छ्पी-अनछपी: सिपाही भर्ती में ब्लूटूथ लगी चप्पल से चोरी की तैयारी का भंडाफोड़, स्वामीनाथन नहीं रहे

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। बिहार में अभी नौकरी के लिए कई प्रतियोगी परीक्षाएं चल रही हैं। ऐसे में सिपाही भर्ती परीक्षा के लिए चप्पल में ब्लूटूथ लगाकर चोरी करने की तैयारी का भंडाफोड़ हुआ है। इसकी खबर सभी जगह प्रमुखता से ली गयी है। हरित क्रांति के जनक एमएस स्वामीनाथन के निधन की खबर भी पहले पेज पर है।

भास्कर की सबसे बड़ी सुर्खी  है: ब्लूटूथ वाली चप्पल और मक्खी डिवाइस से थी नकल की तैयारी। जागरण की सबसे बड़ी खबर है: सिपाही भर्ती परीक्षा के लिए फर्जीवाड़ा की साजिश विफल। एक अक्टूबर से होने वाली सिपाही भर्ती परीक्षा में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े की तैयारी चल रही थी। सहरसा पुलिस की सूचना पर बेगूसराय पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की मदद से सिपाही भर्ती परीक्षा में सेटिंग वाले गिरोह के पांच साथियों बेगूसराय के छौड़ाही के एकंबा निवासी सुनील कुमार, अभ्यर्थी गुलशन कुमार, रामबाबू सागर, अभय कुमार और बिट्टू कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। सुनील और विवेक छौड़ाही में सिपाही भर्ती के लिए इंडियन फिजिकल एकेडमी नाम की कोचिंग संस्थान चलाते हैं। विवेक मौके से फरार हो गया। सुनील और विवेक ही बेगूसराय और सहरसा में पकड़े गए गिरोह के मास्टरमाइंड है इनके पास से 33 वॉकी टॉकी, वॉकी टॉकी का डिवाइस, 16 ब्लूटूथ डिवाइस, 6 मोबाइल सिपाही भर्ती परीक्षा के 136 प्रवेश पत्र और दो लाख रुपये बरामद हुए हैं। जांच में पता चला है कि गिरोह ब्लूटूथ लगी चप्पल और वॉकी टॉकी की मदद से फर्जीवाड़े की तैयारी में था।

एसटीईटी उम्मीदवारों को ठगने वाले गिरफ्तार

हिन्दुस्तान के अनुसार आर्थिक अपराध इकाई की विशेष टीम ने गुरुवार को एसटीईटी अभ्यर्थियों को फोन कर ठगने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया। गिरोह के चार शातिरों को गिरफ्तार भी किया गया है। टीम ने गुरुवार शाम नवादा में छापेमारी कर शिशुपाल कुमार, कन्हैया प्रसाद, मोमो की दुकान चलाने वाले श्याम सुंदर उर्फ बिट्टू और कृष्ण मुरारी को दबोचा। ये सभी जिले के शाहपुर व पार्वती गांव के हैं। इनके पास से 11 मोबाइल, 5 लाख 50 हजार नकद, एसटीईटी परीक्षार्थियों की सूची (रोल और मोबाइल नंबर के साथ) बरामद की है। ये शातिर एसटीईटी अभ्यर्थियों को फोन कर बताते थे कि उनके नंबर कम आ रहे हैं। अगर बढ़वाना चाहते हैं तो इसके लिए पैसे देने होंगे।

स्वामीनाथन नहीं रहे

देश की हरित क्रांति में अहम योगदान देने वाले प्रख्यात कृषि वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन का गुरुवार को चेन्नई में निधन हो गया। वह 98 वर्ष के थे। स्वामीनाथन ने 60 और 70 के दशक में देश को कृषि उपज के मामले में आत्मनिर्भर बनाने में अहम भूमिका निभाई थी। उनके योगदान के लिए उन्हें पद्म श्री, पद्म भूषण और पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था। वह 2007 से 2013 तक राज्यसभा के सदस्य भी रहे। स्वामीनाथन कुछ वक्त से उम्र संबंधी बीमारियों से ग्रसित चल रहे थे।

बीएड पास वालों के लिए सरकार सुप्रीम कोर्ट गई

प्रभात खबर की पहली खबर है: बीएड पास को प्राथमिक शिक्षक भर्ती में मौका दिलाने सुप्रीम कोर्ट गई सरकार। बीएड डिग्रीधारियों को प्राथमिक शिक्षक के योग्य नहीं मानने के फैसले के खिलाफ राज्य सरकार सुप्रीम कोर्ट गई है। राज्य सरकार द्वारा एसएलपी दायर की गई है। सरकार की दलील है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले बिहार में शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू हो गई थी। इस बाबत महाधिवक्ता पीके शाही ने बताया कि बीएड डिग्रीधारियों को प्राथमिक शिक्षक नियुक्ति में योग्य नहीं मानने का फैसला 11 अगस्त को आया था। इससे पहले बीपीएससी ने नियुक्ति का विज्ञापन जारी कर दिया था।

