छ्पी-अनछपी: मणिपुर में फिर हिंसा- आधा दर्जन मरे, बिहार में 12 डीएम का तबादला

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। मणिपुर में पिछले साल मई से जारी हिंसा रुक रुक कर हत्या की खबर में बदती रही है और ताजा घटना में 6 लोगों की मौत हो गई है। बिहार के 12 डीएम का तबादला हो गया है। भाकपा माले के सांसद राजाराम ने बताया है कि उन्होंने केवल 34 हज़ार रुपये खर्च कर लोकसभा चुनाव जीता है। जहरीली शराब पीने से हाजीपुर और कटिहार में दो-दो लोगों की मौत हो गई है।

भास्कर की सबसे बड़ी सुर्खी है: मैतेई-कुकी में फिर आमने-सामने की जंग, फायरिंग में पांच की मौत। मणिपुर में उग्रवादियों का दुस्साहस बढ़ गया है। ड्रोन से बम और रॉकेट से हमला करने के बाद संदिग्ध मैतेई और कुकी उग्रवादियों में आमने-सामने की लड़ाई शुरू हो गई है। ताजा मामला शनिवार को जिरिबिम में हुआ। कुकी हथियार बंद लोगों ने जिरिबिम पुलिस स्टेशन से महज 1 किलोमीटर दूर 63 वर्षीय एक मैतेई बुजुर्ग को घर में घुसकर गोली मार दी। उग्रवादी एक दिन पहले सुरक्षा बलों द्वारा पहाड़ी इलाकों में उनके तीन बंकर नष्ट करने से नाराज थे। बुजुर्ग की हत्या से गुस्साए मैतेई हथियारबंद लोगों ने कुकी गांव पर ताबड़तोड़ फायरिंग की। कुकी लोगों ने भी जवाबी कार्रवाई की। इस गोलीबारी में पांच लोगों की मौत हो गई। इसमें तीन की पहचान कुकी के रूप में हुई है।

12 जिलों की में नए डीएम

हिन्दुस्तान के अनुसार राज्य सरकार ने शनिवार शाम बड़े पैमाने पर प्रशासनिक फेरबदल किये। 12 जिलों के जिलाधिकारियों समेत 43 आईएएस अफसरों को नई जिम्मेदारी की गई है। भोजपुर, शिवहर, जमुई, लखीसराय, रोहतास, अररिया, समस्तीपुर, बेगूसराय, शेखपुरा, किशनगंज, अरवल और मधेपुरा जिले में नये डीएम की तैनाती की गई है। सामान्य प्रशासन विभाग से जारी अधिसूचना के अनुसार शिक्षा, उद्योग, पंचायती राज समेत कई विभागों के निदेशालयों में 13 नये निदेशक की तैनाती की गई है।

केवल 34 हज़ार खर्च कर जीता लोकसभा चुनाव

प्रभात खबर के अनुसार लोकसभा चुनाव 2024 में उम्मीदवारों और पार्टियों द्वारा जहां पैसे पानी की तरह बहाए गए वहीं काराकाट लोकसभा क्षेत्र से निर्वाचित होने वाले भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी माले के सांसद राजाराम सिंह ने मुखिया के चुनावी खर्च से भी कम पैसे पर चुनाव जीत कर रिकॉर्ड बनाया है। वे महज़ 34600 के चुनावी खर्च पर लोकसभा के सदस्य बन गए। हालांकि एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार राजाराम सिंह 2 करोड़ की संपत्ति के मालिक हैं। इनका मुकाबला करोड़पति निर्दलीय प्रत्याशी और भोजपुरी स्टार पवन सिंह से हुआ था। पवन सिंह ने चुनाव में 48 लाख 87000 खर्च किए। काराकाट लोकसभा क्षेत्र से राष्ट्रीय लोक मोर्चा के उपेंद्र कुशवाहा भी प्रत्याशी थे जिनका चुनावी खर्च 64 लाख 69000 रहा। लोकसभा चुनाव 2024 में बिहार में सबसे अधिक 91 लाख 66000 खर्च कर चुनाव जीतने वाले सांसद हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के प्रमुख जीतन राम मांझी हैं।

जहरीली शराब पीने से चार की मौत

हाजीपुर के बिदुपुर से सटे देसरी के चांदपुरा ओपी क्षेत्र के खोरमपुर गांव में पार्टी में शराब पीने से दो की मौत हो गई और तीसरे की हालत गंभीर है। वहीं कटिहार के दिलवारपुर गांव में दो युवकों की संदिग्ध स्थिति में मौत हो गई। कटिहार के अहमदाबाद थाना क्षेत्र के दिलवारपुर गांव में तीन दोस्त कमरे में बंद होकर मटन और शराब की पार्टी कर रहे थे। अचानक दो की मौत हो गई जबकि एक गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती है।

