छ्पी-अनछपी: मीसा बोलीं- हमारी सरकार बनी तो मोदी जेल में होंगे, नहीं मानीं हिना शहाब

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। राज्यसभा सदस्य और पाटलिपुत्र से लोकसभा उम्मीदवार मीसा भारती के उस बयान पर काफी बवाल मचा है जिसमें उन्होंने कहा है कि अगर उनकी सरकार बनती है तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत भाजपा के नेता जेल भेजे जाएंगे। इस खबर को सभी जगह प्रमुखता दी गई है। हिना शहाब ने निर्दलीय चुनाव लड़ने के अपने फैसले को दोहराया है। हिन्दुस्तान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लंबा इंटरव्यू छपा है।

हिन्दुस्तान के अनुसार राज्यसभा सांसद व पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र से राजद उम्मीदवार चुनाव प्रचार के दौरान पाटलिपुत्र लोकसभा सीट के मनेर विधानसभा क्षेत्र में पहुंची थीं। यहां पर मीडिया से बातचीत में मीसा भारती ने कहा कि अगर देश की जनता इंडिया गठबंधन के पक्ष में मतदान करती है और केंद्र में हमारी सरकार बनती है तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत भाजपा के कई सहयोगी भ्रष्टाचार के आरोप में सलाखों के पीछे नजर आएंगे। उन्होंने प्रधानमंत्री के इंडिया गठबंधन पर मुस्लिम तुष्टीकरण का आरोप लगाने संबंधी सवाल पर भी पलटवार किया। कहा कि इंडिया गठबंधन लाखों रोजगार दे रहा है, इसमें भी प्रधानमंत्री को तुष्टीकरण नजर आ रहा है। उन्होंने सवाल किया कि हम किसानों की आय दोगुनी करने की बात कर रहे हैं, एमएसपी लागू करने की बात कर रहे हैं, क्या यह सब तुष्टीकरण है? इलेक्टोरल बॉन्ड पर कौन जवाब देगा?

नड्डा का मीसा पर पलटवार

जागरण के अनुसार चुनाव बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित भाजपा नेताओं को जेल भेजे जाने के राजद नेता मीसा भारती के बयान की भाजपा नीति की आलोचना की है। इसे विपक्ष की हताशा-निराशा बताते हुए भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने चुनावी सभा में जनता को न केवल पीएम मोदी का 23 वर्ष का बेदाग कार्यकाल याद दिलाया बल्कि मीसा पर पलटवार करते हुए उनके पिता व राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव का चारा घोटाला भी याद दिलाया। उन्होंने कहा- जो जमानत पर हैं वह मोदी को गाली दे रहे हैं।

हिना शहाब निर्दलीय लड़ने पर अड़ीं

प्रभात खबर की सबसे बड़ी सुर्खी है: हिना शहाब ने राजद का ऑफर ठुकराया, कहा- निर्दलीय लडूंगी। आरजेडी में सीवान लोकसभा सीट पर पेज फंस गया है। पार्टी गुरुवार को दिन भर पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब का इंतजार करती रही। लेकिन हिना शहाब राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद से मुलाकात की बजाय सीवान के प्रतापपुर स्थित अपने आवास पर ईद के मौके पर लोगों से मिलती-जुलती रहीं। हिना ने गुरुवार को साफ शब्दों में कहा कि वह बार-बार कह रही हैं कि सीवान लोकसभा सीट से निर्दलीय ही चुनाव मैदान में जाएंगे। गुरुवार को एक बार फिर हिना शहाब ने कहा कि उनका निर्दलीय चुनाव लड़ना तय है।

मोदी का इंटरव्यू

हिन्दुस्तान की पहली खबर है: हक छीनने वालों पर नहीं रुकेगी कार्रवाई: मोदी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी प्रतिबद्धता जताते हुए कहा कि देश के लोगों का हक छीनने वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं रुकेगी। गुरुवार को ‘हिन्दुस्तान’ को दिए एक्सक्लूसिव साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में भ्रष्टाचार खत्म करना उनकी सरकार की प्राथमिकता में शामिल रहा है। उन्होंने दावा किया कि विपक्ष भी यह मानकर चल रहा है कि एनडीए की ही सरकार आएगी।

