छ्पी-अनछपी: सीबीआई का दावा- बस बिहार व झारखंड में नीट पेपर लीक, ठनका से 26 की मौत

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट को सौंपी अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि मेडिकल दाखिला इम्तिहान नीट यूजी का पेपर सिर्फ बिहार और झारखंड में लीक हुआ। बिहार के कई जिलों में ठनका गिरने से 26 लोगों की मौत हो गई। चैंपियंस ट्रॉफी खेलने पाकिस्तान नहीं जाएगी भारतीय क्रिकेट टीम। दिल्ली यूनिवर्सिटी ने लॉ के कोर्स में मनुस्मृति पढ़ने का फैसला वापस लिया।

आज के अखबारों की यह अहम खबरें हैं।

जागरण की सबसे बड़ी खबर के अनुसार सीबीआई ने मेडिकल दाखिला इम्तिहान नीट यूजी में हुई अनियमिताओं पर अपनी रिपोर्ट सील बंद लिफाफे में सुप्रीम कोर्ट को सौंप दी है। इस अति गोपनीय रिपोर्ट में सीबीआई ने अभी तक दर्ज सात केस और उनकी जांच में हुई प्रगति का विस्तृत विवरण दिया है। इन मामलों की जांच नाजुक मोड़ पर होने का हवाला देते हुए जांच एजेंसी रिपोर्ट के बारे में विस्तृत जानकारी देने से बच रही है लेकिन सूत्रों के अनुसार सीबीआई ने अपनी रिपोर्ट में नीट यूजी के पेपर लीक होने को सिर्फ बिहार व झारखंड तक सीमित बताया है। महाराष्ट्र के लातूर, गुजरात के गोधरा और राजस्थान में कुल तीन स्थानों पर अलग-अलग तरह से गड़बड़ी के सबूत मिले हैं। उधर सुप्रीम कोर्ट में नीट मामले में सुनवाई 18 जुलाई तक टल गई है।

नीट पेपर लीक में रॉकी गिरफ्तार

नीट यूजी पेपर लीक मामले में सीबीआई ने सेटर गिरोह के बेहद महत्वपूर्ण सूत्रधार रॉकी उर्फ राकेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया। हिन्दुस्तान और प्रभात खबर की सबसे बड़ी खबर यही है। रॉकी को गुरुवार सुबह पटना में बाइपास इलाके से उस समय दबोचा गया, जब वह बस से नेपाल से आया था और रांची भागने की फिराक में था। सीबीआई ने गिरफ्तार करने के बाद रॉकी को पटना स्थित विशेष न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे 10 दिन के रिमांड पर सीबीआई को सौंप दिया गया। रॉकी से पूछताछ में संजीव मुखिया के अलावा अतुल वत्स, अंशुल सिंह समेत अन्य बड़े सेटरों के साथ ही बिहार के बाहर से जुड़े कनेक्शन का खासतौर से पता चल सकता है। रॉकी रांची में रहता है और वहां रेस्टोरेंट चलाता है। वह मूल रूप से नालंदा के हिलसा के गजेंद्र बिगहा गांव का रहने वाला है, लेकिन उसका परिवार नवादा स्थित घर में रहता है।

ठनका गिरने से 26 की मौत

प्रभात खबर के अनुसार बिजली गिरने की चपेट में आने से गुरुवार को मधुबनी में 6, औरंगाबाद में चार, सुपौल में तीन, लखीसराय व गया में दो-दो, रोहतास, पूर्णिया, बेगूसराय, बिहार शरीफ, कैमूर, गोपालगंज, समस्तीपुर और पटना के फुलवारी शरीफ व मसौढ़ी में एक-एक लोगों की मौत हो गई। भोजपुरी के तरारी प्रखंड में एक सरकारी स्कूल के पीछे ताड़ के पेड़ पर ठनका गिरने से 18 छात्राएं झुलस गईं।

चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान नहीं जाएगी भारतीय टीम

जागरण के अनुसार भारतीय क्रिकेट टीम अगले वर्ष फरवरी- मार्च में पाकिस्तान में होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी में वहां नहीं खेलेगी। भारतीय क्रिकेट बोर्ड बीसीसीआई चैंपियंस ट्रॉफी को भी एशिया कप की तरह हाइब्रिड मोड पर करने की मांग अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद आईसीसी से करेगा। सूत्रों के अनुसार अगर ऐसा होता है तो चैंपियंस ट्रॉफी में भारत के मैचों को श्रीलंका या यूएई में आयोजित कराया जा सकता है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने आईसीसी को जो ड्राफ्ट सौंपा है उसके अनुसार टूर्नामेंट 19 फरवरी से 9 मार्च तक लाहौर, कराची और रावलपिंडी में कराया जाना है। ड्राफ्ट के अनुसार भारत और पाकिस्तान के बीच मैच एक मार्च को प्रस्तावित है। पीसीबी ने भारत के सभी मैच लाहौर में करने का प्रस्ताव रखा है।

डीयू ने मनुस्मृति पढ़ने का प्रस्ताव वापस लिया

दिल्ली विश्वविद्यालय के कानून पढ़ने वाले छात्रों को मनुस्मृति पढ़ाने के प्रस्ताव को कुलपति प्रोफेसर योगेश सिंह ने खारिज कर दिया है। एक बयान में कुलपति ने कहा है कि ऐसा कुछ विश्वविद्यालय में नहीं पढ़ाया जाएगा। लॉ फैकल्टी ने सेमेस्टर एक और छह के दो पेपर में बदलाव किए थे। इन पर शुक्रवार को प्रस्तावित एकेडमिक काउंसिल की बैठक में चर्चा होनी थी। शिक्षकों के एक धड़े ने इस कदम का विरोध किया था और कुलपति को पत्र भी लिखा था।

ट्रेनिंग के दौरान ही बदनाम हुई आईएएस अधिकारी

वीआईपी डिमांड से चर्चा में आई महाराष्ट्र की ट्रेनी आईएएस ऑफिसर पूजा खेडकर का वाशिम जिले में ट्रांसफर कर दिया गया है। पुणे में तैनाती के दौरान उन पर वीआईपी नंबर, निजी कर पर लाल बत्ती लगाने के साथ कलेक्टर का चैंबर कब्जाने के आरोप लगे थे। उन पर विकलांगता सर्टिफिकेट में हेरफेर के भी आरोप हैं। इस बीच केंद्र सरकार ने खेडकर के उम्मीदवारी दावों और अन्य विवरणों की जांच के लिए गुरुवार को एक कमेटी बना दी। वहीं, दस्तावेजों से पता चला है कि पूजा के पिता दिलीप खेडकर के नाम पर करीब 40 करोड़ की संपत्ति है और पूजा खेडकर के नाम पर विभिन्न स्थानों पर 17 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति है।

हनुमान चालीसा सुनते हार्ट सर्जरी

आईजीआईएमएस में बुजुर्ग मरीज को पूरी तरह होश में रखते हुए पहली बार ओपेन हार्ट सर्जरी की गई। लगभग डेढ़ घंटे की सर्जरी के दौरान दरभंगा के कुशेश्वर स्थान निवासी 80 वर्षीय बुजुर्ग हनुमान चालीसा सुनते रहे और बीच-बीच में डॉक्टरों से बात करते रहे। यह ऑपरेशन पूरी तरह सफल रहा। अब मरीज की हालत स्थिर है। यह ऑपरेशन अस्पताल के सीटीवीएस विभाग के अध्यक्ष डॉ. शील अवनीश और उनकी टीम ने किया। डॉ. शील अवनीश ने बताया कि 80 वर्षीय बुजुर्ग डायबिटीज, किडनी, फेफड़े और अस्थमा की बीमारी से भी ग्रसित थे। इनके हार्ट की दो नसों में 99 प्रतिशत ब्लॉकेज था।

