छपी-अनछपी: भाजपा अपने राज्यों में जहरीली शराब से मौतें भी बताए: नीतीश, आरजेडी में नहीं मिलेगा जदयू

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। सारण में जहरीली शराब से होने वाली मौत की संख्या 50 के आसपास पहुंच गई है। इस पर राजनीति भी तेज हो गई है। इसके साथ ही शराबबंदी को खत्म करने पर भी खूब बहस हो रही है। इन सबके बीच नीतीश कुमार ने पूछा है कि भाजपा बताए उनके शासन वाले राज्यों में जहरीली शराब से कितनी मौतें हो रही हैं। आज के अखबारों में इन मुद्दों की खबरें छाए हुई हैं। इसके साथ ही नीतीश कुमार का यह बयान भी प्रमुखता से छपा है कि जदयू का राजद में विलय नहीं होगा।

जांच के लिए एसआईटी गठित

हिन्दुस्तान की पहली खबर है: सारण: जहरीली शराब कांड की जांच के लिए एसआईटी गठित। इसके अनुसार सारण में जहरीली शराब से अबतक हुई 45 मौतों की जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी गई है। इसका नेतृत्व सोनपुर के अपर पुलिस अधीक्षक अंजनी कुमार करेंगे। इनके अलावा 31 पुलिस पदाधिकारी व तीन डीएसपी को टीम में शामिल किया गया है। एसपी संतोष कुमार ने बताया कि पूरे प्रकरण की जांच के बाद जो भी दोषी होंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी। एसपी ने मशरक थाना अध्यक्ष रितेश मिश्रा व हलका चौकीदार विकेश तिवारी को कर्तव्यहीनता के आरोप में तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
थाने से तो नहीं हुई स्पिरिट की सप्लाई?
भास्कर की पहली खबर है: थाने से जब्त स्प्रिट गायब, शक- इसी से बनी थी जहरीली शराब; मौतों का आंकड़ा बढ़कर 53 तक पहुंच गया। जागरण ने भी दावा किया है: मशरक थाने में ज़ब्त स्पिरिट से बनाई गई जहरीली शराब से 53 मौतें। सूत्रों के हवाले से लिखा गया है कि मशरक थाने के मालखाने में रखी गई जबकि स्पिरिट कंटेनर से ढक्कन खुले मिले हैं। कई कंटेनर से जब स्पिरिट भी गायब है। आशंका जताई जा रही है कि जो स्पिरिट को शराब धंधे वालों को बेचा गया है। चौकीदार की मिलीभगत की बात भी सामने आ रही है।
गरीबों को नहीं, धंधेबाज को पकड़ें: नीतीश
हिन्दुस्तान में पहले पेज पर यह बयान है: पुलिस गरीब-गुरबों को नहीं, धंधेबाजों को गिरफ्तार करे: सीएम।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि सारण जिले में जहरीली शराब कांड की जांच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस घटना की तह तक जाएगी और दोषियों की पहचान होगी। कितनी खराब बात है कि इतने लोगों की जहरीली शराब से मौत हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने अपने अधिकारियों से कहा है कि गरीब-गुरबा को मत पकड़िए। जो शराब बेचता है, जो शराब का धंधा करता है, उसको पकड़िए। वहीं, गरीब-गुरबा लोगों से हम कहेंगे कि ऐसा काम न करें। अपना अलग काम करें, इसके लिए हमलोग एक लाख रुपया देने के लिए तैयार है। जरूरत पड़ेगी तो इस राशि को और बढ़ाएंगे। लेकिन, कभी किसी को इस धंधा में नहीं लगना चाहिए।

भाजपा शासित राज्यों पर सवाल
हिन्दुस्तान ने इस खबर को अहम जगह दी है: सीएम बोले-बताएं, जहां-जहां भाजपा का शासन, वहां कितने लोग मरे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि पिछली बार भी जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौत हो गई थी, तो कुछ लोगों ने कहा था इनको कंपनशेसन मिलना चाहिए। जो शराब पीएगा वो तो मरेगा ही, ये उदाहरण तो आपके सामने है। इसके बारे में तो दुख प्रकट करना चाहिए और उन जगहों पर जाकर समझाना चाहिए। उन्होंने कहा कि विपक्ष के जो लोग बोलते हैं कि जहरीली शराब से लोग मरे तो उनसे पूछिए कि आपका जहां-जहां शासन है, वहां कितनी जहरीली शराब से लोग मर रहे हैं। इस पर वे लोग कुछ नहीं बोलते हैं। जागरण की सुर्खी है: जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या भाजपा शासित राज्य में सर्वाधिक: तेजस्वी। तेजस्वी ने यह भी कहा कि भाजपा के लोग क्या उन राज्यों के मुख्यमंत्रियों से इस्तीफा मांगेगे। उन्होंने दावा किया कि जहरीली शराब से हुई मौत में सबसे अधिक संख्या मध्यप्रदेश की है जहां 1214 लोग मरे हैं पूर्ण नाम उनके अनुसार दूसरे नंबर पर 909 की संख्या के साथ कर्नाटक और 725 के साथ पंजाब है।

