छ्पी-अनछपी: राहुल बोले- बिहार में ‘इंडिया’ बनाम भाजपा होगा, जेपीसी से वक़्फ़ संशोधन बिल का विरोध
बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बिहार में ‘इंडिया’ बनाम भाजपा की लड़ाई का ऐलान किया है। संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से मिलकर वक़्फ़ से जुड़े हितधारकों ने विरोध दर्ज कराया। राजद प्रमुख लालू ने ऐलान किया है कि विधानसभा में वह खुद घूमेंगे और तेजस्वी को सीएम बनाएंगे। इसराइल-हमास समझौते में बंधकों के बदले 1900 कैदी छोड़े जाएंगे।
यह हैं आज के अखबारों की अहम खबरें।
हिन्दुस्तान के अनुसार कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि भाजपा और आरएसएस का मुकाबला इंडिया गठबंधन ही कर सकता है। बिहार में इस साल चुनाव होने वाला है। इंडिया गठबंधन एकजुट होकर चुनाव लड़ेगा। बिहार में भाजपा और आरएसएस को हराना है और इस सरकार को उखाड़ फेंकना है। लोकसभा चुनाव के बाद पहली बार एक दिवसीय बिहार दौरे पर आए राहुल गांधी केंद्र की मोदी सरकार और राज्य सरकार पर हमलावर रहे।
बिहार का सिस्टम बिक गया है: राहुल
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में राहुल गांधी ने कहा कि बिहार एक क्रांतिकारी प्रदेश है। देश में जब भी बदलाव हुए हैं, उसकी शुरुआत बिहार से हुई है। बिहार के डीएनए में विचारधारा है। बिहारी किसी से डरते नहीं हैं। लेकिन मौजूदा सरकार ने बिहार को लेबर फैक्ट्री बना दिया है। यहां शिक्षा का बंटाधार कर दिया गया है। बिहार पेपर लीक का सेंटर बन गया है। हर परीक्षा में पेपर लीक हो रहा है। बिहार का सिस्टम बिक गया है। लोगों को रोजगार नहीं मिल रहा है।
बिहार की जातीय गणना को फेक बताया
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि वे जातीय जनगणना कराएंगे। वह ऐसा करने के लिए संकल्पित हैं। समाज में जिस वर्ग की जितनी संख्या है उसे हिसाब से उनकी हिस्सेदारी भी तय होनी चाहिए। वे शनिवार को बापू सभागार में संविधान सुरक्षा सम्मेलन के पटना संस्करण को संबोधित कर रहे थे। श्री गांधी ने कहा कि जातीय जनगणना दरअसल एक्स-रे की तरह है। इससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। इसके बाद आगे की कार्य योजना बनाने में मदद मिलेगी। उन्होंने यह भी कहा कि जातीय जनगणना बिहार की तरह नहीं होनी चाहिए। यह फेक है और बेवकूफ बनाने वाली गणना थी।
जेपीसी से वक़्फ़ संशोधन का विरोध
भास्कर के अनुसार वक़्फ़ बोर्ड कानून में होने वाले बदलाव पर बिहार की राय जानने आई संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से बिहार के प्रमुख मुस्लिम संगठनों ने विरोध दर्ज कराया। इमारत-ए-शरिया, जमीयत उलेमा, मिली काउंसिल, खानकाहों के प्रमुख, सुन्नी व शिया वक़्फ़ बोर्ड के अध्यक्ष व सीईओ व तमाम मुस्लिम संगठनों ने समिति से वक़्फ़ संशोधन विधेयक को खारिज करने की बात कही। उनका कहना था कि वक़्फ़ संशोधन बिल मौलिक अधिकार और संविधान के विरुद्ध है। उन्होंने कहा कि यह मुसलमानों की धार्मिक स्वतंत्रता के भी खिलाफ है। समिति की सुनवाई के दौरान उस समय हंगामा हो गया जब राजपूत महासभा के राकेश सिंह मंटू ने वक़्फ़ बोर्ड को असंवैधानिक कह दिया। यह सुनते ही किशनगंज के कांग्रेसी सांसद मोहम्मद जावेद भड़क गए, बोले- इन पर एफआईआर कराइए।
लालू ने कहा विधानसभा चुनाव में खुद घूमूंगा
“तेजस्वी होई मुख्यमंत्री”, भास्कर के अनुसार राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने राजद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में यह ऐलान किया। उन्होंने कहा विधानसभा चुनाव में खुद घूमूंगा, तेजस्वी को सीएम बनाऊंगा। शनिवार को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में महत्वपूर्ण संविधान संशोधन हुआ। बैठक पटना के एक होटल के जयप्रकाश नारायण सभागार में हुई जिसमें प्रदेश अध्यक्ष जगदानन्द सिंह नहीं आए। राजद में टूट होने पर पार्टी का नाम, चुनाव चिन्ह और झंडा पर चुनाव आयोग का निर्णय मान्य नहीं होगा। कार्यकारिणी में प्रस्ताव पास किया गया कि राजद तेजस्वी यादव के नेतृत्व में ही बिहार विधानसभा के चुनाव मैदान में उतरेगा।
1900 कैदी छोड़ेगा इसराइल
हिन्दुस्तान के अनुसार ग़ज़ा में रविवार की सुबह फलस्तीनियों के लिए उत्साह, उल्लास और उम्मीदों से भरी होगी। योजना के अनुसार पहले चरण के दौरान, 33 जीवित और मृत इजरायली बंधकों के बदले, इसराइल करीब 1,900 फलस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा।
