छपी-अनछपी: चुनाव आयुक्त चयन की फ़ाइल सुप्रीम कोर्ट में तलब, डीएम ने सीओ को पुलिस को सौंपा, मगर क्यों?

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त टीएन शेषन को याद किया और चुनाव आयुक्त की हाल की बहाली की फाइल मांग ली। उधर गोपालगंज के डीएम ने बरौली के सीईओ को अपने चेंबर में बुलाने के बाद पुलिस को सौंप दिया। सवाल यह है कि सीओ ने ऐसा क्या किया जिसकी वजह से डीएम ने यह कार्रवाई की। वैसे भी आजकल बिहार में अंचलाधिकारी की करतूतों की बहुत चर्चा है। बुधवार को विश्व कप फुटबॉल में एक और बड़ा उलटफेर हुआ जब जापान ने जर्मनी को 2-1 से हरा दिया। आज के अखबारों की यह प्रमुख खबरें हैं।

हिन्दूस्तान की पहली खबर है चुनाव आयुक्त के चयन की फाइल तलब। सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को केंद्र सरकार से निर्वाचन आयुक्त अरुण गोयल की नियुक्ति से जुड़ी फाइल तलब की। शीर्ष अदालत ने कहा कि वह जानना चाहती है कि निर्वाचन आयुक्त के रूप में गोयल की नियुक्ति में कहीं कुछ अनुचित तो नहीं किया गया, क्योंकि उन्होंने हाल में सेवा से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली थी। पूर्व नौकरशाह गोयल को 19 नवंबर को निर्वाचन आयुक्त नियुक्त किया गया था।
जस्टिस केएम जोसेफ की अध्यक्षता वाली पांच न्यायाधीशों की संविधान पीठ चुनाव सुधार से जुड़ी याचिका पर सुनवाई कर रही है। जागरण की लीड भी यही है: राजनीतिक प्रभाव से बेअसर रहे चुनाव आयोग, पूर्ण स्वायत्तता हो: सुप्रीम कोर्ट।

प्रभात खबर की सबसे बड़ी सुर्खी है: दाखिल खारिज में गड़बड़ी पर सख्त हुई राज्य सरकार। इसमें बताया गया है कि 6153 राजस्व कर्मचारियों के कामकाज की हर माह समीक्षा होगी। इसके लिए एडीएम हल्का का निरीक्षण करेंगे। इस खबर में यह जानकारी भी दी गई है कि पिछले 6 महीनों में भ्रष्टाचार के मामले में 50 अंचल अधिकारियों पर कार्रवाई हो चुकी है। संपतचक के कुछ कर्मियों पर आज कार्रवाई हो सकती है। उधर गोपालगंज के बरौली सीओ के बारे में भास्कर की सुर्खी है: अवैध वसूली में सीएम को डीएम ने चेंबर में बुलाया… और पुलिस को सौंप दिया। वहां के सीओ ने अवैध वसूली के लिए चौकीदार को रखा था। मौजूदा सीएम को सस्पेंड करते हुए बरौली में नए सीओ की तैनाती के लिए डीएम ने सरकार को पत्र लिखा है।
सीओ के आतंक को इस बात से भी समझा जा सकता है जिसकी खबर हिन्दुस्तान ने प्रमुखता से दी है: प्रदेश में दाखिल खारिज के 10 लाख मामले लंबित।

भास्कर की पहली खबर है: AQI 300; फेफड़े खराब करने को काफी, फिर भी दौड़ रहे डीजल ऑटो बिना ढके निर्माण। इस खबर में तीन एक्सपर्ट्स ने पटना के वायु प्रदूषण के बारे में विस्तार से बताया है।
प्रभात खबर की दूसरी सबसे बड़ी खबर है: पांच साल से मुख्य अभियुक्त को खोज नहीं पाई सीबीआई, अब ढोल बजाकर चिपका रही नोटिस। यह खबर भागलपुर के सृजन घोटाला से संबंधित है।

