छ्पी-अनछ्पी: राहुल व अखिलेश यूपी में बोले- भाजपा हटाओ, कैमूर में सड़क हादसे में 9 कई मौत

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव आगरा में एक साथ हुए। दोनों ने भारतीय जनता पार्टी को केंद्र की सत्ता से हटाने की बात कही। कैमूर में एक बाइक सवार और स्कॉर्पियो में सफर कर रहे 8 लोगों की मौत हो गई। हरियाणा में इंडियन नेशनल लोक दल के प्रदेश अध्यक्ष की गोली मारकर हत्या कर दी गई। जम्मू में बिना चालक 80 किलोमीटर मालगाड़ी चलने की खबर है। आज के अखबारों से हम इन खबरों पर विस्तृत चर्चा करेंगे।

हिन्दुस्तान की सुर्खी है: हमारी सरकार आई तो एक मिनट में एमएससपी लागू करेंगे: राहुल। अखबार ने लिखा है कि आगरा के टेड़ी बगिया पर रविवार की दोपहर सियासत की साझा लकीर खींची गई। दो दल (कांग्रेस व समाजवादी पार्टी), दो विचार मिले और दो ‘लड़ाकों’ ने साझा संकल्प लिया- भाजपा हटाओ-देश बचाओ, यूपी में 80 हराओ और संविधान बचाओ। इस दौरान राहुल ने ऐलान किया कि हमारी सरकार आई तो एक मिनट में एमएसपी लागू करेंगे। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि नफरत के खिलाफ लड़ाई मोहब्बत से ही जीती जा सकती है। दलित-मुस्लिम बहुल इलाके में उमड़ी भीड़ से उत्साहित पूर्व मुख्यमंत्री एवं सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा- ये मोहब्बत का शहर है। यहां से जितनी चाहे मोहब्बत ले लें और इस मोहब्बत को आगे अपनी यात्रा में बांटते जाएं। यात्रा में दोनों नेताओं के साथ प्रियंका गांधी वाड्रा भी शामिल रहीं।

सपने तोड़े जा रहे: अखिलेश

सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव टेड़ी बगिया से न्याय यात्रा में शामिल हुए। यहां उन्होंने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि किसानों, गरीबों के साथ अन्याय हो रहा है। देश का किसान दुखी है। उनकी एमएसपी की मांग पूरी होनी चाहिए। अखिलेश ने कहा कि देश के नौजवानों के सपने तोड़े जा रहे हैं। नौकरी और रोजगार नहीं हैं। नौजवान डिग्री जलाकर आत्महत्या कर रहा है। उत्तर प्रदेश की भर्ती में पेपर लीक हो रहे हैं।

सड़क हादसे में नौ की मौत

प्रभात खबर की सबसे बड़ी खबर है: कैमूर में बाइक सवार को बचाने में कंटेनर से टकराई स्कॉर्पियो, नौ लोगों की मौत। कैमूर जिले के मोहनियां थाना क्षेत्र स्थित एनएच 2 पर देवकली के पास रविवार की शाम एक भीषण सड़क दुर्घटना में स्कॉर्पियो सवार सभी आठ और बाइक चालक सहित 9 लोगों की मौत हो गई। स्कॉर्पियो सवार सभी लोग किसी समारोह में संगीत कार्यक्रम प्रस्तुत करने के लिए बनारस जा रहे थे। इस दौरान देवकली गांव के पास क्रॉसिंग पर एक बाइक चालक सड़क पार कर रहा था। उसे बचाने के दौरान स्कॉर्पियो अनियंत्रित होकर दूसरे लेन में दुर्गावती की तरफ से आ रहे कंटेनर में जा टकराई। साथ ही बाइक सवार भी कंटेनर की चपेट में आ गया। इससे सभी नौ लोगों की मौत हो गई।

हरियाणा में मर्डर

हिन्दुस्तान के अनुसार इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के हरियाणा अध्यक्ष नफे सिंह राठी समेत दो ही की हमलावरों ने रविवार को झज्जर जिले में गोली मारकर हत्या कर दी। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने यह जानकारी दी। पूर्व विधायक राठी एक एसयूवी में यात्रा कर रहे थे, तभी झज्जर के बहादुरगढ़ में कार सवार हमलावरों ने उन पर हमला कर दिया। हमलावरों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की। हमले में उनके एक सुरक्षाकर्मी की भी मौत हो गई, जबकि दो सुरक्षाकर्मी गोली लगने से घायल हैं। सभी को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। इनेलो के नेता अभय चौटाला ने सरकार पर राठी की जान को खतरा होने के बावजूद सुरक्षा मुहैया कराने में विफल रहने का आरोप लगाया।

