छ्पी-अनछपी: पीएम मोदी का पटना में रोड शो आज, तीन दिन में 10 लाख आयुष्मान कार्ड बने

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आज पटना में रोड शो है और इस वजह से शाम में बेली रोड बंद रहेगा। बिहार में तीन दिनों के अंदर 10 लाख आयुष्मान कार्ड बनाए गए। गृह विभाग ने कहा है कि नेपाल सीमा पर दिखे चमकीले उपकरण ड्रोन नहीं बल्कि लो ऑर्बिट सैटेलाइट हैं। ईरान में तीन भारतीयों को अगवा कर लिया गया है।

और, जानिएगा कि ट्रंप के वीज़ा नियम से दो लाख से अधिक भारतीय छात्रों का अमेरिका में पढ़ने के ख्वाब का क्या होगा?

पहली खबर

प्रभात खबर के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार के दो दिवसीय दौरे पर गुरुवार को राजधानी पटना पहुंचेंगे। पीएम अपने इस दौरे पर 50000 करोड़ रुपए से अधिक की विकास योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। इस साल के 5 महीना में प्रधानमंत्री की यह चौथी बिहार यात्रा है। गुरुवार की शाम 5:00 बजे पटना एयरपोर्ट पर विशेष विमान से पहुंचने पर वह 1200 करोड़ रुपए की लागत से बने जयप्रकाश नारायण हवाई अड्डे के नए टर्मिनल का लोकार्पण करेंगे। इसके बाद वह पटना में एक रोड शो करेंगे जो शेखपुरा मोड़, बेली रोड और इनकम टैक्स गोलंबर से होते हुए भाजपा के प्रदेश कार्यालय तक जाएगा। इस वजह से शाम 4:00 से रात 8:00 बजे तक बेली रोड बंद रहेगा। शुक्रवार को प्रधानमंत्री बिक्रमगंज में जनसभा करेंगे।

तीन दिन में बने दस लाख आयुष्मान कार्ड

हिन्दुस्तान के अनुसार बिहार में 26 मई से शुरू हुए विशेष अभियान में दस लाख से अधिक आयुष्मान कार्ड बनाये गये हैं। यह अभियान 30 मई तक चलेगा, जिसके तहत सभी पंचायतों में कैंप भी लगाये जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि इस अभियान के तहत राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत आने वाले राशन कार्डधारी परिवारों का आयुष्मान कार्ड एवं 70 वर्ष या उससे अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों का आयुष्मान वय वंदना कार्ड बन रहा है। कार्ड का निर्माण आशा कार्यकर्ता, जीविका दीदी तथा सभी पंचायत भवन में पंचायती राज कार्यपालक सहायक द्वारा किया जा रहा है।

ड्रोन नहीं, लो ऑर्बिट सैटेलाइट

भारत-नेपाल सीमा पर मधुबनी जिले के जयनगर और किशनगंज जिले के दिघलबैंक में तीन दिनों के भीतर आसमान में देखे जा रहे चमकीले उपकरण ड्रोन नहीं, बल्कि स्टारलिंक लो ऑर्बिट सैटेलाइट हैं। स्पेस एक्स कंपनी के ये सैटेलाइट उपयोगकर्ताओं को हाई स्पीड इंटरनेट सुविधा प्रदान करते हैं। इसकी पुष्टि बिहार सरकार के गृह विभाग ने की है।

ईरान में तीन भारतीय अगवा

भास्कर के अनुसार ईरान पहुंचते ही तीन भारतीय युवक लापता हो गए हैं। तीनों पंजाब के रहने वाले हैं और दोस्त हैं। परिजनों का आरोप है कि तीनों युवकों को तेहरान में अगवा कर लिया गया और फिरौती में करोड़ों की मांग की जा रही है। परिजनों ने बताया कि होशियारपुर का अमृतपाल दो साथियों संगरूर के हुसनप्रीत और नवाशहर के जसपाल के साथ ऑस्ट्रेलिया के लिए रवाना हुआ था। पहले उनसे डेढ़ करोड़ मांगा जा रहा था, अब 54 लाख देने पर छोड़ने की बात कही जा रही है। भारतीय दूतावास ने ईरानी अफसरों से उन्हें जल्द तलाशने और सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है।

अमेरिका को मेड इन इंडिया आईफोन के निर्यात में 76% का इजाफा

जागरण के अनुसार अप्रैल में भारत से अमेरिका को आईफोन निर्यात में सालाना आधार पर 76% की वृद्धि दर्ज की गई है। मार्केट रिसर्च फर्म ओ डॉ के अनुसार अप्रैल में अमेरिका को 30 लाख भारत निर्मित आईफोन भेजे गए। वहीं चीन से अमेरिका को भेजे जाने वाले आईफोन में 76% की भारी गिरावट दर्ज की गई और यह केवल 9 लाख यूनिट रह गया। यह पहली बार है जब भारत ने अमेरिकी बाजार में आईफोन की सप्लाई में चीन को पीछे छोड़ा है।

खरीफ फसलों का एमएसपी बढ़ा

खरीफ की खेती शुरू होने से पहले केंद्रीय कैबिनेट ने वर्ष 2025-26 के लिए 14 फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में बढ़ोतरी की घोषणा की है। सामान्य किस्म के धान के एमएसपी को 69 रुपए बढ़कर 2369 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया गया है। ए ग्रेड धान का एमएसपी 2389 क्विंटल होगा। अन्य फसलों में मूंग, उड़द, कपास, मूंगफली, सूरजमुखी, ज्वार, बाजरा, रागी, मक्का, अरहर, सोयाबीन और तिल वगैरह शामिल हैं।

