बिहार में OXYGEN का संकट, पटना डीएम ने कहा, ‘शवदाहगृह में नहीं करना पड़ेगा इंतेज़ार’
सैयद जावेद हसन, बिहार लोक संवाद डाॅट नेट
बिहार में कोरोना संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या के बीच एक चिंताजनक खबर आॅक्सीजन की कमी और उसकी कालाबाजारी की आ रही है। इस सिलसिले में जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने शुक्रवार को पटना में एक संवाददाता सम्मेलन का आयोजन किया। पप्पू यादव ने आरोप लगाया कि प्रदेश में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। सरकार की निष्क्रियता के कारण कोरोना अब बेकाबू हो गया है। मरीज सड़क पर दम तोड़ रहे हैं और परिजन एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल भाग रहे हैं लेकिन कहीं बेड नहीं मिल रहा है। अस्पतालों में ऑक्सीजन और दवाओं की भारी कमी है। दवा माफियाओं और नेताओं की मिलीभगत से ऑक्सीजन और रेमडेसिविर दवा निजी हाथों में जा रहा है।
पप्पू यादव ने आगे कहा कि हमारे देश में हमेशा धर्म की राजनीति होती है, कभी कोई अस्पताल और स्वास्थ्य व्यवस्था की राजनीति नहीं करता। इस कारण आज हालात इतने भयावह हो गए हैं। बिहार में रोजाना सैकड़ों मौतें हो रही है। सिर्फ पारस में ही रोजाना 25 मौतें हो रही है। सरकार मौत और कोरोना पॉजिटिव मरीजों, दोनों के आकंड़े छुपा रही है।
सरकार पर हमला बोलते हुए पप्पू यादव ने कहा कि जब सरकार को पता था कि दूसरी और तीसरी लहर आने वाली है तो तैयारी क्यों नहीं की गई? कोरोना से लड़ने के लिए पीएम केयर्स फंड बनाया गया था जिसमें सैकड़ों करोड़ रुपए जमा हुए, वो पैसे कहाँ गए? रेमेडेसिविर आज 25,000 रुपये में मिल रही है जिसकी कीमत 8000 रुपये है। यह दवाई कहीं नहीं मिल रही है।
पप्पू यादव ने कहा कि लिक्विड गैस को बढ़ाने के लिए सरकार कुछ नहीं कर रही है। अभी सिर्फ एक गाड़ी मिल रही है जबकि बिहार को रोजाना तीन गाड़ी की जरूरत है। मरीजों को एम्बुलेंस नहीं मिल रहे हैं। सारा गैस और दवा माफिया और नेताओं के मिलीभगत से कुछ चुनिंदा जगहों पर जा रहा है।
कोरोना काल में हो रहे चुनाव पर बोलते हुए जाप अध्यक्ष ने कहा कि संक्रमण काल में बंगाल में आठ चरण में चुनाव क्यों कराए जा रहे हैं? चुनाव आयोग का यह कारनामा देश के हित में नहीं है। जब परीक्षा रद्द हो सकती हैं तो चुनाव क्यों नहीं रद्द हो सकते?
इस बीच पटना के जिलाधिकारी डाॅ. चंद्रशेखर सिंह ने स्पष्ट किया है कि अब लोगो को शव दाहगृह में इंताजर नही करना पड़ेगा । उन्होंने कहा कि तीन अतिरिक्त शवदाहगृह को चालू करने का आदेश दे दिय गया है। साथ ही, जिस शवदाहगृह की मशीन खराब है उसका निरीक्षण कर जल्द चालू करने का उन्होंने आश्वाशन दिया है।
दरसअल, राजधानी पटना में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामले और उससे होने वाली मृत्युदर में बढ़ोतरी को देखते हुए जिलाधिकारी डॉाॅ. चंद्रशेखर सिंह ने मीडिया में खबर चलने के बाद इसका शवदाहगृहों का निरीक्षण किया जिसमें पाया कि पटना का केवल बाँसघाट स्थित शवदाहगृह ही काम कर रहा था जिससे भीड़ बढ़ी है। जिलाधिकारी ने बताया कि गुलबी घाट और खाजेकलां घाट के शवदाहगृह में कुछ खराबी है जिसको जल्द ठीक करा दिया जाएगा।
पूरा सिस्टम संक्रमित हो गया है
दूसरी ओर, राजद सांसद मनोज झा ने कहा है कि कोरोना के कारण आज हमारे देश की स्थिति काफी गंभीर हो गयी है। शमशानों पर लाशों की लंबी कतारें लगी हुई है। मैं सरकार से अपील करना चाहूंगा कि सभी राजनीतिक दलों के सदस्यों के साथ इस गंभीर मुद्दे पर चर्चा करने की जरूरत है। कोरोना से निपटने के लिए विशेषज्ञों की सलाह भी बेहद अहम है। हमारा देश आज कोरोना से लड़ रहा है। हम सभी को एक होकर इससे निपटना होगा।
वहीं, राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने सरकार पर एक बार फिर से तंज कसा है। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष घर से निकल कर सामने आ रहे हैं और उन्होंने पहले ही कहा था कि बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराई हुई है स्वास्थ्य व्यवस्था को ठीक किया जाए लेकिन हमारे नेता का सुझाव नहीं लेकर आज इस तरीके की हालत आ चुकी है कि पूरा सिस्टम संक्रमित हो गया है। पूरी स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गयी है और कल सर्वदलीय बैठक है सर्वदलीय बैठक में जो भी निर्णय होगा हम सरकार के साथ हैं।
अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए जगह नहीं
इधर, कांग्रेस के विधान पार्षद प्रेमचंद मिश्रा ने कहा है कि बिहार में कोरोना की स्थिति बेकाबू हो चुकी है खासकर पटना की कोरोना से भयावह स्थिति बनी हुई है। राजधानी पटना में ऑक्सीजन सलेंडर नहीं मिल रहे हैं। अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए जगह नहीं है। शमशानों में लाशें जलाने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। इससे यह प्रतीत होता है कि बिहार सरकार पंगु हो गयी है। कोरोना मरीजों के आंकड़े जिस तरह बढ़े हैं, सरकार को लाॅकडाउन जैसे सख्त नियम बिहार में लागू करने होंगे।
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