हज़रत अली के जन्म दिवस पर बिहार में राजकीय अवकाश की मांग

बिहार लोक संवाद डाॅट नेट पटना

आप अगर इस साल के कैलेंडर पर एक नज़र डालें तो आपको ढेर सारी छुट्टियों की फ़ेहरिस्त नज़र आएगी। इनमें वो छुट्टियां भी शामिल हैं जो धार्मिक शख़्सीयतों और महापुरुषों के जन्म दिन या उनसे जुड़े ख़ास अवसरों पर घोषित हैं। मजलिसे उलेमा, खुतबा, इमामिया बिहार पटना ने इस फ़ेहरिस्त में एक छुट्टी के इज़ाफ़े की मांग मुख्य मंत्री बिहार से की है। शीया धर्मगुरुओं से जुड़ी इस संस्था ने हज़रत अली के जन्म दिवस के अवसर पर बिहार में सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की मांग की है। इस साल 13 रजब यानी 26 फरवरी को हज़रत अली का जन्म दिवस है। हज़रत अली मुसलमानों के आखि़री पैग़म्बर हज़रत मोहम्मद साहब के दामाद थे। हज़रत अली न्यायसंगत फ़ैसले करने के लिए मशहूर हैं। सोमवार को पटना में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में मजलिसे उलेमा के महासचिव मौलाना अमानत हुसैन ने कहा कि उन्हें नीतीश कुमार से पूरी उम्मीद है कि वे हज़रत अली के जन्म दिवस पर बिहार में छुट्टी की घोषणा करेंगे। उन्होंने बताया कि उत्तरप्रदेश और तेलंगाना में हज़रत अली के जन्म दिवस के अवसर पर सार्वजनिक छुट्टी रहती है। संवाददाता सम्मेलन में मोहिब्बाने उम्मुल अईमा तालीमी व कल्याणकारी ट्रस्ट से अध्यक्ष मौलाना सैयद मुराद रज़ा, पत्थर की मस्जिद के इमाम हुसैन अहमद और मदरसा सुलेमानिया के शिक्षक हाफ़िज़ मोहम्मद ओमैर भी मौजूद थे।

 

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