छ्पी-अनछपी: हटाये गए 65 लाख वोटरों की लिस्ट देने का आदेश, ट्रंप ने भारत पर थोपा 50% टैरिफ

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग से कहा है कि उसने जिन 65 लाख लोगों के नाम वोटर लिस्ट से हटाए हैं उनका पूरा ब्योरा दे। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर टैरिफ 25% से बढ़ाकर 50% कर दिया है। बिहार में गंगा समेत कई नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। अमेरिका के टैरिफ वॉर के बीच भारत ने घोषणा की है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस महीने के अंत में चीन का दौरा करेंगे।

पहली ख़बर

जागरण के अनुसार सुप्रीम कोर्ट ने बिहार में प्रकाशित हुई ड्राफ्ट वोटर लिस्ट से 65 लाख लोगों के नाम हटाए जाने पर चुनाव आयोग को हलफनामा दाखिल करने को कहा है। बुधवार को याचिकाकर्ता गैर सरकार संगठन एडीआर की ओर से ड्राफ्ट वोटर लिस्ट से हटाए गए 65 लाख मतदाताओं के बारे में चुनाव आयोग द्वारा कोई विवरण उपलब्ध नहीं कराए जाने का आरोप लगाया। सुप्रीम कोर्ट से चुनाव आयोग को पूरा विवरण उपलब्ध कराने का निर्देश देने की मांग की। सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग को शनिवार तक हालकनामा दाखिल करने का निर्देश दिया है। मामले पर अगली सुनवाई 12 अगस्त को होगी। सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान यह टिप्पणी भी की कि वह देखेगा कि प्रभावित होने वाले प्रत्येक मतदाता को जरूरी जानकारी मिले। एडीआर ने अपनी अर्जी में कहा है कि 65 लाख मतदाताओं का नाम और पूरा विवरण दें जिन्होंने गणना फॉर्म नहीं भरे थे। साथ में कारण बताए कि इन लोगों की मृत्यु हो गई है या यह स्थाई रूप से दूसरी जगह चले गए हैं या डुप्लीकेट हैं या उनका पता नहीं चला है। प्रत्येक नाम के साथ यह कारण बताया जाए। साथ ही यह भी कहा है कि ड्राफ्ट वोटर लिस्ट में विधानसभा क्षेत्र और बूथ के हिसाब से इस बात का विवरण दिया जाए जिन्हें शामिल नहीं करने की बीएलओ ने सिफारिश की है।

ट्रंप ने भारत पर 50% टैरिफ

हिन्दुस्तान के अनुसार अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर लगने वाले टैरिफ में 25 फीसदी की भारी बढ़ोतरी कर इसे 50 फीसदी कर दिया है। ट्रंप प्रशासन ने बुधवार को इसका ऐलान किया। यह टैरिफ भारत द्वारा रूस से सस्ता तेल खरीदने के कारण थोपा गया है। भारत ने इस फैसले को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत अपने हितों की रक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाएगा। व्हाइट हाउस प्रशासन ने बताया कि भारत पर अतिरिक्त टैरिफ लगाने वाले कार्यकारी आदेश पर राष्ट्रपति ट्रंप ने हस्ताक्षर कर दिए हैं। इसके तहत 30 जुलाई को घोषित 25 फीसदी शुल्क सात अगस्त से ही प्रभावी होगा, जबकि नया अतिरिक्त शुल्क 21 दिन बाद यानी 27 अगस्त से लागू होगा। इस आदेश के बाद कुछ छूट प्राप्त वस्तुओं को छोड़कर भारतीय वस्तुओं पर कुल शुल्क 50% होगा।

