छ्पी-अनछपी: बीपीएससी ने माना पेपर लीक हुआ- रद्द की परीक्षा, ‘इंडिया’ का वादा- सीएए रद्द करेंगे
बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। काफी ना-नुकर करने के बाद बीपीएससी ने आखिर माना कि शिक्षक भर्ती की परीक्षा का पेपर लीक हुआ था और उसे रद्द करने की घोषणा की है। यह सभी अखबारों की लीड है। तमिलनाडु की पार्टी डीएमके ने कहा है कि अगर इंडिया गठबंधन की सरकार बनी तो सीएए रद्द होगा। इस खबर को प्रभात खबर ने अच्छी जगह दी है। राजद के विधायक शंभूनाथ यादव के खिलाफ इनकम टैक्स की छापेमारी हुई है। पप्पू यादव कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए हैं। 62 साल के कुख्यात अशोक महतो ने इस उम्र में शादी की है ताकि उनकी पत्नी को चुनावी टिकट मिल सके। इन खबरों को भी अच्छी जगह मिली है।
भास्कर की सबसे बड़ी खबर है: BPSC माना-पेपर लीक हुआ। प्रभात खबर ने लिखा है: 15 मार्च को हुई शिक्षक नियुक्ति की परीक्षा रद्द। जागरण की सुर्खी है: तीसरे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा रद्द। हिन्दुस्तान की मेन हेडलाइन है: बीपीएससी: 15 मार्च की शिक्षक बहाली परीक्षा रद्द। बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ने तीसरे चरण की दोनों पालियों की शिक्षक भर्ती परीक्षा को रद्द कर दिया है। परीक्षा 15 मार्च को हुई थी। पेपर लीक होने के कारण आयोग ने यह फैसला लिया। बीपीएससी के मुताबिक परीक्षा की नई तिथि की घोषणा बाद में की जाएगी। उम्मीद है कि होली के बाद ही नई तारीख घोषित होगी। दोनों पालियों की परीक्षा के लिए पौने चार लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। हालांकि उपस्थिति 85 रही थी।
बीपीएससी की हो रही थी फजीहत
भास्कर ने लिखा है कि पटना से हजारीबाग तक परीक्षा माफियाओं व अभ्यर्थियों से जो प्रश्न पत्र मिले वह एकदम वही थे जो बीपीएससी ने पूछे थे। दरअसल आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) की जांच के बाद आयोग की फजीहत होने लगी थी। उम्मीदवार से लेकर अन्य लोग यह सवाल उठाने लगे थे कि ईओयू की जांच पर बीपीएससी को भरोसा क्यों नहीं है। ईओयू भी बिहार पुलिस की प्रमुख इकाई है। सोशल मीडिया पर अभ्यर्थी बराबर सवाल उठा रहे थे। यही नहीं यह मामला पटना हाई कोर्ट भी जाने वाला था।
…तो सीएए रद्द करेगा इंडिया
प्रभात खबर की सुर्खी है: ‘इंडिया’ गठबंधन सत्ता में आया तो सीएए होगा निरस्त: डीएमके। चेन्नई से जारी इस खबर में बताया गया है कि लोकसभा चुनाव को लेकर विपक्षी गठबंधन इंडिया में शामिल तमिलनाडु के सत्तारूढ़ दल डीएमके ने बुधवार को अपना घोषणा पत्र जारी किया। इस घोषणा पत्र में डीएमके ने वादा किया है कि इंडिया गठबंधन सत्ता में आया तो नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को निरस्त कर दिया जाएगा। इसके अलावा डीएमके ने जम्मू कश्मीर का पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करने और वहां चुनाव कराने, नई शिक्षा नीति 2020 को रद्द करने, पेट्रोल- डीजल के दाम कम करने और राज्यपालों को कानूनी कार्रवाई से छूट देने वाले संविधान के अनुच्छेद 361 को रद्द करने का वादा किया है।
