छ्पी-अनछ्पी: लालू से ईडी की लंबी पूछताछ लेकिन हेमंत ‘गुम’, राहुल गांधी की यात्रा बिहार पहुंची

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद से ईडी ने लंबी पूछताछ की है। उधर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को सोमवार को तलाशने में ईडी नाकाम रही है। इन दोनों खबरों को आज के अखबारों में अच्छी जगह मिली है। राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के बिहार पहुंचने की खबर भी सभी जगह है।

हिन्दुस्तान, जागरण और प्रभात ख़बर की पहली सुर्खी एक जैसी है: लालू से ईडी दफ्तर में 10 घंटे पूछताछ। भास्कर ने लिखा है: ईडी ने लालू से पूछा, आपने नौकरी के बदले अभ्यर्थियों से कितनी जमीनें लीं। तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद से ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) की विशेष टीम ने पटना के गांधी मैदान इलाके में मौजूद जोनल कार्यालय में करीब 10 घंटे तक पूछताछ की। सोमवार सुबह करीब सवा 11 बजे लालू प्रसाद अपनी बड़ी बेटी सांसद मीसा भारती के साथ ईडी कार्यालय पहुंचे। इसके बाद उन्हें कार्यालय के दूसरे तल पर ले जाया गया। फिर पूछताछ का सिलसिला शुरू हुआ। रात नौ बजे लालू ईडी दफ्तर से बाहर आए। इसी मामले में पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव से मंगलवार को ईडी पूछताछ करेगी। सूत्रों के अनुसार, तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद के कार्यकाल 2004 से 2009 के बीच नौकरी के बदले जमीन मामले से जुड़े 50 से अधिक सवाल पूछे गए।

ईडी को हेमंत सोरेन नहीं मिले

भास्कर की सबसे बड़ी खबर है: रांची से दिल्ली जाकर गुम हुए हेमंत, तलाशती रही ईडी लेकिन नहीं मिले। जमीन घोटाला मामले में पूछताछ के लिए ईडी की टीम सोमवार सुबह करीब 7:00 बजे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साउथ दिल्ली स्थित आवास पहुंची लेकिन वह नहीं मिले। टीम ने कई घंटे तक उनका इंतजार किया, फिर भी नहीं आए। उनके ड्राइवर और स्टाफ को लेकर एक-एक दो संभावित स्थानों पर भी टीम पहुंची। फिर दिल्ली स्थित झारखंड भवन को भी खंगाला। लेकिन मुख्यमंत्री का पता नहीं चला। इसके बाद टीम ने उनके आवास से कागजात को खंगालना शुरू कर दिया। मुख्यमंत्री की तलाश भी जारी रही। करीब 15 घंटे तक छानबीन के बाद रात 10:30 बजे ईडी की टीम उनके आवास से निकली। इस संबंध में झारखंड मुक्ति मोर्चा के महासचिव व प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि हेमंत सोरेन व्यक्तिगत काम से दिल्ली गए हैं। वह वही हैं, काम होते ही रांची लौट आएंगे।

राहुल की यात्रा बिहार पहुंची

हिन्दुस्तान की खबर है: बिहार ने सामाजिक न्याय की अगुवाई की: राहुल। भारत जोड़ो न्याय यात्रा के तहत वरिष्ठ कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने किशनगंज के फारिंगगोला चेकपोस्ट होकर बंगाल से बिहार की सीमा में सोमवार को लगभग 11 बजे प्रवेश किया। राहुल गांधी के किशनगंज पहुंचने पर कांग्रेस नेताओं ने उनका भव्य स्वागत किया। यहां खगड़ा स्थित शहीद अशफाक उल्लाह खां स्टेडियम में जनसभा में उन्होंने कहा कि कहा कि बिहार ने हमेशा सामाजिक न्याय की अगुवाई की है।

नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान

राहुल गांधी ने बिहार पहुंचने पर अपने भाषण में भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा। कहा कि पिछले साल कन्याकुमारी से कश्मीर तक हमने भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत की। अब दूसरी यात्रा नार्थ ईस्ट से शुरू हुई है। इसके जरिए हम लोगों को बताने आए हैं कि देश में आरएसएस व भाजपा की विचारधारा ने हिंसा व नफरत फैला रखी है। ऐसे में नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खुलनी चाहिए। राहुल गांधी ने जातीय गणना का मुद्दा उठाया लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मामले पर पूरी तरह मौन रहे।

मोदी फिर पीएम बने तो चुमाव नहीं होने देंगे: खड़गे

भुवनेश्वर से जागरण की खबर है कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि भाजपा का काम केवल लोगों को लड़ा कर सत्ता में बने रहना है। नरेंद्र मोदी फिर से प्रधानमंत्री बनते हैं तो वह देश में चुनाव नहीं होने देंगे। यह देश में आखिरी चुनाव होगा। खड़गे सोमवार को भुवनेश्वर में ओडिशा बचाव रैली को संबोधित कर रहे थे। विधानसभा भवन के सामना हुई जनसभा में खड़गे ने कहा कि राहुल गांधी देश में मोहब्बत की दुकान खोल रहे हैं जबकि भाजपा और आरएसएस नफरत की दुकान खोलकर बैठे हैं।

