छपी-अनछपी: राहुल पर केंद्रित हो रही राजनीति, गया में ताबूत में लाश की जगह शराब मिली
बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। लोकसभा सदस्यता रद्द किए जाने के बावजूद देश की राजनीति कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर केंद्रित हो रही है। बिहार में महागठबंधन ने उनके समर्थन में मार्च किया है जबकि दिल्ली में उन्हें सरकारी बंगला खाली करने का नोटिस मिला है। ये दोनों खबरें पहले पन्ने पर हैं। गया में ताबूत में लाश की जगह शराब की बोतलें मिलने की खबर भी प्रमुखता से छपी है।
हिन्दुस्तान की पहली खबर है: राहुल गांधी के समर्थन में महागठबंधन का मार्च। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द किए जाने को लेकर सोमवार को महागठबंधन के सभी सात दलों के विधायकों ने काली पट्टी बांधकर विधानसभा परिसर में प्रदर्शन किया। केन्द्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। विधायकों ने विस परिसर के बाहर गोलचक्कर के पास सप्तमूर्ति तक मार्च निकाला। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के साथ अन्याय हुआ है। जब तक राहुल गांधी की सदस्यता बहाल नहीं की जाएगी तब तक सदन से सड़क तक लड़ाई जारी रहेगी। विधानमंडल के दोनों सदनों में भी यह मामला उठा।
संसद में प्रदर्शन
हिन्दुस्तान की खबर है: संसद में काले कपड़े पहनकर प्रदर्शन। राहुल गांधी को संसद सदस्यता से अयोग्य ठहराने के खिलाफ और अडानी मामले में संयुक्त संसदीय समिति बनाने की मांग पर सोमवार को सदन में हंगामा हुआ। कांग्रेस और कई अन्य विपक्षी दलों के सांसद काले कपड़े पहनकर पहुंचे। गतिरोध के बीच लोकसभा अध्यक्ष की ओर कागज भी उछाले गए।
बंगला खाली करने का नोटिस
जागरण की सबसे बड़ी सुर्खी है: राहुल को छोड़ना होगा सरकारी बंगला। लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित होने के बाद अब कांग्रेस नेता राहुल गांधी को आवंटित सरकारी बंगला खाली करना होगा। लोकसभा की आवास संबंधी समिति ने उन्हें नोटिस भेजकर 22 अप्रैल तक का समय दिया है। अधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को बताया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को 12 तुगलक लेन स्थित सरकारी बंगला आवंटित है, जिसे खाली करने के लिए नोटिस जारी किया गया है।
फैज़ल की सदस्यता पर फैसला आज
राहुल गांधी की सदस्यता जाने के बीच यह महत्वपूर्ण खबर जागरण ने दी है कि फैज़ल की लोकसभा सदस्यता बहाली पर आज सुनवाई होगी। सुप्रीम कोर्ट लक्षद्वीप से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के पूर्व सांसद मोहम्मद फैजल की लोकसभा सदस्यता बहाली की मांग पर सुनवाई करने को राजी हो गया है। कोर्ट मामले पर मंगलवार को सुनवाई करेगा। हत्या के प्रयास अपराध में 10 वर्ष के कारावास की सजा के बाद फैज़ल अयोग्य हो गए थे और उनकी लोकसभा सदस्यता समाप्त हो गई थी। फैज़ल का कहना है कि केरल हाईकोर्ट ने उनकी सजा और दोषसिद्धि दोनों पर रोक लगा दी है। इसके बावजूद उनकी लोकसभा सदस्यता बहाल नहीं की गई।
ताबूत में शराब
