छपी-अनछपी: क्या अमित शाह ने बिहार के काम को केंद्र का बताया? छपरा के पास हड्डी ले जा रहे ड्राइवर की मॉब लिंचिंग

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को अपने लखीसराय दौरे के दौरान कई ऐसे काम को केंद्र द्वारा किया गया बताया जिसके बारे में विपक्षी नेताओं का कहना है कि दरअसल वह काम बिहार सरकार ने कराए हैं। इससे जुड़ी खबरें आज के अखबारों में छायी हुई हैं। छपरा के पास हड्डी ले जा रहे एक ट्रक ड्राइवर की मॉब लिंचिंग में हत्या कर दी गई है जिसकी खबर हिंदुस्तान ने प्रमुखता से दी है।

जागरण की सबसे बड़ी खबार है: नीतीश बने रहना चाहते हैं मुख्यमंत्री, लालू को बना रहे हैं मूर्ख: अमित शाह। अखबार लिखता है कि बिहार में चल रही राजनीतिक सरगर्मियों के बीच गुरुवार को लखीसराय पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री बनने की मंशा पर ही सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि वे खुद को इस तरह प्रोजेक्ट कर लालू प्रसाद यादव को मूर्ख बना रहे हैं। प्रधानमंत्री बनने के लिए कांग्रेस की चौखट पर बैठना दिखावा भर है। नीतीश मुख्यमंत्री ही बने रहना चाहते हैं। कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि यह ऐसी पार्टी है जहां नेता को लांच किया जाता है।

कोई झूठा ही ऐसा कर सकता है…

जागरण ने अमित शाह की खबर के ठीक नीचे जदयू के अध्यक्ष ललन सिंह के बयान पर सुर्खी लगाई है: राज्य के काम को कोई झूठा ही कर सकता है केंद्र के नाम। अखबार लिखता है कि जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने उन्हें बड़का झुट्ठा पार्टी का बड़का झुट्ठा गृह मंत्री करार दिया। उन्होंने कहा कि मुंगेर में इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेज खुलवाने में केंद्र सरकार का ₹1 भी नहीं लगा है। यह नीतीश सरकार की योजनाओं के तहत बना है। नीतीश सरकार की उपलब्धि भी नरेंद्र मोदी जी के नाम का करने का साहस कोई झूठा व्यक्ति ही कर सकता है। ललन सिंह ने कहा कि यदि साहस है तो बताइए कि हर घर नल का जल योजना में केंद्र सरकार के कितने रुपए लगे हैं।

मोदी या राहुल?

हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी खबर है: लोग तय करें, प्रधानमंत्री मोदी होंगे या राहुल: शाह। भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि पिछले नौ वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश का गौरव बढ़ाया है। उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहते हैं कि भाजपा सरकार ने कुछ नहीं किया। मैं बताने आया हूं कि पिछले नौ वर्षों में हमारी सरकार ने कितना काम किया। नीतीश कुमार भी अपने काम का हिसाब दें। जनता तय करे कि अगला प्रधानमंत्री किसे बनाना है। नरेंद्र मोदी को या राहुल गांधी को।”

40 सीट जीतने का दावा

भास्कर की सबसे बड़ी खबर है: शाह बोले-2014 में 31, 2019 में 39; इस बार जीतेंगे बिहार की सभी 40 सीटें। लोकसभा प्रवास के दौरान गुरुवार को मुंगेर लोकसभा क्षेत्र के लखीसराय स्थित गांधी मैदान में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि यहां की जनता ने 2014 में 31 सीटें और 2019 में 39 सीटें दीं। उन्होंने दावा किया कि 2024 में एक-दो सीट की रही-सही कसर भी जनता पूरी करेगी और बिहार की सभी 40 की 40 सीटों पर कमल खिलेगा।

