छ्पी-अनछ्पी: NEET काउंसलिंग टली, पेजेशकियान ईरान के नए राष्ट्रपति

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। चर्चा थी कि 6 जुलाई को नीट यूजी की काउंसलिंग शुरू हो जाएगी लेकिन अब केंद्र सरकार ने कहा है कि इसकी तारीख अभी तय नहीं है। ईरान में उदारवादी माने जा रहे मसूद पेजेशकियान नए राष्ट्रपति बने हैं। नेपाल में भारी बारिश से बिहार की कई नदियां उफान पर हैं। सीबीआई ने टेंडर में रिश्वतखोरी के आरोप में दक्षिण मध्य रेलवे के एक डीआरएम समेत पांच अधिकारियों को गिरफ्तार किया है। यह हैं आज के अखबारों की अहम खबरें।

भास्कर की सबसे बड़ी खबर के अनुसार मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए हुई नीट यूजी परीक्षा में गड़बड़ी का मामला अभी सुलझा भी नहीं था कि सीट आवंटन के लिए होने वाली काउंसलिंग प्रक्रिया अगले आदेश तक रोक दी गई है। काउंसलिंग 6 जुलाई शनिवार से शुरू होनी थी। गौर करने वाली बात यह है कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट कहा था कि वह काउंसलिंग प्रक्रिया पर रोक नहीं लगाएगा। इसके बावजूद तय सीमा पर काउंसलिंग शुरू नहीं हो पाई। अब इसके जुलाई के आखिर में शुरू होने की संभावना है। काउंसलिंग करने वाली मेडिकल काउंसिल कमेटी ने तर्क दिया है कि मेडिकल कॉलेज को अनुमति पत्र जारी करने की प्रक्रिया चल रही है। नई सीटें भी जोड़ी जा रही हैं। प्रक्रिया पूरी होने के बाद काउंसलिंग की तारीख घोषित की जाएगी। इधर स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी कहा कि राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग द्वारा सीट मैट्रिक्स को अंतिम रूप दिए जाने के बाद मेडिकल काउंसिल कमेटी  अपनी वेबसाइट पर इसकी घोषणा करेगी। इस बीच नीट यूजी पेपर लीक मामले में बेऊर जेल में बंद तीन आरोपितों को सीबीआई की विशेष टीम दिल्ली ले गई है।

पेजेशकियन ईरान के नए राष्ट्रपति

सुधारवादी बताए जाने वाले नेता 69 साल के मसूद पेजेशकियन ईरान के नौवें राष्ट्रपति बन गए हैं। उन्होंने कट्टरपंथी कहे जाने वाले सईद जलीली को 30 लाख वोटों से हराया। ईरान में शुक्रवार को दूसरे चरण की वोटिंग हुई थी। इसमें करीब तीन करोड़ लोगों ने भाग लिया था। पेजेशकियन ने एक करोड़ 63 लाख वोट हासिल किए, वहीं जलीली को एक करोड़ 35 लाख वोट मिले। इससे पहले 28 जून को मतदान के शुरुआती दौर में किसी भी उम्मीदवार को 50 प्रतिशत से ज्यादा वोट नहीं मिले थे, जिसके कारण शीर्ष दो उम्मीदवारों के बीच सीधा मुकाबला हुआ।वे पूर्व राष्ट्रपति हसन रूहानी के करीबी हैं। पेशे से दिल के डॉक्टर मसूद का नया ईरान का नारा लोगों के दिलों में उतर गया। उनके बारे में कहा जाता है कि उन्होंने हिजाब की अनिवार्यता से मुक्ति का वादा किया है। पेजेशकियन के राष्ट्रपति बनने के बाद भारत और ईरान के बीच संबंधों के और भी मजबूत होने की संभावना है, क्योंकि दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक रूप से मजबूत आर्थिक संबंध रहे हैं। भारत ने चाबहार बंदरगाह बनाने को लेकर काफी निवेश कर रखा है।

