छ्पी-अनछपी: दक्षिण कोरिया में प्लेन क्रैश- 179 मरे, समस्तीपुर में गोभी ₹2/किलो

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। दक्षिण कोरिया में एक प्लेन क्रैश होने से 179 लोग जिंदा जल गए। समस्तीपुर में गोभी की कीमत ₹2 प्रति किलो हो गई है जिससे किसानों ने उसे खेत में जोत दिया। बीपीएससी के उम्मीदवारों पर पटना में एक बार फिर लाठी चार्ज हुआ है। मंदिर और अस्पताल बनाने के लिए जाने जाने वाले आचार्य किशोर कुणाल का निधन हो गया है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का कहना है कि सीएम हाउस के नीचे शिवलिंग है और इसकी खुदाई होनी चाहिए।

यह हैं आज के अखबारों की अहम खबरें।

भास्कर के अनुसार दक्षिण कोरिया में रविवार सुबह जेजू एयरलाइन का एक यात्री विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इसमें 175 यात्री और 6 क्रू मेंबर सवार थे। इनमें से 179 की मौत हो गई जबकि दो क्रू मेंबर बच गए। हादसा भारत के समय के अनुसार सुबह 5:30 बजे मुआन एयरपोर्ट पर हुआ। उस वक्त बैंकॉक से आ रहा विमान 7सी 2216 एयरपोर्ट पर लैंड करते वक्त क्रैश हो गया। परिवहन मंत्रालय ने बताया कि जो विमान क्रैश हुआ वह 15 साल पुराना बोइंग 737-800 जेट था। सूत्रों ने बताया कि हवाई पट्टी पर उतरते समय कोरियाई विमान का लैंड गियर जाम हो गया। इससे आगे वाला टायर नहीं खुला। पायलट ने एटीसी को अलर्ट मैसेज दिया तो उसने दोबारा लैंडिंग करने को कहा। दूसरी कोशिश में भी गियर जाम रहा लेकिन तब रफ्तार ज्यादा थी तो प्लेन जमीन में रगड़ते हुए एयरपोर्ट की बाउंड्री वॉल में जा घुसा।

समस्तीपुर में ₹2/ किलो गोभी

हिन्दुस्तान के अनुसार समस्तीपुर जिले में खेती पर निर्भर किसानों का हाल बेहाल है। सब्जियों का उचित दाम नहीं मिल रहा है। सभी थोक मंडियों में सब्जी का भाव काफी गिर गया है। थोक मार्केट में वीरानगी छायी हुई है। स्थिति यह है कि गोभी दस रुपये में पांच किलो, बैंगन पचीस रुपये में पांच किलो, पत्तागोभी तीस रुपए में पांच किलो, टमाटर 60 रुपए में पांच किलो व मूली तीस रुपए में पांच किलो मिल रही है। इसके बावजूद खरीददार नहीं हैं। परेशान किसान खेत में ही फसल को जोत दे रहे हैं। शादी-ब्याह नहीं होने से व्यवसायी बाहर से सब्जी नहीं मंगवा रहे हैं। दरभंगा, मधुबनी व बहेड़ी आदि जगहों से आने वाले व्यावसायी भी अब नहीं पहुंच रहे हैं। जिले के 30 हजार हेक्टेयर में सब्जी की खेती की जाती है। करीब ड़ेढ़ लाख किसान सब्जी की खेती करते हैं।

बीपीएससी उम्मीदवारों पर लाठी चार्ज

जागरण की सबसे बड़ी खबर के अनुसार पटना में जेपी गोलंबर पर रविवार की देर शाम बैरिकेडिंग तोड़ आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के उम्मीदवारों पर पुलिस ने लाठी चार्ज किया। इस दौरान दो वॉटर कैनन से पानी की बौछार की गई। इस दौरान पुलिस की लाठी से सात आठ छात्र जख्मी हो गए। दर्जन भर प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया। बीपीएससी की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर बीपीएससी उम्मीदवार लगातार आंदोलन कर रहे हैं। इसी कड़ी में वे रविवार की सुबह गांधी मूर्ति के पास जुटने लगे। शाम में जनसुरज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर भी उम्मीदवारों के समर्थन में पहुंचे और मुख्यमंत्री आवास तक पैदल मार्च करने का निर्णय लिया। इस बीच जेपी गोलंबर पर गाड़ियों की लंबी कतार लग गई तो उम्मीदवारों को चेतावनी दी जाने लगी। इससे प्रदर्शनकारी उग्र हो गए और उन्होंने बैरिकेडिंग तोड़ दी तो पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया।

नहीं रहे किशोर कुणाल

प्रभात खबर की सबसे बड़ी खबर के अनुसार महावीर मंदिर न्यास समिति के संस्थापक सचिव व 1972 बैच के पूर्व आईपीएस अधिकारी आचार्य किशोर कुणाल का रविवार सुबह 8:00 बजे दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। 74 वर्षीय किशोर कुणाल को सांस में तकलीफ की शिकायत के बाद शनिवार देर रात 2:00 बजे महावीर वात्सल्य अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। उनका अंतिम संस्कार सोमवार दोपहर को 2:00 बजे हाजीपुर स्थित कौनहारा घाट पर किया जाएगा।

