छपी-अनछपी: भाजपा विधायक माइक तोड़ने के आरोप में सस्पेंड, राहुल के भाषण-अदानी पर हंगामा जारी

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। बिहार विधानसभा में संस्कारी माने जाने वाली भारतीय जनता पार्टी के एक विधायक ने गुस्से में माइक तोड़ डाला जिसके बाद उन्हें 2 दिन के लिए सस्पेंड कर दिया गया। उधर संसद के दोनों सदनों में राहुल गांधी के लंदन में दिए बयान और अडानी के शेयर घोटाले पर सियासी संग्राम जारी रहा। इसकी खबर अखबारों में प्रमुखता से ली गई है।

हिन्दुस्तान की पहली खबर है: माइक तोड़ने के आरोप में भाजपा विधायक निलंबित। भास्कर ने दो खबरों को मिलाकर सुर की बनाई है सदन में भाजपा विधायक ने तोड़ा माइक, निलंबित; मानस पर बोले शिक्षा मंत्री तो सहयोगी ही भड़के। भाजपा विधायक लखेन्द्र कुमार रौशन को विधानसभा से दो दिनों के लिए निलंबित कर दिया गया है। उनपर सदन के अंदर माइक तोड़ने और असंसदीय आचरण का आरोप है। विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने उनके निलंबन की घोषणा की। इससे उत्तेजित भाजपा सदस्य वेल में आकर हंगामा करने लगे। बाद में उन्होंने सदन का बहिष्कार कर दिया और पोर्टिको में मुख्य द्वार पर धरना पर बैठ गए। इस घटना को लेकर पूरे दिन विस में गतिरोध बना रहा। हाल यह हो गया कि कार्यवाही खत्म होने के बाद सत्ता पक्ष के विधायकों को बाहर जाने का रास्ता ही नहीं मिला। जबकि, विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी को सुरक्षा घेरे में मुख्य द्वार से निकाला गया।

रामचरितमानस को लेकर बहस

जागरण की सबसे बड़ी खबर है: सदन में जदयू व राजद ने ही शिक्षा मंत्री को रामचरितमानस पर बोलने से रोका। अखबार लिखता है कि शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर मंगलवार को श्रीरामचरितमानस को लेकर विधान परिषद में विवादित बयान देने के क्रम में अपने ही गठबंधन के नेताओं से घिरे और उनके आचरण से परेशान सभापति देवेश चंद्र ठाकुर ने उनके विभाग का बजट बिना चर्चा कराए सदन के पटल पर रख कर सदन को स्थगित कर दिया। इससे पहले चंद्रशेखर ने शिक्षा बजट पर चर्चा के दौरान शिक्षा पर बात रखने की बजाय फिर से श्रीरामचरितमानस को लेकर विवादित पक्ष सदन में रखना शुरू किया सत्ता पक्ष के सचेतक नीरज कुमार ने पहले शिक्षा मंत्री की जमकर आलोचना की।

अदानी और राहुल के बयान पर जबानी जंग

हिंदुस्तान में पहले पेज पर खबर दी है संसद में राहुल गांधी व अदानी पर सियासी खींचतान और बढ़ी। जागरण ने लिखा है: राहुल के भाषण पर हंगामा जारी, दूसरे दिन भी नहीं चली संसद। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के लंदन में दिए गए बयान, केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग और अदानी समूह से जुड़े मामले को लेकर संसद में सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच खींचतान और बढ़ गई है। हंगामे के कारण दोनों सदनों में दूसरे दिन भी कोई कामकाज नहीं हो पाया। सत्तापक्ष ने जहां राहुल गांधी के बयान पर माफी की मांग दोहराई, वहीं कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दल अडानी समूह के मामले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के गठन की मांग पर अड़े रहे।

तेजस्वी नहीं गए सीबीआई दफ्तर

जमीन के बदले नौकरी के कथित घोटाले में उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव द्वारा तीसरी बार नोटिस के बावजूद सीबीआई मुख्यालय नहीं पहुंचने की खबर भी पहले पेज पर है। इसके पहले दो मौकों पर अलग-अलग कारणों का हवाला देते हुए तेजस्वी पूछताछ से दूर रह चुके हैं। तेजस्वी ने इसके पहले कहा था कि वे अपनी पत्नी के स्वास्थ्य के कारण सीबीआई के सामने पेश नहीं हो सकते हैं। ईडी के छापे के बाद उनकी पत्नी राजश्री की तबीयत बिगड़ गई थी, जिसके बाद उन्हें दिल्ली के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सीबीआई इसे जांच में असहयोग के रूप में देख रही है और उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए कानूनी राय ले रही है।