कुछ और सुर्खियां

  • जेएसएससी (सीजीएल) पेपर लीक मामले में अमन सिंह को रांची की पुलिस ने आरा से गिरफ्तार किया
  • उन्नाव हादसे में 18 लोगों की मौत के बाद परिवहन विभाग का आदेश- दूसरे राज्य जाने वाली बसों के परमिट की जांच होगी
  • बिहार में बीएसएनएल 4G के 113 नए बीटीएस चालू
  • पूर्व आईएएस अधिकारी मनीष वर्मा जदयू के राष्ट्रीय महासचिव बनाए गए
  • नेपाली संसद में विश्वास मत आज, प्रधानमंत्री प्रचंड की हार के पूरे आसार
  • चार धाम यात्रा में फंसे सैकड़ों श्रद्धालु, 26 समस्तीपुर के भी

अनछपी: पीएमसीएच यानी पटना मेडिकल कॉलेज ऐंड हॉस्पिटल के बारे में हम हाल के दिनों में लिखते रहे हैं और आज इस पर लिखने की जरूरत इसलिए आन पड़ी क्योंकि वहां के टीचर्स एसोसिएशन ने अपनी मासिक बैठक में कुछ प्रमुख मुद्दों को उठाया है। आमतौर पर ऐसी खबरें कम ही आती हैं या उन खबरों को उस तरह से पेश नहीं किया जाता जैसा कि करना चाहिए। टीचर्स एसोसिएशन ने कहा है कि स्वास्थ्य विभाग से आग्रह किया जाए कि रोगियों के बेहतर इलाज के लिए वह अपना प्रतिनिधिमंडल परिसर में भेजे। संगठन के अध्यक्ष डॉक्टर एनपी सिंह ने कहा कि अस्पताल के हर विभाग में उपकरणों और दूसरी ज़रूरी चीज़ों की भारी कमी है। इससे मरीजों के इलाज में परेशानी होती है और डॉक्टर उनके गुस्से का शिकार होते हैं। इसी तरह डॉक्टर भरत सिंह ने कहा कि कैंपस की सड़के इतनी सकरी और खराब हैं कि मरीज और उनके तीमारदार परेशान रहते हैं। डॉ राजीव आनंद ने कहा कि आर्थोपेडिक विभाग में जरूरी उपकरणों और सामान की कमी के कारण आम के साथ आयुष्मान भारत योजना के रोगियों के इलाज में काफी देरी होती है। डॉक्टर एमजी रई ने कहा कि कार्डियोथोरेसिक सर्जरी विभाग में 20 साल से वैट सर्जरी के लिए जरूरी सामान नहीं दिए गए। टीचर्स एसोसिएशन ने जो बातें कही हैं वही आम लोगों की असली समस्याएं हैं जिन्हें दूर नहीं किया जा रहा है। बल्कि अगर टीचर्स को इजाजत दी जाए और उन्हें प्रताड़ित न किया जाए तो और भी कई समस्याएं सामने आ सकती हैं। इससे पहले स्वास्थ्य विभाग उस समय के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद के पास था और अब यह विभाग मंगल पांडे के पास है जो काफी समय तक पहले भी स्वास्थ्य मंत्री रह चुके हैं। मंगल पांडे वैसे तो पीएमसीएच को विश्व स्तर का बनाने का दावा कर रहे हैं लेकिन सच्चाई यह है कि हाल ही में जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जरूरत पड़ी तो वह पीएमसीएच ना जाकर मेदांता अस्पताल गए थे। पीएमसीएच बिहार का सबसे पुराना अस्पताल है और सबसे बड़ा अस्पताल भी बनने जा रहा है लेकिन जैसा इलाज मिलना चाहिए वह नहीं मिल पाता है जिससे मरीज परेशान रहते हैं। वहां बहुत से ऐसे डॉक्टर हैं जो संजीदगी से मरीजों की सेवा करना चाहते हैं लेकिन उन्हें मशीनों की कमी और दूसरी परेशानियों का सामना करना पड़ता है, उन्हें दूर करना जरूरी है। पीएमसीएच की बिल्डिंगों में इस समय काफी पैसा लग रहा है। जरूरत इस बात की है कि वहां की अंदरूनी जरूरतों को पहले देखा जाए।

 

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