छ्पी-अनछ्पी: तेजस्वी बोले- सबसे ज़्यादा बेरोजगारी सीमांचल में, बिहार के 33 रेलवे स्टेशन विकसित होंगे
बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। अपनी जन विश्वास यात्रा के दौरान पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को सीमांचल की याद आई है। उन्होंने कहा कि सीमांचल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी है। बिहार के 33 रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास होगा। कांग्रेस ने कहा है कि उसकी सरकार बनी तो अग्निवीर योजना को खत्म किया जाएगा। उधर वाशिंगटन में एक अमेरिकी सैनिक ने फलस्तीन के समर्थन में खुद को आग लगा ली। आज के अखबारों की ये प्रमुख खबरें हैं।
हिन्दुस्तान के अनुसार जन विश्वास यात्रा पर निकले पूर्व डिप्टी सीएम व नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का सोमवार को कोसी व सीमांचल के जिलों सुपौल, अररिया, किशनगंज और कटिहार में जगह-जगह स्वागत हुआ। अररिया में रोड शो के दौरान तेजस्वी ने भीड़ देख कई जगह लोगों को संबोधित किया। सुपौल से दोपहर त्रिवेणीगंज पहुंचे नेता प्रतिपक्ष ने बस स्टैंड पर लोगों को संबोधित किया। तेजस्वी ने कहा, “बिहार में सबसे ज्यादा गरीबी और बेरोजगारी कोसी-सीमांचल में है। यह समाजवादी विचारधारा की धरती है। हमलोग मिलकर समाजवादी झंडा बुलंद करेंगे।”
33 रेलवे स्टेश विकसित होंगे
प्रभात खबर की सबसे बड़ी खबर है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सोमवार को रेलवे से संबंधित कई योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। कार्यक्रम में एक, अणे मार्ग स्थित ‘संकल्प’ से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा भी शामिल हुए। कार्यक्रम में बिहार के 33 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास एवं 68 रोड ओवर ब्रिज और अंडरपास के निर्माण कार्य की शुरुआत की गई।
मोदी का दावा: जून से तीसरा टर्म
जागरण की सबसे बड़ी खबर है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवाओं के सपने को अपने संकल्प से जोड़ते हुए कहा कि आपके सपने, आपकी मेहनत और मोदी का संकल्प विकसित भारत की गारंटी है। इस दौरान लोकसभा चुनाव में जीत के प्रति आत्मविश्वास से भरे मोदी ने फिर कहा कि उनके तीसरे कार्यकाल की शुरुआत जून से होगी। मोदी ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 41000 करोड़ रुपए की लागत वाली रेलवे की 2000 से अधिक परियोजनाओं का उद्घाटन शिलान्यास क्या।
कांग्रेस सत्ता में आई तो खत्म करेगी अग्निवीर योजना
जागरण की खबर है कि कांग्रेस ने अग्निपथ योजना के तहत सेना में अग्निवीर के रूप में भर्ती पर एक बार फिर सवाल उठाते हुए केंद्र की भाजपा सरकार पर युवाओं के साथ घोर अन्याय का आरोप लगाया है। साथ ही कांग्रेस ने वादा किया है कि पार्टी सत्ता में आई तो सेना में युवाओं की नियमित भर्ती की पुरानी योजना बंद की जाएगी। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखकर उन लगभग दो लाख युवाओं को सेना में नियुक्ति देने की मांग की है जिनकी भर्ती प्रक्रिया पूरी कर ली गई थी मगर अग्निपथ योजना आने के बाद उन्हें नियुक्ति पत्र जारी नहीं किया गया।
अमेरिकी सैनिक ने फलस्तीन के समर्थन में खुद को आग लगाई
अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन से खबर है कि इसराइली दूतावास के बाहर 25 साल के अमेरिकी वायु सैनिक एरोन बुशनैल ने खुद को आग लगा ली। इस दौरान वह बार-बार कह रहा था, “मैं ग़ज़ा में नरसंहार नहीं करूंगा, फलस्तीन को आजाद करना चाहिए। सैनिक ने अपने मोबाइल फोन से घटना की लाइव स्ट्रीमिंग की। आग भड़कने के बाद सैनिक मौके पर गिर गया। अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
40,506 हेडमास्टर की बहाली प्रक्रिया शुरू
हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी खबर है कि राज्य के प्रारंभिक स्कूलों (पहली से आठवीं कक्षा) में 40,506 हेडमास्टर (प्रधान शिक्षक) की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है। शिक्षा विभाग ने नियुक्ति की अधियाचना सामान्य प्रशासन को भेज दी है। सामान्य प्रशासन के माध्यम से यह अधियाचना बिहार लोक सेवा आयोग को जाएगी। उम्मीद है कि जल्द ही बीपीएससी विज्ञापन जारी कर आवेदन की मांग करेगा। राज्य के सरकारी प्रारंभिक स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों को इस नियुक्ति में आवेदन करने का मौका मिलेगा। इसके लिए न्यूनतम आठ साल की सेवा पूरी करने वाले शिक्षक ही आवेदन के योग्य माने जाएंगे।
नवाज़ शरीफ़ की बेटी बनी सीएम
जागरण की खबर है कि पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पुत्री मरियम नवाज ने सोमवार को पाकिस्तान के किसी भी प्रांत की पहली मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेकर इतिहास रच दिया। वह पंजाब की मुख्यमंत्री बनी हैं। उन्हें राज्यपाल भवन में शपथ दिलाई गई। इससे पहले पीएमएल-एन की ओर से मुख्यमंत्री पद के लिए नामित मरियम ने प्रांतीय असेंबली में 220 वोट हासिल किए। दूसरी ओर पीटीआई समर्थित उनके प्रतिद्वंद्वी सुन्नी इत्तिहाद काउंसिल के राना आफताब अहमद को कोई वोट नहीं मिला क्योंकि उनकी पार्टी के सदस्यों ने सदन से बहिष्कार किया था। 50 वर्षीय मरियम नवाज पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज की वरिष्ठ उपाध्यक्ष हैं।
लोकसभा उम्मीदवारों की खर्च सीमा कितनी?