पूर्व डीजीपी से पूछताछ

जागरण की सबसे बड़ी खबर है: सिपाही भर्ती पेपर लीक मामले में पूर्व डीजीपी एसके सिंघल से हुई पूछताछ। बिहार पुलिस की सिपाही भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में पूर्व डीजीपी एवं केंद्रीय चयन पर्षद के तत्कालीन अध्यक्ष एसके सिंघल से पूछताछ की गई है। मामले की जांच कर रही आर्थिक अपराद इकाई की विशेष टीम ने सिंघल के बेली रोड स्थित आवास पर जाकर करीब 2 घंटे तक सवाल जवाब किए। सिपाही के 21000 से अधिक पदों पर बहाली के लिए पिछले साल 1 अक्टूबर को परीक्षा ली गई थी जिसका पेपर लीक हो गया था। उस समय इसके सिंगल ही सिपाही परिषद के अध्यक्ष थे।

सहनी-तेजस्वी का तंज़: मछली के बाद संतरा

भास्कर की सुर्खी है: सहनी-तेजस्वी का नया आईडिया…संतरा को भगवा बता कहा- खाने की चीज है तो खाएंगे ही ना। वीआईपी  नेता मुकेश साहनी तेजस्वी संग प्रचार करने वाले हेलीकॉप्टर में बैठ भाजपा पर हमले का नया-नया आईडिया निकाल रहे हैं। नारंगी खाते हुए तेजस्वी संग सहनी का नया वीडियो सामने आया है। सहनी कह रहे हैं- आज भी मुझे लगता है कि भाजपा वालों के पेट में तकलीफ होगी। हमें बड़ी शक्तियों से लड़ना है। हम सामाजिक न्याय वाले हैं। शक्ति बनी रहे इसलिए संतरा खा रहे हैं। वह कहेंगे कि भगवा कलर उनका है, हम कहेंगे कि संतरा खाने वाली चीज है तो खाएंगे ही ना। इस पर तेजस्वी हंसते हुए कहते हैं, इसे जमुई की जनता ने दिया है।

चुनावी मुद्दा: महंगाई, बेरोजगारी और विकास

हिन्दुस्तान की खबर है कि सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ़ डेवलपिंग सोसाइटी (सीएसडीएस) के लोक नीति कार्यक्रम के तहत मतदान से पहले हुए सर्वेक्षण में मतदाताओं के मन को समझने की कोशिश की गई। महंगाई, रोजगार और विकास इस आम चुनाव में बड़े मुद्दे के रूप में सामने आए। हालांकि लोग महंगाई और बेरोजगारी को लेकर ज्यादा गंभीर दिखे। विकास पर वे बैठे हुए नजर आए। कम पढ़े लिखे लोग महंगाई जबकि अधिक पढ़े-लिखे मतदाता और युवा बेरोजगारी के मुद्दे पर जोर दे रहे हैं।

छत्तीसगढ़ शराब घोटाला: गोपालगंज से गिफ्तारी

छत्तीसगढ़ में 700 करोड़ के शराब घोटाले में गोपालगंज जिले के भोरे के बैकुंठपुर सिसई से मुख्य आरोपित आईटीएस (भारतीय व्यापार सेवा) अधिकारी अरुणपति त्रिपाठी को बुधवार देर रात गिरफ्तार कर लिया गया है। भिलाई निवासी अरुणपति त्रिपाठी बैकुंठपुर सिसई में अपने रिश्तेदार के यहां छुपे हुए थे।

आईफोन पर हमले खतरा

आईफोन बनाने वाली कंपनी एप्पल ने अपने ग्राहकों को पेगासस जैसे स्पाइवेयर हमलों को लेकर आगाह किया है। स्पाइवेयर हमलों की जद में आने वाले लोगों में पत्रकार, सामाजिक कार्यकर्ता, राजनेता और राजनयिक शामिल हैं। एप्पल ने कहा कि वैश्विक स्तर पर हमले किए जा रहे हैं। 10 अप्रैल को जारी अधिसूचना ऐसे समय में आई है, जब भारत समेत करीब 60 देशों में इस वर्ष चुनाव होने जा रहे हैं।

