छ्पी-अनछपी: खड़गे बोले- आरएसएस व भाजपा ज़हर, पटना में मोदी का रोड शो आज

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। पटना के हिंदी अखबार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आज होने वाले रोड शो की खबरों से भरे हुए हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आरएसएस और भाजपा को जहर बताया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का कहना है कि अगर मोदी प्रधानमंत्री बनते हैं तो वह अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाएंगे क्योंकि उन्हें अगले साल रिटायर होना होगा।

जागरण के अनुसार मुजफ्फरपुर और समस्तीपुर में चुनावी भाषण के दौरान कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भाजपा और आरएसएस को जहर बताया। उन्होंने लोगों से इससे दूर रहने की अपील की ताकि संविधान बचा रहे। उन्होंने कहा कि जहर है या नहीं इसे जानने के लिए भी अगर एक बार और चखा तो सब समाप्त हो जाएगा। “भाजपा को अगर इस बार सत्ता दी तो देश का संविधान समाप्त हो जाएगा। आज आप जिस वोट की ताकत से भाजपा और मोदी को रोक सकते हैं वह भी खत्म हो जाएगा।” हिन्दुस्तान के अनुसार कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछला दस साल विपक्ष के नेताओं को परेशान करने और उन्हें फंसाने में गुजारा है। देश के दस साल उन्होंने बर्बाद किये हैं। चाहे ईडी, इन्कम टैक्स या सीबीआई हो, इसके माध्यम से वो विपक्ष के नेताओं पर कार्रवाई करते हैं और फिर उनका आह्वान भी करते हैं कि वो भाजपा के साथ जुड़ जाएं। श्री खड़गे शनिवार को पटना में इंडिया गठबंधन के संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में बोल रहे थे।

नरेंद्र मोदी का रोड शो

प्रभात खबर और जागरण में आज प्रधानमंत्री मोदी के पटना में होने वाले रोड शो को पहली खबर बनाया गया है। प्रभात खबर के अनुसार पीएम नरेंद्र मोदी रविवार की दोपहर 3:00 बजे बिहार के दो दिवसीय दौरे पर पटना पहुंच रहे हैं। वह शाम 5:00 बजे से पटना शहर में आयोजित रोड शो में भाग लेंगे। यह रोड शो भट्टाचार्य रोड से शुरू कदमकुआं, साहित्य सम्मेलन, ठाकुरबारी रोड और बाकरगंज होते हुए गांधी मैदान के उद्योग भवन तक निकाला जाएगा। करीब 2 किलोमीटर लंबे इस रोड शो में नरेंद्र मोदी भगवा जीप में आम जनता का अभिवादन स्वीकार करेंगे। इस दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी उनके साथ रहेंगे।

पटना के लोगो को होने वाली परेशानी

नरेंद्र मोदी के रोड शो के कारण बेली रोड के अलावा रोड शो के रास्ते पर तीन बजे के बाद से आम गाड़ियों का आना-जाना बंद कर दिया गया है। एग्जीबिशन रोड से उद्योग भवन तक का इलाका छावनी में तब्दील हो गया है। कल रिहर्सल के दौरान भी गाड़ियों के आने जाने पर पाबंदी रही। एयरपोर्ट के लिए 3 घंटे पहले निकलने को कहा गया है। रेलवे जंक्शन पर 24 घन्टे के लिए पार्किंग बंद कर दी गई है। राजधानी समेत कई ट्रेनों का पटना जंक्शन पर ठहराव नहीं होगा और उसके बदले उन्हें दानापुर में ठहराव मिलेगा। पटना साहिब से कांग्रेस के उम्मीदवार अंशुल अभिजीत का कहना है कि मोदी के रोड शो के कारण डर का माहौल बन गया है।

मोदी जल्द हटाएंगे योगी को: केजरीवाल

जागरण की खबर है दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला। केजरीवाल ने कहा कि मोदी अगले वर्ष 17 सितंबर को 75 साल के हो जाएंगे। ऐसे में वह अगले साल अमित शाह को पीएम बनाएंगे। “अबकी वह वोट भी वह अपने लिए नहीं, अमित शाह के लिए ही मांग रहे हैं।” उन्होंने दावा किया कि अगर मोदी चुनाव जीत गए तो दो महीने के अंदर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को भी बदल दिया जाएगा। भाजपा पर वन नेशन वन लीडर मिशन पर काम करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा जीती तो वह विपक्ष के सभी नेताओं को जेल में डाल देगी। उन्होंने कहा, मैं तानाशाही के खिलाफ लड़ रहा हूं, मुझे अब देश के 140 करोड़ लोगों का साथ चाहिए। अरविंद केजरीवाल के इस बयान का जवाब देते हुए अमित शाह ने कहा कि मोदी 2029 तक ही नहीं उससे आगे भी देश का नेतृत्व करते रहेंगे।

गवर्नर के कुकृत्य का पेन ड्राइव मेरे पास: ममता

जागरण के अनुसार पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को कहा कि एक ऐसा पेन ड्राइव उनके हाथ लगा है जिसमें राज्यपाल का पूरा कुकृत्य है। उन्होंने कहा कि ऐसे में अगर राजपाल उन्हें राजभवन बुलाते हैं तो वह कतई नहीं जाएंगी क्योंकि अब उनके पास बैठने में डर लगता है। “हां अगर वह सड़क पर बुलाते हैं तो चली जाऊंगी।” तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने राजभवन की एक महिला कर्मचारी से कथित छेड़खानी के मामले में राज्यपाल डॉक्टर सीवी आनंद बोस पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि जब तक बोस पद पर बने रहेंगे तब तक वह राजभवन नहीं जाएंगी।