मौसमी बीमारियों का अनुमान

हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी खबर है: मौसमी बीमारियों का पूर्वानुमान जारी होगा। मौसम विज्ञान केंद्र पटना और एम्स पटना के संयुक्त पहल पर राज्य में मौसमजनित बीमारियों से बचाव के लिए एक विशेष पूर्वानुमान जारी होगा। दोनों संस्थानों के द्वारा राज्य सरकार के सहयोग से एक संयुक्त विशेष बुलेटिन जारी किया जाएगा। इस बुलेटिन में बताया जाएगा कि किस इलाके में किस समय में डेंगू, मलेरिया और एईएस जैसी बीमारियों का विस्फोटक प्रसार हो सकता है। यानी, इसके अति प्रसार से पूर्व ही अनुमान किया जा सकेगा। राज्य सरकार के सहयोग से इन बीमारियों के प्रसार से एक हफ्ते पूर्व एक संयुक्त एडवाइजरी जारी की जाएगी।

पंजाब के किसान पटरियों पर

पंजाब में आंदोलन के पहले दिन गुरुवार को किसान जगह-जगह पटरियों पर बैठ गए। दिल्ली-अमृतसर समेत कई रूट पर ट्रेन संचालन प्रभावित होने से यात्री परेशान रहे। करीब सौ ट्रेन रद्द कर दी गईं, जबकि 50 को बदले रूट से चलाया गया। बारिश से बर्बाद फसल का मुआवजा समेत कई मांगों को लेकर किसानों ने तीन दिन आंदोलन का ऐलान किया है। उत्तर रेलवे के मुताबिक पंजाब की ओर जाने वाली या उधर से आने वाली 100 रेलगाड़ियों को रद्द किया गया है। 50 रेलगाड़ियों का या तो मार्ग परिवर्तित किया गया है या फिर उन्हें गंतव्य से पहले स्टेशन पर समाप्त किया जा रहा है।

छात्र को पिटवाने में शिक्षिका गिरफ्तार

जागरण की खबर है: हिंदू विद्यार्थी को मुस्लिम छात्र से पिटवाया, महिला शिक्षक गिरफ्तार। यूपी के संभल में मुजफ्फरनगर थप्पड़ कांड दोहराने का मामला सामने आया है। मामला असमोली के दुगावर स्थित सेंट एंथोनी स्कूल का है। यहां बुधवार को सवाल का जवाब न देने पर मुस्लिम अध्यापिका शाइस्ता ने कक्षा 5 के हिंदू छात्र को एक मुस्लिम बच्चे से पिटवाया। उसने थप्पड़ मारा। मामले को तूल पकड़ने पर शिक्षिका को निलंबित कर दिया गया है। बच्चों के पिता की प्राथमिकी पर पुलिस ने शिक्षिका को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

कुछ और सुर्खियां

  • गया और पुनपुन में पितृपक्ष मेला शुरू, 14 तक चलेगा
  • थानों में अपग्रेड होंगे 300 आउट पोस्ट, पटना में बढ़ेंगे 17 थाने
  • नवादा में मनरेगा के तालाब में गड्ढा खोद ठेकेदार ने बेच दी मिट्टी, उसमें भर पानी में चार बच्चे डूबे
  • पंजाब पुलिस ने 2015 के ड्रग्स मामले में कांग्रेस विधायक सुखपाल सिंह खैरा को गिरफ्तार किया
  • एक अक्टूबर से बिहार के सभी नगर निकायों में हड़ताल
  • ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी विधानसभा चुनाव लड़वा सकती है भारतीय जनता पार्टी

अनछपी: नौकरी के इम्तिहानों के मौसम में फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करना पुलिस की बड़ी कामयाबी मानी जाएगी। प्रशासन लाख समझाए कि नौकरियों के लिए नकलरहित इम्तिहान लिया जाएगा लेकिन तू डाल-डाल मैं पात-पात की तर्ज पर नकल कराने वाले गिरोह नित नए तरीके निकलते रहते हैं। इत्तेफाक की बात है कि दो इम्तिहानों से संबंधित फर्जीवाड़े की तैयारी का भंडाफोड़ एक ही दिन हुआ है। सिपाही भर्ती में नकल करवाने और एसटीईटी में नम्बर बढ़वाने का ठेका लेने वाले दो गिरोहों को सामने लाकर पुलिस ने वाकई एक सराहनीय काम किया है। सरकारी नौकरियों के अकाल के इस दौर में हर कोई चाहता है कि किसी भी तरह, चाहे इसके लिए पैसे ही क्यों न देने हों, नौकरी पा ली जाए। नौकरी पाने के इसी लालच का फायदा ठग गिरोह उठाता है। इन ठग गिरोहों से बड़े बड़े इम्तिहान नहीं बच पाते। आईआईटी की प्रवेश परीक्षा जेईई में ऐसे ही फर्जीवाड़ा का मामला पिछले साल आया था। सच्चाई यह है कि जितने गिरोह इस धंधे में लगे हैं उसके अनुसार कार्रवाई कम ही होती है। शहर हो या देहात आम आदमी को अब भी यही लगता है कि इन गिरोहों की मदद से इम्तिहान में कामयाबी पाई जा सकती है। पुलिस के लिए जरूरी है कि वह ऐसे गिरोहों पर लगातार नजर बनाए रखे और उनका भंडाफोड़ करती रहे। जो लोग फर्जीवाड़ा में पकड़े गए हैं उन्हें सख्त सजा दिलवाकर पुलिस को एक मिसाल कायम करनी चाहिए। इन गिरोहों के चलते न जाने कितने योग्य छात्रों को नौकरी और अच्छे शिक्षण संस्थान में दाखिला लेने से वंचित होना पड़ा है। पुलिस की ऐसी प्रभावी कार्रवाइयों से उन छात्रों का हौसला बढ़ेगा जिन्हें बराबर ऐसे गिरोहों के बारे में बताया जाता है जिसे उसका हौसला टूटता है।

 

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