छपी-अनछपी: बिहार कैबिनेट विस्तार तेज़ हुई बात, “यह देश जितना मोदी का, उतना ही मदनी का”

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। मकर संक्रांति यानी 14-15 जनवरी के बाद बिहार कैबिनेट के विस्तार के लिए बढ़ रही बेचैनी के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि इस बारे में तेजस्वी यादव घटक दलों से बात कर रहे हैं। यह चर्चा अखबारों में भी तेज हो रही है। मुजफ्फरपुर में तीन टाइम बम बरामद होने की खबर भी प्रमुखता से ली गई है। फुलवारी शरीफ के एएसपी मनीष कुमार द्वारा सिपाहियों से मालिश करवाने का वीडियो वायरल होने की खबर भी अखबारों में है। जमीअत उलमा ए हिंद के महमूद मदनी द्वारा मोहन भागवत को मतभेद बुलाने कर चर्चा की दावत को भी अहमियत दी गई है।

जागरण की दूसरी सबसे बड़ी खबर है: उपमुख्यमंत्री व कांग्रेस की हरी झंडी मिलते ही कैबिनेट विस्तार: नीतीश। हिन्दुस्तान ने नीतीश कुमार का बयान सुर्खी में लिया है: कैबिनेट विस्तार पर तेजस्वी घटक दलों से कर रहे बात। हालांकि इस बारे में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह का कहना है कि कैबिनेट विस्तार का निर्णय सीएम को लेना है, डिप्टी सीएम को नहीं। नीतीश ने कहा है कि उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद इस संबंध में महागठबंधन के विभिन्न दलों से बात कर रहे हैं। गठबंधन सरकार में किस पार्टी के कितने मंत्री होंगे यह तय है। वे लोग आपस में बात बात कर लेंगे। हम लोग इंतजार ही कर रहे हैं। वह लोग जो तय करेंगे उस पर विचार किया जाएगा। हमसे भी कांग्रेस के लोगों ने मिलकर कहा तो हमने कहा था कि आप उनसे बात कर लीजिए।

कोसी का विकास

हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी खबर है: कोसी विकास प्राधिकार का गठन करें: हाई कोर्ट। पटना हाईकोर्ट ने कोसी विकास प्राधिकरण के गठन के साथ ही समय बद्ध तरीके से उत्तर बिहार में बाढ़ की सदियों पुरानी समस्या के समाधान के उपायों और संसाधनों की पहचान करने का आदेश दिया है। हाई कोर्ट के फैसले के मुताबिक कोसी विकास प्राधिकरण में बिहार सरकार भारत सरकार नेपाल सरकार एवं अन्य हित धारकों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। पिछले दिनों पटना हाईकोर्ट में इस संबंध में एक मामला दायर किया गया था। कोर्ट ने कोच्चि से संबंधित परियोजनाओं पर सरकार से 13 मार्च को ताजा स्थिति बताने को कहा है।

मुजफ्फरपुर में टाइम बम

जागरण की सबसे बड़ी खबर है मुजफ्फरपुर में तीन टाइम बम बरामद। अखबार लिखता है कि स्मैक की सूचना पर शुक्रवार देर रात छापेमारी करने गई मिठनपुरा पुलिस को तीन कोठिया मोहल्ले के एक घर में तीन टाइम बम मिले। यह बम माहिर हाथों के बनाए हुए लगते हैं और घड़ी से जोड़कर इनका सर्किट पूरा किया गया है। इसमें केवल स्विच लगाना था और यह बम तबाही फैलाने के लिए तैयार हो जाता। पुलिस ने किराए पर रहने वाले मोहम्मद जावेद को गिरफ्तार किया है जबकि दो संदिग्ध को हिरासत में लिया गया है।

रजिस्ट्री रेट बढ़ाने की तैयारी

भास्कर की सबसे बड़ी खबर है: पटना समेत पांच शहरों में फ्लैट व दुकानों की रजिस्ट्री 1 अप्रैल से हो जाएगी महंगी। अखबार लिखता है: राज्य में 1 अप्रैल से अपार्टमेंट में फ्लैट, दुकान और ऑफिस स्पेस खरीदना महंगा होगा। रियल एस्टेट रेग्युलेटरी अथॉरिटी यानी रेरा के नए नियम को लागू करने से होने वाले घाटे को दूर करने के लिए रजिस्ट्री शुल्क में बढ़ोतरी की तैयारी की गयी है। इसके तहत नए नियम से होने वाले घाटे की भरपाई के लिए प्रस्ताव मांगा गया है। निबंधन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक दुकान और ऑफिस का रजिस्ट्री शुल्क मर्ज कर 15 से 30 फीसदी बढ़ोतरी करने से होने वाले घाटे की भरपाई होगी। इस संबंध में प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है।

