छ्पी-अनछ्पी: सरकारी ताकतें आईफोन हैक कर रहीं, ग़ज़ा में राहत कैंप पर मिसाइल गिरने से 50 की मौत

बिहार लोक संवाद डॉट नेट। देश के विपक्षी नेताओं को आईफोन बनाने वाले कंपनी एप्पल की ओर से यह संदेश मिला है कि उनका फोन हैक करने की कोशिश की गई है। इस खबर को सभी जगह प्रमुखता मिली है। ग़ज़ा में इजरायल के हमले में 50 लोगों की मौत की खबर भी महत्वपूर्ण है।

जागरण की पहली खबर है: फोन हैकिंग का दावा, सरकार बोली तह तक जाएंगे। भास्कर की सबसे बड़ी खबर है: शीर्ष विपक्षी नेताओं को एप्पल का संदेश, सरकारी ताकतें आईफोन हैक कर रहीं। देश में विपक्ष के कई शीर्ष नेताओं ने मंगलवार को दावा किया कि उन्हें एप्पल की तरफ से उनका फोन हैक किए जाने का संदेश मिला है। इसमें कहा गया है कि राज्य प्रायोजित ताकतें यानी सरकार उनके आईफोन को हैक करने की कोशिश कर रही है। विपक्ष ने इस मसले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। उधर केंद्रीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यह भारत और केंद्र सरकार को बदनाम करने की साजिश है। महुआ मोइत्रा, शशि थरूर, राघव चड्ढा और प्रियंका चतुर्वेदी समेत कई नेताओं ने आरोप लगाया कि उन्हें एप्पल की ओर से हैकिंग का चेतावनी संदेश मिला। उन्होंने दावा किया कि सरकार उनकी जासूसी करा रही है। हालांकि, सरकार ने मामले की जांच कराने की बात कही है।

राहुल गांधी ने आरोप लगाया

इस मसले पर कांग्रेस सांसद नेता राहुल गांधी ने पत्रकार वार्ता की। उन्होंने सरकार पर विपक्षी नेताओं के फोन से छेड़छाड़ का आरोप लगाया। दावा किया कि फोन से सरकार प्रायोजित हैकर्स के जरिए छेड़छाड़ की गई। उन्होंने इसे अडानी मामले से ध्यान हटाने का प्रयास बताया। महुआ मोइत्रा ने कहा, उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर सुरक्षा सुनिश्चित करने और गृह मंत्रालय के अधिकारियों को तलब करने का आग्रह किया है। माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर नाराजगी जताई।

ग़ज़ा में 50 की मौत

हमास के सुरंग में बने ठिकानों को तबाह करने के लिए इसराइल ने मंगलवार को गजा में हवाई हमले किए। इस बीच जबालिया में एक शरणार्थी शिविर के आवासीय क्षेत्र में एक इमारत पर हुए हमले में 50 लोगों की मौत हो गई। यहां के इंडोनेशियाई अस्पताल के निदेशक ने मृतकों की संख्या की पुष्टि करते हुए कहा कि अब तक 150 लोग घायल हुए हैं। हमास द्वारा संचालित गजा पट्टी में स्वास्थ्य मंत्रालय ने फलस्तीनी क्षेत्र में एक शरणार्थी शिविर पर इसराइली बमबारी की पुष्टि की। मंत्रालय ने कहा कि इस हमले के बाद इमारत के मलबे में दर्जनों लोग दब गए हैं। घटनास्थल के वीडियो फुटेज में कई घर क्षतिग्रस्त नजर आ रहे हैं और शव पड़े हुए है। वीडियो फुटेज में लोगों को बचे लोगों की तलाश करते देखा जा सकता है। इजरायल ने इस हमले को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की है।

चुनावी बॉन्ड से भ्रष्टाचार को बढ़ावा

जागरण की सुर्खी है: चुनावी बॉन्ड से रिश्वतखोरी भ्रष्टाचार को बढ़ावा: भूषण। राजनीतिक दलों को चंदे के लिए लाई गई चुनावी बांड योजना की वैधानिकता पर सुप्रीम कोर्ट की पांच न्यायाधीशों की संविधान पीठ में मंगलवार को सुनवाई शुरू हुई। योजना को चुनौती देने वाले याचिकाकर्ताओं ने चुनावी बॉन्ड के जरिए राजनीतिक दलों को चंदा देने वाली कंपनियों के नाम उजागर नहीं किए जाने और उसमें गोपनीयता बनाए रखने का विरोध करते हुए कहा कि इस योजना से रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलता है। याचिकाकर्ताओं ने सूचना के अधिकार की दुहाई देते हुए कहा कि यह जानना नागरिकों का अधिकार है कि राजनीतिक दलों को किसने चंदा दिया। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म की ओर से पेश वकील प्रशांत भूषण ने चुनावी बॉन्ड के जरिए राजनीतिक दलों को मिले चंदे के कुछ आंकड़े पेश करते हुए कहा कि इन्हें देखने से पता चलता है कि सत्ताधारी दलों को चुनावी बॉन्ड से सबसे ज्यादा चंदा मिला।

गांव के स्कूलों में पहले जाएंगे टीचर

हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी खबर है: नवनियुक्त शिक्षक ग्रामीण स्कूलों में पदस्थापित होंगे। बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के माध्यम से नवनियुक्त शिक्षकों के पदस्थापन में गांवों के स्कूलों को प्राथमिकता दी जाएगी। जिलों से प्राप्त रिपोर्ट बताती है कि शहरों के मुकाबले ग्रामीण क्षेत्रों में अवस्थित स्कूलों में छात्रों के अनुपात में शिक्षक कम हैं। इसको देखते हुए विभाग ने यह फैसला लिया है। इसी के हिसाब से नवनियुक्त शिक्षकों को स्कूल आवंटित करने की तैयारी चल रही है।

