छपी-अनछपी: चांद पर भारत के क़दम, ईडी ने अब छतीसगढ़ के मुख्यमंत्री के गिर्द घेरा डाला
बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। चन्द्रयान 3 की चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग की ख़बर आज सारे अखबारों में छाई हुई है। ईडी की छापेमारी से परेशान विपक्षी नेताओं में छत्तीसगढ़ के कांग्रेसी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का नाम भी शामिल हो गया है क्योंकि उनके ओएसडी पर शिकंजा कसा जा रहा है। भारत के चांद पर पहुंचने की खबरों के बीच यह खबर दब सी गई है।
हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी खबर है: चांद पर हिन्दोस्तां हमारा। जागरण ने लिखा है: चांद पर हम। भास्कर की सुर्खी है: चांद से संदेश- भारत, मैं मुकाम पर पहुंचा और आप भी। चांद के दक्षिणी ध्रुव पर इसरो के चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के साथ भारत ने बुधवार को इतिहास रच दिया। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने शाम 6.04 बजे जैसे ही इसका ऐलान किया, पूरा देश खुशी से झूम उठा। पूर्ववर्ती सोवियत संघ, अमेरिका और चीन के बाद चांद पर पहुंचने वाला भारत दुनिया का चौथा देश बन गया जबकि दक्षिणी ध्रुव पर यह सफलता पाने वाला भारत पहला देश है।
विक्रम लैंडर से संपर्क हुआ
इसरो के अनुसार, चंद्रयान की सफल लैंडिंग के कुछ समय बाद विक्रम लैंडर का बेंगलुरु स्थित टेलीमेट्री ट्रैकिंग एंड कमांड नेटवर्क से संपर्क स्थापित हो गया। इसरो ने लैंडिंग इमेजर कैमरे से चांद पर उतरने के बाद ली गई तस्वीर साझा की।
चंदा मामा एक टूर के
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को चंद्रयान-3 मिशन की सफलता पर कहा कि भारत अब चंद्रमा पर है और यह सफलता पूरी मानवता की है। उन्होंने कहा, इसरो आदित्य एल-1 मिशन लॉन्च करने जा रहा है। इसके बाद शुक्र भी इसरो के लक्ष्यों में से एक है। गगनयान के जरिए देश अपने पहले मानव अंतरिक्ष मिशन के लिए भी जुटा हुआ है। जोहानसबर्ग से इसरो वैज्ञानिकों को वर्चुअली संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, भारत ने पृथ्वी पर एक संकल्प लिया और चंद्रमा पर इसे पूरा किया। उन्होंने कहा, भारत का सफल चंद्रमा मिशन अकेले भारत का नहीं है बल्कि एक पृथ्वी, एक परिवार एक भविष्य का हमारा दृष्टिकोण दुनिया में गूंज रहा है। मोदी ने कहा, भारत में तो सभी लोग धरती को मां कहते हैं और चांद को मामा बुलाते हैं। कभी कहा जाता था- चंदा मामा बहुत दूर के, अब एक दिन आएगा…जब बच्चे कहा करेंगे, चंदा मामा बस एक टूर के हैं।
क्या फायदा मिलेगा?
चांद के दक्षिणी ध्रुव पर पहली बार कोई यान पहुंचा है। भारत के इस मिशन का फायदा सिर्फ हमें ही नहीं पुरी दुनिया को होगा। इसरो के साथ मिलकर काम करने वाली दुनिया की अन्य अंतरिक्ष एजेंसियां भी इसका विश्लेषण करेंगी। खासकर अमेरिकी एजेंसी नासा का आगामी आर्टेमिस मिशन भी इसके आंकड़ों के आधार पर काम करेगा। लैंडिंग के बाद प्रज्ञान रोवर चंद्रमा की सतह पर 14 दिन तक घूम-घूम कर आंकड़े एकत्र करेगा। इसमें लगे दो उपकरणों में से अल्फा पार्टिकल एक्सरे स्पेक्ट्रोमीटर चंद्रमा की सतह का रासायनिक विश्लेषण करेगा, जबकि दूसरा लेजर इंड्यूस्ड ब्रेकडाउन स्पेक्ट्रोस्कोप सतह पर धातु की खोज व उसकी पहचान करेगा।
बघेल के गिर्द ईडी का घेरा
ईडी की टीम ने बुधवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा, दो ओएसडी और कारोबारी के परिसरों पर छापेमारी की। सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी। यह पुष्टि नहीं हो पाई है कि ईडी ने किस मामले में यह कार्रवाई की है। रायपुर में विनोद वर्मा के आवास और दुर्ग जिले के पुरानी भिलाई इलाके में स्थित ओएसडी आशीष वर्मा और मनीष बंछोर के मकानों पर अर्धसैनिक बल के कुछ जवानों को देखा गया।
बघेल ने किया तंज़: जन्मदिन का तोहफा
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छापे के तुरंत बाद सोशल मीडिया पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर कटाक्ष किया है। सीएम ने लिखा, आदरणीय प्रधानमंत्री जी एवं अमित शाह जी मेरे जन्मदिन पर आज आपने मेरे राजनीतिक सलाहकार एवं मेरे ओएसडी सहित करीबियों के यहां ईडी भेज कर जो अमूल्य तोहफा दिया है इसके लिए बहुत आभार।
पटना में बना सबसे बड़ा एग्जामिनेशन सेंटर