चार बार की फुटबॉल विश्व चैंपियन को बुधवार के दिन जापान के हाथों 1-2 से शिकस्त का सामना करना पड़ा। जर्मनी ने पहले पेनल्टी शूट से 10 की बढ़त ले ली थी। इससे पहले मंगल को सऊदी अरब ने अर्जेंटीना को 2-1 से हराकर बड़ा उलटफेर किया था। यह खबर सभी अखबारों में प्रमुखता से छपी है।

भास्कर ने पहले पेज पर खबर दी है: अमेरिका वॉलमार्ट स्टोर के मैनेजर ने की फायरिंग, सात मरे। वहां हॉलिडे ऑफर के लिए भीड़ थी। इस खबर के साथ यह भी बताया गया है कि बंदूक लॉबी से साथ 472 करोड़ रुपये चंदा लेने वाले गवर्नर ने गन कंट्रोल बिल रोक दिया था।

हिंदुस्तान की दूसरी सबसे बड़ी खबर है सख्ती: शिक्षकों का अब हर माह तैयार होगा रिपोर्ट कार्ड। इसमें उनके विद्यालय आने-जाने का लेखा-जोखा रहेगा। इसके लिए जिला स्तर पर अपने अधिकारियों को कार्यान्वयन का जिम्मा भी सौंप दिया है। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को पत्र भेजा है।

टैंकर में वेल्डिंग के वक्त धमाके से तीन लोगों की मौत
वैशाली में खाली टैंकर में वेल्डिंग के वक्त धमाके से तीन लोगों की मौत की खबर सभी अखबारों में प्रमुखता से छपी है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि 11:30 बजे दिन में वेल्डिंग कराने भारत पेट्रोलियम का खाली टैंकर लेकर ड्राइवर व खलासी पहुंचे। वेल्डिंग के लिए तीनों टैंकर के ऊपर चढ़ गए और काम शुरू कर दिया। अभी वेल्डिंग का काम चल ही रहा था कि टैंकर में विस्फोट हो गया। चालक, खलासी व वेल्डर करीब 20-30 फुट दूरी पर जाकर गिरे। दीवार से टकराकर नीचे गिरने के कारण दो शव क्षत-विक्षत हो गए। वहीं टैंकर का अवशेष करीब 40-50 फुट दूर एनएच-22 पर जाकर गिरा।
हिन्दुस्तान में पहले पेज पर खबर है:.नेपाल में प्रधानमंत्री देउबा की 7वीं जीत। प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने पश्चिमी नेपाल के डडेलधुरा निर्वाचन क्षेत्र से लगातार सातवीं बार जीत दर्ज की है। उनकी नेपाली कांगेस पार्टी अभी तक 11 सीटें जीतकर सबसे आगे चल रही है। हिमालयी देश में प्रतिनिधि सभा और सात प्रांतों की विधानसभाओं के लिए पिछले रविवार को मतदान हुआ था। देउबा अपने पांच दशक के राजनीतिक करियर में कभी कोई संसदीय चुनाव नहीं हारे हैं।

“महाराष्ट्र में बिहारियों का विरोध करने वाले भाजपा के साथ”
शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने कहा है कि महाराष्ट्र में बिहारियों का विरोध करने वाले भाजपा के साथ हैं। आदित्य ठाकरे महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटा और शिवसेना संस्थापक बालासाहेब ठाकरे के पोता हैं। वह एक दिन की बिहार यात्रा पर आए हुए थे। मुलाकात के बारे में जागरण की सुर्खी है: मुंबई महानगर पालिका चुनाव में प्रचार करने जाएंगे तेजस्वी यादव। किधर भाजपा नेता सुशील मोदी ने पूछा है कि जिस शिवसेना यानी उद्धव गुट ने मुंबई में बिहार और उत्तर भारत के लोगों का लगातार अपमान किया उसके पक्ष में वोट मांगने नीतीश कुमार और तेजस्वी प्रसाद यादव कैसे जाएंगे।