एक्सीडेंट में हर रोज़ 24 मौतें

प्रभात खबर की लीड है: सड़क हादसे में बिहार में रोज 24 की मौत, तेज रफ्तार सबसे बड़ा कारण। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2022 में देश में कुल 4.6 लाख सड़क दुर्घटनाएं हुई जिसमें 1.68 लोगों की जान गई जबकि 4.43 लाख लोग घायल हो गए। औसतन भारत में प्रतिदिन 462 मौतें हुई या हर 3 मिनट में एक शख्स की जान गई। भारत में सड़क दुर्घटनाएं 2022 शिक्षक वाली इस रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में सालाना आधार पर सड़क हादसों की संख्या में 11.9% की वृद्धि हुई और उनसे होने वाले मृत्यु की दर 9.4% बढ़ गई। बिहार के आंकड़ों के अनुसार राज्य में 2022 में कुल 8898 लोगों की मौत सड़क हादसे से हुई। इस हिसाब से बिहार में प्रतिदिन 24 लोगों की मौत हो रही है।

हत्या के बाद गुमराह करने को लिख दिया अल्लाहु अकबर

भास्कर की खबर है: महिला टीचर ने छात्रा की हत्या की, गुमराह करने के लिए लिखा अल्लाहु अकबर। कानपुर में टेक्सटाइल व्यवसाय के 17 साल के बेटे कुशाग्र की अपहरण के बाद हत्या कर दी गई। पुलिस ने इस मामले का खुलासा करते हुए बताया कि कुशाग्र की हत्या उसकी ट्यूशन टीचर रचित शुक्ला ने अपने बॉयफ्रेंड प्रभात शुक्ला के साथ मिलकर की है। कुशाग्र का अपहरण करने के बाद दोनों ने पुलिस और परिजनों को भरमाने के लिए धार्मिक नारे लिखे पत्र भी भेजा। इस पत्र में 30 लाख रुपए की फिरौती की मांग की गई थी। साथ ही पत्र में अल्लाहु अकबर लिखा गया था। छात्र की लाश टीचर के घर से बरामद की गई है।

कुछ और सुर्खियां

  • साहेबगंज विधायक राजू सिंह पर दिल्ली कोर्ट में गैर इरादतन हत्या में आरोप तय होगा
  • सामान्य से अधिक गर्म रह सकता है नवंबर का महीना
  • ट्रेनों में भी खाना पहुंचाएंगे जोमैटो के डिलीवरी बॉय
  • मुकेश अंबानी को फिर धमकी, 400 करोड़ मांगे
  • बिहार में खुलेंगे 1293 हेल्थ ऐंड वेलफेयर सेंटर
  • पटना, आरा और मुजफ्फरपुर समेत बिहार के आठ शहरों की हवा खराब
  • सीतामढ़ी में प्रोफेसर को कॉलेज में घुसकर मारी गोली, हालत गंभीर

अनछपी: एप्पल के आईफोन को दुनिया का सबसे सुरक्षित फोन माना जाता है लेकिन उसकी ओर से विपक्ष के नेताओं को यह संदेश भेजा गया है कि सरकार प्रायोजित ताकतें उनके फोन को हैक करने की कोशिश कर रही है। अगर यह संदेश सही है तो निश्चित रूप से यह बहुत ही आपत्तिजनक बात है। यह संदेश ऐसे समय में आया है जबकि कुछ ही दिनों के बाद पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव होने हैं और संसद का शीत कालीन सत्र भी शुरू होने वाला है। एप्पल की ओर से हैकिंग से सावधान करने का संदेश कई नेताओं को आया है जिसके बारे में उसका कहना है कि उसने डेढ़ सौ देशों में अलर्ट भेजे हैं। एप्पल का यह भी कहना है कि कुछ मैसेज गलत भी हो सकते हैं। ध्यान रहे की 2021 में पेगासस स्पाइवेयर को लेकर विपक्ष ने बड़ा मुद्दा बनाया था। इस स्पाइवेयर से भी फोन की जासूसी की कोशिश की जाती है। दिलचस्प बात यह है कि विपक्ष और सरकार दोनों यह कह रहे हैं कि फोन टैपिंग का मामला ध्यान भटकाने की कोशिश है। विपक्ष का कहना है कि अदानी मुद्दे पर ध्यान भटकाने के लिए सरकार इस तरह की कोशिश कर रही है। उधर केंद्रीय संचार इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव का कहना है कि विपक्ष के पास जब कोई मुद्दा नहीं होता तो उसके नेता जासूसी के आरोप लगाते हैं। हालांकि उन्होंने इन आरोपों के तह तक जाने की भी बात कही है। मामला पेगासस का हो या आईफोन का, विपक्षी दल अगर अपने आरोप में गंभीर हैं तो उन्हें इसके लिए लगातार लड़ाई लड़नी पड़ेगी। मगर सवाल यह है कि इस लड़ाई को वह कैसे लड़े? आरोप लगाए जाने पर तो सरकार अपनी सफाई में यही कहेगी कि उसका इससे कोई लेना-देना नहीं है लेकिन विपक्षी नेताओं को इस बारे में ठोस सबूत पेश कर आम जनता का विश्वास प्राप्त करना चाहिए। उन्हें यह भी बताना चाहिए कि क्या एप्पल के संदेश के अलावा भी कोई ऐसा संकेत मिला जिससे उन्हें लगे कि उनका फोन हैक किया जा रहा है। उन्हें इस मामले को कोर्ट भी ले जाना चाहिए चाहे वहां जो भी फैसला आए। दूसरी ओर सरकार को भी ऐसी पुख्ता बातें बतानी चाहिए जिससे लगे कि यह आरोप गलत है।

 

 

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