इसराइल द्वारा रिहा किए जाने वाले कैदियों में 1,167 ग़ज़ा के निवासी हैं लेकिन वे सात अक्तूबर 2023 को इसराइल पर हमास के हमले में शामिल नहीं थे। पहले चरण में इसराइल के कब्जे वाले ग़ज़ा के 19 वर्ष से कम आयु की सभी महिलाओं और बच्चों को मुक्त कर दिया जाएगा।
आरजी कर अस्पताल के रेप-मर्डर मामले में संजय दोषी करार
जागरण के अनुसार कोलकाता के सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में महिला डॉक्टर से दरिंदगी मामले में सियालदह कोर्ट ने शनिवार को सिविल वॉलिंटियर संजय राय को दोषी करार दिया। अतिरिक्त जिला व सत्र न्यायाधीश अनिर्बाण दास सोमवार 20 जनवरी दोपहर 12:30 बजे दोषी को सजा सुनाएंगे। संजय को भारतीय न्याय संहिता की धारा 64, 66 वह 103 के तहत दोषी ठहराया गया है।
सैफ पर हमला के मामले में गिरफ्तारी
हिन्दुस्तान के अनुसार अभिनेता सैफ अली खान पर उनके घर में चाकू से हमला करने वाले संदिग्ध को शनिवार को पकड़ लिया गया। रेलवे पुलिस बल (आरपीएफ) ने उसे छत्तीसगढ़ में दुर्ग रेलवे स्टेशन पर एक ट्रेन से हिरासत में लिया। आरपीएफ के एक अधिकारी ने बताया कि 31 वर्षीय आकाश कैलाश कन्नोजिया नामक यह युवक मुंबई लोकमान्य तिलक टर्मिनस एवं कोलकाता शालीमार के बीच चलने वाली ट्रेन ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस से यात्रा कर रहा था। दोपहर करीब साढ़े 12 बजे दुर्ग की आरपीएफ चौकी को मुंबई पुलिस से सैफ पर हमले के संदिग्ध के ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस से यात्रा करने की सूचना मिली। मुंबई पुलिस ने आरपीएफ को उसकी तस्वीर भी भेजी।
कुछ और सुर्खियां
- ईरान में सुप्रीम कोर्ट के दो जजों की गोली मारकर हत्या
- राहुल गांधी गर्दनीबाग में बीपीएससी उम्मीदवारों से मिले, कहा- आपकी मांग जायज
- बिहार का बजट पहली बार 3 लाख करोड़ से अधिक का होगा
- नीतीश कुमार का ऐलान- बेगूसराय के कांवर झील का होगा विकास
- बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री का दावा- देश न छोड़ती तो मार दी जाती
अनछपी: क्या फलस्तीन और खास कर ग़ज़ा में लोगों को अमन नसीब होगा? जब से हमास और इसराइल के बीच सीजफायर का ऐलान किया गया है, ग़ज़ा के लोगों ने राहत की सांस ली थी और वहां खुशी मनाने की तैयारी भी चल रही थी। सीजफायर 19 जनवरी यानी आज से शुरू होने वाली है लेकिन इसके साथ इसराइल के हठधर्मी प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू का एक ऐसा बयान सामने आया जो अमन की उम्मीद लगाए लाखों लोगों को मायूस करने वाला है। ध्यान रहे कि इस सीजफायर का ऐलान तब आया है जब ग़ज़ा और आसपास 46 हज़ार से अधिक लोग इसराइल के हमले में मारे जा चुके हैं। सीजफायर शुरू होने से कुछ ही देर पहले नेतन्याहू ने कहा कि अगर हमास के साथ दूसरे चरण की बातचीत नाकाम होती है तो इसराइल हमास के खिलाफ फिर से युद्ध शुरू करने के लिए तैयार है। नेतन्याहू ने अपने भाषण में कहा कि सीजफायर अस्थाई है और इसराइल ग़ज़ा पर फिर से हमला करने का अधिकार रखता है। इतने हजार लोगों को मारने और बेघरबार करने के बावजूद नेतन्याहू का यह अड़ियल रवैया पूरी इंसानियत के लिए बेहद खतरनाक है। नेतन्याहू के इस अड़ियल रवैया की वजह यह है कि उन्हें लगता है कि हमास पूरी तरह अकेला हो चुका है और इसराइल ने मध्य पूर्व की तस्वीर बदल दी है। इसराइल की मांग है कि हमास बंधकों की सूची सौंपे तभी सीजफायर शुरू होगा। हालांकि हमास जिन 33 बंधकों को रिहा करने वाला है उसकी एक लंबी सूची पहले ही इसराइली मीडिया में आ चुकी है। तस्वीर का दूसरा रुख यह है कि सीजफायर के ऐलान के बावजूद इसराइल ने हमास के लोगों पर हमले जारी रखे हैं जिनमें कम से कम 120 लोग मारे गए हैं। कई लोगों का यह कहना है कि दरअसल इसराइल को अमेरिका की ओर से हर तरह का समर्थन मिला हुआ है इसीलिए वह हर तरह के अन्यायपूर्ण फैसले कर रहा है। मध्य पूर्व और अरब जगत के देशों के लिए यह अत्यंत शर्मनाक बात है कि उनके रहते फलस्तीन के लिए संघर्ष कर रहे लोगों का संगठन अकेला है। ऐसे में यूरोप के ही कुछ देशों से उम्मीद की जा सकती है हालांकि उनकी ओर से अभी तक कोई बयान सामने नहीं आया है।
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