फार्मासिस्ट ले सकेंगे फीस

हिन्दुस्तान की खास खबर है: स्वास्थ्य विभाग ने इस रेगुलेशन के लागू होने की जानकारी पटना उच्च न्यायालय को दी है। फार्मेसी प्रैक्टिस रेगुलेशन 2015 को लागू करने वाला बिहार देश का चौथा राज्य बन गया है। अभी देश के तीन राज्यों- केरल, कर्नाटक और दिल्ली में यह कानून लागू है। इसके लागू होते ही अब बिहार में फॉर्मा क्लीनिक खुलने का भी रास्ता साफ हो गया है। इस क्लीनिक के खुलने से दवाखाने में विक्रेता दवाओं की जानकारी देने पर शुल्क वसूल सकेंगे।

कुछ और सुर्खियां

  • राज्य के बचे 15 जिलों में खुलेंगे मेडिकल कॉलेज
  • देश में राजस्थान, उत्तर प्रदेश और बिहार में सबसे ज्यादा प्रश्न पत्र केंद्र से लीक हो रहे हैं
  • बिहार में 39% वाहन चालक नहीं पहनते हैं हेलमेट
  • मिसाल: पहली बार विश्वविद्यालय की सीनेट बैठक में शामिल हुए कुलाधिपति
  • साइकिल योजना के 467 करोड का हिसाब नहीं: मंत्री
  • पत्रकार वेद प्रताप वैदिक का 78 साल की उम्र में निधन
  • राहुल यादव जिम्मेदारी से बयान दें, कांग्रेस को लोकतंत्र के बारे में बोलने का अधिकार नहीं: आरएसएस
  • सख्ती: विदेश से ली गई मेडिकल डिग्री के लिए मान्यता कठिन होगी
  • भारत में नक्सली हिंसा में 77% की कमी आई: नित्यानंद राय
  • पीएफआई ने इस्लामिक देश बनाने की साजिश रची: एनआईए
  • यूपी: जिलों में दुर्गा सप्तशती मानस पाठ कराएगी सरकार

अनछपी: लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही पिछले कई दिनों से बातचीत चल रही है। एक और जहां भारतीय जनता पार्टी राहुल गांधी की माफी पर अड़ी हुई है वहीं विपक्ष का कहना है कि गौतम अडानी के शेयर घोटाले के बारे में संसद में चर्चा होनी चाहिए। जनता के पैसे पर चलने वाली संसद के कीमती समय की इस तरह बर्बादी को रोकने की जिम्मेदारी सत्ता पक्ष पर ही आती है। इन दोनों मुद्दों पर यह बात सोचने की है कि किस मामले में चर्चा की ज्यादा जरूरत है और किस से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। राहुल गांधी के बयान पर अगर सत्ता पक्ष को बहुत आपत्ति है तो उस पर माफी की मांग पर अड़ने से बेहतर यह होता कि चर्चा करा ली जाती। इसी तरह गौतम अदानी के शेयर घोटाले पर हंगामे से बेहतर होता कि इससे प्रभावित लोगों को राहत दिलाने के बारे में चर्चा होती। इधर, बिहार विधानसभा में भी माइक तोड़ने की घटना बेहद निंदनीय है। भारतीय जनता पार्टी के जिस विधायक पर यह आरोप लगा है उन्हें इसके लिए दो दिनों के लिए निलंबित किया गया है। लोकसभा/ राज्यसभा हो या विधानसभा/ विधान परिषद हो, स्वस्थ चर्चा का माहौल जरूरी है लेकिन माइक उखाड़ना या हंगामा करना किसी भी तरह स्वीकार्य नहीं। जरूरत इस बात की है कि सत्ता और विपक्ष के सभी गंभीर सदस्यों को आपस में बैठकर इस बात का पुख्ता इरादा करना चाहिए कि चर्चा चाहे जिस विषय पर हो सदन को ठप नहीं किया जाए।

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