छ्पी-अनछ्पी: हिना शहाब या चौधरी पर सस्पेंस, केजरीवाल को हाई कोर्ट से भी राहत नहीं

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। राजद ने अपने 22 उम्मीदवारों की घोषणा की है लेकिन 23वें उम्मीदवार पर सस्पेंस बरकरार है। यह सीट सीवान की है और यहां से हिना शहाब उम्मीदवार होंगी या अवध बिहारी चौधरी, इसका फैसला नहीं हुआ है। आज के सभी अखबारों ने इसे प्रमुखता दी है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जमानत के मामले में हाई कोर्ट से राहत नहीं मिली है। इस खबर को भी अच्छी जगह मिली है।

हिन्दुस्तान की पहली खबर है: सीवान छोड़ राजद के 22 प्रत्याशी घोषित। भास्कर ने लिखा है: हिना का कुछ दिन इंतजार करेगा राजद… रामा सिंह का पत्ता साफ। प्रभात खबर की सुर्खी है: राजद ने 22 उम्मीदवारों की सूची जारी की, मीसा पाटलिपुत्र तो रोहिणी आचार्य सारण से लड़ेंगी। राष्ट्रीय जनता दल ने मंगलवार की देर रात बिहार के 22 लोकसभा क्षेत्रों के प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की। सीवान संसदीय क्षेत्र के लिए फिलहाल किसी प्रत्याशी के नाम का ऐलान नहीं किया गया है।

सीवान में कौन?

सीवान से राजद ने अभी प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है। पार्टी के वरिष्ठ नेता अवध विहारी चौधरी और पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब में से किसे चुना जाए, इसे लेकर उधेड़बुन है। अवध विहारी कई दिनों से प्रचार में जुटे हैं जबकि हिना भी लड़ने पर अड़ी हैं। हिना या चौधरी में एक को प्रत्याशी बनाने पर निर्णय जल्द लिया जाएगा।

आरजेडी के 22 उम्मीदवार और सीट

  1. गया (एससी) कुमार सर्वजीत 2. नवादा श्रवण कुशवाहा 3. सारण डॉ. रोहिणी आचार्य 4. जमुई (एससी) अर्चना रविदास 5. बांका जय प्रकाश यादव 6. पूर्णिया बीमा भारती 7. दरभंगा ललित यादव 8. बक्सर सुधाकर सिंह 9. सुपौल चन्द्रहास चौपाल 10. पाटलिपुत्र डॉ. मीसा भारती 11. वैशाली मुन्ना शुक्ला 12. औरंगाबाद अभय कुशवाहा 13. हाजीपुर (सु.) शिवचंद्र राम 14. अररिया शाहनवाज़ आलम 15. जहानाबाद डॉ. सुरेंद्र प्रसाद 16. मुंगेर अनीता देवी 17. उजियारपुर आलोक मेहता 18. सीतामढ़ी अर्जुन राय 19. मधुबनी मो. अली अशरफ फातमी 20. वाल्मीकिनगर दीपक यादव 21. शिवहर रितु जायसवाल 22. मधेपुरा प्रो. कुमार चन्द्र दीप।

केजरीवाल को राहत नहीं

जागरण की सबसे बड़ी खबर है कि आबकारी घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल में बंद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को हाई कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। अदालत ने केजरीवाल की गिरफ्तारी को वैध करार देते हुए गिरफ्तारी व ईडी रिमांड को चुनौती देने वाली उनकी याचिका खारिज कर दी। अदालत ने लोकसभा चुनाव के समय गिरफ्तारी, इलेक्टोरल बॉन्ड से लेकर सरकारी गवाहों के बयान जैसे केजरीवाल के सवालों का कानूनी तर्कों से जवाब दिया। गिरफ्तारी और उसके बाद दी गई ईडी रिमांड को बरकरार रखते हुए न्यायमूर्ति स्वर्ण कांता शर्मा की पीठ ने कहा कि अदालत के सामने पेश की गई फाइलों और सामग्री से पता चलता है कि ईडी ने कानून के आदेश का पालन किया। आम आदमी पार्टी के नेता जैस्मिन शाह ने कहा है कि हाई कोर्ट केस निर्णय के खिलाफ केजरीवाल सुप्रीम कोर्ट जाएंगे।

सासाराम में ज़िंदा जलने से 7 की मौत

रोहतास में कच्छवां थाने के इब्राहिमपुर गांव में मंगलवार दोपहर फूस से बने घर में अचानक आग लगने से भोजपुर के एक ही परिवार के सात लोग जिंदा जल गए। हादसे में एक महिला झुलस गई। मरने वालों में पांच बच्चे और दो महिलाएं हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि आग ट्रांसफार्मर की चिंगारी से लगी लेकिन पुलिस का कहना है कि आग चूल्हे से लगी।

उच्च शिक्षा में बाधक बन रहे अधिकारी: राज्यपाल

जागरण की खबर है कि राज्यपाल एवं कुलाधिपति राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने सभी विश्वविद्यालयों में ठप वित्तीय कामकाज का हल निकालने के लिए मंगलवार को भवन में कुलपतियों की बैठक बुलाई थी। राजपाल की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक को भी आमंत्रित किया गया था। लेकिन इस महत्वपूर्ण बैठक में भी ना तो केके पाठक गए और ना ही शिक्षा विभाग के अन्य कोई अफ़सर ही पहुंचे। राज्यपाल ने कहा कि शिक्षा विभाग के अधिकारी उच्च शिक्षा को बाधित करने की नीयत से व्यवधान उत्पन्न कर रहे हैं।

