छ्पी-अनछपी: क़तर में इंडियन नेवी के 8 पूर्व अफसरों को सुनाई गई मौत की सज़ा, नए टीचरों को सॉफ्टवेयर से मिलेगा स्कूल

बिहार लोक संवाद डॉट नेट। कतर में भारतीय नौसेना के आठ पूर्व अफसर को फांसी की सजा सुनाई देने की खबर प्रमुखता से छपी है। बीपीएससी द्वारा नियुक्त किया जा रहे नए शिक्षकों को सॉफ्टवेयर के जरिए स्कूलों का आवंटन होगा। इसकी खबर लीड बनी है।

हिन्दुस्तान की सुर्खी है: चिंता: कतर में भारत के आठ पूर्व नौसेना अफसर को मृत्यु दंड। जागरण और प्रभात खबर में यह दूसरी सबसे बड़ी खबर है। कतर की एक अदालत ने भारत के आठ पूर्व नौसेना अधिकारियों को मृत्युदंड की सजा सुनाई है। इस पर भारत ने हैरानी और चिंता व्यक्त की है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि सभी कानूनी विकल्पों की तलाश की जा रही है।

नौसेना के आठ पूर्व अधिकारियों को कतर की खुफिया एजेंसी ने पिछले साल 30 अगस्त को हिरासत में लिया था। ये वहां पर ओमान के एक सैन्य अधिकारी द्वारा संचालित अल दहरा ग्लोबल टेक्नोलॉजीज एंड कंसल्टिंग सर्विसेज कंपनी के लिए काम कर रहे थे। यह कंपनी कतर के नौसेना कर्मचारियों को विभिन्न प्रकार का प्रशिक्षण प्रदान कर रही थी। कतर सरकार की तरफ से लंबे समय तक इस बात को छिपाया गया कि किन आरोपों में गिरफ्तारी की गई है। अपुष्ट तौर पर जो जानकारी सामने आई है, उसके अनुसार गिरफ्तार किए गए भारतीयों पर इजरालय के लिए कतर की नौसेना की जासूसी करने का आरोप लगाया गया है।

नए टीचरों को सॉफ्टवेयर से मिलेगा स्कूल

जागरण और हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी खबर है सॉफ्टवेयर से होगा स्कूल आवंटन। बिहार लोक सेवा आयोग से चयनित एक लाख 20 हजार 336 शिक्षकों को स्कूल आवंटित करने में शिक्षा विभाग जुट गया है। इसको लेकर विभाग ने एक विशेष सॉफ्टवेयर विकसित किया है। इसी के माध्यम से शिक्षकों को स्कूल आवंटित किया जाएगा। दो नवंबर को औपबंधिक नियुक्तिपत्र दिये जाने के पहले स्कूलों का आवंटन हो जाए, शिक्षा विभाग इस प्रयास में लगा है।

पहले दूर के स्कूल दिए जाएंगे

प्रभात खबर की सबसे बड़ी सुर्खी है: नवनियुक्त शिक्षकों से पहले भरी जाएंगी दूरस्थ स्कूलों की रिक्तियां, सॉफ्टवेयर से होगा आवंटन। राज्य के सरकारी स्कूलों में नव नियुक्त 120336 विद्यालय अध्यापकों को स्कूलों का आवंटन सॉफ्टवेयर के जरिए रैंडमली किया जाएगा। स्कूल चयन के संदर्भ में विद्यालय अध्यापकों से अपनी कोई चॉइस नहीं मांगी गई है। शिक्षा विभाग स्कूलों की जरूरत के आधार पर शिक्षकों की नियुक्ति करेगा। सॉफ्टवेयर में जानकारी अपलोड की जा रही है। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक सबसे पहले दूरस्थ के स्कूलों में रिक्तियों के हिसाब से शिक्षक दिए जाएंगे। इसके बाद दूसरे स्कूलों में रिक्त स्थानों को भरा जाएगा।