आरजेडी बिधायक के यहां छापा
भास्कर की खबर है कि आई से अधिक संपत्ति के मामले में बक्सर के ब्रह्मपुर के आरजेडी विधायक शंभू यादव के आवास, कार्यालय, मिल, स्कूल, ईंट भट्टे सहित 22 ठिकानों पर बुधवार को इनकम टैक्स की टीम ने छापेमारी की। छापेमारी में जमीन के कागजात, ज्वेलरी, विभिन्न कंपनियों की पॉलिसी, बैंक अकाउंट, लॉकर और शेयर सहित विभिन्न संपत्ति के कागजात मिले हैं। शंभू यादव राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के काफी करीबी माने जाते हैं। वे 1983 से 2009 तक पुलिस कांस्टेबल थे और लालू प्रसाद के बॉडीगार्ड रह चुके हैं। इनकम टैक्स की टीम जब छापेमारी करने पहुंची तो परिवार के लोग सो रहे थे। 12 घंटे की पूछताछ में शंभू यादव और परिजन अधिकांश प्रश्नों का उत्तर नहीं में दे रहे थे।
पप्पू यादव कांग्रेस में
लोकसभा चुनाव से पहले पूर्व सांसद पप्पू यादव ने अपनी जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) का कांग्रेस में विलय कर दिया है। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी मोहन प्रकाश और विधायक दल के नेता शकील अहमद की मौजूदगी में नई दिल्ली में बुधवार को उन्होंने अपनी पार्टी के विलय का ऐलान किया। पप्पू यादव अपने बेटे सार्थक रंजन और जन अधिकार पार्टी के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ कांग्रेस में शामिल हुए। कांग्रेस उन्हें पूर्णिया सीट से चुनाव मैदान में उतार सकती है। पूर्णिया से वे पहले भी सांसद रह चुके हैं। पप्पू यादव की पत्नी रंजीता रंजन पहले ही कांग्रेस में हैं और छत्तीसगढ़ से राज्यसभा सांसद हैं।
चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति में जज की ज़रूरत नहीं: केंद्र
हिन्दुस्तान की ख़बर है कि केंद्र ने 2023 के कानून के तहत दो नए निर्वाचन आयुक्तों की नियुक्ति का बचाव किया। सुप्रीम कोर्ट में केंद्र ने बुधवार को कहा कि नियुक्ति के लिए चयन समिति में न्यायिक अधिकारी की मौजूदगी चुनाव आयोग की स्वतंत्रता के लिए जरूरी नहीं है। इस कानून के तहत चयन समिति से मुख्य न्यायाधीश को बाहर रखा गया है। केंद्रीय कानून मंत्रालय ने शीर्ष अदालत में दाखिल हलफनामे में याचिकाकर्ता के दावे को खारिज कर दिया कि शीर्ष कोर्ट में सुनवाई से एक दिन पहले दो निर्वाचन आयुक्तों को जल्दबाजी में नियुक्त किया गया। कांग्रेस नेता जया ठाकुर और ‘एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स’ (एडीआर) सहित अन्य ने कोर्ट में इस कानून को चुनौती दी गई।
इस शादी की चर्चा क्यों?
