छ्पी-अनछपी: हरियाणा में कांटे की टक्कर, शिक्षकों का ट्रांसफर हर 5 साल पर

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। अखबार की खबरों के इस कॉलम में आज पहली खबर वह जो नहीं छपी है। शुरुआती रुझानों के मुताबिक हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी में कांटे की टक्कर है जबकि जम्मू और कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन आगे है। बिहार के शिक्षकों के लिए ट्रांसफर की पॉलिसी घोषित करती गई है और हर 5 साल पर उनका तबादला होगा। नौकरी के बदले जमीन के कथित घोटाले में लालू प्रसाद समेत दो लोगों को जमानत मिल गई है। हिज़्बुल्लाह और हमास ने इसराइल पर रॉकेट और मिसाइल से हमला किया है।

एग्जिट पोल के अनुमानों को गलत साबित करते हुए भारतीय जनता पार्टी हरियाणा में अच्छा प्रदर्शन करते हुए दिख रही है और उसका कांग्रेस के साथ जबरदस्त टक्कर जारी है। शुरू में जहां कांग्रेस को बढ़त दिखाई गए थे वहां 9:00 बजे के बाद भारतीय जनता पार्टी ने बढ़त बना ली। सुबह 10:00 तक भारत निर्वाचन आयोग के अनुसार हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी को 38 सीटों पर बढ़त हासिल थी जबकि कांग्रेस पार्टी 36 सीटों पर आगे थी। उधर जम्मू कश्मीर में नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस का गठबंधन स्पष्ट बहुमत लेता दिख रहा है। यहां 10 बजे तक जम्मू कश्मीर नेशनल कांफ्रेंस को 40 सीटों पर और भारतीय जनता पार्टी को 23 सीटों पर बड़ा हासिल है जब के कांग्रेस 8 सीटों पर आगे है ।

शिक्षकों का तबादला हर पांच साल पर

हिन्दुस्तान के अनुसार बिहार के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों का हर पांच साल में अनिवार्य रूप से तबादला होगा। सोमवार से लागू की गई सरकारी स्कूलों के शिक्षकों की स्थानांतरण-पदस्थापन नीति में इसका प्रावधान किया गया है। नई नीति के तहत पुरुष शिक्षकों का उनके गृह अनुमंडल और महिलाओं का उनके गृह पंचायत-नगर निकाय में तबादला-पदस्थापन नहीं होगा। शिक्षकों के स्थानांतरण और पदस्थापन को लेकर जल्द ही उनसे ऑनलाइन आवेदन लिये जाएंगे। एक शिक्षक से दस विकल्प मांगे जाएंगे। विकल्प के रूप में जिला, अनुमंडल, प्रखंड, पंचायत और निकाय होंगे, ना कि स्कूल।

लालू, तेजस्वी व तेज प्रताप को जमानत

जागरण के अनुसार राउज़ एवेन्यू स्थित विशेष अदालत में जमीन के बदले रेलवे में नौकरी घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में राजद प्रमुख पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद और उनके बेटे तेजस्वी यादव व तेज प्रताप यादव समेत जो आरोपितों को जमानत दे दी। उन्हें एक एक लाख रुपये के निजी मुचलके पर यह राहत मिली है। इस मामले की अगली सुनवाई 25 अक्टूबर को होगी। सोमवार को लालू प्रसाद, पूर्व उपमुख्यमंत्री थे तेजस्वी प्रसाद यादव और पूर्व मंत्री तेज प्रताप के साथ-साथ बाकी आरोपित अदालत में पेश हुए। लालू को व्हीलचेयर पर लेकर उनकी बेटी निशा भारती कोर्ट पहुंची। निशा को पहले जमानत मिल चुकी है। तेज प्रताप को पहली बार समान जारी हुआ था।

हिज़्बुल्लाह और हमास ने इसराइल पर बम बरसाए

हिन्दुस्तान के अनुसार इसराइल पर हमास के हमले की बरसी पर सोमवार को हिजबुल्लाह और हमास ने तेल अवीव को निशाना बनाया। मिसाइलों और रॉकेटों से किए गए हमले में 10 लोग घायल हो गए और कई वाहन व इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं। यमन ने भी इसराइल पर रॉकेट हमला किया। इसराइल ने भी पलटवार करते हुए लेबनान पर भीषण हवाई हमले किए, जिसमें चार लोगों के मारे जाने की सूचना है। हिजबुल्लाह ने इसराइल के तीसरे सबसे बड़े शहर हाइफा पर कई मिसाइलें और रॉकेट दागे। साथ ही निमरा बेस और करमील बस्ती पर भी रॉकेट दागे।

पुलिस का दावा- नीतीश सरकार गिराने के लिए हॉर्स ट्रेडिंग के सबूत

प्रभात खबर के अनुसार फरवरी 2024 में नीतीश सरकार के विश्वास मत से पहले एनडीए विधायकों को मंत्री पद और 10-10 करोड़ रुपए का लालच देकर महागठबंधन पाले में लाने के आरोपों की जांच कर रही आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने अपनी प्रारंभिक जांच पूरी कर ली है। जांच में एजेंसी को कई राज्यों से वित्तीय लेनदेन के स्पष्ट सबूत मिले हैं। विधायकों की हॉर्स ट्रेडिंग को लेकर विभिन्न माध्यमों से अवैध राशि इकट्ठा की गई थी जिसे बिचौलियों के माध्यम से उन तक पहुंचाया जाना था। सरकार गिरने पर विधायकों को यह राशि दी जाती। ईओयू के डीआईजी मानवजीत सिंह ढिल्लों ने बताया कि इस मामले में दो एंगल से जांच हो रही है। आर्थिक अपराध इकाई राज्य सरकार के खिलाफ आपराधिक साजिश के बिंदु पर जांच में जुटी है जबकि ईडी मनी लॉन्ड्रिंग के मुद्दे पर जांच कर रही है।