नीतीश के जाने पर क्या बोले केजरीवाल

हिन्दुस्तान के अनुसार दिल्ली के मुख्यमंत्री व आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने नीतीश कुमार के इंडिया गठबंधन को छोड़कर एनडीए में शामिल होने को गलत बताया है। केजरीवाल ने कहा कि नीतीश ने जो किया वह गलत है। किसी भी जनतंत्र में इस तरह का आचरण बिल्कुल ठीक नहीं है। उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए। फिर भी मेरा मानना है कि इंडिया गठबंधन को इसका नुकसान नहीं, बल्कि फायदा होगा।

जदयू से ऑफर आया था: सम्राट

सूबे के उपमुख्यमंत्री सह प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा है कि जदयू की ओर से समर्थन मांगा गया। दूत भी भेजा गया। इसके बाद राष्ट्रीय नेतृत्व के निर्देश के बाद प्रदेश भाजपा ने सरकार को समर्थन दिया व सरकार में शामिल हुई। सोमवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि पिछले 17 महीनों से प्रदेश में लोकतंत्र शर्मसार हो रहा था।

दावा: सात दिनों में सीएए लागू होगा

केंद्रीय राज्य मंत्री और पश्चिम बंगाल से सांसद शांतनु ठाकुर ने दावा किया कि सात दिन में देशभर में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) लागू हो जाएगा। इससे देश में रह रहे बांग्लादेश, अफगानिस्तान, पाक से आए हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध, पारसी और ईसाईयों को नागरिकता मिलेगी। जहाजरानी राज्य मंत्री ठाकुर ने रविवार शाम दक्षिण 24 परगना जिले के काकद्वीप में एक रैली में यह बात कही।

कुछ और सुर्खियां

  • पटना के पालीगंज में ट्रक ने 6 लोगों को रौंदा, चार की मौत
  • एनडीए की नीतीश सरकार 10 जनवरी को विधानसभा में विश्वास मत प्राप्त करेगी
  • संसद का बजट सत्र कल से, सर्वदलीय बैठक आज
  • बिहार की 6 समेत 56 राज्यसभा सीटों के लिए 27 फरवरी को चुनाव
  • केंद्र ने ‘सिमी’ पर प्रतिबंध 5 वर्ष के लिए बढ़ाया

अनछपी: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा बंगाल से बिहार पहुंची तो किशनगंज में उसका भरपूर स्वागत किए जाने की खबर मिल रही है। हिंदी अखबारों में इस यात्रा की कवरेज मिली जुली है। राहुल गांधी ने एक बार फिर आरएसएस और भाजपा पर नफरत फैलाने का आरोप लगाया लेकिन सवाल यह है कि इस बात को कांग्रेस के कार्यकर्ता आम लोगों तक पहुंचने में किस हद तक कामयाब होते हैं। राहुल गांधी तो अपनी यात्रा पूरी कर बिहार से चले जाएंगे लेकिन बिहार की राजनीतिक स्थिति पर इसका क्या असर पड़ेगा, अभी यह साफ नहीं है। बिहार में कांग्रेस के सबसे बड़े सहयोगी और सबसे मजबूत विपक्षी दल राजद के अध्यक्ष लालू प्रसाद और उनके बेटे तेजस्वी प्रसाद यादव ईडी के निशाने पर हैं। अगर आने वाले दिनों में इन दोनों पर ईडी कोई कार्रवाई करती है या उन्हें गिरफ्तार करती है तो कांग्रेस क्या करेगी? यही नहीं ईडी तो झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पीछे भी पड़ी हुई है। बिहार और झारखंड दोनों जगह कांग्रेस को सहयोगियों की जरूरत है लेकिन क्या कांग्रेस अपने सहयोगियों के साथ खड़ी है? खड़े होने का मतलब सिर्फ बयान जारी नहीं करना बल्कि जनता के बीच जाना भी होता है। बिहार में सत्ता से बाहर होने के बाद भी तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर कोई आक्रामक टिप्पणी नहीं की है। उनकी नीति स्पष्ट है कि वह जनता के बीच यह बताने जाएंगे कि जब वे सरकार में थे तो सरकार बेहतर काम कर रही थी और लोगों को रोजगार मिल रहे थे। क्या कांग्रेस के नेता भी ऐसी सकारात्मक बात करने मैदान में उतरेंगे? जिस दिन नीतीश कुमार ने महागठबंधन छोड़कर एनडीए में जाने का फैसला किया उस दिन तेजस्वी यादव का एक फुल पेज विज्ञापन आया था जिसमें उन्होंने उपलब्धियां की चर्चा की थी। इसका असर यह है कि अब जनता दल यूनाइटेड की ओर से भी एक फुल पेज विज्ञापन जारी किया गया है जिसमें नीतीश कुमार का गुणगान किया गया है। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बिहार की राजनीति में कांग्रेस और आरजेडी के लिए यही उपाय है कि वह वामपंथी दलों के साथ पूरे जोर-जोर के साथ जनता के बीच जाए। कांग्रेस को राहुल गांधी की यात्रा के अलावा भी काफी मेहनत करनी होगी।

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