छ्पी-अनछ्पी: बिहार एनडीए की सीट शेयरिंग से पारस आउट-कुशवाहा मौन, “एसबीआई हलफनामा दे”

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। बिहार की 40 लोकसभा सीटों के लिए एनडीए में सीटों का बंटवारा हो गया। इसमें पशुपति कुमार पारस को एक भी सीट नहीं मिली और एक सीट पाने वाले उपेंद्र कुशवाहा मौन धारण किए हुए हैं। आज के अखबारों की सबसे अहम खबर यही है। सुप्रीम कोर्ट ने एसबीआई को इलेक्टोरल बॉन्ड मामले में हलफनामा देने को कहा है। चुनाव आयोग ने 6 राज्यों के गृह सचिव और पश्चिम बंगाल के डीजीपी को बदलने का आदेश दिया है। इन दो खबरों को भी अच्छी कवरेज मिली है।

भास्कर की मेन हेडलाइन है: चिराग ही एनडीए के ‘पारस’। प्रभात खबर की पहली सुर्खी है: एनडीए में हुआ सीटों का बंटवारा, भाजपा 17 और जदयू 16 सीटों पर लड़ेगी चुनाव। जागरण की सबसे बड़ी सुर्खी है: भाजपा को 17 और जदयू को 16 सीटें। हिन्दुस्तान की पहली खबर है: एनडीए में सीटें बंटीं, पारस और मुकेश को जगह नहीं। सोमवार को एनडीए के घटक दलों के बीच लोकसभा सीटों का बंटवारा हो गया। एनडीए के शीर्ष नेताओं के मंथन के बाद दिल्ली भाजपा मुख्यालय में साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में औपचारिक घोषणा की गई। इसके तहत भाजपा 17, जदयू 16 तो चिराग पासवान के नेतृत्व वाली लोजपाआर पांच सीटों पर चुनाव लड़ेगी। दो अन्य सहयोगी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा और राष्ट्रीय लोक मोर्चा को एक-एक सीट मिली है। एनडीए में केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस की रालोजपा और मुकेश सहनी की वीआईपी को जगह नहीं मिली है।

भाजपा की सीटें

दरभंगा, पश्चिम. चंपारण, पूर्वी चंपारण, औरंगाबाद, आरा, मधुबनी, अररिया, बक्सर, मुजफ्फरपुर, महाराजगंज, सारण, उजियारपुर, बेगूसराय, नवादा, पटना साहिब, पाटलिपुत्र, सासाराम (सुरक्षित)।

जदयू की सीटें

वाल्मीकिनगर, सीतामढ़ी, झंझारपुर, सुपौल, किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, मधेपुरा, गोपालगंज (सुरक्षित), सीवान, भागलपुर, जहानाबाद बांका, मुंगेर, नालंदा, शिवहर।

अन्य 7 सीटें

चिराग पासवान की लोजपा (रामविलास) को वैशाली, हाजीपुर (सुरक्षित), समस्तीपुर (सुरक्षित), खगड़िया व जमुई (सुरक्षित) हैं जबकि जीतन राम मांझी के हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) को गया (सुरक्षित) और उपेंद्र कुशवाहा के राष्ट्रीय लोक मोर्चा (रालोमो) को काराकाट सीट दी गई है।

एनडीए में सीट बंटवारे की कुछ ख़ास बातें;

  • जदयू ने गया व काराकाट की सीट दी, गया सीट जीतन राम मांझी और काराकाट उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी को
  • भाजपा ने शिवहर की सीट जदयू को दी, लोजपा से नवादा की सीट ली
  • चिराग पासवान हाजीपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे

हलफनामा दे एसबीआई: सुप्रीम कोर्ट

भास्कर की सुर्खी है: 21 मार्च तक बॉन्ड के नंबर भी बताए एसबीआई, हलफनामा दे कि कुछ नहीं छिपाया: सुप्रीम कोर्ट। इलेक्टरल बॉन्ड यानी चुनावी चंदे पर सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को सख्त तेवर अपनाए। कोर्ट ने एसबीआई को साफ निर्देश दिए कि 21 मार्च शाम 5:00 बजे तक बॉन्ड की पूरी जानकारी दें। एसबीआई के चेयरमैन एक हलफनामा भी दें जिसमें लिखा हो कि इलेक्टोरल बॉन्ड से जुड़ी जो भी जानकारी एसबीआई के पास थी वह सब हमने दे दी है। कोई भी जानकारी नहीं छिपाई है। यह ब्योरा निर्वाचन आयोग तुरंत अपनी वेबसाइट पर सार्वजनिक करेगा। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि पूरी जानकारी का मतलब है कि उसमें बॉन्ड का अल्फा न्यूमैरिक नंबर और सीरियल नंबर आदि सब होना चाहिए। बॉन्ड के नंबर से पता चलेगा कि किसने खरीदा और उसे किस पार्टी ने भुनाया। अभी जो जानकारी एसबीआई ने दी है उसमें यह पता नहीं चलता कि किसने किसको चंदा दिया।

