छ्पी-अनछ्पी: शाह ने यादव-मुस्लिम की गिनती को बढ़ा बताया, आज विधानमंडल में पेश होगा जाति सर्वे

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुजफ्फरपुर की रैली में आरोप लगाया कि बिहार के जातीय सर्वे में मुसलमान और यादवों की संख्या बढ़ा कर दिखाई गई है। इस खबर को अच्छी कवरेज मिली है। आज से शुरू हो रहे बिहार विधान मंडल के सत्र में जातीय गणना पेश किए जाने की खबर भी प्रमुखता से ली गई है।

हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी खबर है: सर्वे में यादव-मुस्लिम को बढ़ाकर दिखाया: शाह। जागरण की मेन हेडलाइन है: जाति गणना में अति पिछड़ों के साथ अन्याय। भास्कर की पहली खबर है: लालू के दबाव में हैं नीतीश…जाति सर्वे से अति पिछड़ों को गुमराह किया: शाह। प्रभात खबर ने इसे दूसरी सबसे बड़ी खबर बनाया है: जाति सर्वेक्षण में गड़बड़ी मुसलमानों और यादवों की आबादी बढ़ा कर दिखाई: शाह। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को मुजफ्फरपुर की एक रैली में आरोप लगाया कि नीतीश सरकार ने जातियों के सर्वे में लालू प्रसाद के दबाव में यादवों और मुसलमानों की संख्या जानबूझकर बढ़ाकर दिखाई। शाह ने कहा कि पिछड़ा और अति पिछड़ा को कम दिखाकर उनके साथ अन्याय किया गया। उन्होंने कहा कि महागठबंधन सरकार ने इस सर्वे से तुष्टीकरण और बिहार के लोगों को गुमराह किया है।

मुस्लिम तुष्टीकरण का आरोप

जागरण की सुर्खी है: मुस्लिम तुष्टिकरण नहीं रोका तो सीमांचल में आएगी दिक्कत। लोकसभा चुनाव की तैयारी को परखने आए केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने बिहार सरकार को एक-एक मुद्दे पर घेरा। बिहार सरकार पर जाति सर्वे में अति पिछड़ों से अन्याय के साथ मुस्लिम तुष्टिकरण को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यह सरकार तुष्टीकरण को बढ़ावा दे रही है। मुजफ्फरपुर, सासाराम, बिहारशरीफ, पूर्णिया, कटिहार और भागलपुर समेत पूरे बिहार में मुस्लिम तुष्टिकरण का काम किया। इसे रोका नहीं गया तो सीमांचल में बहुत बड़ी दिक्कत आने वाली है।

…तो केंद्र क्यों नहीं कराता गिनती: तेजस्वी

प्रभात खबर की सुर्खी है: जाति सर्वेक्षण के आंकड़े गलत हैं तो केंद्र क्यों नहीं करता है पूरे देश में जाति गणना: तेजस्वी। उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने गृह मंत्री अमित शाह से कहा है कि वह झूठ और भ्रम नहीं फैलाएं। उन्होंने गृह मंत्री से पूछा कि अगर बिहार के जाति सर्वेक्षण के आंकड़े गलत हैं तो केंद्र सरकार पूरे देश और सभी राज्यों में जाति गणना कर अपने आंकड़े जारी क्यों नहीं करती। तेजस्वी ने पूछा कि भाजपा शासित राज्यों में जाति गणना क्यों नहीं कराई जाती?

जाति सर्वे पेश होगा

प्रभात खबर की सबसे बड़ी हेडलाइन है: जाति गणना व शिक्षक बहाली के नाम रहेगा सत्र। हिन्दुस्तान की दूसरी सबसे बड़ी खबर है: जातीय सर्वे की रिपोर्ट पेश होगी, सत्र आज से। बिहार विधानमंडल का पांच दिवसीय शीतकालीन सत्र सोमवार को शुरू होगा। सत्र के दौरान राज्य में हुई जातीय गणना की रिपोर्ट पेश की जाएगी। यह सत्र जाति आधारित गणना और शिक्षक बहाली पर केंद्रित रहने वाला है। इसको लेकर पहले ही दिन विधानसभा की कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में जातीय गणना की रिपोर्ट पेश किए जाने पर चर्चा होगी। जातीय गणना के साथ ही राज्य की विभिन्न जातियों के शैक्षणिक, आर्थिक व सामाजिक स्थिति को भी सदन के पटल पर रखा जाएगा। इस रिपोर्ट के पेश किए जाने के बाद दो दिन तक सदन में इस पर चर्चा भी होगी।

ग़ज़ा में कैंप पर बमबारी, 40 की मौत

हिन्दुस्तान के अनुसार इसराइली युद्धक विमानों ने रविवार तड़के गजा पट्टी पर एक शरणार्थी शिविर पर हमला किया। इसमें 40 लोगों की मौत हो गई और 34 लोग घायल हो गए। गजा के स्वास्थ्य अधिकारियों ने यह जानकारी दी। स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता अशरफ अल-किद्रा ने कहा कि मगाजी शरणार्थी शिविर उस निकासी क्षेत्र में स्थित है जहां इसराइल की सेना ने गजा में फलस्तीनी नागरिकों से शरण लेने का आग्रह किया था, क्योंकि वह उत्तरी क्षेत्रों में अपने सैन्य आक्रमण पर ध्यान केंद्रित कर रही है। अमेरिकी अपील के बावजूद हमास के लड़ाकों और उनकी संपत्तियों को नष्ट करने के लक्ष्य से इसराइल ने अपनी बमबारी जारी रखी है। इजरायल ने हमास पर आम नागरिकों का मानवीय ढाल के रूप में इस्तेमाल का आरोप लगाया है।