80 किलोमीटर तक बिना पायलट चली मालगाड़ी

प्रभात खबर की खबर है कि जम्मू के कठुआ से 53 बोगियां वाली मालगाड़ी (14806 आर) बिना ड्राइवर गार्ड के चलकर पंजाब पहुंच गई। करीब 80 किलोमीटर तक मालगाड़ी ऐसे ही दौड़ती रही। इस दौरान ट्रेन की रफ्तार 70 किलोमीटर प्रति घंटा थी। पंजाब के होशियारपुर के ऊंची बस्सी रेलवे स्टेशन पर लकड़ी के स्टॉपर लगाकर उसे रोका गया। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जांच का आदेश दिया है। जानकारी के मुताबिक रविवार की सुबह कठुआ रेलवे स्टेशन पर मालगाड़ी खड़ी थी और उसका इंजन चालू था। इस बीच लोको पायलट इंजन से नीचे उतर गया। इतने में मालगाड़ी बिना लोको पायलट के अचानक ही दौड़ने लगी। कहा जा रहा है कि ढलान के कारण मालगाड़ी पठानकोट की ओर बढ़ गई। इस घटना के बाद पूरे फिरोजपुर रेल मंडल में हड़कंप मच गया। जम्मू तवी लाइन के स्टेशनों पर इमरजेंसी हूटर बजने लगे।

बिजली का कृषि कनेक्शन घर बैठे

हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी खबर है कि किसानों को घर बैठे बिजली का कृषि कनेक्शन मिलेगा। इसके लिए सरकार उनके घर तक जाएगी। बिजली कंपनी पूरे राज्य में प्रखंड व पंचायत स्तर पर शिविर लगाए लगाएगी। शिविर में जाने वाले बिजली कंपनी के अधिकारी किसानों से व्यक्तिगत रूप से सम्पर्क कर उन्हें कृषि कनेक्शन के लिए प्रेरित करेंगे।

चुनाव में जासूसी

भास्कर की सबसे बड़ी सुर्खी है: चुनाव में जासूसी: प्रत्याशी की रणनीति से फंडिंग तक के राज पता करवाए जाते हैं, विरोधी को भनक तक नहीं लगती। अख़बार लिखता है कि अगले महीने लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया शुरू होगी। इसके साथ ही सियासी दलों के बीच प्राइवेट डिटेक्टिव एजेंसियां भी सक्रिय हो गई हैं। विरोधी दल के बारे में सटीक सूचना जीत हार का फासला तय करने में अहम भूमिका निभाती है। इसलिए सियासी दल जीत हासिल करने के लिए कोई भी पत्र आजमाने के लिए तैयार रहते हैं। प्राइवेट डिटेक्टिव एजेंसी की सेवा दो स्तर पर ली जा रही है। पहला, टिकट के उम्मीदवारों का बैकग्राउंड चेक करना। प्रचार में लगे लोगों में विरोधी पार्टी के खबरी की पहचान आदि। दूसरा, विरोधी दल में घुसपैठ। फंडिंग का पता लगाना, सूची, घोषणा पत्र का मसौदा और रणनीति पता लगवाना आदि।

बिहार पुलिस के जवानों का चूकता निशाना

हिन्दुस्तान की खबर है कि बिहार पुलिस के जवान निशाना लगाने में चूक रहे हैं। सिपाही से एएसआई में प्रोन्नति के लिए जरूरी प्रमोशनल ट्रेनिंग कोर्स (पीटीसी) के आखिरी में 40 फीसदी जवान निशाना लगाने में चूक गए। वर्ष 2004 से 2009 के बीच बिहार पुलिस में सिपाही के पद पर बहाल हुए 5535 जवानों को पिछले साल पीटीसी प्रशिक्षण के लिए भेजा गया था। विभिन्न जिलों में स्थित अलग-अलग प्रशिक्षण केंद्र में कोर्स पूरा कराया गया। कोर्स के आखिरी में लिखित परीक्षा देने के साथ जवानों को निशानेबाजी भी लगानी होती है। हैरत की बात है कि प्रशिक्षण के आखिर में हुई परीक्षा में बड़ी संख्या में जवान फेल हो गए। 5535 जवानों में महज 2585 जवान पीटीसी पास कर पाए। 900 लिखित परीक्षा के चार विषयों में किसी न किसी में पास नहीं कर पाए। वहीं 2050 जवान निशाना लगाने में चूक गए।