छह होम सेक्रेटरी बदलने का आदेश

निर्वाचन आयोग ने सोमवार को बिहार समेत छह राज्यों के गृह सचिव को हटाने का आदेश जारी किया। इनमें झारखंड के गृह सचिव अरवा राजकमल, गुजरात के पंकज जोशी, यूपी के संजय प्रसाद, हिमाचल प्रदेश के अभिषेक जैन और उत्तराखंड के शैलेष बगोली शामिल हैं। वहीं बंगाल के डीजीपी राजीव कुमार को भी हटाने का निर्देश दिया। मिजोरम व हिमाचल के सामान्य प्रशासनिक विभागों के सचिव भी बदल दिए गए। आयोग के निर्देश पर बिहार के गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ को मुख्यमंत्री का प्रधान सचिव बनाया गया गया।

चुनाव आयोग से पीएम मोदी की शिकायत

जागरण में एक छोटी सी खबर दी गई है के व्हाट्सऐप पर लोगों को विकसित भारत के निर्माण के लिए समर्थन मांगने से संबंधित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पत्र मिलने का मुद्दा उठाते हुए विपक्षी नेताओं ने सोमवार को चुनाव आयोग से उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। इन नेताओं ने कहा कि उनकी यह अपील आदर्श आचार संहिता का घोर उल्लंघन है। इस व्हाट्सऐप संदेश में कहा गया है कि पिछले 10 वर्षों में सरकार की विभिन्न योजनाओं और नीतियों से 140 करोड़ भारतीयों को लाभ मिला और आगे भी मिलता रहेगा।

राहुल ने मोदी को किस बात का मुखौटा बताया

जागरण की खबर है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को मुंबई की रैली में ‘शक्ति के विरुद्ध’ लड़ाई की उनकी टिप्पणी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हमले का जवाब देते हुए स्पष्ट किया कि वह किसी धार्मिक शक्ति के बारे में नहीं बल्कि अधर्म, भ्रष्टाचार और झूठ की शक्ति के बारे में बात कर रहे थे। प्रधानमंत्री पर उनके शब्दों को तोड़ मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाते हुए राहुल ने कहा कि अधर्म, भ्रष्टाचार और झूठ की जिस शक्ति के विरुद्ध लड़ाई की उन्होंने बात कही थी पीएम मोदी उसका मुखौटा हैं।

पेपर लीक: बार कोडिंग से पहले का मामला

हिन्दुस्तान के अनुसार बीपीएससी शिक्षक भर्ती के तीसरे चरण के प्रश्नपत्र लीक मामले की जांच में बड़ी जानकारी सामने आई है। ईओयू की जांच में यह बात सामने आई है कि लीक हुए प्रश्नपत्र पर बार कोडिंग या सुरक्षा कोड नहीं थे। इसका मतलब है कि प्रश्नपत्र प्रिंटिंग प्रेस में छपने के पहले ही आउट हो गए थे, क्योंकि छपने के बाद इन पर खास किस्म की बार कोडिंग की जाती है। इधर भास्कर ने लिखा है कि शिक्षक भर्ती का प्रश्न पत्र लीक करने वाले गिरोह ने ही सिपाही बहाली का पेपर लिख कराया था।

रमज़ान: पटना में हर दिन आ रहा सौ ट्रक खजूर

हिन्दुस्तान ने बताया है कि राजधानी पटना में खजूर की खपत रमजान के महीने में दस गुना तक बढ़ गई है। कीमत की बात करें तो दो हजार रुपए किलो तक है। खजूर कारोबारी राकेश बताते हैं कि राजधानी में कलमी खजूर सात सौ रु किलो से लेकर 15 सौ रुपये किलो बिक रहा है। मध्यवर्गीय घरों में इस वैराइटी के खजूर की मांग से ज्यादा है। इसके अलावा राजधानी में मैजूल्ड, कीमिया खजूर भी काफी महंगा बिकता है। पहले पटना में दस ट्रक प्रति माह खजूर की खपत होती थी, जो रमजान में बढ़कर सौ ट्रक होने का अनुमान है।

