छपी-अनछपीः स्पीकर सिन्हा साहब इस कूचे से कैसे निकलेंगे? पीएमसीएच से मरीज भगा रहे इंटर्न

बिहार लोक संवाद डाॅट नेट, पटना। बिहार विधानसभा में आज यानी 24 अगस्त को जो संभावित है वह किसी नाटक-नौटंकी से कम नहीं है। संस्कारी भारतीय जनता पार्टी के विधायक विजय कुमार सिन्हा विधानसभा अध्यक्ष तब बने थे जब जदयू और भाजपा ने मिलकर 2020 में सरकार बनायी थी। 9 अगस्त 2022 को नीतीश कुमार ने जब भाजपा से कुट्टी कर ली तो इसके बाद भाजपा सरकार से आउट हो गयी और विधानसभा अध्यक्ष की नैतिक जिम्मेदारी बन गयी थी कि वे इस्तीफा दे दें। उन्होंने खुद से इस्तीफा नहीं दिया, फिर उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आया और यह जानते हुए भी कि उन्हें हटना पड़ेगा, उन्होंने 23 अगस्त को पत्रकारों से कहा कि इस्तीफा नहीं देंगे। पटना के सभी हिन्दी अखबारों की सबसे बड़ी खबर यही है।
हिन्दुस्तान की सुर्खी हैः स्पीकर विजय सिन्हा का इस्तीफे से इनकार। इसमें बताया गया है कि वे अपने खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा और मत विभाजन के लिए राजी हैं। जागरण की हेडिंग हैः त्यागपत्र नहीं देने पर अड़े विस अध्यक्ष। प्रभात खबरः इस्तीफा नहीं देने पर अड़े स्पीकर। इसमें यह भी बताया गया है कि राजद ने अवध बिहारी चैधरी को विधानसभा अध्यक्ष बनवाने का फैसला किया है। भास्कर की सबसे बड़ी खबर हैः अविश्वासः दिन भर चली लुका छिपी, स्पीकर विजय सिन्हा ने कहा, नहीं दूंगा इस्तीफा।
इस बीच यह खबर भी छपी है कि भाजपा की बैठक में नेता प्रतिपक्ष के मुद्दे पर फैसला नहीं हो सका। विधानसभा में भाजपा के पूरी तरह आक्रामक रहने और राजद द्वारा अपने विधायकों को संयमित रहने की हिदायत की खबर भी प्रमुखता से छपी है।
गया के विष्णुपद मंदिर में मंत्री मोहम्मद इसराइल मंसूरी के प्रवेश को लेकर सियासी घमासान छिड़ा है। मंदिर में गैर-हिन्दुओं के प्रवेश पर पाबंदी है। श्री मंसूरी गया के प्रभारी मंत्री होने के नाते मुख्यमंत्री के साथ वहां गये थे और मंदिर के अंदर भी गये। पंडा समाज ने मंदिर को धुलवाया और यह कहा कि जानकारी के अभाव में ऐसा हुआ होगा। मामला यहां खत्म हो जाना चाहिए था लेकिन भाजपा ऐसे मौकों का राजनैतिक लाभ लेने के लिए तत्पर है। भाजपा नेता सुशील कुमार ने साफ तौर पर कहा है कि मुस्लिम मंत्री को ले जाना हिन्दू आस्था का अपमान है। जवाब में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा है कि हिन्दू और मुस्लिम करना तो भाजपा का काम है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने मुख्यमंत्री नीतीश से पूछा है कि क्या वे सद्भावना दिखाने मक्का जाएंगे। इसके जवाब में जदयूू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा है कि भाजपा धार्मिक उन्माद फैला रही है।
भाजपा नेता के हिन्दूू-मुस्लिम करने का एक नमूना तेलंगाना से भी मिला है। वहां भाजपा के विधायक टी राजा ने पैगम्बर हजरत मोहम्मद साहब के बारे में घृणित टिप्पणी की थी। इस मामले में पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया हालांकि बाद मंे उन्हें अदालत से जमानत मिल गयी।
गुजरात सरकार द्वारा बिल्कीस बानो के बलात्कारियों को उम्रकैद की सजा खत्म कर रिहा करने के फैसले के खिलाफ अब सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। यह खबर भी प्रमुखता से छपी है।
अनछपीः बिहार में एम्स और आईजीआईएमएस में मरीजों का इलाज कितना मुश्किल काम है, यह किसे नहीं पता। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पीएमसीएच को बहुत बड़ा अस्पताल बनाने के बारे में अपनी इच्छा जताते रहते हैं। उसी पीएमसीएच में और दूसरे मेडिकल काॅलेजों में दो दिनों से मरीजों का इलाज रोका जा रहा है। इलाज रोकने वाले इंटर्न डाॅक्टर हैं। प्रभात खबर में छपा हैः पीएमसीएच पहुंचे 2500 मरीज, 1500 बिना इलाज के लौटे। क्योंकि इंटर्न डाक्टरों ने काउंटरों को बंद कराया और वहां तोड़फोड़ भी हुई। सरकारी काॅलेजों से मुफ्त में एमबीबीएस की डिग्री लेकर इंटर्नशिप करने पहुंचे इन डाॅक्टरों की मांग स्टाइपेंड बढ़ाने की है। मगर अपनी मांग मनवाने का यह रास्ता इंसानियत का रास्ता है? चेतावनी देने पर न मानें तो ऐसे इंटर्न को तुरंत बाहर का रास्ता दिखाना चाहिए।

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