छपी-अनछ्पी: मोदी ले आए चुनाव में पाकिस्तान, भोजपुर में बालूघाट पर फायरिंग में दो मरे
बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। मुगल, मंगलसूत्र और मुसलमान की चर्चा करते-करते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब पाकिस्तान को भी चुनाव में ले आए हैं। उन्होंने कहा, शहजादे को पाकिस्तान प्रधानमंत्री बनाना चाहता है। राहुल गांधी ने मोदी पर ‘मास रेपिस्ट’ प्रज्वल रेवन्ना को भगाने का आरोप लगाया है। भोजपुर में बालू घाट पर हुई अंधाधुंध फायरिंग में दो लोगों की मौत हो गई है। आज इन खबरों को अखबारों में अच्छी जगह मिली है।
जागरण की पहली ख़बर मोदी का बयान है: शहजादे को प्रधानमंत्री बनाने के लिए उतावला है पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के आनंद में एक चुनावी सभा में कहा कि कांग्रेस के लिए पाकिस्तानी नेता दुआ कर रहे हैं और शहजादे को प्रधानमंत्री बनाने के लिए उतावले हैं। शहजादे से उनका इशारा राहुल गांधी की ओर था। भास्कर के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस पाकिस्तान की शिष्य है। “पाकिस्तान रो रहा है क्योंकि कांग्रेस मर रही है। पाक शहजादे को अगला पीएम बनने के लिए उत्सुक है।”
वोट जिहाद कहने पर पर एतराज
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि लोकसभा चुनाव में अपनी पार ना पड़ती देख विपक्षी गठबंधन इंडिया और मुसलमानों को वोट जिहाद करने के लिए बोल रहा है। उन्होंने कहा कि हमने लव जिहाद और लैंड जिहाद के बारे में तो सुना था लेकिन अब वोट जिहाद शब्द सुन रहे हैं। उन्होंने कहा कि आप सभी जानते हैं कि जिहाद का क्या अर्थ होता है और यह किसके खिलाफ छेड़ा जाता है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद की भतीजी और समाजवादी पार्टी नेता मारिया आलम खान ने पिछले दिनों जनसभा में मुस्लिम मतदाताओं से अक्लमंदी और खामोशी से वोट जिहाद करने की अपील की थी।
भोजपुर में फायरिंग, दो की मौत
हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी खबर है कि भोजपुर के कोईलवर थाने के कमालुचक दियारा स्थित बालू घाट बुधवार देर रात दो गुटों के बीच अंधाधुंध फायरिंग से थर्रा उठा। वर्चस्व व बालू घाट पर कब्जे को लेकर करीब 50 राउंड गोलियां चलीं। इसमें घाट पर काम कर रहे सारण के डोरीगंज थाने के चकिया गांव निवासी हूंगी महतो के 20 वर्षीय पुत्र विकास महतो और तुलसी राय के 40 वर्षीय पुत्र सुदर्शन राय की मौत हो गई। वहीं, चकिया गांव के ही स्व. रजक महतो का 40 वर्षीय पुत्र पूर्णमासी महतो जख्मी हो गया।
मोदी ने मास रेपिस्ट के लिए वोट मांगे: राहुल
भास्कर के अनुसार कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कर्नाटक के सबसे बड़े सेक्स स्कैंडल के जरिए प्रधानमंत्री के आरोपों का जवाब दिया है। इस सेक्स स्कैंडल में जनता दल (एस) के नेता और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते प्रज्वल रेवन्ना घिरे हैं। राहुल ने कहा कि रेवन्ना ने जो किया वह सेक्स स्कैंडल नहीं मास रेप है। प्रधानमंत्री उस मास रेपिस्ट का समर्थन कर रहे थे, उसके लिए वोट मांग रहे थे। राहुल बोले, “मोदी कर्नाटक से कह रहे थे कि अगर लोग उसे सामूहिक दुष्कर्म को वोट देंगे तो उन्हें फायदा होगा। जब मोदी वोट मांग रहे थे तब भी उन्हें पता था कि रेवन्ना ने क्या किया है। फिर भी उन्होंने मास रेपिस्ट को हिंदुस्तान से भागने दिया।”
बंगाल के गवर्नर पर छेड़खानी का आरोप
जागरण की दूसरी सबसे बड़ी खबर है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कोलकाता राज भवन में रात्रि विश्राम से कुछ घंटे पहले शाम को वहां की एक अस्थाई महिला कर्मी ने राज्यपाल डॉक्टर सीवी आनंद बस पर छेड़खानी का आरोप लगाते हुए थाने में शिकायत की है। दूसरी तरफ राज्यपाल ने इसे उन्हें बदनाम कर चुनाव में फायदा उठाने की साजिश करार दिया है। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक महिला ने गुरुवार शाम हेयर स्ट्रीट थाने जाकर लिखित शिकायत करते हुए दावा किया कि राजपाल ने उसके साथ दो बार छेड़खानी की।
एक्सप्रेस वे का काम बरसात बाद शुरू होगा
