बिहार में सिखों को नहीं मिल रहा है ‘अल्पसंख्यक’ होने का लाभ, सत्ता में भागीदारी की मांग

बिहार लोक संवाद डाॅट नेट पटना

बिहार में सिखों की आबादी फ़िलवक़्त तक़रीबन 40 हज़ार है। 2011 के सेंसस में उनकी आबादी महज़ 23 हज़ार 779 दर्ज है। सिख ग़ैर हिन्दू और अल्पसंख्यक समुदाय से ताल्लुक़ रखते हैं। लेकिन विडम्बना यह है कि उन्हें बिहार सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता है। इसके लिए उन्होंने नीतीश सरकार से सिख समुदाय को अल्पसंख्यक श्रेणी का प्रमाणपत्र निर्गत करने की मांग की है।

तख़्त श्रीहरिमंदिरजी पटना साहिब प्रबंधक कमेटी के महासचिव महेन्द्रपाल सिंह ढिल्लन ने बिहार लोक संवाद डाॅट नेट से बातचीत करते हुए कहा कि बिहार में सिख समुदाय को अल्पसंख्यक श्रेणी में रखा गया है। इसके बावजूद उन्हें अल्पसंख्यक होने का प्रमाणपत्र निर्गत नहीं किया जाता है। इस वजह कर सिख समुदाय के लोगों को किसी तरह का लाभ नहीं मिल पाता है।

प्रबंधक कमेटी के डिप्टी सेक्रेटरी सरदार तिरलोक सिंह ने कहा कि प्रमाणपत्र जारी करने की मांग कोई नहीं है। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सत्ता में भी सिख समुदाय को हिस्सेदारी दिलाने की मांग की।

अब देखना है, नीतीश सरकार सिर्फ़ प्रकाशोत्सव जैसे समारोह में अपनी सक्रिय भूमिका निभाने तक खुद को सीमित रखती है या बिहार के पूरे सिख समुदाय को उनका जायज़ हक़ दिलाती है।

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