छपी-अनछपी: ‘आम आदमी से जुड़ी योजनाओं में भारी कटौती’, अदानी मामले पर संसद में हंगामा

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। वित्तीय वर्ष 2023-24 के केंद्रीय बजट में आम आदमी से जुड़ी योजनाओं के मद में भारी कटौती किए जाने पर नीतीश कुमार के बयान को सभी अखबारों ने प्रमुखता दी है। गौतम अदानी  के शेयरों में भारी गिरावट जारी है और इस मामले पर संसद में भारी हंगामा होने की खबर भी पहले पेज पर है। बिहार के सीनियर आईएएस ऑफिसर के के पाठक द्वारा गाली गलौज की भाषा के वायरल वीडियो की सूचना भी अखबारों में अहम जगह पर है।

हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी खबर है: आमजन से जुड़ी योजनाओं में केंद्र ने भारी कटौती की। जागरण ने नीतीश का ही एक दूसरा बयान दिया है: केंद्र सरकार ने बजट में जानबूझकर किया बिहार के साथ भेदभाव। भास्कर ने लिखा है केंद्रीय योजनाओं में 40% राशि राज्य की केंद्र अपने बल पर बनाए योजनाएं: नीतीश। अखबारों के अनुसार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि केंद्रीय बजट में आमजनों से जुड़ी महत्वपूर्ण योजनाओं की राशि में भारी कटौती की गई है। मनरेगा और किसान सम्मान निधि योजना की राशि घटा दी गई है, यह ठीक नहीं है। केंद्र सरकार के द्वारा लोगों के हित में कोई काम नहीं हो रहा है। बिहार जैसे गरीब राज्य के लिए बजट में कुछ भी नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्रीय योजनाओं में 40 प्रतिशत तक राशि राज्य सरकार के द्वारा दी जाती है। केंद्र सरकार को अपने बल पर केंद्रीय योजनाएं बनानी चाहिए।

हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर हंगामा
जागरण की सबसे बड़ी खबर है हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर संसद में हंगामा। हिन्दुस्तान ने लिखा है: तनातनी: संसद में अदानी के मुद्दे पर विपक्षी दल आक्रामक। भास्कर की दूसरी सबसे बड़ी खबर है: अदानी पर विपक्ष का हंगामा, संसद में जेपीसी से जांच कराने की मांग भी उठी। संसद के दोनों सदनों में गुरुवार को उद्योगपति अडानी पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को लेकर विपक्ष ने आक्रामक रुख अपनाया। एलआईसी व सरकारी बैंकों में आम लोगों का धन डूबने के मुद्दे पर चर्चा की मांग को लेकर हंगामे की वजह से संसद की कार्यवाही ठप रही। सत्र शुरू होने से पहले हिंडनबर्ग के आरोपों को लेकर कांग्रेस की अगुवाई में विपक्षी दलों की गुरुवार को बैठक हुई। इसमें कांग्रेस सहित 14 दलों ने हिस्सा लिया।

1 अप्रैल से फ्लैट रजिस्ट्री महंगी
भास्कर की सबसे बड़ी खबर है: 1 अप्रैल से फ्लैट खरीदना महंगा, 6 साल बाद सर्किल रेट 20% तक बढ़ाने की तैयारी। अखबार के अनुसार राज्य में 1 अप्रैल से फ्लैट खरीदना महंगा होगा, क्योंकि फ्लैट के सर्कल रेट बढ़ाने की तैयारी चल रही है। बिहार रियल एस्टेट रेग्युलेटरी अथॉरिटी ‘रेरा’ के नियमानुसार रजिस्ट्री करने से निबंधन विभाग को घाटा हो रहा है। इस घाटे को दूर करने के लिए निबंधन विभाग ने मंथन शुरू कर दिया है। अधिकारियों के मुताबिक करीब 15 से 20 फीसदी रेट बढ़ाने की उम्मीद है।