भारतीय निर्यात का 55 फीसदी हिस्सा सीधे तौर पर प्रभावित होगा

भारतीय निर्यात महासंघ (फियो) का कहना है कि अमेरिका द्वारा टैरिफ के साथ 25 फीसदी जुर्माना लगाए जाने से भारत के निर्यात क्षेत्र पर बड़ा असर पड़ेगा। फियो के अध्यक्ष एससी रल्हन का कहना है कि इसे भारतीय निर्यात क्षेत्र के लिए एक गंभीर संकट खड़ा होगा। उनका कहना है कि इस कदम से अमेरिका को होने वाले भारतीय निर्यात का करीब 55 फीसदी हिस्सा सीधे तौर पर प्रभावित होगा। शुल्क से भारतीय निर्यातकों की लागत में अत्यधिक वृद्धि होगी, जिससे उन्हें उन देशों के प्रतिस्पर्धियों के मुकाबले 30–35 फीसदी प्रतिस्पर्धात्मक नुकसान झेलना पड़ेगा, जिन देशों पर भारत की तुलना में शुल्क कम है।

ट्रंप की धमकियों का जवाब नहीं देने पर राहुल ने मोदी को घेरा

जागरण के अनुसार भारत पर टैरिफ लगाने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से और दंडात्मक टैरिफ लगाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रतिकार नहीं करने को लेकर लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने उन पर बेहद तीखा हमला किया है। साथ ही कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया है कि अमेरिका में उद्योगपति गौतम अडानी के मामले में चल रही जांच के चलते ट्रंप की बार-बार दी जा रही धमकियों के बावजूद प्रधानमंत्री मोदी उनके सामने टिक नहीं पा रहे हैं। ट्रंप की धमकियों के अनुरूप बुधवार को अमेरिका के अतिरिक्त टैक्स लगाने की घोषणा से पहले नेता विपक्ष ने भारत की ओर से इसका मुखर जवाब नहीं देने का मुद्दा उठाते हुए प्रधानमंत्री मोदी पर तंज कसा। राहुल गांधी ने एक्स पर पोस्ट में कहा, भारत कृपया समझे। मोदी ट्रंप की बार-बार की धमकियों के बावजूद उनके सामने खड़े नहीं हो पा रहे हैं। इसका कारण अडानी के खिलाफ चल रही अमेरिकी जांच है।”

प्रधानमंत्री मोदी जाएंगे चीन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने इस महीने के अंत में चीन का दौरा करेंगे। 2020 में गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प के बाद यह पीएम मोदी का चीन का पहला दौरा होगा। प्रधानमंत्री मोदी 30 अगस्त को पहले जापान जाएंगे। उसके बाद दो दिवसीय चीन यात्रा पर जाएंगे। सूत्रों के मुताबिक पीएम मोदी 31 अगस्त को चीन पहुंचेंगे। अपनी यात्रा के पहले चरण में पीएम मोदी अपने जापानी समकक्ष के साथ वार्षिक भारत जापान शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। सूत्र के अनुसार वहां से पीएम मोदी चीन के उत्तरी शहर तियानजिन जाएंगे। मोदी की यह चीन यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप रूस से व्यापार करने पर भारत को लगातार निशाना बना रहे हैं।

गंगा समेत कई नदियों का जलस्तर बढ़ा, नए इलाकों में बाढ़

जागरण के अनुसार बिहार में गंगा के साथ ही सोन, घाघरा, पुनपुन, दरधा, बूढ़ी गंडक, कोसी और बागमती व गंडक का जलस्तर लगातार तेज से बढ़ रहा है। गंगा में बाढ़ से पटना जिले की कई पंचायत से लेकर शहरी क्षेत्र के निचले हिस्सों में सड़क के किनारे तक पानी पहुंच चुका है। इधर प्रदेश के पांच जिलों सुपौल, अररिया, रोहतास, औरंगाबाद और कैमूर जिले में मूसलाधार वर्षा की चेतावनी जारी की गई है। बीते 24 घंटे के दौरान किशनगंज जिले के टैंपुर में 86 मिमी वर्षा दर्ज की गई। वहीं, मुंगेर के असरगंज स्थित रहमतपुर रविदास टोला के पास घास काटने गई दो बच्चियों गड्ढे के पानी में डूब गईं जिनमें से एक की मौत हो गई।

कुछ और सुर्खियां:

