छपी-अनछपीः ’आरसीपी परिवार ने 9 साल में 58 प्लाॅट खरीदे’, लोकतंत्र की हो रही मौतः राहुल
बिहार लोक संवाद डाॅट नेट, पटना। समर्थकों ने तो उन्हें सीएम बनाने का नारा दिया था लेकिन आज के भास्कर अखबार में जदयू का ऐसा इल्जाम छपा है कि अगर ईडी चाहे तो एक जांच उनके खिलाफ भी हो सकती है। यह खबर भास्कर की खास है जिसकी हेडलाइन हैः आरसीपी परिवार ने 9 साल में 58 प्लाॅट खरीदे। आज की बाकी खबरों में राहुल गांधी का वह बयान प्रमुख है जिसमें उन्होंने कहा है कि देश में लोकतंत्र की मौत हो रही है। इसके अलावा कर्जे महंगे होने और महंगाई की खबर भी प्रमुखता से छपी है।
भास्कर ने अपनी सबसे चैंकानेे वाली खबर जदयू के नेताओं के हवाले से दी है। जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने अपने पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व केन्द्रीय मंत्री आरसीपी सिंह से उन प्लाॅटों के बारे में सवाल पूछे हैं जो कथित तौर पर उन्होंने अपने, पत्नी और दोनों बेटियों के नाम पर खरीदे हैं। अखबार के अनुसार इन संपत्तियों का जिक्र आरसीपी के चुनावी हलफनामे में भी नहीं है। इस बारे में आरसीपी का जवाब तो नहीं आया है लेकिन उम्मीद है कि आज वे या उनके समर्थक इसका जवाब देंगे।
हिन्दुस्तान की हेडलाइन रेपो रेट बढ़ाये जाने पर हैः झटकाः सभी लोन मंहगे होंगे, ईएमआई बढ़ेगी। भास्कर की सुर्खी हैः महंगाई है कि काबू ही नहीं आती।
जागरण की लीड खबर विभिन्न विभागों में 1204 नये पद सृजित करने पर है। कैबिनेट के इस फैसले की खबर प्रभात खबर में भी लीड है जिसकी सुर्खी हैः साइबर अपराध पर नकेल के लिए बनेगा अलग विंग।
टाइम्स आॅफ इंडिया की लीड हैः राहुल, प्रियंका को हिरासत में लेकर छोड़ा गया, कांग्रेस नेता सड़क पर उतरे। जागरण ने इसी खबर की हेडिंग दी हैः लोकतंत्र की हो रही मौतः राहुल। महंगाई के मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी के इस कार्यक्रम की खबर बाकी जगह दबी दबी सी कवर की गयी है।
टाइम्स आॅफ इंडिया में सामाजिक दृष्टि से छपी एक महत्वपूर्ण खबर की सुर्खी हैः सुप्रीम कोर्ट बिन ब्याही महिलाओं को 20 से 24 माह का गर्भ हटाने की अनुमति देने को तैयार। इस फैसले के जो सामाजिक पहलू हैं उसके बारे में कोर्ट की कोई बात सामने नहीं आयी है।
अनछपीः राहुल गांधी और कांग्रेस ने महंगाई के मुद्दे पर काले कपड़े पहनकर प्रदर्शन किया और गिरफ्तारी दी, जैसा कि आमतौर पर विपक्ष के नेताओं से उम्मीद की जाती है। तपती गर्मी में पुलिस की खींचातानी से इसके बड़े लीडर का सामना करने से ही उनकी लोकप्रियता बढ़ेगी। इस मामले में केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कांग्रेस को बदनाम करने के लिए ऐसा तर्क गढ़ा है जो शायद किसी निचले स्तर के कार्यकर्ता को भी शोभा नहीं दे। श्री शाह ने इस मामले को ’हिन्दुत्व’ से जोड़ने की कोशिश करते हुए कहा कि पांच अगस्त के दिन राम मंदिर निर्माण की दूसरी वर्षगांठ थी, और कांग्रेस के नेता उसी के विरोध में काले कपड़े पहन कर प्रदर्शन कर रहे थे। इस तरह कांग्रेस कोई भी तारीख चुने तो भाजपा उसे अपने हिन्दुत्व से जोड़कर कांग्रेस को हिन्दूू विरोधी साबित कर देे। असल में देखा जाए तो महंगाई के मुद्दे पर कांग्रेस से घिरी भाजपा भी समझ रही है कि वह इस मुद्दे पर बहस नहीं कर सकती। ऐसे में वह इसी तरह की विवादास्पद और हास्यास्पद बातें शुरू कर देती है। अब यह कांगे्रस पर निर्भर है कि वह ऐसी ओछी बातों का जवाब कैसे देती है और जनता को इससे प्रभावित होने से रोकती है।
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