ट्रक ड्राइवर की भीड़ हत्या

हिन्दुस्तान ने पहले पेज पर खबर दी है: दुस्साहस: सारण में भीड़ ने ट्रक चालक को पीट-पीटकर मार डाला। सारण ज़िले के जलालपुर थाना क्षेत्र में बुधवार की रात भीड़ ने ट्रक ड्राइवर को पीट-पीटकर मार डाला। चालक की पहचान गौरा ओपी थाने के मझवलिया गांव के जहीरुद्दीन के रूप में हुई है। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। ट्रक ड्राइवर हड्डी फैक्टरी की गाड़ी चलाता था। वह ट्रक पर हड्डी लादकर रोजाना की तरह बुधवार की रात भी मझवलिया गांव स्थित वर्कशॉप ले जा रहा था। इसी दौरान रास्ते में एक जगह ट्रक खराब हो गया। ट्रक से मांस और हड्डी की दुर्गंध फैल रही थी। जिसके बाद लोगों ने ट्रक को वहां से हटाने के लिए कहा। धीरे-धीरे भीड़ जुट गई। ट्रक में मांस होने की आशंका को लेकर लोग भड़क गए और ट्रक ड्राइवर को मारपीट कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने उसे सामुदायिक अस्पताल, जलालपुर में भर्ती कराया। जहां उसे छपरा सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। वहीं उसकी मौत हो गई।

राहुल गांधी मणिपुर में

भास्कर ने पहले पेज पर खबर दी है: पुलिस ने सड़क से जाने से रोका तो हेलीकॉप्टर से पहुंचे राहुल, बोले- शांति हमारी प्राथमिकता। कांग्रेस नेता राहुल गांधी 2 दिन की मणिपुर यात्रा पर गुरुवार को इंफाल पहुंचे। यहां से वे कार से चुराचांदपुर के राहत कैंपों में रह रहे हिंसाग्रस्त पीड़ितों से मिलने जा रहे थे। इंफाल से 20 किलोमीटर दूर पुलिस ने उनका काफिला रोक लिया। पुलिस ने हमले की आशंका जताई। प्रशासन ने राहुल को हेलीकॉप्टर से चुराचांदपुर जाने को कहा लेकिन वह नहीं माने। समर्थकों के हंगामा करने पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़कर उन्हें खदेड़ दिया। इसके बाद राहुल गांधी इंफाल लौट आए। फिर से राज्य सरकार के हेलीकॉप्टर से चुराचांदपुर पहुंचे और ग्रीन वुड रिलीफ कैंप में पीड़ितों से बात की। यहां से लौटने के बाद राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि मणिपुर को उपचार की जरूरत है।

मणिपुर हिंसा में दो की मौत

मणिपुर में गुरुवार सुबह एक बार फिर हिंसा हुई। यहां अब तक 100 से अधिक लोग मारे गए हैं। हिन्दुस्तान के अनुसार कांगपोकपी जिले में हथियारबंद उपद्रवियों ने अचानक फायरिंग कर दी। सुरक्षाकर्मियों की जवाबी फायरिंग में दो उपद्रवी मारे गए। सेना का कहना है कि एक और उपद्रवी की मौत की आशंका है, हालांकि शव नहीं मिला। गांव में गोलीबारी कांगपोकपी जिले के हरोथेल गांव में हुई हिंसा में पांच अन्य उपद्रवी घायल भी हुए हैं। सेना का कहना है कि घटनास्थल पर कई राउंड गोली-बारी हुई।

विपक्ष की बैठक शिमला की जगह बेंगलुरू में

हिन्दुस्तान की दूसरी सबसे बड़ी खबर है: बेंगलुरु में बनेगी विपक्ष की रणनीति। पटना में एक हफ्ते पहले हुई विपक्षी दलों की बैठक के बाद अब दूसरी बैठक बेंगलुरु में होने जा रही है। पहले यह बैठक हिमाचल प्रदेश के शिमला में 10 या 12 जुलाई को प्रस्तावित थी, लेकिन अब यह 13-14 जुलाई को बेंगलुरु में होगी। यह जानकारी गुरुवार को नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी के  प्रमुख शरद पवार ने दी। बैठक के बारे में जानकारी देते हुए शरद पवार ने भाजपा पर निशाना साधा और कहा कि ये सत्ता के लिए बेचैन रहते हैं। उन्होंने 2019 में अजित पवार के साथ मिलकर महाराष्ट्र में बीजेपी की सरकार बनाने पर देवेंद्र फडणवीस पर भी निशाना साधा।