पटना के ठेकेदार से 1.05 करोड़ की ठगी
लोन देने के नाम पर पटना के ठेकेदार से 1.05 करोड़ की ठगी की खबर भी सभी अखबारों में है। इस बारे में डॉक्टर कॉलोनी स्थित महेंद्र लोक अपार्टमेंट में रहने वाले सुयश कुमार ने कंकड़बाग थाने में एफआईआर दर्ज करवायी है। सुयश की कंपनी राज्य व केंद्र सरकार के सरकारी उपक्रम में निर्माण कार्य का ठेका लेती है। किसी कारणों से उन्हें निजी फाइनेंस कंपनी से लोन लेने की जरूरत पड़ गयी। उन्होंने एक परिचित राजेश कुमार से इस बारे में कहा। राजेश ने उन्हें अशोक नारायण शेट्टी (ठाणे, महाराष्ट्र), अजीत लक्ष्मण (नासिक, महाराष्ट्र), सागर अशोक चौधरी (पुणे, महाराष्ट्र) से बीते दो अक्टूबर को मुलाकात करवायी।
इन्होंने बताया कि वे बैंकॉक की कंपनी इंडस्ट्रियल फाइनेंस कॉरपोरेशन ऑफ थाइलैंड (आईएफसीटी) के कर्मी हैं। 3 अक्टूबर को सभी ने ठेकेदार के कार्यस्थलों का निरीक्षण किया। इसके बाद लोन गारंटी और प्रोसेसिंग फीस के नाम पर लगभग एक करोड़ रुपए ले लिए लेकिन उन्हें लोन नहीं मिला और सभी ठगों के फोन भी बंद मिल रहे हैं।

राहुल गांधी के हुलिए पर टिप्पणी
हिंदुस्तान ने यह खबर प्रमुखता से छापी है: राहुल गांधी के हुलिये पर टिप्पणी से विवाद। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के हुलिए पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा की टिप्पणी से विवाद खड़ा हो गया है। सरमा पर पलटवार करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने कहा कि किसी को भी बोलने में भाषा की मर्यादा का ध्यान रखना चाहिए। श्री सरमा ने राहुल गांधी की हुलिए की तुलना इराक के पूर्व राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन कि अमेरिकी कैद के दौरान बड़ी दाढ़ी से की थी।

अनछपी: इस समय की राजनीति में सबसे घटिया और भड़काऊ बयान देने वालों में असम के मुख्यमंत्री हिमन्त बिस्व सरमा का नाम काफी ऊपर चल रहा है। 22 साल तक कांग्रेस में रहकर अपनी राजनीति चमकाने वाले सरमा अब भाजपा में अपना कद बढ़ाने के लिए यह जरूरी समझते हैं कि वह कांग्रेस के नेताओं खासकर गांधी परिवार को टारगेट करते रहें। इत्तेफाक है कि राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान अपनी दाढ़ी बढ़ा ली है लेकिन इत्तेफाक नहीं है कि श्री सरमा ने उनकी तुलना सद्दाम हुसैन से की है। वे चाहते तो उनकी तुलना फिडल कास्त्रो से भी कर सकते थे लेकिन उसमें वह सांप्रदायिक रंग और बदबू नहीं ला सकते थे। कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने सही कहा है कि उनका व्यवहार एक घटिया ट्रोल जैसा है। वे इस बात का भी ध्यान नहीं रखते कि वे एक राज्य के मुख्यमंत्री हैं और ऐसा वे अनजाने में नहीं बल्कि जानबूझकर करते हैं। उनकी पूरी राजनीति अब मुस्लिम दुश्मनी पर निर्भर है। ऐसे में एक सवाल चुनाव आयोग से भी बनता है कि वह इस तरह के उल जलूल बयान देने वालों को कैसे नजरअंदाज कर सकता है।

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