जस्टिस वर्मा के स्टोर रूम में मिला था जले नोटों का ढेर

दिल्ली हाईकोर्ट के जज रहे जस्टिस यशवंत वर्मा के आवास से नकदी मिलने की जांच के लिए मुख्य न्यायाधीश द्वारा गठित तीन जज की समिति ने अपनी रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा किया है। समिति ने रिपोर्ट में कहा कि जिस स्टोर रूम में आग लगी थी, उसमें दरवाजे से लेकर कमरे की दूसरी दीवार तक नोटों का अंबार लगा था जो करीब डेढ़ फीट तक ऊंचा था। सूत्रों के अनुसार समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि जस्टिस वर्मा के आवास पर नकदी कहां से आई, इसका पता नहीं चल पाया है।

ट्रंप के वीज़ा नियम से 2 लाख भारतीय छात्रों के सपनों पर असर

भास्कर के अनुसार अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दुनिया भर में नए वीज़ा इंटरव्यू पर रोक के मनमाने आदेश जारी किए हैं। इससे लगभग 2 लाख से अधिक भारतीय छात्रों का स्टडी इन अमेरिका का सपना लटक गया है। इस साल लगभग ढाई लाख भारतीय छात्रों ने स्टडी वीजा के लिए अप्लाई किया था। अमेरिका में समर सीजन के लिए मई से अगस्त तक और फिर फॉल सीजन के सितंबर से नवंबर तक दाखिले होते हैं। सूत्रों के अनुसार अब तक लगभग 50000 छात्रों के वीज़ा इंटरव्यू हो पाए हैं। लगभग दो लाख छात्रों के इंटरव्यू होने बाकी हैं। प्रशासन का कहना है कि सभी विदेशी छात्रों के सोशल मीडिया प्रोफाइल की जांच के बाद ही वीजा जारी किए जाएंगे।

कुछ और सुर्खियां:

  • वांटेड की गिरफ्तारी के लिए सूरत जा रही बिहार पुलिस की टीम दिल्ली- मुंबई एक्सप्रेस पर हादसे का शिकार, दारोगा-सिपाही की मौत
  • ईद उल अजहा का चांद दिखा, बकरीद 7 जून को
  • मधुबनी में भारत नेपाल सीमा पर वीडियो बना रहे दो चीनी नागरिकों को एसएसबी ने गिरफ्तार किया
  • सीमांचल और पूर्वी बिहार में आज से 31 तक भारी बारिश की चेतावनी
  • पटना में दो नए कोरोना पीड़ित मिले, कुल संख्या हुई 11
  • बक्सर में डंपर ने ऑटो रिक्शा में मारी टक्कर, तीन की मौत

अनछपी: बिहार में पिछले दिनों एसडीएम की पोस्टिंग के सिलसिले में जारी दो सरकारी नोटिफिकेशन के बाद यह बात कई हलकों में चर्चा का विषय बनी है कि आखिर इसमें एक भी मुस्लिम क्यों नहीं है। हालांकि इस विषय पर अखबारों में कोई चर्चा नहीं हुई है लेकिन जहां भी यह चर्चा चल रही है उसमें यह सवाल उठाए जा रहा है कि सिर्फ एसडीएम ही नहीं बल्कि और भी दूसरी फील्ड पोस्टिंग में मुसलमानों को इक्का दुक्का ही जगह दी गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने भाषणों में मुसलमानों के बारे में यह दावा करते हैं कि उन्होंने इस समाज के लिए बहुत काम किया है लेकिन इस समय ब्यूरोक्रेसी में मुसलमानों का प्रतिनिधित्व जितना कम हो गया है उससे उन पर सवाल उठाए जा रहे हैं। सरकारी वेबसाइट पर जो जानकारी उपलब्ध है उससे पता चलता है कि 101 एसडीएम में केवल एक मुसलमान है। इसी तरह 38 जिलों में केवल एक मुस्लिम डीएम है। बिहार में 40 पुलिस जिले हैं और इनमें केवल दो में मुसलमान एसपी हैं। नौ रेंज में किसी में कोई मुसलमान डीआईजी नहीं है। नौ कमिश्नरियों में केवल एक में मुस्लिम कमिश्नर है। जिला में विकास योजनाओं के लिए बेहद अहम माने जाने वाले डीडीसी के 38 पोस्ट में से केवल एक पर मुस्लिम है। इन झलकियों से अंदाजा लग गया होगा कि इस समय बिहार में टॉप फील्ड ब्यूरोक्रेसी में मुसलमान का प्रतिनिधित्व कितना कम है। 2022-23 के जाति आधारित गणना के अनुसार मुसलमान की बिहार में आबादी 17.7% है। अगर आबादी के लिहाज से नहीं भी देखा जाए तो अफसरों की संख्या की उपलब्धता के आधार पर भी मुसलमानों का प्रतिनिधित्व इससे बेहतर होना चाहिए। यह भी माना जाता है कि एसडीओ वगैरा की पोस्टिंग में राजनीतिक दखल बहुत होता है और इस समय जदयू में केवल एक मुस्लिम विधायक जमां खान हैं वह भी बहुजन समाज पार्टी से आए हैं। दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी के बारे में यह समझा जाता है कि उन्हें मुसलमान अफसर बिल्कुल नहीं भाते। कई लोग यह मानते हैं कि चुनाव के समय मुसलमान का प्रतिनिधित्व इतना कम होने का कारण प्रशासनिक नहीं बल्कि राजनीतिक है।

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