तेजस्वी बोले-जदयू में मंथरा है

भास्कर की खबर है कि विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने यह कहकर कि जदयू में मंथरा है, बिहार की राजनीति में कैकयी के बाद अब मंथरा को भी उतार दिया। दूसरे चरण की जनविश्वास यात्रा शुरू करने के पहले रविवार को पटना में उन्होंने कहा कि मांझी जी ठीक ही कह रहे हैं कि जदयू में तीन कैकयी हैं। मुख्यमंत्री को बताना चाहिए कि वह तीन कैकयीकौन हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की पार्टी में मंथरा भी है। “उसे ढूंढें, नहीं तो समय आने पर हम ही खुलासा कर देंगे।”

कुछ और सुर्खियां

  • सक्षमता परीक्षा आज से 6 मार्च तक, 2.32 लाख नियोजित शिक्षकों ने भरा है फॉर्म
  • उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट से सात मजदूरों की मौत
  • अंबेडकर नगर से बहुजन समाज पार्टी के सांसद रितेश पांडे ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थामा
  • गुजरात के ओखा से बेट द्वारका तक बने भारत के सबसे लंबे केबल पुल ‘सुदर्शन सेतु’ का उद्घाटन
  • अयोध्या के राम मंदिर में एक महीने में ही 100 करोड़ का चढ़ावा

 

अनछपी: सबसे अधिक 80 लोकसभा सीटों वाले उत्तर प्रदेश में रविवार को दो बड़े राजनीतिक दलों के नेता- राहुल गांधी और अखिलेश यादव- आपस में मिले लेकिन मीडिया ने शायद इस खबर को बहुत तवज्जो नहीं दी। राहुल गांधी अपनी भारत जोड़ो न्याय यात्रा के तहत उत्तर प्रदेश के आगरा पहुंचे तो उसे यात्रा में पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी शामिल हुए। इससे पहले यह राय बनाई गई थी कि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी में कोई समझौता नहीं हो पाएगा और इस तरह इंडिया गठबंधन का बंटाधार हो जाएगा। इंडिया गठबंधन को पहले बिहार में झटका लग चुका है जबकि इसके सूत्रधार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही इससे अलग हो गए। फिर यह खबर आई कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी और दिल्ली में अरविंद केजरीवाल कांग्रेस से समझौता नहीं करने के मूड में है। कुल मिलाकर ऐसा लगने लगा था कि इंडिया गठबंधन बेमौत मर जाएगा। लेकिन अब इसमें धीरे-धीरे सांस लौटती नजर आ रही है। अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी का पंजाब को छोड़ कांग्रेस के साथ दिल्ली और अन्य राज्यों में समझौता हो चुका है। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच सीट शेयरिंग का समझौता भी हो चुका है। उम्मीद की जा रही है कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के साथ भी इंडिया गठबंधन की सीट शेयरिंग फाइनल हो जाएगी। ऐसे में राहुल गांधी और अखिलेश यादव का मिलन एक महत्वपूर्ण राजनीतिक घटनाक्रम है। सोचने की बात यह है कि जब इंडिया गठबंधन में समझौता के टूटने की खबर आ रही थी तो उसे किस तरह पेश किया गया और अब जब समझौता होने की बात सामने आ रही है तो उसे किस तरह अंडर प्ले किया जा रहा है। चुनाव में सब कुछ मीडिया के हाथ में नहीं होता लेकिन माहौल बनाने में उसकी बड़ी भूमिका होती है। गोदी मीडिया के रूप में बदनाम हो चुके लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर सवाल खड़े होना लाजमी है। ऐसे में वैकल्पिक मीडिया की भूमिका बढ़ जाती है और उसकी जिम्मेदारी होती है कि सभी तथ्यों को बिना बढ़ाए-दबाए पेश करे। राहुल गांधी और अखिलेश यादव के मिलने का चुनाव पर क्या असर पड़ता है यह तो रिजल्ट आने के बाद पता चलेगा लेकिन माहौल बनाने में इंडिया गठबंधन को जरुर मदद मिलेगी।

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