तीन जिलों का इनामी बाबर मुठभेड़ में ढेर

जागरण के अनुसार किशनगंज, पूर्णिया व कटिहार जिले में 50-50 हज़ार रुपये का इनामी अंतरराज्यीय डकैत गिरोह का सरगना बाबर उर्फ आदिल उर्फ पापड़ सोमवार सुबह एसटीएफ व पूर्णिया पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में मार गिराया गया। घटना अमौर थाना क्षेत्र में हलालपुर चौक के पास धान के खेत में हुई। पुलिस के अनुसार वह बंगाल नंबर की स्कॉर्पियो पर अपने गिरोह के 6 साथियों के साथ गरहरा गांव में डकैती करने आया था। सूचना मिलने पर पुलिस द्वारा उसकी घेराबंदी की गई तो बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में वह मारा गया।

अमेरिकी वैज्ञानिकों को नोबेल इनाम

हिन्दुस्तान के अनुसार अमेरिकी वैज्ञानिक विक्टर एम्ब्रोस और गैरी रुवकुन की खोज ने कैंसर के इलाज की राह को आसान बना दिया है। दोनों को सोमवार को माइक्रो आरएनए की खोज के लिए चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार दिया गया। यह कोशिकाओं को प्रोटीन बनाने के लिए जीन के इस्तेमाल करने के तरीके को नियंत्रित करता है। नोबेल सभा ने कहा कि यह खोज जीवों के विकास के लिए महत्वपूर्ण है। माइक्रो आरएनए पर किए गए शो ने यह समझाने में मदद की कि जीन मनुष्य के अंदर कैसे काम करते हैं और ऊतकों को कैसे जन्म देते हैं। इंसान का जीन डीएनए और आरएनए से बना होता है। माइक्रो आरएनए मूल आरएनए का हिस्सा है।

कुछ और सुर्खियां

  • आरा-पटना एनएच पर कायम नगर में सड़क किनारे चाय दुकान में घुसा बेकाबू कंटेनर, दो की मौत
  • नीत यूजी लीक पेपर मामले में तीसरी चार्जशीट, 144 उम्मीदवारों ने दिए थे पैसे
  • भारतीय जनता पार्टी का आरोप: पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी के बंगले से एसी, सोफा और नल की टोंटी गायब
  • शेयर बाजार में लगातार छठे दिन गिरावट जारी, डेढ़ महीने के निचले स्तर पर आया सेंसेक्स

अनछपी: बिहार में तबादला कितना बड़ा मामला है इसे शिक्षकों के लिए बनाई गई नई ट्रांसफर पोस्टिंग पॉलिसी से समझा जा सकता है। ऐसा नहीं है कि शिक्षकों की ट्रांसफर पॉलिसी पहले नहीं रही होगी लेकिन ऐसा लगता है कि उससे काम नहीं चल रहा था इसलिए नई नीति लाई गई है। अगर अलग-अलग विभागों को देखा जाए तो कई लोग यह आरोप भी लगते हैं कि बिहार में ट्रांसफर पोस्टिंग का उद्योग चलता है। आमतौर पर ट्रांसफर के लिए किसी एक जगह 3 साल की नौकरी काफी मानी जाती है लेकिन शिक्षकों के मामले में यह 5 साल तय किया गया है। शिक्षकों की ट्रांसफर पॉलिसी में खास बात यह है कि यह एक कंप्यूटर के सॉफ्टवेयर से तय होगा और इसके लिए 10 विकल्प मांगे जाएंगे। यह खबर इतनी बड़ी इसलिए है क्योंकि बिहार में इस समय लगभग पौने छह लाख सरकारी टीचर हैं। अभी यह साफ तौर पता नहीं चल पाया है कि इस समय पदस्थापित सभी शिक्षकों को ट्रांसफर का आवेदन देना होगा या यह नियम 5 साल के बाद जरूरी माना जाएगा। एक अजीबो गरीब बात यह है कि इस समय बिहार के स्कूलों में कई तरह के शिक्षक कम कर रहे हैं। कुछ वैसे हैं जो पहले से नियमित नौकरी में हैं। कुछ दूसरे वैसे हैं जो नियोजित हैं और सक्षमता परीक्षा देखकर पास हो चुके हैं। बहुत से नियोजित शिक्षक भी हैं जिन्होंने सक्षमता परीक्षा पास नहीं की है। और आखिरी कड़ी उनकी है जो हाल में बीपीएससी द्वारा नियुक्त किए गए हैं। यह जानकारी मिली है कि जो नियोजित शिक्षक सक्षमता परीक्षा नहीं पास कर सके हैं उन्हें तबादले में विकल्प का मौका नहीं मिलेगा। एक छात्र और गार्जियन के लिहाज से देखा जाए तो उनकी इच्छा तो यही होगी कि शिक्षकों के ट्रांसफर पोस्टिंग का मामला जल्दी से जल्दी निपट जाए और उनकी पढ़ाई में कोई खलल न पड़े।

 379 total views

Share Now