हिन्दुस्तान की खास खबर है कि लोकसभा चुनाव के उम्मीदवारों की खर्च सीमा 15 साल में चार गुना बढ़ गयी है। वर्ष 2009 में लोकसभा प्रत्याशी की अधिकतम खर्च सीमा 25 लाख रुपये थी। आगामी लोकसभा चुनाव में बिहार सहित बड़े राज्यों में प्रत्येक प्रत्याशी के लिए अधिकतम खर्च सीमा 95 लाख रुपये निर्धारित है। छोटे राज्यों में प्रति लोकसभा उम्मीदवार 75 लाख रुपये तक खर्च करने की अधिकतम सीमा तय है।
तहखाने में पूजा पर रोक की मांग ठुकराई
जागरण की खबर है कि वाराणसी स्थित ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के तहखाना में 31 साल बाद शुरू हुई पूजा अर्चना जारी रहेगी। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सोमवार को उन अपीलों को खारिज कर दिया जिसमें जिला जज के उसे आदेश को चुनौती दी गई थी जो पूजा की अनुमति देता है। जस्टिस रोहित रंजन अग्रवाल ने यह फैसला सुनाया। मंदिर पक्ष ने फैसले का स्वागत किया है जबकि मस्जिद पक्ष का कहना है कि वह फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे।
कुछ और सुर्खियां
- प्रसिद्ध ग़ज़ल गायक पंकज उधास की लंबी बीमारी के बाद 72 साल की उम्र में मौत
- विकास आयुक्त विवेक कुमार सिंह को बनाया गया रेरा का अध्यक्ष
- बिहार के 18 जिलों में दूसरे चरण का भू सर्वेक्षण लोकसभा चुनाव के बाद
- सक्षमता परीक्षा: शिक्षकों ने कहा- बीपीएससी शिक्षक नियुक्ति से भी कठिन प्रश्न पूछे गए
- बिहार में जीवन बीमा करने वाले 7:30 लाख से अधिक घटे
अनछपी: झारखंड में पश्चिमी सिंहभूम से कांग्रेस पार्टी की एमपी गीता कोड़ा सोमवार को भाजपा में शामिल हो गईं। गीता कोड़ा के पति मधु कोड़ा कभी झारखंड में निर्दलीय चुनाव जीतने के बावजूद मुख्यमंत्री बने थे और बाद में उन पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे थे। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी का कहना है कि गीता कोड़ा के आने से कोल्हान क्षेत्र में भाजपा मजबूत होगी। इस खबर से दो बातों का पता चलता है। एक तो यह कि सबसे बड़ी पार्टी कहलाने वाली बीजेपी झारखंड में अब भी सही उम्मीदवारों की तलाश में है और अपनी पार्टी में सही उम्मीदवार नहीं ढूंढ़ पा रही है। दूसरी यह कि भ्रष्टाचार के मुद्दे पर मधु कोड़ा को घेरने वाली भारतीय जनता पार्टी अब उनको लेकर नर्म हो गई है। यह एक ऐसा ट्रेंड है जो पूरे भारत में भारतीय जनता पार्टी अपना रही है। यह कहा जा सकता है कि भारतीय जनता पार्टी अपने सबसे अच्छे दौर में भी अपनी पार्टी से सही उम्मीदवार बनाने में नाकाम है। दूसरी ओर यह बात भी सही है कि कांग्रेस में लंबे समय तक मलाई काटने वाले नेताओं को अब अपना भविष्य कांग्रेस में नजर नहीं आ रहा है। किसका एक उदाहरण महाराष्ट्र में भी देखने को मिला जब वहां के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चौहान ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा में चले गए और राज्यसभा के सदस्य बन गए। गीता कोड़ा ने कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद वही आरोप दोहराए जो भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस पर लगाती रही है। परिवारवाद और तुष्टीकरण के जिन आरोपों को गीता कोड़ा ने दोहराया है, क्या वह बात उस समय नहीं थी जब उन्होंने कांग्रेस का टिकट लेकर जीत हासिल की थी? आज के मीडिया में ऐसे सवाल नहीं किए जा रहे हैं। मीडिया भारतीय जनता पार्टी से भी यह सवाल नहीं कर रहा है कि जिन नेताओं को वह भ्रष्ट बताती रही है उन्हीं को अपनी पार्टी में कैसे ले लेती है? आगामी लोकसभा चुनाव में अगर गीता कोड़ा को पश्चिमी सिंहभूम से भारतीय जनता पार्टी ने टिकट दिया तो उसका रिजल्ट देखने लायक होगा। क्या आम लोग गीता कोड़ा के इस कदम को सही करार दे पाएंगे? राजनीतिक दल उम्मीदवारों की पृष्ठभूमि ना देखकर उनके जीतने की संभावनाओं पर ध्यान देते हैं और इसी का शिकार कांग्रेस भी हो जाती है। गीता कोड़ा का भाजपा में जाना कांग्रेस के लिए भी एक सबक है। देखना होगा कि कांग्रेस इस दलबदल से कैसे निपटती है।
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