जदयू का राजद में नहीं होगा विलय
जागरण की सबसे बड़ी सुर्खी है; नीतीश ने किया स्पष्ट, जदयू का राजद में नहीं होगा विलय। अख़बार के अनुसार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को घोषणा की कि जदयू और राजद का विलय नहीं होगा। देर शाम जदयू विधायक दल की बैठक में उन्होंने कहा कि जदयू और राजद के विलय की कोई बात नहीं है। जदयू किसी भी दल से कमजोर नहीं। हमारी अलग पहचान है। वैसे 2024 के आम चुनाव में वह संपूर्ण विपक्ष को एकजुट कर उन्हें एक प्लेटफॉर्म पर लाने का काम करते रहेंगे। जदयू और राजद के विलय को लेकर यह चर्चा चल रही थी कि दोनों दल एक साथ लोकसभा का चुनाव भी लड़ेंगे। यह चर्चा थी कि लोकसभा की सीटों को लेकर आपस में दोनों दलों की बात भी हुई है। लेकिन मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि जदयू की एक अलग पहचान है। इस बारे में भास्कर की सुर्खी है: बोले- नीतीश जदयू और राजद का मर्जर नहीं होगा, भाजपा का दुष्प्रचार खत्म करें।

वायु शक्ति का प्रदर्शन

हिन्दुस्तान की एक अहम सुर्खी है: धमक: सीमा पर वायु शक्ति का प्रदर्शन। अरुणाचल प्रदेश में वास्तविक नियंत्रण रेखा यानी एलएसी पर चीन के साथ तनाव के बीच वायु सेना ने गुरुवार को पूर्वोत्तर में शक्ति प्रदर्शन किया। दो दिवसीय युद्ध अभ्यास के पहले दिन चीन सीमा के पास असम के तेजपुर में सुखोई गरजा, वहीं चीनूक और अपाचे हेलीकॉप्टर ने भी दमखम दिखाया।

अनछपी: सारण जिले में जहरीली शराब से होने वाली मौतों की संख्या लगभग 50 हो गई है और नीतीश कुमार इस बात पर भारी दबाव में है कि बिहार से शराबबंदी वापस ले ली जाए। नीतीश कुमार पर यह भी आरोप है कि वह बेहद असंवेदनशील तरीके से यह कह रहे हैं कि जो पिएगा वह मरेगा। हालांकि नीतीश कुमार ने अब यह कहकर इस मामले में कुछ नरमी लाई है कि गरीब गुरबा को परेशान न कर धंधे बाजो पर नकेल कसें। होता यह है कि मौत ने जहरीली शराब से होती है जिसका कोई ताल्लुक शराबबंदी से नहीं है लेकिन जो शराब लॉबी बिहार में सक्रिय है वह शराबबंदी को खत्म कराने के लिए ऐसी दुखद घटनाओं का दुरुपयोग करना शुरू कर देती है। शराबबंदी के पक्ष में नीतीश कुमार की दलीलें अपनी जगह पर हैं लेकिन जहरीली शराब की बिक्री क्यों होती है, उनके थानेदार और एसपी इसे रोकने में क्यों नाकाम होते हैं यह भी उनके लिए गंभीर विषय होना चाहिए। इस सवाल पर भी बेहद गंभीरता से सोचने की जरूरत है कि बिना पुलिस की मिलीभगत की ऐसी ज़हरीली शराब न तो बन सकती है और न ही उसकी बिक्री हो सकती है। ऐसे में यह बात भी जरूरी हो जाती है कि पता लगाया जाए कि ऐसे धंधे से कौन मोटी कमाई कर रहा है और उसके खिलाफ आर्थिक अपराध इकाई द्वारा छापेमारी भी जरूरी है। जहरीली शराब का धंधा किसी छोटे मोटे आदमी का काम नहीं हो सकता। इस धंधे में पूरा सिंडिकेट लगा रहता है हालांकि शिकार होने वाले लोग छोटे-मोटे ही होते हैं।

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