बिल और मेलिंडा गेट्स के तलाक़ का असर पड़ेगा बिहार पर?

सैयद जावेद हसन, बिहार लोक संवाद डाॅट नेट पटना

बिल गेट्स और मेलिंडा गेट्स अब जल्द ही तलाक़ ले लेंगे। 27 साल तक दांपत्प जीवन बिताने के बाद 65 साल के बिल और 56 साल की मेलिंडा ने अलग होने का फ़ैसला कर लिया है। माइक्रोसाफ़्ट के संस्थापक और दुनिया के चैथे अमीर शख़्स बिल गेट्स ने ट्वीटर पर जारी अपने बयान में कहा है कि ‘‘हम बहुत सोच-विचार के बाद इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि अपनी शादी को ख़त्म कर दिया जाए।’’

इन दोनों की ‘बिल एंड मेलिंडा गेट्स फ़ाउंडेशन’ नाम की एक संस्था है जिसे दोनों मिलकर चलाते रहे हैं। इस फ़ाउंडेशन की स्थापना सन 2000 में हुई थी।

दुनियाभर में इस बात की चर्चा हो रही है बिल और मेलिंडा के तलाक़ का भारत सहित दुनिया के कई देशों पर क्या असर पड़ेगा। दरअसल, ‘बिल एंड मेलिंडा गेट्स फ़ाउंडेशन’ दुनियाभर में स्वास्थ्य, वातावरण परिवर्तन और सामाजिक क्षेत्रों में काम कर रहा है। एक अनुमान के अनुसार, फ़ाउंडेशन अब तक 50 अरब डाॅलर यानी साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये से ज़्यादा रक़म इन क्षेत्रों से संबंधित कार्यक्रमों में खर्च कर चुका है।

फ़ाउंडेशन ने बिहार में 5 अरब 87 करोड़ 18 लाख रुपये से ज़्यादा ख़र्च किए हैं। 2010 में बिहार सरकार के साथ पार्टनरशिप की शुरूआत करते हुए फ़ाउंडेशन ने मेमोरंडम आॅफ़ कोआॅपरेशन पर हस्ताक्षर किया था। इसका उद्देश्य प्रदेश में स्वास्थ संबंधी सूरते हाल को बेहतर बनाना था। इसके तहत मैटरनल एंड चाइल्ड हेल्थ, न्यूट्रिशन, परिवार नियोजन, टीकाकरण और इंफ़ेक्शन से होने वाले रोगों को समाप्त करने की दिशा में कई काम किए गए।

इसी के तहत 2011 में बिल गेट्स और उनकी पत्नी मेलिंडा गेट्स ने पटना ज़िला में दानापुर अनुमंडल के जमसौत गांव में स्थित मुसहर टोला का दौरा किया था। यहां काफ़ी देर रह कर दोनों ने फ़ाउंडेशन द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रमों का जायज़ा लिया था और स्थानीय लोगों से बातचीत की थी। मुसहर टोला में घूमते हुए और छोटे-छोटे बच्चों को अपनी गोद में उठाए मेलिंडा की तस्वीरें काफ़ी चर्चित हुई थीं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और तत्कालीन सरकार के बड़े-बड़े नेताओं ने बिल गेट्स से मुलाक़ात की थी।

अब जबकि बिल और मेलिंडा अलग-अलग ज़िंदगी गुज़ारने जा रहे हैं, ऐसे में सवाल उठता है कि क्या उनकी प्राथमिकताओं में बिहार शामिल रहेगा? जीविका के माध्यम से महिलाओं की आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने के लिए जो कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं, उनका क्या होगा? नये कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे या नहीं? हालांकि दोनों ने एक संयुक्त बयान जारी करके कहा है कि दांपत्य जीवन से अलग होने के बावजूद वे बिल एंड मेलिंडा गेट्स फ़ाउंडेशन के लिए काम करते रहेंगे।

देखना है, आने वाले दिनों में दोनों फ़ाउंडेशन के लिए किस तरह काम करते हैं और उनकेे तलाक़ का बिहार पर क्या असर होता है।

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