कुछ और सुर्खियां

  • खगड़िया में बारात से लौट रही कार के ड्राइवर को आई झपकी; ट्रैक्टर को पीछे से मारी टक्कर, दो बच्चों समेत 8 की मौत
  • पाकिस्तान ने अफगानिस्तान में घुसकर की एयर स्ट्राइक, 8 लोगों की मौत
  • सीएए के तहत 3 से 5 लाख आवेदकों का असम करेगा रजिस्ट्रेशन: मुख्यमंत्री हिमंत
  • 24 मार्च को होलिका दहन और 25 को होली
  • लवली आनंद ने राजद छोड़ा, पुत्र अंशुमन आनंद के साथ जदयू में शामिल
  • अल्ट्राटेक पटना के दनियावां में 369 करोड़ से लगाएगी सीमेंट की फैक्ट्री
  • गुजरात विश्वविद्यालय में विदेशी छात्रों पर हमले के मामले में तीन और गिरफ्तार
  • नारायण मूर्ति ने अपने 4 महीने के पोते को उपहार में दिए 240 करोड़ के शेयर
  • हिमाचल प्रदेश के 6 अयोग्य घोषित विधायकों को सुप्रीम कोर्ट से राहत नहीं

अनछपी: बिहार में एनडीए ने सीटों का बंटवारा कर इंडिया गठबंधन पर बढ़त लेने की कोशिश की है हालांकि पशुपति कुमार पारस को एक भी सीट न मिलने से एनडीए के अटूट रहने की बात पर सवालिया निशान लग गया है। यह वही पशुपति कुमार पारस हैं जिन्हें अहमियत देकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में शामिल किया गया था और लोक जनशक्ति पार्टी दो फाड़ हो गई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में कांग्रेस पर अपने सहयोगियों को ‘यूज़’ करने के बाद ‘थ्रो’ करने का आरोप लगाया था लेकिन क्या आज यह आरोप उन पर ही नहीं लगेगा? भारतीय जनता पार्टी की यह राजनीतिक चालाकी मानी जा रही है कि उसने पशुपति कुमार पारस को एक भी सीट न देकर दिवंगत रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान को 5 सीटें दी हैं। एक वह भी जमाना था जब रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी में टूट हुई थी और उनके बेटे चिराग पासवान अपने गुट के अकेले सांसद रह गए थे। अब भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव के समय चिराग पासवान को एनडीए में यह सोचकर सीट दिया है कि उन्हें ही रामविलास पासवान का असली वारिस माना जाएगा। राजनीति में समझौता कोई नई बात नहीं लेकिन नीतीश कुमार के लिए यह बात कितनी असहज करने वाली होगी कि जिस चिराग पासवान पर उन्होंने 2020 के विधानसभा चुनाव में अपने उम्मीदवारों को हराने का आरोप लगाया था अब वह उन्हीं के साथ लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। यह देखने की बात होगी कि चिराग पासवान के समर्थकों का कितना वोट नीतीश कुमार के उम्मीदवारों को मिलता है। पशुपति कुमार पारस के अकेले रह जाने के बाद महागठबंधन में सीटों का बंटवारा एक नए मोड़ पर आ सकता है। राजद नेता तेजस्वी यादव ने वैसे तो यह दावा किया था कि एनडीए के सीट बंटवारे से पहले इंडिया गठबंधन में सीट बंटवारा हो जाएगा लेकिन शायद बदलती परिस्थितियों को देखते हुए इसमें देरी हो रही है। अगर पशुपति कुमार पारस एनडीए से नाता तोड़ते हैं तो क्या उनके उम्मीदवारों को इंडिया में जगह मिलेगी यह सवाल बना हुआ है। यह सवाल उपेंद्र कुशवाहा के बारे में भी है क्योंकि उन्हें एक सीट तो मिल गई है लेकिन फिलहाल वह मौन पर हैं। इसी तरह विकासशील इंसान पार्टी के मुकेश साहनी को भी कोई सीट न मिलने के बाद उनके रुख पर भी इंडिया गठबंधन में सीटों का बंटवारा निर्भर करता है। फिलहाल राजनीति के क्रूर खेल में भतीजे चिराग पासवान ने 4 साल झेलने के बाद चाचा पशुपति कुमार पारस को पटकनी दे दी है। देखने वाली बात यह होगी कि भारतीय जनता पार्टी चिराग पासवान के साथ अगले कुछ महीनो में कैसा रवैया अपनाती है।

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