नियोजित शिक्षकों का ट्रांसफर फंसा

भास्कर की एक्सक्लूसिव खबर है: नियोजित शिक्षकों का ट्रांसफर फंसा, अब नई नियमावली लागू होने के बाद ही होगा। 2 साल से एक जिले से दूसरे जिले के स्कूलों में तबादला चाह रहे शिक्षकों का इंतजार अब और लंबा हो गया है। राज्य में चार लाख नियोजित शिक्षक हैं जिनमें एक लाख नियोजित शिक्षक दूसरे जिलों में तबादला करना चाहते हैं। लेकिन एक बार फिर तबादला नियोजित शिक्षकों को राज्य कर्मी का दर्जा देने के मामले में फंस गया है। अब नियोजित शिक्षकों के लिए बन रहे विशिष्ट शिक्षक नियमावली के पारित होने के बाद ही तबादला हो सकेगा।

इसराइल का दावा

हिन्दुस्तान की खबर है: इसराइल का दावा, ग़ज़ा में हमास के ठिकाने नष्ट कर लौटे। इसराइली सेना ने गुरुवार को दावा किया कि सैनिकों ने गजा में हमास लड़ाकों, कथित आतंकवादी ठिकानों और टैंक रोधी मिसाइल लॉन्चिंग स्थलों पर रातभर हमले किए। हालांकि अभी किसी भी पक्ष ने हताहतों की जानकारी नहीं दी है। वहीं, इसराइल के प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने चेताया कि हम जमीनी लड़ाई के लिए हर तरह से तैयार है। उन्होंने साथ ही कहा कि देश अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है।

बाइडन को लगता है कि…

भास्कर की सुर्खी है: इसराइल पर हमास के हमले की वजह भारत-मध्यपूर्व-यूरोप कॉरिडोर है: बाइडन। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने इसराइल पर हमास के हमले को लेकर बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा- मुझे लगता है कि हमले का कारण कहीं नहीं कहीं भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक कॉरिडोर है हालांकि अभी इसके सबूत नहीं है।

अमेरिका में अंधाधुंध फायरिंग, 22 मरे

अमेरिका में ताबड़तोड़ हुई गोलीबारी में 22 लोगों की मौत हो गई। यह खबर सभी जगह है। घटना अमेरिकी राज्य मेन के लेविस्टन शहर की है। हिन्दुस्तान के अनुसार पुलिस ने बताया कि बुधवार शाम सात बजे एक बार और स्पोर्ट्स क्लब के पास एक व्यक्ति अंधाधुंध गोली चलाने लगा। इससे वहां मौजूद 22 लोग मारे गए, जबकि 50 से अधिक लोग घायल हैं। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपी रॉबर्ट कार्ड (40) की तस्वीर जारी की है। पुलिस ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।

राजस्थान में ईडी का समन

हिन्दुस्तान की दूसरी सबसे बड़ी खबर है: ईडी: गहलोत के बेटे को समन। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने विदेशी मुद्रा उल्लंघन मामले में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव को तलब किया है। इस बीच, जांच एजेंसी ने गुरुवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और पार्टी नेता ओमप्रकाश हुड़ला के परिसरों पर छापे भी मारे। कथित परीक्षा पत्र लीक मामले की धनशोधन जांच के सिलसिले में जयपुर, सीकर,दौसा में यह कार्रवाई की गई।

शेयर बाजार का बुरा हाल

प्रभात खबर की सुर्खी है: शेयर बाजार में लगातार छठे दिन गिरावट, 901 अंक गिरा सेंसेक्स, 17 लाख करोड़ डूबे। शेयर बाजार में लगातार छठे कारोबारी सत्र में बड़ी गिरावट देखने को मिली। बीएसई का 30 शेयरों वाला सूचकांक सेंसेक्स गुरुवार को 900.91 अंक टूटकर 63148.15 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी भी 264.90 अंक गोता लगाते हुए 18857.25 पर बंद हुआ। पिछले इच्छा कारोबारी सत्रों में आई गिरावट से निवेशकों के 17.77 लाख करोड़ रुपए डूब चुके हैं ।