कुछ और सुर्खियां

  • पटना समेत 14 हवाई अड्डों पर इसी महीने से डिग्री यात्रा सेवा
  • महाराजगंज से निर्दलीय लोकसभा चुनाव लड़ेंगे विधान पार्षद सच्चिदानंद राय
  • हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले में स्कूल बस पलटने से 6 बच्चों की मौत
  • सीएए, एनआरसी और यूनिफॉर्म सिविल कोड हमें स्वीकार नहीं: ममता बनर्जी
  • लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के लिए आज से नामांकन
  • आरटीआई से नहीं मिलेगी चुनावी बॉन्ड की जानकारी: एसबीआई

अनछपी: चुनाव के इस मौसम में कौन सा इंटरव्यू, इंटरव्यू है और कौन सा इंटरव्यू प्रचार के लिए है, इस पर बात करना जरूरी है। ‘हिन्दुस्तान’ के प्रधान संपादक शशि शेखर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जो इंटरव्यू लिया है और जिसे उनके अखबार ने प्रमुखता से प्रकाशित किया है, उसके सवालों को देखकर यह अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है कि कैसे इंटरव्यू के नाम पर चुनाव प्रचार किया जाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस बात के लिए आलोचना होती रही है कि वह प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं करते हैं। प्रेस कांफ्रेंस के सवाल पहले से तय नहीं होते और मुश्किल में डालने वाले सवाल भी पूछे जाते हैं। ‘हिन्दुस्तान’ के आज के इंटरव्यू को देखकर पता चलता है कि जो आधा दर्जन सवाल पूछे गए हैं वह बिल्कुल यह मौका देते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी उपलब्धि बता सकें। प्रधानमंत्री से इलेक्टोरल बॉन्ड के बारे में कोई सवाल नहीं किया गया जिस पर इतना बड़ा विवाद छिड़ा हुआ है। उनसे कश्मीर की स्थिति और चुनाव के बारे में कोई सवाल नहीं किया गया। उनसे मणिपुर की हिंसा के बारे में सवाल नहीं किया गया। उनसे लद्दाख में हो रहे प्रदर्शन के बारे में कोई सवाल नहीं किया गया। उनसे चीन के मुद्दे पर कोई सवाल नहीं किया गया। देश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रही हिंसा पर कोई सवाल नहीं पूछा गया। आज ही के ‘हिन्दुस्तान’ में एक सर्वे भी छपा है जिसमें महंगाई और बेरोजगारी को प्रमुख मुद्दा बनाया गया है लेकिन इन दो मुद्दों पर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कोई सवाल नहीं पूछा गया। उनसे कोई क्रॉस क्वेश्चन नहीं किया गया। जब किसी इंटरव्यू में यह प्रमुख सवाल नहीं पूछे जाएं तो इसका अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है कि यह इंटरव्यू किस मकसद के लिए दिया गया। ऐसा नहीं है कि इन मुश्किल सवालों का जवाब संतोष जनक होता लेकिन यहां तो सवाल ही नहीं पूछे गए। यही वजह है कि आज के मेनस्ट्रीम मीडिया को गोदी मीडिया कहा जाता है। ‘हिन्दुस्तान’ के इतने बड़े पाठक समूह के साथ यह मजाक जैसा है कि प्रधानमंत्री से इंटरव्यू हो और उनसे सारे गोलगप्पे वाले सवाल किए जाएं। जाहिर है ऐसा बिल्कुल नहीं है कि प्रधान संपादक को इन सवालों के बारे में जानकारी नहीं है लेकिन उनकी मजबूरी या नीति है कि वह ऐसे सवाल नहीं करते जिसे प्रधानमंत्री की छवि धूमिल होती हो।

 

 

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