भारत किसका कितना

जागरण ने यह जमीअत उलमा ए हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी के उस बयान को अहमियत दी है जिसमें उन्होंने कहा है कि भारत जितना मोदी व भागवत का उतना ही मदनी का है। हिन्दुस्तान ने लिखा है मदनी का भागवत को न्योता, मतभेद भुलाकर गले मिलें। अखबार के अनुसार महमूद मदनी ने कहा कि हम मिलकर भारत को शक्तिशाली देश बनाएं। जमीयत ए उलेमा ए हिंद के वार्षिक सत्र में मदनी ने कहा, “हमारा संघ और भाजपा से कोई द्वेष नहीं है। उनसे सिर्फ विचारधारा को लेकर मतभेद है ना कि मन भेद।” उन्होंने कहा कि यह देश उतना ही महमूद मदनी का है जितना प्रधानमंत्री मोदी और संघ प्रमुख मोहन भागवत का। मदनी ने कहा: भारत सबसे पहले पैगंबर की सरजमीन है। यह मुसलमान का पहला वतन है। उन्होंने कहा कि यह कहना गलत है कि इस्लाम बाहर से आया मजहब है। उन्होंने दावा किया कि भारत मुस्लिमों के लिए सबसे अच्छी जगह है।

एएसपी ने कराई मालिश

सिपाहियों से हाथ पैर की मालिश करवाते फुलवारी शरीफ के एएसपी मनीष कुमार का वीडियो वायरल होने से हड़कंप मच गया है। जागरण के अनुसार 4 मिनट और 15 सेकंड के दो वीडियो के साथ एक पत्र भी इंटरनेट पर तेजी से वायरल हो रहा है जिस पर 4 महिला और 3 पुलिस जवानों के हस्ताक्षर हैं। इस पत्र में पुरुष जवानों से एएसपी पर घर बुलाकर पैर दबाने, मालिश करवाने और कपड़े धुलवाने आदि का आरोप लगाया गया है। हालांकि इस वीडियो के ऑथेंटिक होने की पुष्टि नहीं की गई है। यह पत्र एसएसपी डॉ मानव जीत सिंह ढिल्लों के नाम भेजा गया है। एसएसपी ने बताया कि मामला नवंबर 2022 में प्रकाश में आया था। इस मामले में जांच कर राज्य सरकार को रिपोर्ट भेजी जा चुकी है। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट गोपनीय है इसे साझा नहीं किया जा सकता।

कुछ और सुर्खियां

  • सिंगापुर में किडनी ट्रांसप्लांट कराने के बाद भारत लौटे लालू, सीएम नीतीश ने उनसे हालचाल पूछा
  • महज 3 दिन में ढेर हो गई ऑस्ट्रेलियाई टीम, भारत एक पारी और 132 रनों से जीता
  • पाकिस्तान में ईशनिंदा के आरोपी की भीड़ के हाथों हत्या
  • दुखद: तुर्की के जलजले में लापता भारतीय इंजीनियर की मौत
  • गया में जदयू के जिला उपाध्यक्ष की हत्या, मां बोली- संपत्ति विवाद
  • आफत: राजधानी दिल्ली रिकॉर्ड गर्म
  • हेमंत सोरेन से मिले तेजस्वी, कहा- सभी विपक्षी दल एक होकर लड़ें
  • बिहार में गाद के 238 टापू बने

अनछपी: जमीअत उलमा ए हिंद के अध्यक्ष महमूद मदनी की बातें विचारणीय होने के साथ-साथ विवादास्पद भी रहती हैं। भारत में बहुत से लोगों का यह मानना है कि आरएसएस और ऐसे उग्रवादी संगठनों से बातचीत का कोई मतलब नहीं है लेकिन महमूद मदनी इससे अलग राय रखते हैं। वह भारत की सरकार की नीतियों के अनुरूप ही चलते हैं और सीएए व मदरसा के सर्वेक्षण जैसे विवादास्पद मुद्दों पर भी वे सरकार के साथ दिखते हैं। वे यह भी जरूर कहते हैं कि भारत मुसलमानों के लिए सबसे अच्छी जगह है। उनके बारे में यह शिकायत है कि वह भारत के मुसलमानों के साथ होने वाले जुल्म ज्यादती के बारे में अक्सर चुप्पी साधे रहते हैं और सरकार व सरकार को समर्थन देने वाले हिंदुत्ववादी संगठनों से गले मिलाने के लिए आतुर रहते हैं। उनकी दलील कि इस्लाम बाहर से आया मजहब नहीं है तथ्यात्मक रूप से तो गलत ही कहा जाएगा लेकिन शायद उनकी मंशा यह बताने की है कि ऐसा कह कर भेदभाव करना सही नहीं है। शायद वह यह कहना चाहते हों कि इस्लाम भले ही बाहर से आया हुआ मजहब हो लेकिन इसे पराया समझना गलत है। जब वह यह बात कहते हैं कि भारत मदनी का भी उतना ही है जितना मोदी का है तो उन्हें यह बात भी कहना चाहिए कि दोनों के साथ समान व्यवहार भी जरूरी है। भारत को शक्तिशाली बनाने की उनकी बात बेहद स्वागत योग्य है। मदनी को सरकार से हमेशा करीब माना जाता है और इसलिए उनकी जिम्मेदारी बनती है कि सरकार की ओर से मुसलमानों पर होने वाले अत्याचार जैसे मुद्दे भी उठाएं। अगर वे ऐसा करने में सफल होते हैं तो मुस्लिम संगठनों पर मुस्लिम अवाम का जो अविश्वास है वह कम होगा और भारत निश्चित रूप से समृद्धशाली बनेगा।

 

 

 

 

 

 

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