छपी-अनछपी: सनातन धर्म की तुलना डेंगू से करने पर बवाल,  227 एफिलिएटेड कॉलेजों का ऑडिट होगा

बिहार लोक संवाद डॉट नेट, पटना। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के बेटे द्वारा सनातन धर्म के बारे में की गई टिप्पणी पर भारी हंगामा मचा है जिसकी खबर अखबारों में छाई हुई है। शिक्षा विभाग 227 संबद्ध डिग्री कॉलेज में ऑडिट कराएगा। विपक्षी दलों ने कहा है कि वन नेशन-वन इलेक्शन का विचार लोकतंत्र पर हमला है। इन खबरों के अलावा सबसे चर्चित है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दिया गया इंटरव्यू जिसमें उन्होंने देश में 200 करोड़ कुशल हाथ होने का दावा किया है।

जागरण की खबर है: सनातन धर्म को लेकर उदयनिधि के बयान पर राजनीतिक हंगामा। सनातन धर्म को लेकर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे और राज्य के युवा कल्याण और खेल मामलों के मंत्री उदयनिधि के बयान पर राजनीतिक हंगामा मच गया है। उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना डेंगू और मलेरिया से करते हुए कहा था कि इसका विरोध नहीं बल्कि इसे पूरी तरह खत्म कर दिया जाना चाहिए। तमिलनाडु प्रगतिशील लेखक और कलाकार संघ द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उदयनिधि ने कहा था कि आपने सम्मेलन का नाम सनातन विरोधी सम्मेलन के बजाय सनातन उन्मूलन सम्मेलन रखा है। मैं इसकी सराहना करता हूं। उन्होंने आगे कहा था कि कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जाता, उन्हें खत्म ही करना दिया जाना चाहिए। हम डेंगू, मलेरिया या कोरोना का विरोध नहीं करते, हमें उन्हें खत्म करना होता है। इसी तरह सनातन को भी हमें खत्म कर देना चाहिए। बाद में उन्होंने अपना भाषण एक्स (ट्विटर) पर भी पोस्ट किया और कहा कि वह किसी भी कानूनी कार्रवाई का सामना करने के लिए तैयार हैं और भगवा धमकियों से डरने वाले नहीं हैं।

अमित शाह ने नफरत बताया

भाजपा ने उदयनिधि के बयान पर चौतरफा हमला बोला और उसे नफरत की भाषण करार दिया। गृह मंत्री अमित शाह से लेकर पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और अन्य भाजपा नेताओं ने बयान को हिंदू धर्म के प्रति नफरत बताया। अमित शाह ने कहा कि विपक्ष’ वोट बैंक की राजनीति के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। सनातन धर्म पर यह जितना हमला बोलेंगे उतना ही कम होते जाएंगे। 2014 और 2019 में कम हुए, 2024 में तो कांग्रेसी दूरबीन लेकर भी नहीं दिखाई देंगे। राजस्थान के डूंगरपुर में एक सभा को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि विपक्षी गठबंधन हिंदू धर्म से नफरत करता है।

227 कॉलेजों का होगा ऑडिट

जागरण की खबर है: राज्य के 227 संबद्ध डिग्री कॉलेज में ऑडिट कराएगा शिक्षा विभाग। राज्य के 227 संबद्ध डिग्री कॉलेज में ऑडिट करने की तैयारी हो रही है। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक ने इस संबंध में उच्च शिक्षा निदेशालय को आदेश दिया है। पिछले वर्ष नवंबर में भी डिग्री कॉलेज को रजिस्टर्ड ऑडिटर या चार्टर्ड अकाउंटेंट से ऑडिट करने का निर्देश दिया गया था। गत वित्तीय वर्ष में डिग्री कॉलेज को 288 करोड़ रुपए का अनुदान दिया गया है। यह राशि कहां और किन मदों में खर्च की गई उसका ऑडिट अब शिक्षा विभाग कराएगा। शिक्षा विभाग को ऐसे 74 संबद्ध डिग्री कॉलेज में वित्तीय विसंगति का पता चला है जहां शिक्षा विभाग के आदेश की अवहेलना करके अनुदान की राशि खर्च की गई है।