प्याज़ 50% महंगा

जागरण की खबर है कि प्याज की चढ़ती कीमतें अक्टूबर और नवंबर की महंगाई दर को हवा दे सकती है। प्याज की खुदरा कीमत ₹60 प्रति किलो तक चली गई है और आने वाले दिनों में प्याज के दाम में अभी और बढ़ोतरी हो सकती है। सिर्फ 15 दिनों में प्याज की खुदरा कीमतों में 50% से ज्यादा का इजाफा हो गया है। सप्लाई की रफ्तार को देखते हुए दिवाली तक प्याज के दाम में राहत की उम्मीद की जा रही है। हालांकि दिल्ली और पंजाब की थोक मंडियों में अफगानिस्तान से भी प्याज़ की आवक शुरू हो गई है लेकिन अफगानिस्तान से प्याज अभी काफी सीमित मात्रा में आ रहा है।

कुछ और सुर्खियां

  • बिहार की सभी पंचायत में होंगे सुधा दूध के बिक्री केंद्र
  • गांधी मैदान में ‘इंडिया’ की होगी भाजपा हटाओ, देश बचाओ रैली: लालू प्रसाद
  • जयपुर से पटना के लिए इंडिगो की सीधी फ्लाइट 29 से
  • ₹500 दैनिक भत्ते को लेकर ओला और उबर कैब के ड्राइवर हड़ताल पर
  • रिकवरी एजेंट रात 7:00 से सुबह 8:00 बजे तक कॉल नहीं कर सकेंगे

अनछ्पी: इसराइल के लिए जासूसी करने के आरोप में भारत के आठ पूर्व नौसैनिक अधिकारियों को मौत की सजा सुनाया जाना बेहद चिंताजनक है। ताज्जुब की बात है कि नेवी के आठ पूर्व अधिकारी एक साथ एक ही कंपनी में काम कर रहे थे और उन पर इजरायल के लिए जासूसी करने का आरोप लगा। कहा जा रहा है कि कतर ने इस आरोप को नहीं बताया लेकिन बाद में विभिन्न सूत्रों से इस आरोप का पता चला। अभी यह तय नहीं हो पाया है कि यह पूर्व अधिकारी किस हैसियत से वहां गए थे लेकिन भारत सरकार की यह जिम्मेदारी जरूर है कि उनकी जान बचाने की हर संभव कोशिश करे। इस दिशा में पहला कदम तो यही होना चाहिए कि भारत को यह बताया जाए कि उन पूर्व नौसैनिक अधिकारियों को किस आरोप में मौत की सजा सुनाई गई है। इसराइल के लिए जासूसी कराने का जो अपुष्ट आरोप लगा है वह बेहद गंभीर है और विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के लिए इसका बचाव करना काफी मुश्किल होगा। अगर यह पूर्व अधिकारी अपनी निजी हैसियत में कतर गए और वहां उन्होंने वही काम किया जिसका आरोप लगाया जा रहा है तो भी विदेश मंत्रालय को उन्हें छुड़ाने के उपाय करने होंगे। यह सोचकर ताज्जुब लगता है कि क्या नेवी के पूर्व अधिकारी पैसे के लालच में ऐसा कर सकते हैं। विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस मामले को कतर के अधिकारियों के समक्ष भी उठाया जाएगा। इससे पहले विदेश मंत्रालय ने मामले में हस्तक्षेप कर भारतीय अधिकारियों को कानूनी मदद की थी। कतर में भारत के राजदूत एक अक्तूबर को जेल में बंद भारतीयों से मिले थे। लेकिन ऐसा लगता है कि कानूनी मदद और मिलने जुलने का लाभ उन आरोपितों को नहीं हो पाया। यह भारत की कूटनीति की अग्नि परीक्षा है कि इन आठ पूर्व अधिकारियों को मौत की सजा से बचाया जा सके।

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