विपक्ष का एजेंडा मोदी पर हमला

हिन्दुस्तान के साथ इंटरव्यू में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि

उनका (विपक्ष का) एक कॉमन एजेंडा है, रोज आओ, मोदी को गाली दो, इसलिए गठबंधन कैसे चलता है, गठबंधन क्या होता है, ये विपक्ष हमें नहीं बता सकता।… वो तो सिर्फ मोदी विरोध के नाम पर एक हो गए हैं। उन्होंने कहा, ‘यूपीए ने जहां जनता-जनार्दन को डबल डिजिट में महंगाई दी, वहीं एनडीए सरकार ने कोरोना महामारी जैसी वैश्विक उथल-पुथल के बावजूद महंगाई को काबू में रखा। रोजगार सृजन की बात करें तो इसको लेकर हर क्षेत्र में काफी अच्छा काम हुआ है।”

फलस्तीन को यूएन की सदस्यता
गाजा युद्ध के बीच फलस्तीन को संयुक्त राष्ट्र की सदस्यता के समर्थन वाला प्रस्ताव पास हो गया। भारत, फ्रांस, चीन, रूस और जापान ने इसका समर्थन किया। वहीं, इस पर विरोध जताते हुए संयुक्त राष्ट्र में इजरायल के राजदूत गिलाड एर्दान ने यूएन के चार्टर को फाड़ डाला। प्रस्ताव में फलस्तीन को संयुक्त राष्ट्र की पूर्ण सदस्यता देने का समर्थन किया गया था। यह प्रस्ताव पारित होने से अब फलस्तीन के प्रतिनिधि महासभा की बैठक में अन्य मुद्दों पर भी बात कर पाएंगे। पहले वह केवल फलस्तीन से जुड़े किसी मुद्दे पर ही अपनी बात रख सकते थे।

कुछ और सुर्खियां

  • मधुबनी जिले के झंझारपुर में एक सनकी ने मुसल और जांता के पत्थर से सास, पत्नी और अपनी दो मासूम बेटियों की हत्या कर दी
  • समस्तीपुर में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के हेलीकॉप्टर की तलाशी ली गई
  • बेगूसराय में बोले असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिश्व सरमा- पीओके को वापस लेने के लिए चाहिए 400 सीटें
  • मोदी जी को सत्ता से हटाएंगे तब करेंगे बेड रेस्ट: तेजस्वी
  • ग्रेटर नोएडा में दसवीं मंजिल से गिरकर बिहार के दो लोगों की मौत
  • चौथे चरण के लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार थमा, बिहार की 5 सीटों समेत कुल 96 सीटों पर मतदान कल

अनछ्पी: चुनाव से ठीक पहले अखबार यह दावा करते हैं कि उनकी ओर से पेड न्यूज़ नहीं छापा जाएगा। चुनाव आयोग ऐसे पेड न्यूज़ को मॉडल कोड ऑफ़ कंडक्ट के खिलाफ बताता है इसलिए अखबारों को यह घोषणा करनी पड़ती है। लेकिन आज ‘हिन्दुस्तान’ में छपे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इंटरव्यू को पेड न्यूज माना जाए या नहीं इस पर चर्चा करने की जरूरत है। ऐसा लगता है कि इस अखबार में पेड न्यूज के आरोप से बचने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दो पेज लंबा इंटरव्यू छापा है। पिछले महीने 12 तारीख को भी इसी अखबार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इंटरव्यू छपा था लेकिन वह एक पन्ने का था। महज़ एक महीने के अंतराल पर दो-दो इंटरव्यू छापने का क्या मकसद है? चुनाव के समय नेताओं का इंटरव्यू छापना स्वाभाविक बात है लेकिन अगर किसी एक नेता के इंटरव्यू को इतनी ज्यादा जगह दी जाए तो इस पर सवाल उठना स्वाभाविक है। अखबार के संपादक को यह बताना चाहिए कि ऐसी क्या जरूरत पड़ गई कि एक ही व्यक्ति का इंटरव्यू एक महीने के अंतराल पर दो बार छापा जाए और वह भी दो दो पन्ने में। प्रधानमंत्री के चुनावी भाषण को भी दूसरे नेताओं की अपेक्षा काफी अधिक जगह मिलती है। अखबारों के अलावा टीवी पर भी ऐसे इंटरव्यू प्रसारित किए जाते हैं। यह काम तो चुनाव आयोग का है कि वह देखे कि किस नेता को किस मीडिया संस्थान द्वारा कब कितनी जगह दी जा रही है और क्या इसमें संतुलन बनाया जा रहा है या इकतरफ़ा किसी एक नेता को अधिक कवरेज मिल रही है। अफसोस की बात है कि चुनाव आयोग इससे भी गंभीर मामलों में कोई कार्रवाई नहीं कर रहा तो उसके द्वारा ऐसी कवरेज पर खुद नोटिस लेने की बात सोचना भी मुश्किल लग रहा है। यह बात भी ध्यान देने की है कि ऐसे इंटरव्यू तब छपते या प्रसारित होते हैं जब चुनाव प्रचार का दिन समाप्त माना जाता है। यही नहीं चुनावी भाषणों का भी लाइव प्रसारण होता है। ऐसे में यह सवाल पूछना वाजिब है कि आखिर चुनाव प्रचार खत्म होने की तारीख का मतलब क्या है अगर उस दिन भी कुछ नेताओं के चुनावी भाषण को फिर भी जारी रखा जाए।

 

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