असम में आधार के लिए एनआरसी रसीद जरूरी

हिन्दुस्तान के अनुसार असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने शनिवार को कहा कि राज्य में आधार कार्ड के लिए सभी नए आवेदकों को अपना राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) आवेदन रसीद संख्या (एआरएन) जमा करना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आधार कार्ड के लिए आवेदनों की संख्या जनसंख्या से अधिक है। इससे पता चलता है कि राज्य में संदिग्ध नागरिक हैं। इसलिए हमने फैसला किया है कि नए आवेदकों को अपना एआरएन जमा करना होगा। उन्होंने कहा कि इससे घुसपैठ रुकेगी।

पाकिस्तान ने मानी कारगिल साजिश की बात

जागरण के अनुसार पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल सैयद आसिम मुनीर ने भारत के खिलाफ 1999 के कारगिल युद्ध में पाकिस्तान सेना की सीधी भूमिका को स्वीकार किया है। शुक्रवार को रक्षा दिवस पर अपने भाषण के दौरान मुनीर ने भारत के साथ हुए तीन युद्धों के साथ-साथ कारगिल का भी जिक्र किया और मारे गए पाकिस्तानी सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। यह पहला अवसर है जब पाकिस्तान के किसी सेना प्रमुख ने कारगिल युद्ध में अपने सैनिकों की प्रत्यक्ष भागीदारी को स्वीकार किया है।

कुछ और सुर्खियां

  • दो लाख के इनामी आरा के बालू माफिया रंजीत को एसटीएफ ने ऋषिकेश से दबोचा
  • ईओयू के एडीजी नैयर हसनैन खान केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर, एसएसबी के आईजी बने
  • अगले साल से शुरू होगा पीएमसीएच में 5462 बेड का अस्पताल, 2027 तक पूरा होगा काम
  • बिहार के सभी 24 साइबर थाने एक दूसरे से जुड़ेंगे
  • बिहार के 4918 स्कूलों के पास अपनी बिल्डिंग नहीं
  • एलएन मिश्रा हत्याकांड की दिल्ली हाई कोर्ट में नवंबर में सुनवाई होगी

अनछपी: सारण जिले के गड़खा की एक कथित निजी क्लीनिक में एक 15 साल के बच्चे गोलू की इसलिए मौत हो गई क्योंकि खुद को डॉक्टर कहने वाले एक झोलाछाप ने यूट्यूब देखकर उसका ऑपरेशन कर दिया था। ऐसा गोलू के घर वालों का कहना है। लेकिन बिहार में होने वाली यह पहली या आखिरी घटना नहीं है। इस मामले को समझने के लिए पहले यह जानते हैं कि गोलू के साथ हुआ क्या। गोलू को पथरी की शिकायत थी और उसके घर वालों ने उसे छपरा में दिखाया था। छपरा से दिखाकर गांव लौटते समय गोलू को उल्टी होने लगी तो घर वालों ने उसे उस कथित निजी क्लीनिक में दिखाया। खबरों के अनुसार उस कथित डॉक्टर ने गोलू के पिता चंदन को बाइक से डीजल लाने के लिए भेज दिया और इसी दौरान उसने यूट्यूब देखकर गोलू का ऑपरेशन कर दिया। गोलू की स्थिति खराब होने लगी तो अपने सहयोगी के साथ एंबुलेंस से पटना लेकर चला गया। गोलू के साथ गई महिला दूसरी एंबुलेंस से लाश लेकर लौटी तो घर वालों ने इसकी शिकायत थाने में की। अब इस बात पर ध्यान दीजिए कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पिछले दो दिनों से बिहार में अस्पतालों की स्थिति बेहतर करने के बारे में दावे कर रहे हैं। सवाल यह है कि जब बिहार में मेडिकल सुविधा इतनी बेहतर हो रही है तो ऐसे में लोग झोलाछाप डॉक्टर के यहां जाने को क्यों मजबूर हो रहे हैं? बात यह है कि सरकार और मंत्रियों के दावे अपनी जगह, बिहार में अब भी जिला स्तर पर बेहतर मेडिकल सुविधा नहीं मिल रही है और सरकारी अस्पतालों से लोगों को निराश होकर लौटना पड़ता है। दूसरी बात यह है कि बिहार में जागरूकता की कमी के कारण लोग ऐसे झोलाछाप डॉक्टर के पास चले जाते हैं। इसमें तीसरी सबसे अहम बात यह है कि ऐसे झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ सरकार कार्रवाई करने में नाकाम है। सच पूछा जाए तो कई लोग यह कहेंगे कि दरअसल झोलाछाप डॉक्टरों का धंधा सरकारी अधिकारियों की मिलीभगत से ही चलता है। बिहार सरकार को चाहिए कि अपनी मेडिकल सुविधा बेहतर करने के साथ-साथ झोलाछाप डॉक्टरों पर भी कड़ी से कड़ी कार्रवाई करे ताकि आम लोगों को बेवक़्त मौत का सामना न करना पड़े।

 383 total views

Share Now