गया के डोभी चेक पोस्ट पर सोमवार को ताबूत में लाश की जगह शराब की बोतलें निकलीं। हिन्दुस्तान के अनुसार रामनामा में लिपटे ताबूत से एक-दो नहीं बल्कि विदेशी शराब की 212 बोतलें निकलीं। एक्साइज चेक पोस्ट की टीम ने डोभी थाना क्षेत्र में रविवार की देर रात शराब से भरी ताबूत लदी एम्बुलेंस को पकड़ा। शराब की खेप के साथ दो तस्करों को भी गिरफ्तार किया गया। शराब की खेप रांची से मुजफ्फरपुर जा रही थी। चेक पोस्ट के इंस्पेक्टर दीपक कुमार सिंह ने बताया कि एंबुलेंस में ताबूत के पास कोई नहीं था। पूछने पर तस्करों ने बताया कि परिजन आगे कार से निकल गए हैं। तुरंत एक मृत्यु प्रमाणपत्र (फर्जी ) भी दिखलाया। बताया कि चार दिन पहले मौत हुई है। जबकि फर्जी सर्टिफिकेट पर दो दिन पहले की तारीख थी। यकीन दिलाने के लिए परिजन बताकर मोबाइल पर रोते हुए महिला से बात भी करा दी।
बिलकीस बानो केस
जागरण की एक अहम खबर है: बिलकीस बानो केस के दोषियों की रिहाई पर केंद्र और गुजरात सरकार को नोटिस। अख़बार के अनुसार सुप्रीम कोर्ट ने बिलकिस बानो केस में सोमवार को केंद्र गुजरात सरकार व दोषियों को नोटिस जारी किया। बिलकीस ने केस के 11 दोषियों की समय पूर्व रिहाई को शीर्ष कोर्ट में याचिका दायर कर चुनौती दी है। गुजरात सरकार ने पिछले साल 15 अगस्त को बिलकीस बानो केस के दोषियों को गोधरा जेल से रिहा कर दिया था। जस्टिस केएम जोसेफ और जस्टिस बीवी नागरत्ना की पीठ ने मामले की अगली सुनवाई की तारीख 18 अप्रैल तय की है।
क्रिप्टो करंसी में धोखा
भास्कर की खास खबर है: क्रिप्टो करंसी में धोखा बढ़ा, भरोसा घटा; नतीजा 2 साल में 66% तक टूट चुकी। अख़बार लिखता है कि 2 साल पहले तक दुनिया भर में क्रिप्टोकरंसी की कीमत आसमान छू रही थी लेकिन अब यह 66% तक गिर चुकी है। नवंबर 21 में बिटकॉइन $67000 के रिकॉर्ड स्तर पर था जो मार्च 2023 तक $22000 के आसपास सिमट चुका है। इसकी सबसे बड़ी वजह है धोखाधड़ी में क्रिप्टो का इस्तेमाल तेजी से बढ़ना और लोगों का इस पर भरोसा डगमगाना। सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज एफटीएक्स के बाद इस एक्सचेंज को फंड देने वाले अमेरिकी बैंक सिल्वर गेट के दिवालिया होने से हालात और बिगड़े हैं।
कुछ और सुर्खियां
- राज्य के न्यायालयों में 1500 डेटा एंड सिस्टम एनालिस्ट नियुक्त होंगे
- सूबे के 8 जिलों में खुलेंगे तैराकी प्रशिक्षण केंद्र
- लालू की जमानत के खिलाफ नोटिस देने से सुप्रीम कोर्ट का इनकार
- वर्ष 2050 के बाद तेजी से घटने लगेगी दुनिया की आबादी
- खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल के नेपाल में होने की आशंका
- नामीबिया से लाई गई मादा चीता साशा की किडनी फेल होने से मौत
अनछपी: गया में ताबूत के अंदर लाश की जगह शराब मिलने की घटना मजाक की बात नहीं है लेकिन अक्सर लोग इसे मजाक के तौर पर लेकर नजरअंदाज कर सकते हैं। शराब की यह खेप झारखंड से बिहार आ रही थी। झारखंड और दूसरे राज्यों से बिहार में शराब लाने में पूरा माफिया तंत्र लगा हुआ है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कई बार यह कह चुके हैं कि शराबबंदी उन्होंने महिलाओं के कहने पर लागू की है और लगभग सभी महिलाएं इस कदम का समर्थन करती हैं। लेकिन यह बात भी अपनी जगह सही है कि बिहार के इर्द गिर्द वाली जगहों पर शराबबंदी नहीं होने से वहां से तस्करी का रास्ता खुला रहता है। इन जगहों में झारखंड के अलावा उत्तर प्रदेश व बंगाल और पड़ोस का देश नेपाल भी शामिल है। ऐसे में शराब बंदी लागू करने वाले विभाग में खुफिया जानकारी का महत्व बहुत बढ़ जाता है। इस तस्करी के धंधे में बड़े-बड़े माफिया भी अपना दिमाग लगाते रहते हैं। इसलिए जरूरत इस बात की है कि इसके जवाब में उससे बड़े दिमाग को लगाया जाए। फिलहाल गया में किस टीम ने यह कार्रवाई की है उसे पुरस्कृत करने की भी जरूरत है।
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