महादेव ऐप पर पाबंदी

जागरण की दूसरी सबसे बड़ी खबर है: महादेव सट्टा ऐप पर लगाया प्रतिबंध। पिछले साल भर से अधिक समय से विवादों में घिरे महादेव ऑनलाइन सट्टा ऐप के मालिकों की ओर से छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को मोटी रकम मिलने की बात सामने आने के बाद सरकार ने रविवार को इसे ब्लॉक कर दिया। इस ऐप के साथ सट्टेबाजी से जुड़े अन्य 21 अवैध ऐप को भी केंद्र सरकार ने ब्लॉक कर दिया है। यह ऐप क्रिकेट, बैडमिंटन से लेकर कई प्रकार के खेलों के साथ ही देश में होने वाले चुनाव से संबंधित सट्टेबाजी में लिप्त पाए गए हैं।

तेलंगाना के साइबर फ्रॉड गिरफ्तार

नवादा साइबर पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने जिले के साइबर हब कहे जाने वाले वारिसलीगंज में छापेमारी कर झांसा देकर ऑनलाइन ठगी कर रहे तेलंगाना के चार साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया। शनिवार की देर शाम इंटेलिजेंस इनपुट पर एसआईटी ने वारिसलीगंज थाना क्षेत्र की पटेल कॉलोनी में स्थित एक किराये के मकान से इन्हें गिरफ्तार किया। अपराधियों द्वारा तेलुगु भाषी राज्यों तेलंगाना व आंध्र प्रदेश के लोगों को सस्ते दर पर लोन दिलाने, गैस एजेंसी दिलाने व इलेक्ट्रिक व्हिकल दिलाने के नाम पर ठगी की जा रही थी।

कुछ और सुर्खियां

  • एक लाख 20 हज़ार रुपये से अधिक नहीं ले सकेंगे डीएलएड के लिए फीस
  • बांग्लादेश के पूर्व गृह मंत्री व बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के उपाध्यक्ष अल्ताफ हुसैन चौधरी गिरफ्तार
  • हवा खराब होने के कारण दिल्ली में प्राइमरी स्कूल 10 नवंबर तक बंद, ऑफिसों में आधे स्टाफ के लिए वर्क फ्रॉम होम
  • बिहार के 1942 अनुदानित मदरसों की होगी जांच
  • विश्व कप क्रिकेट में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को हराया, विराट कोहली ने वनडे क्रिकेट में 49 शतक लगाकर सचिन तेंदुलकर की बराबरी की

अनछपी: बिहार की जाति गणना के बाद पहली बार राज्य के दौरे पर आए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भारतीय जनता पार्टी के एजेंडे के अनुसार ही बात की। ऐसा कहा जाता है कि भारतीय जनता पार्टी की कोई सभा बिना हिंदू मुसलमान किए समाप्त नहीं हो सकती। इस बार उन्होंने मुसलमानों की संख्या के साथ-साथ यादवों की संख्या का मुद्दा भी उठाया। उनका आरोप है कि बिहार सरकार ने इन दोनों की संख्या बढ़कर बताई है। मगर उन्होंने अपने इस आरोप का कोई आधार नहीं बताया। अमित शाह ने इसके साथ ही अति पिछड़ों की सहानुभूति प्राप्त करने के लिए भी यह कहा कि उनके साथ अन्याय हुआ है। अमित शाह के भाषण में भारतीय जनता पार्टी के एजेंडे का होना स्वाभाविक है और इसीलिए उन्होंने सिर्फ जाति सर्वेक्षण नहीं बल्कि कुछ शहरों में मुसलमान की आबादी के बारे में भी विवादित टिप्पणी की। पहले उनके निशाने पर सीमांचल के चार जिले किशनगंज, अररिया, पूर्णिया और कटिहार होते थे लेकिन इस बार उन्होंने कुछ अन्य जिलों का नाम जोड़कर यह आरोप लगाया कि सीमांचल में आबादी की स्थिति को बदला जा रहा है। उनके अनुसार अगर इसे नहीं बदला गया तो बहुत बड़ी दिक्कत आने वाली है। पिछले 9 साल से लगातार शासन कर रही भारतीय जनता पार्टी सीमांचल में मुसलमान की आबादी को लेकर ऐसी टिप्पणी करती रही है जो निराधार भी है और खतरनाक भी। उसे इलाके की जो भी आबादी है वह भारतीय है और उसे पर शक करना केंद्रीय गृह मंत्री के लिए भी एक सवाल है। गृह मंत्री होने के नाते यह जिम्मेदारी उनकी ही है कि घुसपैठियों की समस्या को देखा जाए। अगर सीमांचल में घुसपैठिये आ रहे हैं तो उनका मंत्रालय क्या कर रहा है? जहां तक जातिगत गणना की बात है तो उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने यह बात सही कही है कि अगर उन्हें आंकड़ों पर शक है तो केंद्र खुद क्यों नहीं जातिगत गणना करा लेता है। श्री शाह ने बिहार में जाति गणना का श्रेय लेने की कोशिश की लेकिन यह बात अपनी जगह सही है कि केंद्र ने राष्ट्रीय स्तर पर जाति जनगणना करने से साफ इनकार कर दिया है। जाति गणना की रिपोर्ट आज विधानमंडल में भी पेश होने वाली है और इसका अनुमान लगाया जा रहा है कि बिहार की राजनीति में यह एक अहम मुद्दा होगा।

 

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