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को पटना के कुम्हरार में निर्मित देश के सबसे बड़े परीक्षा केन्द्र बापू परीक्षा परिसर का उद्घाटन किया। यहां 25 हजार छात्र-छात्राओं के लिए ऑनलाइन व ऑफलाइन परीक्षा की अत्याधुनिक व्यवस्था की गई है। बापू परीक्षा परिसर का निर्माण 261.11 करोड़ रुपए की लागत से कराया गया है।
टीईटी के लिए नियमित वेतनमान नहीं
हिन्दुस्तान के अनुसार पटना हाईकोर्ट ने टीईटी उत्तीर्ण शिक्षकों को (9300- 34800) नियमित वेतनमान दिये जाने से संबंधी याचिकाओं को खारिज कर दिया। मुख्य न्यायाधीश न्यामूर्ति के विनोद चंद्रन और पार्थ सारथी की खंडपीठ ने समीर सारस्वत एवं अन्य द्वारा दायर याचिकाओं पर बुधवार को सुनवाई की। याचिकाकर्ताओं की ओर से अधिवक्ता इब्राहिम कबीर ने बिहार पंचायत प्राथमिक शिक्षक नियमावली 2012 को रद्द किए जाने की गुहार लगाते हुए कहा कि टीईटी उत्तीर्ण शिक्षकों के लिए यह दंड नियमावली है। याचिकाकर्ता टीईटी उत्तीर्ण शिक्षक हैं, जिनको नियमित वेतनमान दिया जाना चाहिए। सरकार का पक्ष रखते हुए महाधिवक्ता पीके शाही एवं सरकारी अधिवक्ता प्रशांत प्रताप ने कोर्ट को बताया कि नियोजित शिक्षकों के नियमित वेतनमान का मुद्दा सुप्रीम कोर्ट द्वारा पहले ही तय किया जा चुका है।
प्रिगोझिन की मौत का दावा
रूसी भाड़े की सेना के प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन के वैगनर समूह से संबद्ध एक टेलीग्राम चैनल ने कहा कि प्रिगोझिन की मौत हो चुकी है। रूसी अधिकारियों ने कहा कि प्रिगोझिन को एक निजी जेट के यात्री के रूप में सूचीबद्ध किया गया था, जो बुधवार शाम मॉस्को के उत्तर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया और कोई भी जीवित नहीं बचा। रूस में मास्को से सेंट पीटर्सबर्ग जा रहा एक बिजनेस जेट दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इसमें सवार सभी दस लोगों की मौत हो गई।
कुछ और सुर्खियां
- बीपीएससी द्वारा ली जा रही शिक्षक भर्ती परीक्षा की आज से शुरुआत
- मिजोरम में अधूरा बना रेलवे पुल गिरा, 26 लोगों की मौत
- पटना के नेपाली नगर में मुआवजा देने के सिंगल बेंच के आदेश पर हाईकोर्ट ने लगाई रोक
- बिहार के 29 जिलों में परीक्षा भवन बनेंगे
- विश्वविद्यालयों के मुद्दे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने किया विचार विमर्श
- महावीरी झंडा मामले में बगहा में 60 उपद्रवी गिरफ्तार, पुलिस पर हमले में 140 नामजद
अनछपी: चंद्रयान 3 के चांद पर उतरने के मिशन की सफलता पर खुशी समझ में आने वाली बात है। यह खुशी इसलिए और बढ़ जाती है कि इसी तरह के मिशन में रूस कुछ दिन पहले नाकाम हो गया था और उसका लूना क्रैश कर गया था। ऐसे में इस बात पर ध्यान देना जरूरी है कि यह भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की वैज्ञानिक सोच का नतीजा है कि पहले इसरो यानी इंडियन स्पेस रिसर्च आर्गनाईजेशन की स्थापना हुई और बाद में इस वैज्ञानिक सोच के तहत चांद पर पहुंचने के लिए लगातार कोशिशें की गईं। विज्ञान में कामयाबी तो वैज्ञानिक तथ्यों पर आधारित होती है और यह सही वक्त है जब हमें समाज से वैधानिक बातों को दूर करने पर भी विचार विमर्श करना चाहिए। आए दिन हमें कई अवैज्ञानिक बातें उन लोगों से सुनाई पड़ती है जो हमारे देश के शीर्ष पदों पर बैठे हुए हैं। इनमें राजनीतिक लोगों के साथ-साथ अदालत में बैठे न्यायाधीश भी शामिल होते हैं। बहरहाल, विज्ञान का यह कारनामा वास्तव में सभी इंसानों के लिए होता है और इसमें दम भरने जैसी कोई बात नहीं होती है। यह भी सोचने की बात है कि भारत से अधिक विकसित देश जैसे ब्रिटेन और फ्रांस वगैरा ने चांद पर पहुंचने का कोई मिशन पूरा क्यों नहीं किया। अमेरिका और चीन भी चंद्रमा मिशन में बहुत ज्यादा रुचि नहीं दिखा रहे हैं। भारत के चंद्रयान मिशन की अच्छी बात यह है कि इसमें और देश के मुकाबले में कम लागत आई है लेकिन भारत की आर्थिक स्थिति को देखते हुए यह सही कदम है। चांद पर पहुंचना समाज और विज्ञान के लिए एक पक्ष है तो भारत की इतनी बड़ी आबादी का समग्र विकास उससे कहीं ज्यादा जरूरी विषय है। कई लोग इस बात पर ध्यान दिलाते हैं कि भारत एक तरफ चांद पर पहुंच गया है तो अब भी सीवरेज को साफ करने के लिए इंसानों का इस्तेमाल होता है जिसमें कई बार उनकी मौत भी हो जाती है। फिलहाल चंद्रयान मिशन को सफल बनाने वाले सभी वैज्ञानिकों और उनके सहयोगियों को बधाई और इसके साथ ही यह कामना भी की जानी चाहिए कि आने वाले दिनों में भारत के सामाजिक विकास की बात हो।
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