बिहार में अभी और मंत्री नहीं
हिन्दुस्तान की एक अहम सुर्खी है: बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार की अभी कोई संभावना नहीं। पिछले कई दिनों से बिहार में इसकी चर्चा थी और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने भी ऐसा दावा किया था लेकिन अब उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा है कि बिहार में अभी मंत्रिमंडल विस्तार की कोई संभावना नहीं है। गुरुवार को जगदेव प्रसाद की जयंती के मौके पर राजकीय कार्यक्रम के बाद उन्होंने मीडिया द्वारा इस बाबत सवाल पूछे जाने पर कहा कि ये बात कहां से आई है। उन्होंने व्यंग्य के लहजे में कहा कि अगर आप (पत्रकार) चाहते हैं, तो उस पर विचार करेंगे।

वायरल वीडियो में गाली, पाठक के खिलाफ सनहा
सीनियर आईएएस ऑफिसर और एडिशनल चीफ सेक्रेटरी के के पाठक हमेशा अपनी भाषा को लेकर विवादों में रहे हैं। फिलहाल में शराबबंदी और निबंधन विभाग से जुड़े हुए हैं और हाल में निबंधन विभाग ने बिहार एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस एसोसिएशन और बिहार सब रजिस्ट्रार एसोसिएशन का रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया है। इन बातों को लेकर चल रहे विवाद के बीच अब उनका एक ऐसा वीडियो वायरल हुआ है जिसमें वह साफ तौर पर गाली देते तो सुने जा रहे हैं। इस बारे में भास्कर की खबर है: वायरल वीडियो में बिहार के लोगों के खराब ट्रैफिक सेंस व डिप्टी कलेक्टर के लिए अमर्यादित शब्द बोलते दिखे अपर मुख्य सचिव, पूछने पर बोले माफी मांग चुका। वायरल वीडियो बिहार निबंधन सेवा के पदाधिकारियों के साथ बैठक का है। इधर निबंधन विभाग के मंत्री सुनील कुमार ने कहा है कि हमने वीडियो के बारे में सुना है मुझे देखने दीजिए कि पूरा मामला है क्या इस संबंध में जो भी उचित कार्यवाही होगी वह करेंगे। फिलहाल वीडियो सामने आते ही ‘बासा’ ने सचिवालय थाने में शिकायत दर्ज कराई है जिसकी जांच की जा रही है।

गोमांस खाने वाले की घर वापसी?
हिन्दुस्तान ने जयपुर से खबर दी है: गोमांस खाने वाले भी वापस बन सकते हैं हिंदू: होसबाले। आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने गुरुवार को घर वापसी को लेकर बड़ा बयान दिया। जयपुर में बिड़ला ऑडिटोरियम के दीनदयाल स्मृति व्याख्यान के तहत “संघ: कल, आज और कल” विषय पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि गोमांस खाने वालों को वापस हिंदू बनाया जा सकता है। होसबाले ने कहा कि भारत में रहने वाले सभी हिंदू हैं, क्योंकि उनके पूर्वज हिंदू थे। उनकी पूजन पद्धति अलग हो सकती है, लेकिन उन सभी का डीएनए एक है। उन्होंने कहा कि भारत में 600 से अधिक जनजातियां कहती थीं कि हम अलग हैं। हम हिंदू नहीं हैं। भारत विरोधी ताकतों ने उन्हें उकसाने का काम किया था। इस पर गोलवलकर जी ने कहा कि वे हिंदू हैं। उनके लिए दरवाजे बंद नहीं हैं, क्योंकि हम वसुधैव कुटुम्बकम् की अवधारणा पर काम करते हैं। किसी ने मजबूरी में गो मांस ही क्यों न खाया हो, किसी कारण से वे चले गए तो दरवाजा बंद नहीं कर सकते हैं। आज भी उसकी घर वापसी हो सकती है।