डीआरएम रिश्वतखोरी में गिरफ्तार

हिन्दुस्तान के अनुसार सीबीआई ने टेंडर में अनुचित लाभ पहुंचाने के लिए 11 लाख रुपये की कथित रिश्वतखोरी मामले में दक्षिण मध्य रेलवे के एक डीआरएम समेत पांच अधिकारियों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि गुंतकल मंडल के डीआरएम विनीत सिंह के अलावा जांच एजेंसी ने वरिष्ठ मंडल वित्त प्रबंधक कुंडा प्रदीप बाबू, वरिष्ठ मंडल अभियंता समन्वय यू. अक्की रेड्डी, कार्यालय अधीक्षक एम. बालाजी और लेखा सहायक डी. लक्ष्मी पति राजू को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा बेंगलुरु की कंपनी सीएनआर प्रोजेक्ट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक कुप्पम रमेशकुमार रेड्डी और हैदराबाद के बिचौलिया एन. रहमतुल्ला को भी सीबीआई ने हिरासत में लिया है।

नदियों में उफान, बाढ़ का खतरा

प्रभात खबर की दूसरी सबसे बड़ी खबर के अनुसार बिहार में कोसी, गंडक, महानंदा और उसकी सहायक नदियां उफान पर हैं। कई इलाकों सहित नेपाल में लगातार बारिश से नदियों का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है। शनिवार शाम करीब 6:00 बजे सुपौल जिले में कोसी नदी पर बने वीरपुर बराज पर 3 लाख 14 हज़ार 320 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। यह साल का अधिकतम डिस्चार्ज है। अधिक पानी होने के कारण कोसी बराज के 56 में से 40 फाटक खोल दिए गए हैं। इसके साथ ही वाल्मीकिनगर बराज पर गंडक नदी से करीब 3 लाख 28 हजार क्यूसेक पानी शनिवार शाम 6:00 बजे तक छोड़ा गया। यह इस साल का अधिकतम डिस्चार्ज था। महानंदा नदी का जलस्तर भी किशनगंज जिले में खतरे के निशान से ऊपर था।

103 साल पुराना नूरानी दवाखाना ध्वस्त

प्रभात खबर की खबर के अनुसार शनिवार को पीएमसीएच के पास मेट्रो स्टेशन निर्माण को लेकर पीएमसीएच के सामने 103 साल पुराने नूरानी दवाखाना सहित चार दुकानों को ध्वस्त कर दिया गया। पटना मेट्रो के निर्माण कार्य में लगे बुलडोजर के सहारे लगभग डेढ़ घंटे में स्ट्रक्चर को तोड़ दिया गया। इस दौरान जिला प्रशासन, डीएमआरसी और पटना मेट्रो के अधिकारी सहित काफी संख्या में पुलिस के जवान तैनात थे। नूरानी दवाखाना की स्थापना हाजी नुरुल हुदा ने की थी। वर्ष 1920 में रजिस्टर्ड इस संस्थान को देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद, डॉ जाकिर हुसैन और अन्य गणमान्य लोगों ने प्रशंसा पत्र दिया था।

पुतिन ने दी एटम बम की धमकी

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शनिवार को कहा कि यूक्रेन जीतने के लिए परमाणु हथियारों की जरूरत नहीं है। मगर पश्चिमी देश सोचते हैं कि मॉस्को ऐसा नहीं करेगा तो यह उनकी गलती है। पुतिन ने यह संदेश तब दिया, जब यूक्रेन को नाटो देश मदद पहुंचाने के लिए कदम उठा रहे हैं।

बिहार की फ़र्ज़ी डिग्री पर नौकरी कर रहे नक़ली होम्योपैथ

प्रभात खबर की खास खबर के अनुसार गुजरात के गांधीनगर में बीआरएबीयू के बैचलर ऑफ होम्योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी की 71 फर्जी डिग्री पकड़ी गई है। सभी फर्जी डिग्री वर्ष 1997 से 2012 के बीच राज्य के विभिन्न सरकारी व प्राइवेट होम्योपैथिक कॉलेज के नाम से जारी हैं। सीआईडी क्राइम इन्वेस्टीगेशन यूनिट गांधीनगर द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर शुरू हुई जांच में फर्जीवाड़े का जानकारी मिली है।