प्रभात खबर की दूसरी सबसे बड़ी खबर है कि बिहार में 5 एक्सप्रेस वे बनने वाले हैं। इनमें से तीन राज्यों उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल को बेहतर सड़क कनेक्टिविटी के लिए गोरखपुर-सिलीगुड़ी ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे की निर्माण प्रक्रिया इस साल बरसात के बाद शुरू होगी। यह छह और आठ लेन का बिहार का पहला एक्सप्रेस वे होगा।
मणिपुर हिंसा का एक साल
भास्कर के अनुसार हिंसा में झुलस्ते मणिपुर को आज एक साल पूरा हो गया है। तीन मई 2023 को भड़की हिंसा में अब तक 200 से ज्यादा जान जा चुकी है। हजारों घर जलाए जा चुके हैं। करीब 58000 लोग राहत शिविरों में हैं। मैतेई और कुकी समुदाय में पूरा राज्य जैसे बंट चुका है। राज्य की कानून व्यवस्था की स्थिति इतनी खराब है कि जेड सुरक्षा के साथ भी राज्य के मुख्यमंत्री पिछले एक साल में कुकी इलाकों में जान माल के नुकसान का जायजा लेने नहीं पहुंचे हैं। दफ्तर हो या अस्पताल कहीं भी सरकारी सिस्टम नहीं बचा है। सरकार के सर्कुलर के बावजूद सरकारी दफ्तरों से कर्मचारी गायब हैं।
कुछ और सुर्खियां
- राहुल गांधी रायबरेली से भी चुनाव लड़ेंगे, अमेठी की सीट पर गांधी परिवार नहीं
- सेक्स स्कैंडल में घिरे सांसद प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी
- बहुजन समाज पार्टी ने उम्मीदवारों की घोषणा की, अरुण कुमार जहानाबाद से लड़ेंगे
- भारत बायोटेक का दावा: कोवैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित
- सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन में महिलाओं को एक तिहाई आरक्षण देने का आदेश
- बिहार में लू से कुछ राहत, चार-पांच दिनों में 3 डिग्री गिरेगा पारा
अनछपी: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने भारत को एक जेनोफोबिक देश कहा है और इसकी तुलना चीन से की है। इस खबर को अखबारों ने जगह नहीं दी है लेकिन इसकी चर्चा ज़रूरी है क्योंकि यहां अपने ही देश के लोगों को विदेशी बताकर नफरत और हिंसा का शिकार बनाया जाता है। जेनोफोबिक जेनोफोबिया से बना शब्द है जिसका मोटे तौर पर अर्थ होता है विदेशी या दूसरे समाज के लिए नफरत। भारत का जेनोफोबिया दरअसल बहुसंख्यक हिंदू बनाम अल्पसंख्यक मुसलमान का मामला है। इसके पीछे सत्ता की राजनीति और सांस्कृतिक वर्चस्व व आधिपत्य की खतरनाक साज़िश है। भारत ही वैसा देश है जहां वसुधैव कुटुंबकम और अतिथि देवो भव की बात भी कही जाती है लेकिन आज भारत हिंदू बनाम मुसलमान में बांट दिया गया है और मुसलमानों की हर बात को इस तरह पेश किया जाता है जैसे किसी विदेशी के बारे में कही जाती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुल्लम खुल्ला मुसलमानों के बारे में ऐसी बातें कर रहे हैं जिससे नफरत झलकती है। भारत के संदर्भ में यह भी जेनोफोबिया का उदाहरण है। इसमें इस्लामोफोबिया भी शामिल है। उदाहरण के लिए समाजवादी पार्टी की एक मुस्लिम नेता ने वोट जिहाद की बात की तो उसे भी मोदी हिंदू मुसलमान का मामला बना दिया। एक जमाना था जब कोई आसानी से कह सकता था कि दहेज के खिलाफ जिहाद किया जाए या टीबी के खिलाफ जिहाद किया जाए। इस साल चुनाव में मतदान का प्रतिशत कम रह रहा है और ऐसे में यह कहना कि वोट जिहाद किया जाए सामान तौर पर ऐसी बात नहीं होनी चाहिए जिस पर हिंदू मुसलमान की नफरत भरी राजनीति की जाए। वोट जिहाद का सीधा सा मतलब है ज्यादा से ज्यादा वोट दें। मगर मोदी ने यह पूछा कि जिहाद किसके खिलाफ किया जाता है और यह संदेश देने की कोशिश की की यह हिंदुओं के खिलाफ साजिश है। मोदी इशारों ही इशारों में मुसलमानों को घुसपैठिया और ज्यादा बच्चा पैदा करने वाले भी बताते हैं। इससे मुसलमानों के प्रति समाज में जो नफरत पैदा होती है इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। बतौर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समाज में जिस तरह सांप्रदायिक जहर खोल रहे हैं वह भारत के संदर्भ में जेनेफोबिया ही है। हमें इस बात का अंदाजा है कि विदेश मंत्रालय अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के बयान को गलत बताएगा मगर समाज में फैल रही नफरत इस बात का सबूत है कि जो बाइडन ने जो बात कही है वह निराधार नहीं है। भारत से इस जेनोफोबिया को दूर करना बहुत मुश्किल लेकिन बेहद ज़रूरी काम है।
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