कोरोना से बिहार विधान परिषद् कर्मी की मौत, 30 तक 33 % कर्मचारी ही आएंगे दफ़्तर

बिहार विधान परिषद में कोरोना का जबरदस्त संक्रमण देखने को मिल रहा है. परिषद में काम करने वाले एक कर्मी की मौत कोरोना के कारण हो गई है. सहायक के पद पर कार्यरत अरुण राम की मौत हो गई है. अरुण राम पिछले दिनों बुखार से पीड़ित थे और 1 सप्ताह से वह कार्यालय भी नहीं आ रहे थे.

बताया जा रहा है कि संक्रमित सहायक के ऑफिस नहीं आने के बावजूद विधान परिषद में काम करने वाले लगभग एक दर्जन कर्मचारी पॉजिटिव हो चुके हैं. विधान परिषद में आज अरुण राम के लिए शोक सभा का आयोजन किया गया. उन्हें श्रद्धांजलि दी गई जिसके बाद कार्यालय बंद कर दिया गया. विधान परिषद सचिवालय में अब सैनिटाइजेशन का काम कराया जाएगा. उसके बाद ही कार्यालय में कर्मी प्रवेश करेंगे विधान परिषद के सभी अधिकारियों पर अधिकारियों और कर्मचारियों की कोरोना वायरस के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह भी अपनी कोरोना जांच कराएंगे. हालांकि वह पहली लहर में पॉजिटिव पाए जा चुके हैं.

विधान परिषद में भी अब गृह विभाग के गाइडलाइन का पालन होगा. 30 अप्रैल तक के 33 फीसदी कर्मचारियों की उपस्थिति के साथ कार्यालय चलाने का निर्देश दिया गया है. वही वरीय अधिकारियों की उपस्थिति को 100 फीसदी रखा गया है. आशंका जताई जा रही है कि परिषद में कोरोना का संक्रमण और ज्यादा हो सकता है. हालांकि टेस्ट रिपोर्ट के बाद ही यह तस्वीर साफ हो पाएगी कि आखिर विधान परिषद कार्यालय में काम करने वाले कितने कर्मी संक्रमित है.

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