नौ चैरेटिबल अस्पताल बनवाए

आचार्य किशोर कुणाल ने महावीर मंदिर के पुनर्निर्माण से लेकर महावीर आरोग्य संस्थान, महावीर कैंसर संस्थान, महावीर वात्सल्य अस्पताल, महावीर नेत्रालय, महावीर वरिष्ठ नागरिक अस्पताल समेत 9 चैरिटेबल अस्पतालों की स्थापना की। बिहार के पूर्वी चंपारण में विश्व के सबसे बड़े विराट रामायण मंदिर के निर्माण का बीड़ा भी उन्होंने उठाया था।

मुख्यमंत्री आवास के नीचे है शिवलिंग: अखिलेश

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दावा किया है कि मुख्यमंत्री आवास के नीचे भी एक शिवलिंग है। इसलिए उत्तर प्रदेश के तमाम धार्मिक स्थलों पर खुदाई के साथ मुख्यमंत्री आवास की भी खुदाई करके शिवलिंग को बाहर निकालना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि राजभवन में अवैध रूप से निर्माण कार्य कराया जा रहा है लेकिन सरकार को कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।

कुछ और सुर्खियां

  • पाकिस्तानी सैनिकों की कार्रवाई में डूरंड रेखा के पास तालिबान के आठ सैनिकों की मौत
  • गया एयरपोर्ट पर उतरे थाईलैंड के यात्री से 8.8 करोड़ रुपए की मारिजुआना बरामद
  • पटना के गांधी मैदान में बिना अनुमति लिए प्रदर्शन करने के आरोप में प्रशांत किशोर और बीपीएससी उम्मीदवारों पर केस दर्ज
  • पाकिस्तान को हरा दक्षिण अफ्रीका वर्ल्ड टेस्ट क्रिकेट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचा
  • किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के समर्थन में आज पंजाब बंद, 7:00 से 4:00 बजे तक नहीं चलेंगी बसें व ट्रेनें

अनछपी: किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल एक महीने से अधिक समय से अनशन पर हैं और आज उनके समर्थन में पंजाब बंद है। किसानों की समस्या को लेकर पंजाब और हरियाणा में काफी आंदोलन होता है लेकिन बिहार की ऐसी समस्याओं पर ऐसा आंदोलन देखने को नहीं मिलता जबकि यहां के किसानों की समस्याएं भी कम नहीं हैं। आज की जो खबर समस्तीपुर से आई है वह बेहद अफसोसनाक है क्योंकि वहां गोभी ₹10 में 5 किलो बिक रही है। यह तो सिर्फ एक जिले की की खबर है जहां डेढ़ लाख किसान सब्जी की खेती करते हैं। लेकिन बिहार के बाकी जिलों की भी स्थिति अच्छी नहीं मानी जा सकती। इतना कम दाम मिलने की वजह से समस्तीपुर के किसान गोभी को अपने खेत में ही जोत देने पर मजबूर हुए हैं। मुसीबत में दूसरी मुसीबत यह है कि जब वह ₹2 किलो मंडी में गोभी बेचने पहुंचते हैं तो उन्हें ₹1 हर किलो पर कमीशन देना पड़ता है। वैसे पटना के बाजार में इस समय ₹10 प्रति किलो गोभी बिक रही है लेकिन अगर मालूम किया जाए तो राज्य के बाहर इसकी कीमत जरूर इससे अधिक होगी। बात केवल गोभी की नहीं बल्कि दूसरी सब्जियों की कीमत भी किसानों को नहीं मिल रही है। समस्तीपुर से आई इस खबर के अनुसार किसान इस समय बैगन ₹5/किलो, पत्ता गोभी ₹6/ किलो, टमाटर ₹12/किलो और मूली ₹6/किलो बेच पा रहे हैं। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने कृषि रोड मैप का बहुत प्रचार करते हैं लेकिन इस समय बिहार सरकार का कोई अधिकारी यह बताने को तैयार नहीं है कि आखिर इस कीमत पर कोई किसान कैसे खेती करेगा। समस्तीपुर की इस खबर से यह बात तो साबित हो गई कि किसानों को अपनी फसल का सही मूल्य दिलाने में सरकार को या तो कोई दिलचस्पी नहीं है या वह इसमें बुरी तरह विफल है। नीतीश कुमार के अलावा एक और नेता हैं जो किसानों की मदद कर सकते हैं और वह है केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री चिराग पासवान। चिराग पासवान चाहें तो अपने मंत्रालय की ओर से किसानों को तकनीकी मदद देखकर उनकी फसलों का उचित नाम दिला सकते हैं। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को भी किसानों की समस्या को मुद्दा बनाना चाहिए।

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