  • मंत्री नरेंद्र मोदी 22 अगस्त को गया जी आएंगे, कई योजनाएं शुरू करेंगे
  • केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मानहानि के मामले में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को चाईबासा की अदालत से मिली जमानत
  • बिहार के 23 जिलों में ड्रैगन फ्रूट विकास योजना लागू होगी, एक हेक्टेयर पर 2.70 लाख सब्सिडी देगी सरकार
  • मुजफ्फरपुर के पारू में 4 घंटे में दो लोगों की मौत से हड़कंप, दारू पार्टी की चर्चा

अनछपी: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत के समान पर 50% टैरिफ लगाने की घोषणा के बीच यह बात भी याद रखने की है कि कैसे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दोस्त बताकर नरेंद्र मोदी की छवि चमकाने की कोशिश की गई थी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि को चमकाने के लिए गोदी मीडिया ने जो कई बातें कहीं उनमें एक खास बात यह भी है कि उनके बारे में यह प्रचारित किया गया कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप हो या कोई और राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री उनसे उनके व्यक्तिगत रिश्ते इतने मजबूत हैं कि इससे भारत को बहुत फायदा होगा। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी डोनाल्ड ट्रंप के लिए चुनाव प्रचार कर चुके और उन्हें अपना फ्रेंड बताते थे। ‘अबकी बार ट्रंप सरकार’ का नारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद अमेरिका जाकर दिया था। गोदी मीडिया यह बताते हुए बिछा जाता था कि कैसे नरेंद्र मोदी के लिए किस राष्ट्रपति ने और किस प्रधानमंत्री ने प्रोटोकॉल तोड़कर उनसे मुलाकात की। जाहिर है यह बात मोदी मीडिया अपनी तरफ से नहीं बल्कि उन्हें जो फीड किया जाता था उसे लिहाज से बोलते थे।

इससे बड़े स्तर पर आम लोगों के दिमाग में मोदी की यह छवि बन गई कि यह अपने व्यक्तिगत करिश्मा और दोस्ती से भारत का बहुत बड़ा भला कर रहे हैं।

हकीकत यह है कि अंतरराष्ट्रीय संबंधों, कूटनीति और विदेश नीति में व्यक्तिगत संबंध किसी परीक्षा की घड़ी में पास नहीं होते। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर जिस तरह टैरिफ 25% से बढ़कर 50% किया है और अब भी वह धमकी दिए जा रहे हैं, कम से कम अब तो गोदी मीडिया से प्रभावित लोगों को यह बात समझ में आनी चाहिए कि यह दोस्ती के दावे किसी काम के नहीं थे।

हालांकि गोदी मीडिया अब भी किसी न किसी बहाने अपना वही रवैया जारी रखेगा क्योंकि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अंतरराष्ट्रीय दोस्ती की तारीफ इसलिए नहीं करता था कि वह वैसा ही समझता था बल्कि वह जानते थे कि यह गलत है फिर भी किसी और वजह से वह ऐसी बातें करते थे।

गोदी मीडिया के अलावा भारत में डोनाल्ड ट्रंप के लिए हवन करने वाले कौन लोग थे इससे भी याद रखना जरूरी है। मगर आप कहीं यह सवाल नहीं सुनेंगे कि गोदी मीडिया उन हवन करने वालों से पूछे कि आखिर उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप के लिए हवन क्यों किया और उससे देश को क्या मिला।

इस संबंध में कांग्रेस नेता राहुल गांधी जो सवाल उठा रहे हैं कहीं ऐसा ना हो कि सुप्रीम कोर्ट का कोई जज यह कह दे कि कोई सच्चे भारतीय ऐसा नहीं कह सकता। राहुल गांधी अपने देश की भलाई के लिए सवाल उठा रहे हैं और यह भी पूछ रहे हैं कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसलिए चुप हैं क्योंकि उनके दोस्त गौतम अडानी के खिलाफ अमेरिका में जांच चल रही है। बेहतर होता कि नरेंद्र मोदी इस सवाल का जवाब देते और देश को यह बताते कि वह कैसे ट्रंप की तारीफ का मुकाबला करने के लिए तैयारी कर रहे हैं

 

 

 

 

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