वन नेशन, वन इलेक्शन का विरोध

हिन्दुस्तान के अनुसार विपक्षी दलों के नेताओं ने ‘एक राष्ट्र एक चुनाव’ को लेकर रविवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा। कांग्रेस, आप, एआईएमआईएम, द्रमुक समेत कई दलों ने एक सुर में इस विचार को लोकतंत्र पर हमला करार दिया। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि एक देश, एक चुनाव का विचार भारतीय संघ और इसके सभी राज्यों पर हमला है। वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, लोगों के पास 2024 के लिए ‘एक राष्ट्र, एक समाधान’ है। वह है भाजपा के कुशासन से छुटकारा पाना। इधर, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सवाल उठाते हुए कहा कि इससे आम आदमी को क्या मिलेगा। देश के लिए क्या जरूरी है, एक देश एक चुनाव या एक राष्ट्र एक शिक्षा, एक देश एक इलाज।

दो अरब कुशल हाथ: मोदी

भास्कर की खबर है: पहले देश में एक अरब भूखे पेट थे अब दो अब कुशल हाथ हैं: मोदी। प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया को दिए गए प्रधानमंत्री के मोदी इंटरव्यू पर जागरण की सबसे बड़ी खबर है: विकसित भारत में भ्रष्टाचार, जातिवाद व सांप्रदायिकता को नहीं मिलेगी जगह। भास्कर लिखता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत अपनी आजादी के 100 साल पूरे होने या 2047 तक एक विकसित देश बन जाएगा। उन्होंने कहा कि लंबे समय तक भारत को एक अरब भूखे पेट का देश माना जाता था लेकिन अब यहां एक अरब महत्वाकांक्षी दिमाग और दो अब कुशल हाथ हैं। मोदी ने कहा कि दुनिया की सबसे ज्यादा युवा आबादी भी हमारे यहां है। भारत के बारे में दुनिया का नजरिया बदल रहा है। एक दशक में भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। मोदी ने डार्क नेट, साइबर टेररिज्म और ऑनलाइन कट्टरता को बड़ा खतरा बताया। कहा, फेक न्यूज़ समाज में जहर घोलती है।

कोटा में दरवाज़े पर दस्तक

पुलिस ने कोटा में छात्रों द्वारा आत्महत्या की घटनाओं को रोकने के लिए ‘दरवाजे पर दस्तक’ योजना शुरू की है। योजना के तहत छात्रों में तनाव के किसी भी लक्षण का पता लगाने के लिए पीजी आवास वार्डन, मेस कर्मियों और टिफिन सेवा प्रदाताओं को नियुक्त किया है।वार्डन को ‘दरवाजे पे दस्तक’ अभियान में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। शहर पुलिस ने मेस कर्मियों और टिफिन प्रदाताओं से आग्रह किया कि यदि कोई छात्र बार-बार मेस से अनुपस्थित रहता है, टिफिन बिना खाए मिला, और भोजन छोड़ रहा है तो वे पुलिस को रिपोर्ट करें।

काला जादू के चक्कर में मां ने बेटे की हत्या की

पूर्णिया से जागरण की खबर है कि काला जादू सीखने के लिए एक मां ने अपने 5 वर्षीय बेटे की शनिवार की देर रात गला घोंट कर हत्या कर दी। तंत्र-मंत्र के फेर में मां ने रात के अंधेरे में पुत्र के शव को झाड़ियां में दफनाने का प्रयास भी किया लेकिन गांव के एक व्यक्ति की नजर पड़ने पर वह ऐसा नहीं कर सकी। घटना जिले के बलिया ओपी क्षेत्र स्थित सोना पंचायत के त्रिलोकी टोला की है। पुलिस ने आरोपित मनीषा देवी को गिरफ्तार कर लिया है। उसके पति रजनीश कुमार किसी दूसरे राज्य में रहकर काम कर रहे हैं। पुलिस ने बालक के शव को पोस्टमार्टम के लिए पूर्णिया भेज दिया है।