कुछ और सुर्खियां

  • जम्मू कश्मीर के कुलगाम जिले में सुरक्षा बलों से मुठभेड़ में चार आतंकवादी ढेर, सेना के दो जवान की भी जान गई
  • रूपौली की चुनावी सभा में नीतीश कुमार बोले- विधानसभा चुनाव से पूर्व 12 लाख नौकरियां देंगे
  • राहुल गांधी का बयान- भाजपा को गुजरात में अयोध्या जैसे ही हराएंगे
  • 23 जुलाई को पेश होगा बजट, निर्मला सीतारमण सातवीं बार पेश करेंगी बजट
  • चांद नहीं दिखा, इस्लामिक कैलेंडर के पहले महीने मुहर्रम का पहला दिन 8 जुलाई को
  • जिंबॉब्वे ने टी 20 क्रिकेट मैच में भारत को 13 रनों से हराया
  • भारी बारिश के चलते कश्मीर में अमरनाथ यात्रा और उत्तराखंड में चार धाम यात्रा रुकी
  • हाथरस भगदड़ में 121 लोगों की मौत को सत्संग के बाबा सूरज पाल ने बताया साजिश

अनछ्पी: एक वरिष्ठ पत्रकार ने हाल ही में टिप्पणी की कि अगर अभी कार्ल मार्क्स जिंदा रहते तो वह क्रिकेट को भी अफीम बताते। उनकी यह टिप्पणी मुंबई में उस भारी भीड़ के बाद सामने आई थी जो टी 20 वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय क्रिकेट टीम के स्वागत में उमड़ी थी। क्रिकेट के इस अफीम को महाराष्ट्र सरकार की उस घोषणा से भी समझा जा सकता है जिसमें उसने भारतीय क्रिकेट टीम के लिए 11 करोड़ रुपए नक़द इनाम देने की घोषणा की है। टी 20 वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय क्रिकेट टीम को 20 करोड़ रुपए से अधिक तो इनाम में मिला और उसके साथ ही बीसीसीआई ने पूरी टीम को सवा सौ करोड़ रुपए देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने जब महाराष्ट्र सरकार की ओर से भारतीय क्रिकेट टीम को 11 करोड़ रुपए देने की घोषणा की तो विपक्षी दलों ने कहा कि उन्हें क्रिकेटरों की उपलब्धि पर गर्व है लेकिन राज्य के खजाने से इतने पैसे देने की कोई जरूरत नहीं है। विपक्षी दलों ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री शिंदे चाहें तो अपनी जेब से इतने रुपए भारतीय क्रिकेट टीम को दे सकते हैं। जो क्रिकेट खिलाड़ी पहले से ही इतने धनी हैं उन्हें और पैसे देने की घोषणा करना महाराष्ट्र सरकार की सस्ती लोकप्रियता हासिल करने की कोशिश मानी जाएगी। भारत में जब गरीबों की मदद की जाती है तो कई लोग यह सवाल उठाते हैं कि टैक्स देने वालों के पैसे कब तक मुफ्तखोरों को दिए जाएंगे लेकिन उन्हीं टैक्स देने वालों के पैसे उस टीम को क्यों दिए जाने चाहिए जिसपर पहले से ही पैसों की बरसात हुई है? हां तक खेलों को बढ़ावा देने का सवाल है तो क्रिकेट का नशा तो पहले ही सब पर छाया है और सट्टेबाजी भी इसमें खूब होती है। फिर पहले से ही धनाढ्य क्रिकेटरों पर ऐसे पैसे लुटाने पर सवाल कौन करेगा? अगर कोई इस मामले को अदालत ले जाए और अदालत सरकार के फैसले को गलत करार दे तो भारतीय समाज के लिए बहुत उपकार होगा।

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