लिए कही हैं, क्या वो बातें उनके सहयोगी क्षेत्रीय दलों पर लागू नहीं होगी? कायदे से देखा जाए तो श्री नड्डा की बातें अपने सहयोगी दलों के लिए भी खतरे की घंटी हो सकती हैं। वैसे भी, एनडीए में शामिल क्षेत्रीय दलों में किसे कितनी सीट लड़ने को मिलेगी, इसपर ऊहापोह है।
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