पाकिस्तान चले जाओ…

जागरण की खबर है : कर्नाटक में शिक्षिका ने दो मुस्लिम छात्रों से कहा, पाक चले जाओ। कर्नाटक के शिमोगा जिले में एक उर्दू स्कूल की शिक्षा पर दो मुस्लिम छात्रों के साथ अपमानजनक व्यवहार करने का आरोप लगा है। शिक्षिका ने मुस्लिम छात्रों से कहा कि वह पाकिस्तान चले जाएं। मामला तूल पकड़ने के बाद शिक्षिका का ट्रांसफर कर दिया गया है और उसके खिलाफ जांच शुरू की गई है। कर्नाटक में मुस्लिम छात्रों के साथ यह घटना ऐसे समय में हुई है जब कुछ दिन पहले ही उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर और दिल्ली के कैलाश नगर स्थित स्कूल में ऐसे ही मामले सामने आ चुके हैं।

कुछ और सुर्खियां

  • कैमूर में वन विभाग की टीम पर हमला, 6 राउंड गोलियां चल8न, पांच कर्मी जख्मी
  • एनटीपीसी ने बिहार को 2000 मेगावाट कम की सप्लाई, राज्य में बिजली संकट
  • आदित्य L1 ने जमीन का पहला चक्कर पूरा किया
  • ईस्ट बंगाल को एक जीरो से हराकर मोहन बागान ने जीता डूरंड कप
  • मंत्री अनुराग ठाकुर का बयान: लोकसभा चुनाव समय से पहले या बाद में करवाने का इरादा नहीं
  • जिंबॉब्वे क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान हीथ स्ट्रीक का कैंसर से निधन

अनछपी: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि का सनातन धर्म संबंधी बयान अनावश्यक और आपत्तिजनक है। किसी भी धर्म की तार्किक आधार पर आलोचना की जा सकती है मगर इसका मतलब यह नहीं होता कि उसकी तुलना बीमारियों से की जाए। जाहिर है, ऐसे बयान भारतीय जनता पार्टी की राजनीति को सूट करती है और उसके लिए तब विपक्षी गठबंधन पर यह आरोप लगाना आसान होता है कि वह हिंदू विरोधी है। इस दिशा में सबसे अच्छा कदम यह होगा कि उदयनिधि अपने बयान को वापस लें और इसके लिए खेद प्रकट करें। उदयनिधि चाहें तो तार्किक आधार पर किसी भी धर्म के बारे में अपनी आपत्ति दर्ज कर सकते हैं लेकिन सिर्फ उसकी तुलना करना, और वह भी बीमारियों से अजीबोगरीब है। उधयनिधि एक राजनीतिक दल के महत्वपूर्ण सदस्य हैं जिसका विपक्षी इंडिया गठबंधन से समझौता है। उनके इस बयान से भारतीय जनता पार्टी के साथ-साथ इंडिया गठबंधन में शामिल अक्सर दल के लोग नाराज हो सकते हैं। ऐसे में सिर्फ यह समझना कि उनके बयान का विरोध सिर्फ भारतीय जनता पार्टी के लोग करेंगे, सही नहीं है। विरोध हो या ना हो तब भी, उनका यह बयान किसी भी स्थिति में सही नहीं ठहराया जा सकता है। धर्म की आलोचना पहले भी होती रही है और लोग उसका मजाक भी उड़ाते रहे हैं लेकिन इसका कतई अर्थ यह नहीं कि कोई राजनेता इस तरह का बयान दे और उस पर अड़ा रहे। इस विषय पर भाजपा को बोलने का भी कम ही अधिकार है क्योंकि अक्सर उससे जुड़े लोग दूसरे धर्म और समुदाय पर ऐसी ही आपत्तिजनक टिप्पणी करते हैं। भारतीय राजनीति के लिए बेहतर यही होगा कि उदयनिधि अपने इस बयान को वापस ले लें और असली मुद्दे पर बात करें।

 

 

 

 

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