ट्रेनिंग ले रहे शिक्षकों की छुट्टी पर कन्फ्यूजन

भास्कर की सुर्खी है: शिक्षकों को ईद-रामनवमी की छुट्टी पर गजब का कन्फ्यूजन। बिहार में शिक्षकों को ईद और रामनवमी पर छुट्टी मिलेगी या नहीं इस पर गजब का कंफ्यूजन है। पहले शिक्षा विभाग ने कहा था कि छुट्टी नहीं रहेगी। बाद में 8 अप्रैल को सरकार की ओर से जारी पत्र में कहा गया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शिक्षकों के प्रशिक्षण को लेकर संज्ञान लिया है और 10-11 अप्रैल को ईद, 17 अप्रैल को रामनवमी पर अवकाश घोषित किया गया है लेकिन मंगलवार को शिक्षा विभाग ने एक पत्र जारी कर इस आदेश को फर्जी बताया। शिक्षा विभाग के इस पत्र के थोड़ी देर बाद ही एससीईआरटी ने भी एक पत्र जारी किया जिसमें ईद और रामनवमी के कारण 11-17 अप्रैल की ट्रेनिंग को स्थगित करते हुए बताया गया कि 11 वाली ट्रेनिंग 14 को और 17 वाली ट्रेनिंग 21 अप्रैल को होगी।

कुछ और सुर्खियां

  • सीवान के मैरवा में ट्रेन से कट कर लोगों की मौत, पटरी पर खेल रहे दो बच्चों और उन्हें बचाने गई मां-चाची की गई जान
  • 29 वें रोज को नहीं दिखा चांद, ईद 11 अप्रैल को
  • सेंसेक्स ने पहली बार पार किया 75000 का आंकड़ा
  • गलत दावे वाले विज्ञापन के मामले में रामदेव और बालकृष्ण को फिर माफी मांगनी पड़ी
  • महाराष्ट्र में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) 21, कांग्रेस 17 और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) 10 सीट पर चुनाव लड़ेगी

अनछपी: आरजेडी चाहे जितना इनकार कर ले लेकिन उसका आधार वोट एमवाई समीकरण से ही आता है। शायद इसी का नतीजा है कि उसके घोषित 22 उम्मीदवारों में आठ यादव समुदाय से हैं। दूसरी और राजद पर यह आरोप लगता है कि वह वोट लेने में एम यानी मुसलमान का इस्तेमाल तो करता है लेकिन टिकट देने में कंजूसी बरतता है। ध्यान रहे कि महागठबंधन में सीट बंटवारे के समझौते के अनुसार आरजेडी को 26 सीटें मिली थीं लेकिन उसने इसमें से तीन सीटें मुकेश साहनी की वीआईपी को दे दी। बाकी बची 23 सीटों में से 22 के उम्मीदवार घोषित किये गए हैं। एक और यादव समुदाय से आठ उम्मीदवार हैं जिनमें लालू प्रसाद की दो बेटियां भी शामिल हैं, तो दूसरी और मुस्लिम समुदाय के केवल दो उम्मीदवारों को टिकट दिया गया है। ऐसे में एक सीट सीवान की बचती है जहां से मरहूम सांसद शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब के निर्दलीय चुनाव लड़ने की बात सामने आई तो आरजेडी उन्हें टिकट देने पर विचार कर रहा है। हिना शहाब पहले ही राजद से अपना नाता तोड़ने की बात कह चुकी हैं। कहा जाता है कि गोपालगंज के चुनाव में हिना शहाब की निष्क्रियता के कारण आरजेडी कुछ वोटों से वहां से हार गया था। ऐसे में आरजेडी में शायद यह विचार चल रहा हो कि हिना शहाब के मुद्दे पर मुस्लिम वोटों का उसे नुकसान हो सकता है। यह मामला राजद के लिए काफी पेचीदा है वरना अब तक इस पर फैसला लिया जा चुका होता। मुसलमानों को आबादी के हिसाब से टिकट नहीं दिए जाने का सवाल कई लोग उठाते हैं। एनडीए में तो केवल एक सीट पर मुसलमान उम्मीदवार है, वह भी किशनगंज से क्योंकि वहां मुसलमान की संख्या अधिक है। यह उम्मीदवार जदयू के मुजाहिद आलम हैं। एनडीए में शामिल भारतीय जनता पार्टी, जीतन राम मांझी के हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा, चिराग पासवान की लोजपा और उपेंद्र कुशवाहा के राष्ट्रीय लोक मोर्चा से कोई उम्मीदवार मुसलमान नहीं है। महागठबंधन की ओर से कांग्रेस ने भी दो मुसलमान को उम्मीदवार बनाया है लेकिन सवाल आरजेडी से इसलिए होता है क्योंकि इसका आधार वोट ‘माय’ बताया जाता है। लोकतंत्र में अल्पसंख्यकों की भागीदारी सुनिश्चित करना सभी दलों की जिम्मेदारी होनी चाहिए लेकिन ऐसा लगता है कि उम्मीदवारों के चयन में इसका ख्याल नहीं रखा जा रहा है।

 

 

 

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