बिहार कोरोना विस्फोट : शहरी इलाकों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में तेजी से फैल रहा है वायरस
बिहार लोक संवाद डाॅट नेट
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को पटना के आई0जी0आई0एम0एस0 में कोविड-19 वैक्सीन का दूसरा डोज लिया। इस अवसर पर पत्राकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्राी कई अहम बातें कहीं।
नीतीश ने लिया कोविड-19 वैक्सीन का दूसरा डोज
कोविड-19 वैक्सीन का दूसरा डोज लेने के पचात् पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनियाभर में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। बिहार में भी कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। इसको लेकर एक-एक चीज पर नजर रखी जा रही है। अधिक से अधिक कोरोना टेस्ट कराये जा रहे हैं। जितनी अधिक जांच होगी उतने ही कोरोना संक्रमितों की संख्या का पता चल पाएगा। जिन क्षेत्रों में कोरोना संक्रमितों का पता चल रहा है उन क्षेत्रों पर विशेष नजर रखी जा रही है। आर0टी0पी0सी0आर0 टेस्ट की संख्या बढ़ायी जा रही है। कोरोना जांच की संख्या राज्य में प्रति दिन एक लाख से अधिक करायी जा रही है, इसे और भी बढ़ाया जायेगा। टीकाकरण भी हमलोग अधिक से अधिक कराएंगे ताकि कोरोना संक्रमण का असर लोगों पर कम से कम हो सके। उन्होंने कहा कि कोरोना देश के सभी राज्यों में फैल रहा है। एक जगह से दूसरी जगह लोग आ-जा रहे हैं। बिहार में बाहर से आने वाले लोगों की भी जांच की जा रही है। बाहर से आने वाले लोग अगर बिना कोरोना जांच कराए घर जाएंगे तो उनके संपर्क में आने वाले लोगों में कोरोना खतरे की संभावना बनेगी। एक-एक चीजों पर नजर रखते हुए स्वास्थ्य विभाग, आपदा प्रबंधन विभाग के साथ-साथ पूरा प्रशासन मुस्तैदी से लगा हुआ है। सभी चीजों की लगातार समीक्षा की जा रही है।
इस बीच स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना अपडेट जारी किया है। इसके अनुसार बिहार में कोविड-19 की दूसरी लहर में कोरोना पाॅजिटिव केस की संख्या बढ़कर 301304 जबकि सक्रिय मामलों की संख्या 29078 हो गई है ।
इस वर्ष एक दिन में सर्वाधिक 24 संक्रमितों की मौत से राज्य में अब तक संक्रमण से जान गंवा चुके लोगों की संख्या बढ़कर 1675 हो गई है।
गुरुवार की शाम 4 तक उपलब्ध् आंकड़ों के अनुसार पिछले चैबीस घंटे के दौरान 101236 सैम्पल की जांच हुई है। प्रदेश में कोरोना मरीजों का रिकवरी प्रतिशत 89.79 है।
पटना जिले में संक्रमण भयावह रूप धारण कर चुका है। पिछले चौबीस घंटे में 2105 संक्रमितों के मिलने की पुष्टि हुई है। पटना के अलावा अन्य जिलों में भी संक्रमण की रफ्तार लगातार तेज बनी हुई है। भागलपुर जिले में 601, गया में 431 और मुजफ्फरपुर में 265 व्यक्ति कोविड-19 संक्रमण का शिकार हुए हैं।
इनके अलावा 11 ऐसे जिले हैं, जहां सौ से अधिक पॉजिटिव मिले हैं। इनमें बेगूसराय में 174, सारण में 171, औरंगाबाद में 165, मुंगेर में 147, पश्चिम चंपारण में 143 जहानाबाद में 131, सीवान में 123, सहरसा में 112, नालंदा में 109, रोहतास में 107 और वैशाली में 105 संक्रमित शामिल हैं।
इसी तरह बांका में 98, पूर्वी चंपारण में 92, पूर्णिया में 84, भोजपुर में 83, कटिहार में 81, गोपालगंज में 77, बक्सर में 68, समस्तीपुर में 55, अरवल में 54, मधेपुरा में 51, अररिया और लखीसराय में 50-50, सुपौल में 49, मधुबनी में 48, नवादा में 41, जमुई में 39, दरभंगा में 33, शेखपुरा में 13, किशनगंज में 31, शिवहर में 27, खगड़िया में 24, सीतामढ़ी में 23 तथा कैमूर में 15 व्यक्ति संक्रमण की चपेट में आए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने कहा था कि राज्यपाल महोदय के स्तर पर सभी दलों की बैठक होनी चाहिए। हमलोगों ने राज्यपाल महोदय से बैठक के लिये आग्रह किया है। 17 अप्रैल को राज्यपाल महोदय के नेतृत्व में जो सर्वदलीय बैठक होगी उसमें सभी लोगों के जो सुझाव आएंगे उसके आधार पर कदम उठाये जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग कोरोना को लेकर पूरी तरह सचेत और सक्रिय हैं। स्वास्थ्य मंत्री, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव, स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी नीचे तक की एक-एक चीज की जानकारी लेते हैं, उसके आधार पर कार्रवाई की जा रही है। सभी चीजों पर विर्मा किया जाता है। हमलोग केंद्र सरकार के भी निरंतर संपर्क में बने हुए हैं। उन्होंने कहा कि हमलोग शुरु से लोगों से अपील कर रहे हैं कि लोग सचेत रहें, मास्क का इस्तेमाल करें, दूरी बनाकर रहें, हाथों की साबुन से सफाई करते रहें, अकारण घर से बाहर नहीं निकलें।
मुख्यमंत्राी ने चेताया
मुख्यमंत्री ने कहा कि शहरी इलाकों के साथ-साथ अब ग्रामीण इलाकों में भी कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं, इसलिए लोगों को अब पहले से ज्यादा सचेत किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के लिए डेडिकेटेड अस्पतालों में बेडों की संख्या और बढ़ाई जा रही है। कुछ अस्पतालों को कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए केंद्रित किया जा रहा है। एक-एक चीज को लेकर हमलोगों सक्रिय हैं। हमलोग अधिकतम लोगों का टेस्ट कराना चाहते हैं ताकि जब संक्रमितों का पता चले तो उनका सही परामर्श के साथ इलाज हो सके। हमलोगों ने आज कोरोना का दूसरा डोज लिया है। पहला डोज एक मार्च को लिया था। पहले 31 मार्च को दूसरा डोज लेना था लेकिन केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुरूप छह से आठ सप्ताह के बीच दूसरा डोज लेने की बात हुई और आई0जी0आई0एम0एस0 ने आज की तिथि दूसरे डोज के लिए निर्धारित की थी। उसी के आधार पर हमलोगों ने आज दूसरा डोज लिया है।
अधिक से अधिक लोगों को कोरोना जांच कराना चाहिये। हमलोग अपना भी निरंतर जांच कराते रहते हैं। काम के दौरान लोगों के संपर्क में रहते हैं, इसलिए जांच भी कराते हैं। हमलोग चाहते हैं कि पत्रकार बंधुओं का भी टीकाकरण हो, इसको लेकर भी तैयारी की जा रही है। अधिक से अधिक टीकाकरण होने से लोग सुरक्षित रहेंगे।
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