खुदाबख्श लाइब्रेरी को न तोड़ें, ’इनटैक’ की नीतीश से अपील; प्रस्तावित एलिवेेटेड सड़क से है खतरा
बिहार लोक संवाद डाॅट नेट
दुनियाभर में मशहूर पटना की खुदाबख्श खां ओरिएंटल पब्लिक लाइब्रेरी के अगले हिस्से को एलिटवेटेड सड़क बनाने के लिए तोड़ा जा सकता है। इस खतरे को टालने के लिए इंडियन नैशनल ट्रस्ट फाॅर आर्ट एंड कल्चरल हेरिटेज- ’इनटैक’ ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अपील की है।
टाइम्स आफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक बिहार पुल निर्माण लिमिटेड कारगिल चैक से एनआईटी, पटना तक एलिवेटेड सड़क बनाने जा रहा है। इसके लिए खुदाबख्श लाइब्रेरी के कर्जन रीडिंग रूम और लाइब्रेरी के बाग वाले हिस्से को तोड़ने की बात कही गयी है।
’इनटैक’ के पटना चैप्टर के संयोजक जेके लाल का कहना है कि हमे इस लाइब्रेरी को टूटने से बचाना है और जरूरत पड़ी तो कोर्ट का दरवाजा खटखटाया जाएगा और जन अभियान भी चलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि ’इनटैक’ की तरफ से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लाइब्रेरी को बचाने के लिए पत्र लिखा जाएगा।
इस सिलसिले में ’इनटैक’ के बिहार चैप्टर ने शनिवार को लाइब्रेरी में निदेशक शाइस्ता बेदार के साथ बैठक की।
’इनटैक’ द्वारा एक बयान में कहा गया है कि खुदाबख्श लाइबे्ररी भारतीय संस्कृति की धरोहर है। यहां महात्मा गांधी, लार्ड कर्जन, वैज्ञानिक सीवी रमण, प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू, राष्ट्रपति अब्दुल कलाम और बहुत सारे गणमान्य लोग आ चुके हैं। इस लाइब्रेरी मे 21 हजार से अधिक पांडुलिपियां हैं।
इस बारे में लाइब्रेरी की निदेशक शाइस्ता बेदार का कहना है कि उन्होंने पिछले माह पटना के डीएम को पत्र लिखकर कोई वैकल्पिक मार्ग देखने का अनुरोध किया था। ’हम विकास के खिलाफ नहीं हैं लेकिन इसके लिए इतनी महत्वपूर्ण लाइब्रेरी की कीमत नहीं चुकानी चाहिए।’
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