फ्रांस में दंगा

जागरण की खबर है पुलिस फायरिंग में किशोर की मौत के बाद फ्रांस में दंगा।  फ्रांस में मंगलवार को पुलिस की गोली से मारे गए गए 17 वर्षीय किशोर की मौत के बाद फ्रांस में हिंसा का दौर जारी है। सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए गुरुवार को फ्रांस में 40 हजार पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। फ्रांस की राजधानी पेरिस के सब-अर्बन एरिया नेन्तेरे में किशोर नाहेल को ट्रैफिक सिग्नल पर न रुकने के बाद पुलिस ने गोली मार दी थी। इसमें किशोर की मौत हो गई, जिसके विरोध में दो दिन से हिंसा जारी है।

कुछ और सुर्खियां

  • तमिलनाडु के गवर्नर ने गिरफ्तार मंत्री को बर्खास्त किया, सीएम के विरोध के बाद फैसले को पलटा
  • अब सरकारी स्कूलों में बनाया जाएगा बच्चों का आधार कार्ड
  • यूनिफॉर्म सिविल कोड पर संसदीय समिति ने 3 जुलाई को बैठक बुलाई
  • 6 जिलों में 7 साइबर गिरोहों पर होगी कार्रवाई
  • पूरे बिहार में ठनका गिरने से 9 मरे आज भारी बारिश का अलर्ट

अनछपी: सारण जिले में बकरईद से एक दिन पहले ट्रक ड्राइवर जहीर की मॉब लिंचिंग बिहार सरकार के लिए एक गंभीर चुनौती है। इसके साथ ही यह बिहार के सामाजिक सौहार्द के लिए भी गंभीर प्रश्न है। ट्रक ड्राइवर की किस्मत खराब थी कि हड्डी लदी गाड़ी खराब हो गई और उसके दुर्गंध से भीड़ जमा हो गई जिसने पीट पीट कर उसे मार डाला। इससे पहले मार्च में भी सारण जिले में ही नसीब कुरेशी की हत्या बीफ ले जाने के शक में भीड़ ने कर दी थी। क्या यह महज इत्तेफाक है कि चार महीने के अंदर सारण जिले में ऐसी दो हत्याएं हुई हैं? बिहार सरकार को इसकी जांच करानी चाहिए कि क्या यह अचानक जमा हुई भीड़ की हरकत है या इसके पीछे कोई संगठन है। ऐसा लगता है कि बिहार में जब से भारतीय जनता पार्टी सरकार से अलग हुई है हिंसा का माहौल गंभीर होता जा रहा है। यह सवाल भी किया जाना चाहिए कि क्या बिहार में हरियाणा और उत्तर प्रदेश की तरह गौ रक्षकों का दल सक्रिय तो नहीं है? बिहार की तरह ही झारखंड में भी मॉब लिंचिंग की घटनाएं आए दिन होती रहती है लेकिन वहां मॉब लिंचिंग के खिलाफ विशेष कानून बना है। राहत की बात यह है कि मॉब लिंचिंग की ताजा घटना के बाद कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया है लेकिन उन पर कानून की वैसे कार्रवाई संभव नहीं है जैसा कि झारखंड में बनाए गए मॉब लिंचिंग विरोधी कानून से हो सकती है। भीड़ द्वारा किसी को मारने की यह पहली घटना नहीं है लेकिन यह देखने की भी जरूरत है कि क्या किसी को इस कारण भीड़ ने मार डाला कि उसका धर्म अलग था? यह एक बेहद गंभीर मामला है और इसपर सामाजिक संगठनों को भी गंभीरता से सोचना चाहिए।

 

 

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