जागरण की खबर है: पत्नी को चुनाव लड़ाने को कुख्यात अशोक महतो ने रचाई शादी। मुंगेर लोकसभा क्षेत्र अंतर्गत सूर्यगढ़ा विधानसभा क्षेत्र की बेटी कुमारी अनीता उर्फ डॉली अब कुख्यात अशोक महतो की पत्नी बन गई है। वह अब मुंगेर लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की तैयारी में है। अनीता ने 1990 में जातीय संघर्ष के दौरान नवादा, नालंदा और शेखपुरा में आतंक कायम करने वाले नवादा जिले के अशोक महतो से शादी रचाई है। अशोक महतो 17 साल जेल में रहे। इस समय उनकी उम्र 62 साल है जबकि अनीता की उम्र 46 साल बताई गई है। अनीता रेलवे में फार्मासिस्ट हैं। अशोक महतो ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद से मुलाकात करके लोकसभा चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी। इस पर लालू प्रसाद ने उन्हें शादी करने को कहा था।
कुछ और सुर्खियां
- निगरानी विभाग की जांच में दोषी पाए गए 815 शिक्षक बर्खास्त होंगे
- सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर आज एसबीआई बताएगा, किसने किसको कितना चंदा दिया
- कुलपतियों संग राजभवन की हुई बैठक में शामिल नहीं हुए केके पाठक
- कुलपतियों का राज्यपाल को त्राहिमाम- केस दर्ज होने से बचाएं, शिक्षकों को वेतन संकट से उबारें
- चुनाव आचार संहिता: रात 10:00 बजे से सुबह 6:00 तक लाउडस्पीकर बजाने पर रोक
- बेमौसम बारिश से गेहूं, मसूर और सरसों को 20 फ़ीसदी नुकसान
अनछपी: भाकपा माले के विधायक और जेएनयू छात्र संघ के पूर्व महासचिव संदीप सौरभ ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि बीजेपी बिहार व यूपी विरोधी ताकत से हाथ मिला रही है। उन्होंने कहा कि राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना का घोषित एजेंडा बिहार यूपी के छात्र युवाओं और मजदूरों के प्रति घृणा की राजनीति को बढ़ावा देना है। भाजपा राज ठाकरे से हाथ मिलाकर बिहार का अपमान कर रही है। बिहार के लिहाज से इस महत्वपूर्ण बयान को बहुत कम जगह मिली है। ध्यान रहे कि 2008 में राज ठाकरे ने महाराष्ट्र को बिहारियों से मुक्त करने की बात कही थी। उस जमाने में बिहार के अखबारों ने इससे काफी अच्छी कवरेज दी थी। भारतीय जनता पार्टी को बिहार में 40 में 40 लोकसभा सीटों पर जीत चाहिए लेकिन यह अजीब बात है कि वह बिहार और बिहारी विरोधी राज ठाकरे से हाथ मिला रही है। राज ठाकरे के साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की हाथ मिलाते तस्वीर वास्तव में बिहारियों के अपमान की तस्वीर है। भाकपा माले ने इस मुद्दे को उठाकर बिहारियों की आवाज बुलंद की है। राज ठाकरे से हाथ मिलाने के बाद भारतीय जनता पार्टी के साथ-साथ जनता दल यूनाइटेड और एनडीए गठबंधन के अन्य दलों से भी सवाल किया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को यह बात कैसे स्वीकार हो पाया कि अमित शाह उस व्यक्ति से हाथ मिला रहे हैं जिसने बिहारियों का इतना अपमान किया और जिसके कारण महाराष्ट्र में बिहारियों के खिलाफ हिंसा हुई। इस मुद्दे पर हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के जीतन राम मांझी और राष्ट्रीय लोक मोर्चा के उपेंद्र कुशवाहा से भी राय जानी चाहिए जो एनडीए गठबंधन में भारतीय जनता पार्टी के साथ हैं। राज ठाकरे ने बिहारी ही नहीं बल्कि हिंदी पट्टी के लोगों के खिलाफ भड़काऊ बातें की थीं। ताज्जुब है कि राजद और कांग्रेस ने अब तक इस मुद्दे पर कोई बयान नहीं दिया है। समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव भी इस मुद्दे को उठा सकते हैं क्योंकि राज ठाकरे के बयान से हुई हिंसा में यूपी के लोग भी प्रभावित हुए थे। संक्षेप में यह कहा जा सकता है कि भारतीय जनता पार्टी और अमित शाह ने चुनावी फायदे की उम्मीद में उस व्यक्ति से हाथ मिलाया है जो महाराष्ट्र के बाहर के देशवासियों के खिलाफ हिंसा का दोषी बताया गया है।
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