रामदेव का घिनौना बयान
जागरण की एक हेडलाइन है: रामदेव का धर्मसभा में नमाज को लेकर विवादास्पद बयान। अख़बार लिखता है कि राजस्थान के बाड़मेर में तारातरा के कार्यक्रम में शिरकत करने आए योग गुरु बाबा रामदेव ने विवादास्पद बयान दिया। मंच से ही उन्होंने मुसलमानों के नमाज को लेकर कहा कि बस 5 बार नमाज पढ़ो उसके बाद मन में जो आए वह करो ऐसा उनका धर्म कहता है नमाज पढ़ने के बाद भले ही हिन्दुओं की लड़कियों को उठाओ और जो भी पाप करना है वह करो। हिंदू, मुस्लिम व ईसाई धर्म की आपस में तुलना करते हुए उन्होंने कहा कि मुसलमान आतंकी हो या अपराधी, वह नमाज जरूर पड़ता है। उन्होंने यह भी कहा कि लोग मूंछ कटवा रहे हैं, सिर पर टोपी पहन रहे, यह पागलपन है। इतना सब कुछ कहने के बाद उन्होंने यह सफाई भी दी कि मैं किसी की आलोचना नहीं कर रहा।

अभी कॉमन सिविल कोड नहीं
हिन्दुस्तान की एक अहम सुर्खी है: समान नागरिक संहिता पर फैसला नहीं: रिजिजू। सरकार ने गुरुवार को संसद को बताया कि समान नागरिक संहिता लागू करने पर कभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है। केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने गुरुवार को राज्यसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में बताया कि 22वां विधि आयोग समान नागरिक संहिता से संबंधित मामले पर विचार कर सकता है। उन्होंने बताया कि सरकार ने 21वें विधि आयोग से अनुरोध किया था कि समान नागरिक संहिता से संबंधित विभिन्न विषयों का परीक्षण कर सुझाव दें।

कुछ और सुर्खियां
● रक्सौल से आनंद विहार जाने वाली सत्याग्रह एक्सप्रेस, दो हिस्सों में बंटी, बाल बाल बचे यात्री
● सीए सीपीटी 28 मई को, आवेदन शुरू
● रिकॉर्ड: पटना में सोने की कीमत 60 हज़ार के पार
● आरबीआई ने अदानी समूह को दिए गए कर्ज का ब्यौरा मांगा
● बिहार में सैकड़ों रसूखदार ओं के पास तीन तीन हथियार
● सुप्रीम कोर्ट ने कई स्थानों से चुनाव लड़ने पर रोक की मांग को ठुकराया
● बेगूसराय में मुखिया की गोलियों से भूनकर दिनदहाड़े हत्या
● कुशवाहा ने पार्टी की मनाही के बाद भी अलग मनाई जगदेव जयंती
● अरवल में सड़क हादसे में घायल हुआ प्रेमी युगल, अस्पताल में देखने पहुंचे परिजनों को प्रेम प्रसंग का पता चला तो वहीं करा दी दोनों की शादी

अनछपी: रामदेव कहने को तो बाबा भी हैं और योग गुरु भी लेकिन वास्तविकता यह है कि वह भारतीय जनता पार्टी और हिंदुत्व के प्रचारक बने हुए हैं। इसमें वे नफरत से काम लेने में भी नहीं चूकते। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या रामदेव के बयान को नजरअंदाज कर देना अच्छी नीति है? बहुत से लोगों को लग सकता है कि उनके बयान पर बात करने से विवाद और बढ़ेगा लेकिन सच्चाई यह है कि उनकी बात को नजरअंदाज करने से उनका झूठ और खेलेगा। यह बात रामदेव ने राजस्थान में कही है जहां कांग्रेस पार्टी की सरकार है और उस सरकार का इस तरफ शायद कोई ध्यान नहीं कि कैसे कोई किसी धर्म और उसके धर्मावलंबियों के खिलाफ ऐसी गंदी बातें कर सकता है। सुप्रीम कोर्ट ने ऐसे नफरत ही बयानों पर कई बार सख्त टिप्पणी की है लेकिन लगता है कि वह भी इस मामले में मजबूर हो चुका है। रामदेव अपनी अज्ञानता में यह सब बातें कह रहे हैं लेकिन उनके इस नफरत भरे बयान से पूरे देश को नुकसान होगा। इसलिए जरूरी है कि उन पर कानून के मुताबिक कार्रवाई करने की मजबूत पहल की जाए।

 874 total views

Share Now