समस्तीपुर के खलील के मर्डर में बीफ एंगल, सद्भावना बिगाड़ने की साजिशः पुलिस

बिहार लोक संवाद डाॅट नेट, पटना।
समस्तीपुर जिले के मुसरीघरारी थाना अंतर्गत हुड़हिया रूपौली निवासी मोहम्मद अय्यूब के 35 वर्षीय पुत्र जदयू नेता मोहम्मद खलील उर्फ रिजवी की हत्या में बीफ का एंगल जुट गया है हालांकि पुलिस ने इसे असली कारण से ध्यान हटाने की साजिश बताया है। मोहम्मद खलील की जलायी गयी लाश 19 फरवरी को कल्याणपुर थाने के वासुदेवपुर गांव के सुनसान इलाके में स्थित पाॅल्ट्री फाॅर्म से मिली थी जिसे यूरिया और नमक मिलाकर गाड़ा गया था। खलील के भाई मोहम्मद सितारे ने 17 फरवरी को मुसरीघरारी थाने में उसके अपहरण की शिकायत दर्ज करायी थी क्योंकि 16 फरवरी को घर से निकलने के बाद खलील लौटे नहीं थे। पुलिस के अनुसार अनुमान है कि उसकी हत्या लोहे के छड़ से पीट-पीट कर की गयी है।
खलील की लाश मिलने पर डीएसपी एसएच फाखरी ने इस जघन्य कांड को पैसे के लेनदेन में हुए झगड़े का नतीजा बताया था। लाश के गाड़े जाने की जगह का पता वासुदेवपुर निवासी स्वर्गीय राजकुमार झा उफ पप्पू झा के बेटे विपुल कुमार झा से हिरासत में हुई पूछताछ के बाद चला था।

अब इसी कांड से जुड़ा एक वीडियो सामने आया है जिसमें खलील से बीफ का रेट, उसे खाने और उसके बाजार के बारे पूछा जा रहा है। सफेद शर्ट और ब्लू पैंट में जमीन पर बैठे खलील से पूछा जा रहा है कि मुसरी घरारी में कौन इसे काटता है, उनका नाम क्या है, कब-कब बेचता है। इसी तरह के और सवाल और उससे गाली-गलौज और मारपीट की जाती है। इसमें सवाल पूछने वाले दो लोगों की आवाज मिलती है। हद तो यह है कि इस वीडियो को इंस्टाग्राम पर अपलोड भी किया गया है। इस मामले में पकड़े गये मुसरीघरारी थाने के लाटबसेपुरा निवासी मणिकांत के पुत्र किशन कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

जब कुछ लोगों ने पुलिस के उस बयान पर शक व्यक्त कियाा खलील की हत्या पैसे के लेनदेन नहीं बल्कि बीफ का बहाना बनाकर की गयी है तो समस्तीपुर के एसपी हृदयकांत ने मंगलवार को प्रेस काॅन्फ्रेंस कर बताया कि जांच को भटकाने के लिए विपुल ने अनुराग झा के साथ मिलकर यह वीडियो वायरल किया है। उन्होंने यह भी कहा कि हत्यारों ने मुसरीघरारी इलाके में माहौल बिगाड़ने के लिए यह वीडियो बना रखा था।
16 फरवरी को क्या हुआ था
16 फरवरी को खलील घर से किसी संजय कुमार नामक डाॅक्टर के यहां से बैग लेने की बात कहकर निकले थे। उस दिन वह दिन भर घर नहीं लौटे और शाम 8ः25 पर खलील के फोन से ही उनकी पत्नी के फोन पर खलील को अगवा करने की बात बतायी और फिरौती में पौने तीन लाख रुपये मांगे। फिरौती नही ंदेने पर किडनी निकालकर खलील को मार देने की धमकी दी गयी। फिर कुछ ही देर बात खलील के पिता के फोन पर यही धमकी दोहरायी गयी और फिरौती की रकम बढ़ाकर पांच लाख कर दी गयी।
नौकरी के नाम पर ठगी का आरोप
पुलिस के अनुसार यह सारा झगड़ा नौकरी के लिए कथित तौर पर लिये गये तीन लाख सत्तर हजार रुपये से शुरू हुआ और इसी में खलील की हत्या कर दी गयी। इस मामले में पकड़े गये विपुल ने बताया था कि उसने खलील के फोन से सिम निकालकर अपने फोन में डालकर उसकी पत्नी को फोन कर तीन लाख सत्तर हजार रुपये मांगे थे।

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